Satyendra Das Death: रामलला के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास को कितना वेतन मिलता था, जानें- कैसे हुई थी नियुक्ति

Satyendra Das Death: रामलला के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास को कितना वेतन मिलता था, जानें- कैसे हुई थी नियुक्ति

<p style=”text-align: justify;”><strong>Ram Mandir Chief Priest Acharya Satyendra Das Death:</strong> अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास का 85 साल की उम्र में आज 12 फरवरी को निधन हो गया है. लखनऊ के पीजीआई अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली. उन्होंने अपना पूरा जन्म भगवान राम की सेवा में लगा दिया. वो पिछले 33 सालों से राम मंदिर के मुख्य पुजारी के तौर पर काम कर रहे थे. इसके लिए उन्हें राम मंदिर ट्रस्ट की ओर से वेतन दिया जता था.&nbsp;<br />&nbsp;<br />आचार्य सत्येंद्र दास को 1992 में राम मंदिर आंदोलन के दौरान श्री राम जन्म भूमि का मुख्य पुजारी बनाया गया था. जिसके बाद से वो लगातार भगवान रामलला की सेवा कर रहे थे. बतौर मुख्य पुजारी उन्हें हर महीने 38000 रुपये का वेतन दिया जाता था. अयोध्या में टेंट से भव्य राम मंदिर निर्माण और रामलला की प्राण प्रतिष्ठा तक वो राम मंदिर आंदोलन के हर पल का साक्षी बनें और अंतिम सांस तक राम मंदिर के मुख्य पुजारी की भूमिका निभाते रहे.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>आचार्य सत्येद्र दास का वेतन कितना था</strong><br />आचार्य सत्येंद्र दास ने 1975 में संस्कृत में आचार्य की डिग्री ली थी, जिसके बाद साल 1992 में वो टीचर की नौकरी छोड़कर राम मंदिर के पुजारी पद पर आसीन हुए थे. उस समय उन्हें सिर्फ 100 रुपये प्रति माह वेतन मिलता था. समय के साथ-साथ उनके वेतन में बढ़ोतरी होती गई. राम मंदिर ट्रस्ट का निर्माण होने के बाद उनका वेतन बढ़ा. वर्तमान समय में उन्हें 38000 रुपये प्रति माह दिए जाते थे.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>आचार्य सत्येंद्र दास का मई 2023 में वेतन 15520 से बढ़ाकर 25000 किया गया था जिसके बाद पिछले साल सितंबर महीने में उनके वेतन को फिर से बढ़ाया गया था और उनकी सैलेरी 38000 रुपये प्रतिमान हो गई थी. अपने वेतन को लेकर बात करते हुए उन्होंने ख़ुद एक बार बताया था कि “पहले हमको पन्द्रह हजार पांच सौ बीस रुपये वेतन मिलता था, इसके बाद बढ़कर पच्चीस हजार हो गया अब फिर सितंब महीने में बढ़कर 38000 हो गया है” उन्होंने बताया था कि <a title=”राम मंदिर” href=”https://www.abplive.com/topic/ram-mandir” data-type=”interlinkingkeywords”>राम मंदिर</a> के सहायक पुजारी हैं उनका वेतन भी 20,000 रुपये से बढ़कर सीधा 33,000 हो गया है. इसी तरह सहायकों का वेतन 24,440 कर दिया गया.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा था कि हम लोगों ने 28 बरस ऋषिवर के रूप में बहुत कुछ नहीं मिलता था. लेकिन, जबसे ट्रस्ट आया है तबसे जो सुविधा दी है उसकी हम प्रशंसा करते हैं.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>[yt]https://www.youtube.com/watch?v=SIOFnusdQw8[/yt]</strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Ram Mandir Chief Priest Acharya Satyendra Das Death:</strong> अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास का 85 साल की उम्र में आज 12 फरवरी को निधन हो गया है. लखनऊ के पीजीआई अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली. उन्होंने अपना पूरा जन्म भगवान राम की सेवा में लगा दिया. वो पिछले 33 सालों से राम मंदिर के मुख्य पुजारी के तौर पर काम कर रहे थे. इसके लिए उन्हें राम मंदिर ट्रस्ट की ओर से वेतन दिया जता था.&nbsp;<br />&nbsp;<br />आचार्य सत्येंद्र दास को 1992 में राम मंदिर आंदोलन के दौरान श्री राम जन्म भूमि का मुख्य पुजारी बनाया गया था. जिसके बाद से वो लगातार भगवान रामलला की सेवा कर रहे थे. बतौर मुख्य पुजारी उन्हें हर महीने 38000 रुपये का वेतन दिया जाता था. अयोध्या में टेंट से भव्य राम मंदिर निर्माण और रामलला की प्राण प्रतिष्ठा तक वो राम मंदिर आंदोलन के हर पल का साक्षी बनें और अंतिम सांस तक राम मंदिर के मुख्य पुजारी की भूमिका निभाते रहे.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>आचार्य सत्येद्र दास का वेतन कितना था</strong><br />आचार्य सत्येंद्र दास ने 1975 में संस्कृत में आचार्य की डिग्री ली थी, जिसके बाद साल 1992 में वो टीचर की नौकरी छोड़कर राम मंदिर के पुजारी पद पर आसीन हुए थे. उस समय उन्हें सिर्फ 100 रुपये प्रति माह वेतन मिलता था. समय के साथ-साथ उनके वेतन में बढ़ोतरी होती गई. राम मंदिर ट्रस्ट का निर्माण होने के बाद उनका वेतन बढ़ा. वर्तमान समय में उन्हें 38000 रुपये प्रति माह दिए जाते थे.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>आचार्य सत्येंद्र दास का मई 2023 में वेतन 15520 से बढ़ाकर 25000 किया गया था जिसके बाद पिछले साल सितंबर महीने में उनके वेतन को फिर से बढ़ाया गया था और उनकी सैलेरी 38000 रुपये प्रतिमान हो गई थी. अपने वेतन को लेकर बात करते हुए उन्होंने ख़ुद एक बार बताया था कि “पहले हमको पन्द्रह हजार पांच सौ बीस रुपये वेतन मिलता था, इसके बाद बढ़कर पच्चीस हजार हो गया अब फिर सितंब महीने में बढ़कर 38000 हो गया है” उन्होंने बताया था कि <a title=”राम मंदिर” href=”https://www.abplive.com/topic/ram-mandir” data-type=”interlinkingkeywords”>राम मंदिर</a> के सहायक पुजारी हैं उनका वेतन भी 20,000 रुपये से बढ़कर सीधा 33,000 हो गया है. इसी तरह सहायकों का वेतन 24,440 कर दिया गया.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा था कि हम लोगों ने 28 बरस ऋषिवर के रूप में बहुत कुछ नहीं मिलता था. लेकिन, जबसे ट्रस्ट आया है तबसे जो सुविधा दी है उसकी हम प्रशंसा करते हैं.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>[yt]https://www.youtube.com/watch?v=SIOFnusdQw8[/yt]</strong></p>  उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड बाघों के शिकार को लेकर WCCB का बड़ा अलर्ट, कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में बढ़ी चौकसी