ये लोग गांव की लड़कियों को ऐसे ही परेशान करते रहे हैं। आते-जाते उनको रोकते, अश्लील कमेंट पास करते। यहां पर ये लोग दूसरा पाकिस्तान बनाना चाहते हैं। SO भी इनकी जाति का है, तभी इनको किसी बात का डर नहीं रहता है। मेरी बेटी को भी ये लोग ऐसे ही परेशान करते थे। कॉलेज जाते समय उसको रोक लेते, उसकी साइकिल के आगे कट मारकर अपनी गाड़ी लगा देते। उसने मुझे सारी बातें बताई थीं। हमने परिवार से शिकायत की तो मुझे और मेरे बेटे को मारा। बोले- जाकर केस करवाओ, हम लोग 1 मिनट में छूट जाएंगे। मेरी बेटी तो चली गई लेकिन इन लोगों को फांसी से कम सजा नहीं मिलनी चाहिए। इटावा में एक BSC की छात्रा ने छेड़छाड़ से परेशान होकर सुसाइड कर लिया। ये बातें छात्रा के पिता ने कहीं हैं। बेटी के साथ हमारी उम्मीदें भी चली गईं… पिता ने बताया, मेरी बेटी बहुत होनहार थी। पढ़ने में अव्वल थी, फौज में जाना चाहती थी। लेकिन उसके सारे सपने टूट गए। उसके साथ हमारी उम्मीदें भी चली गईं। इन लोगों से दुखी बेटी ने 26 अप्रैल को जहर खाया था। 2 मई को उसकी मौत हो गई। अभी तक बस 3 आरोपी पकड़े गए हैं। 2 फरार हैं। आरोपी SO सस्पेंड है। हमारी मांग है सबको फांसी दी जाए। परिवार के लोगों से पूरे मामले की जानकारी लेने दैनिक भास्कर की टीम इटावा से 50 किलोमीटर दूर ऊसराहार थाना क्षेत्र स्थित छात्रा के गांव पहुंची। छात्रा की मौत 2 मई को हुई थी। 3 मई को परिवार के प्रदर्शन के बाद पीड़िता का अंतिम संस्कार किया गया था। इस केस के बाद गांव के लोगों में काफी नाराजगी है। गांव की आबादी 1200 के आसपास है। जिसमें 60% हिंदू हैं। बाकी परिवार मुस्लिम हैं। इस घटना के बाद से गांव का माहौल तनावपूर्ण है घटना के बाद से गांव में दो गुट बन गए हैं। माहौल को देखते हुए भारी पुलिस बल को मौके पर तैनात किया गया है। पीड़िता के परिवार से मिलने के लिए आसपास के स्थानीय नेता पहुंच रहे हैं। घर के बाहर ही टेंट लगा हुआ है। गांव के और परिवार के लोग वहीं पर बैठे हुए हैं। नीचे पड़ी चादर पर पीड़िता के पिता और भाई बैठे हैं। घर के अंदर महिलाएं हैं। पीड़िता की मां की तबियत काफी खराब है। इस वजह से हमें उनसे नहीं मिलने दिया गया। पीड़िता के पिता ने हमसे पूरे मामले को लेकर बात की। अब पढ़िए…25-26 अप्रैल के बीच में क्या-क्या हुआ – 1 महीने पहले बेटी ने फोन पर बताई थी सारी बात पिता ने बताया, मैं और बेटा कमाने के लिए गुड़गांव में रहते हैं। इस घर में मेरी बेटी और पत्नी रहती थी। हम लोग महीने में आया करते थे। 1 महीने पहले मेरी बेटी ने मुझे गांव के रिजवान के बारे में बताया था। उसने मुझे फोन किया था। रोते हुए बोली थी- पापा रिजवान रास्ते में रोक लेता है। हाथ पकड़ता है, कभी दोस्तों के साथ खड़े होकर अश्लील कमेंट करता है। मेरा घर से निकलना मुश्किल हो गया है। उसको पता नहीं कहां से मेरा नंबर मिल गया है, मुझे गंदे-गंदे मैसेज करता है। मैं बहुत परेशान हूं। बेटी की बात मैंने गांव के प्रधान को बताई। वो मेरे दोस्त हैं। उन्होंने रिजवान को समझाया लेकिन वो नहीं माना। कुछ दिनों बाद फिर उसने अपनी