Rozgaar Mahakumbh: ‘रोजगार महाकुंभ’ में 60 हजार से ज्यादा युवाओं को मिला सरकारी नौकरी का तोहफा, दिखी गजब की व्यवस्था

Rozgaar Mahakumbh: ‘रोजगार महाकुंभ’ में 60 हजार से ज्यादा युवाओं को मिला सरकारी नौकरी का तोहफा, दिखी गजब की व्यवस्था

<p style=”text-align: left;”><strong>Rozgaar Mahakumbh News:</strong> उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ रविवार को ऐतिहासिक पल का गवाह बनी, जहां 60,244 युवाओं को एक साथ सरकारी नौकरी के नियुक्ति पत्र सौंपे गए. यह मौका किसी महाकुंभ से कम नहीं था. कार्यक्रम में प्रदेश के कोने-कोने से आए युवाओं ने जब एक साथ मंच पर अपने सपनों को साकार होते देखा तो उनकी आंखें नम हो गईं और सभी के चेहरों पर मुस्कान नजर आ रही थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में आयोजित इस &lsquo;रोजगार महाकुंभ&rsquo; में व्यवस्था और अनुशासन का अद्भुत संगम भी देखने को मिला है. यह आयोजन न केवल संख्या के लिहाज से बड़ा था, बल्कि संगठित ढंग से हर युवा तक नौकरी का पत्र पहुंचाना, मौसम को देखते हुए सुविधाओं की व्यवस्था करना और किसी भी तरह की अव्यवस्था से कार्यक्रम को दूर रखना &ndash; ये सब इस पूरे कार्यक्रम को खास बना गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>18 मंडलों के युवाओं के लिए बनी 6 ब्लॉक व्यवस्था<br /></strong>कार्यक्रम में आए अभ्यर्थियों को उनकी सुविधा के लिए छह अलग-अलग ब्लॉकों में बांटा गया था. हर ब्लॉक में 3-4 मंडल शामिल थे और हर मंडल के लिए अलग-अलग अधिकारी नियुक्त किए गए थे, जो अपने जिले के चयनित युवाओं को सही समय पर नियुक्ति पत्र दिलाने में लगे थे.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस रोजगार महाकुंभ में कुछ इस तरह से ब्लॉक व्यवस्था बनाई गई थी. ब्लॉक ए में आगरा, गोरखपुर, देवीपाटन, ब्लॉक बी में बरेली, अलीगढ़, प्रयागराज, चित्रकूट, ब्लॉक सी में लखनऊ, अयोध्या, सहारनपुर, ब्लॉक डी में कानपुर, बस्ती, आजमगढ़, झांसी, ब्लॉक ई में वाराणसी, मिर्जापुर, मुरादाबाद और ब्लॉक एफ में मेरठ जैसे शहर शामिल थे.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>अनुशासन बना चर्चा का विषय</strong><br />इतनी बड़ी संख्या में युवाओं की मौजूदगी के बावजूद कार्यक्रम में ऐसा अनुशासन दिखा जो किसी भी सैन्य परेड से कम नहीं था. पुरुष अभ्यर्थी खाकी पैंट, सफेद शर्ट और टोपी में जबकि महिला अभ्यर्थी सलवार-सूट और साड़ी में सज्जित नजर आईं. सभी युवा पंक्तिबद्ध होकर अपने-अपने ब्लॉक में बैठे और पूरी गरिमा से नियुक्ति पत्र ग्रहण किया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>लखनऊ में भीषण गर्मी के बावजूद युवाओं के उत्साह में कोई कमी नहीं आई. प्रदेश सरकार ने पानी, छाया, प्राथमिक चिकित्सा और मेडिकल टीम की पूरी व्यवस्था कर रखी थी. मुख्यमंत्री <a title=”योगी आदित्यनाथ” href=”https://www.abplive.com/topic/yogi-adityanath” data-type=”interlinkingkeywords”>योगी आदित्यनाथ</a> ने स्वयं शनिवार को आयोजन स्थल का निरीक्षण किया था और व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के निर्देश दिए थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>प्रदेश की सबसे बड़ी नियुक्ति</strong><br />यह मौका सिर्फ एक नियुक्ति पत्र देने का नहीं था, बल्कि उन लाखों परिवारों के लिए नई आशा और उज्ज्वल भविष्य की नींव रखने का दिन था. योगी सरकार के अब तक के कार्यकाल में यह सबसे बड़ा रोजगार कार्यक्रम था. इससे पहले सरकार शिक्षकों, पुलिसकर्मियों, स्वास्थ्य कर्मियों और अन्य विभागों में लाखों नौकरियां दे चुकी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस आयोजन ने यह साबित कर दिया कि अगर सरकार की नीयत साफ हो और योजनाएं ठीक से लागू की जाएं तो प्रदेश के युवा आत्मनिर्भर और भविष्य के लिए तैयार बन सकते हैं. यह &lsquo;रोजगार महाकुंभ&rsquo; निश्चित तौर पर उत्तर प्रदेश के विकास की नई दिशा को दर्शाता है.