हरकतें शुरू कर दीं। मेरी बेटी ने घर से निकलना बंद कर दिया तो घर आकर उसको धमकाया। ये बात मेरी पत्नी ने मुझे बताया। रिजवान के पिता ने मुझ पर और बेटे पर हमला कर दिया इसके बाद मैं और मेरा बेटा गुड़गांव से गांव लौटे। हम 25 अप्रैल को घर आ गए थे। उसी दिन पहले हम रिजवान के घर गए। बेटी का फोन उसके घरवालों को दिखाया। लेकिन उन लोगों ने उल्टा हमें ही पीटना शुरू कर दिया। रिजवान के पिता अशोक, भाई कल्लू और गोलू और मां केसर ने हम पर हमला कर दिया। वो लोग बोले- जाओ पुलिस से शिकायत करो, 1 मिनट में छूट जाएंगे। उनकी बात सुनकर हम लोग डर गए। वहां से हम थाने गए। थाने के एसओ मंसूर अहमद ने इस मामले में बस चालान किया। हमारी शिकायत के बाद भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। वो एसओ उनकी जाति का है। उनके साथ जिम जाता है, चाय पीता है। तभी वो लोग गांव में इतनी दबंगई करते हैं। पुलिस की कार्रवाई से दुखी हम लोग घर लौट आए। ये बातें बेटी और पत्नी को बताई। मुझे नहीं पता था इस बात से बेटी को इतना दुख पहुंचेगा। बेटी के मुंह से झाग निकल रहा था, वो तड़प रही थी 26 अप्रैल की सुबह हम लोग फिर पुलिस के पास गए। शिकायती पत्र भी दिया लेकिन कोई एक्शन नहीं हुआ। इस बात से हम लोग बहुत परेशान थे। घर पर इसको लेकर बातें हो रही थीं। बेटी को ये बातें परेशान कर रही थी। हम लोग सोच रहे थे बेटी को कहीं और भेज दें। यही सब चर्चा करते-करते हम लोग रात का खाना खाए, साथ में बेटी भी थी। खाने के बाद बेटी सोने चली गई। हम लोग बाहर बैठे थे। कुछ देर बाद उसके कमरे से बहुत अजीब आवाजें आने लगी। ऐसी लग रहा था कोई उसका मुंह दबाए है। हम लोग कमरे में पहुंचे तो देखा बेटी के मुंह से झाग निकल रहा था। वो जमीन पर तड़प रही थी। 2 मई को बेटी ने जिंदगी से हार मान ली हम लोग तुरंत उसको अस्पताल ले गए। 2-3 जगह से रेफर होने के बाद सैफई में उसका इलाज शुरू हुआ। वहां मेरी बेटी 7 दिन तक मौत से लड़ी। मेरी बेटी हम लोगों को देखकर रोती रहती थी लेकिन कुछ बोल नहीं पाती थी। वो बस रोती रहती थी, उसकी हालत हम लोगों से देखी नहीं जाती थी। 2 मई को उसने जिंदगी से हार मान ली। वो हम लोगों को छोड़कर चली गई। मेरी पत्नी बेसुध है, कुछ भी खा नहीं रही है हम लोग बेटी की मौत को व्यर्थ नहीं जाने देंगे। पुलिस आरोपियों पर सख्त कार्रवाई करे, तभी बेटी की आत्मा को शांति मिलेगी। उसकी मां बेसुध है। बेटी की मौत के बाद से न कुछ खा रही है, न सो रही है। बस अपनी बेटी को बुलाती रहती है। पुलिस पहले तो फरार आरोपियों को पकड़े। रिजवान मेन आरोपी है। बाकी सब ने हम लोगों के साथ मारपीट की है और धमकाया है। अब आरोपियों को सजा दिलाने के बाद ही हम लोग चैन की सांस लेंगे। आरोपी के घर के 2 लोग फरार, 3 गिरफ्तार पीड़िता के घर से 10 मीटर की दूरी पर आरोपियों का घर है। आरोपियों के घर पर अभी कोई नहीं है। पूछने पर स्थानीय लोगों ने बताया, अशोक डाकघर में तैनात थे, अब वो रिटायर हो गए हैं। कल्लू एलएलबी की पढ़ाई कर रहा है। रिजवान और गोलू अभी कुछ नहीं करते हैं। पुलिस ने कल्लू, रिजवान और अशोक को गिरफ्तार कर लिया है। भाई गोलू और मां केसर अभी फरार है। सभी के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी- SSP मामले में SSP संजय कुमार वर्मा ने बताया- पिता की तहरीर के आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। 