</p> <p style=”text-align: left;”><strong>Rozgaar Mahakumbh News:</strong> उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ रविवार को ऐतिहासिक पल का गवाह बनी, जहां 60,244 युवाओं को एक साथ सरकारी नौकरी के नियुक्ति पत्र सौंपे गए. यह मौका किसी महाकुंभ से कम नहीं था. कार्यक्रम में प्रदेश के कोने-कोने से आए युवाओं ने जब एक साथ मंच पर अपने सपनों को साकार होते देखा तो उनकी आंखें नम हो गईं और सभी के चेहरों पर मुस्कान नजर आ रही थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में आयोजित इस &lsquo;रोजगार महाकुंभ&rsquo; में व्यवस्था और अनुशासन का अद्भुत संगम भी देखने को मिला है. यह आयोजन न केवल संख्या के लिहाज से बड़ा था, बल्कि संगठित ढंग से हर युवा तक नौकरी का पत्र पहुंचाना, मौसम को देखते हुए सुविधाओं की व्यवस्था करना और किसी भी तरह की अव्यवस्था से कार्यक्रम को दूर रखना &ndash; ये सब इस पूरे कार्यक्रम को खास बना गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>18 मंडलों के युवाओं के लिए बनी 6 ब्लॉक व्यवस्था<br /></strong>कार्यक्रम में आए अभ्यर्थियों को उनकी सुविधा के लिए छह अलग-अलग ब्लॉकों में बांटा गया था. हर ब्लॉक में 3-4 मंडल शामिल थे और हर मंडल के लिए अलग-अलग अधिकारी नियुक्त किए गए थे, जो अपने जिले के चयनित युवाओं को सही समय पर नियुक्ति पत्र दिलाने में लगे थे.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस रोजगार महाकुंभ में कुछ इस तरह से ब्लॉक व्यवस्था बनाई गई थी. ब्लॉक ए में आगरा, गोरखपुर, देवीपाटन, ब्लॉक बी में बरेली, अलीगढ़, प्रयागराज, चित्रकूट, ब्लॉक सी में लखनऊ, अयोध्या, सहारनपुर, ब्लॉक डी में कानपुर, बस्ती, आजमगढ़, झांसी, ब्लॉक ई में वाराणसी, मिर्जापुर, मुरादाबाद और ब्लॉक एफ में मेरठ जैसे शहर शामिल थे.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>अनुशासन बना चर्चा का विषय</strong><br />इतनी बड़ी संख्या में युवाओं की मौजूदगी के बावजूद कार्यक्रम में ऐसा अनुशासन दिखा जो किसी भी सैन्य परेड से कम नहीं था. पुरुष अभ्यर्थी खाकी पैंट, सफेद शर्ट और टोपी में जबकि महिला अभ्यर्थी सलवार-सूट और साड़ी में सज्जित नजर आईं. सभी युवा पंक्तिबद्ध होकर अपने-अपने ब्लॉक में बैठे और पूरी गरिमा से नियुक्ति पत्र ग्रहण किया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>लखनऊ में भीषण गर्मी के बावजूद युवाओं के उत्साह में कोई कमी नहीं आई. प्रदेश सरकार ने पानी, छाया, प्राथमिक चिकित्सा और मेडिकल टीम की पूरी व्यवस्था कर रखी थी. मुख्यमंत्री <a title=”योगी आदित्यनाथ” href=”https://www.abplive.com/topic/yogi-adityanath” data-type=”interlinkingkeywords”>योगी आदित्यनाथ</a> ने स्वयं शनिवार को आयोजन स्थल का निरीक्षण किया था और व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के निर्देश दिए थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>प्रदेश की सबसे बड़ी नियुक्ति</strong><br />यह मौका सिर्फ एक नियुक्ति पत्र देने का नहीं था, बल्कि उन लाखों परिवारों के लिए नई आशा और उज्ज्वल भविष्य की नींव रखने का दिन था. योगी सरकार के अब तक के कार्यकाल में यह सबसे बड़ा रोजगार कार्यक्रम था. इससे पहले सरकार शिक्षकों, पुलिसकर्मियों, स्वास्थ्य कर्मियों और अन्य विभागों में लाखों नौकरियां दे चुकी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस आयोजन ने यह साबित कर दिया कि अगर सरकार की नीयत साफ हो और योजनाएं ठीक से लागू की जाएं तो प्रदेश के युवा आत्मनिर्भर और भविष्य के लिए तैयार बन सकते हैं. यह &lsquo;रोजगार महाकुंभ&rsquo; निश्चित तौर पर उत्तर प्रदेश के विकास की नई दिशा को दर्शाता है.</p>  उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड चारधाम यात्रा में अब तक पांच हेलिकॉप्टर हादसे, 13 की मौत, CM धामी का अधिकारियों को सख्त आदेश