115/2, 352/351(3) BNS एवं 66D आईटी एक्ट आत्महत्या को उकसाने की धाराएं लगाई गई हैं। सभी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह खबर भी पढ़ें- इटावा में छेड़खानी से परेशान छात्रा ने किया सुसाइड:पिता की शिकायत पर एक्शन न लेने पर SO पर जांच; गांव में 12 थानों की फोर्स इटावा में छेड़खानी से परेशान बीएससी की छात्रा ने सुसाइड कर लिया। मुस्लिम युवक छात्रा के मोबाइल पर अश्लील मैसेज भेजता था। स्कूल जाते समय छेड़छाड़ करता था, एक सप्ताह पहले छात्रा के पिता ने युवक के खिलाफ थाने में शिकायत दी थी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। यहां पढ़ें पूरी खबर ये लोग गांव की लड़कियों को ऐसे ही परेशान करते रहे हैं। आते-जाते उनको रोकते, अश्लील कमेंट पास करते। यहां पर ये लोग दूसरा पाकिस्तान बनाना चाहते हैं। SO भी इनकी जाति का है, तभी इनको किसी बात का डर नहीं रहता है। मेरी बेटी को भी ये लोग ऐसे ही परेशान करते थे। कॉलेज जाते समय उसको रोक लेते, उसकी साइकिल के आगे कट मारकर अपनी गाड़ी लगा देते। उसने मुझे सारी बातें बताई थीं। हमने परिवार से शिकायत की तो मुझे और मेरे बेटे को मारा। बोले- जाकर केस करवाओ, हम लोग 1 मिनट में छूट जाएंगे। मेरी बेटी तो चली गई लेकिन इन लोगों को फांसी से कम सजा नहीं मिलनी चाहिए। इटावा में एक BSC की छात्रा ने छेड़छाड़ से परेशान होकर सुसाइड कर लिया। ये बातें छात्रा के पिता ने कहीं हैं। बेटी के साथ हमारी उम्मीदें भी चली गईं… पिता ने बताया, मेरी बेटी बहुत होनहार थी। पढ़ने में अव्वल थी, फौज में जाना चाहती थी। लेकिन उसके सारे सपने टूट गए। उसके साथ हमारी उम्मीदें भी चली गईं। इन लोगों से दुखी बेटी ने 26 अप्रैल को जहर खाया था। 2 मई को उसकी मौत हो गई। अभी तक बस 3 आरोपी पकड़े गए हैं। 2 फरार हैं। आरोपी SO सस्पेंड है। हमारी मांग है सबको फांसी दी जाए। परिवार के लोगों से पूरे मामले की जानकारी लेने दैनिक भास्कर की टीम इटावा से 50 किलोमीटर दूर ऊसराहार थाना क्षेत्र स्थित छात्रा के गांव पहुंची। छात्रा की मौत 2 मई को हुई थी। 3 मई को परिवार के प्रदर्शन के बाद पीड़िता का अंतिम संस्कार किया गया था। इस केस के बाद गांव के लोगों में काफी नाराजगी है। गांव की आबादी 1200 के आसपास है। जिसमें 60% हिंदू हैं। बाकी परिवार मुस्लिम हैं। इस घटना के बाद से गांव का माहौल तनावपूर्ण है घटना के बाद से गांव में दो गुट बन गए हैं। माहौल को देखते हुए भारी पुलिस बल को मौके पर तैनात किया गया है। पीड़िता के परिवार से मिलने के लिए आसपास के स्थानीय नेता पहुंच रहे हैं। घर के बाहर ही टेंट लगा हुआ है। गांव के और परिवार के लोग वहीं पर बैठे हुए हैं। नीचे पड़ी चादर पर पीड़िता के पिता और भाई बैठे हैं। घर के अंदर महिलाएं हैं। पीड़िता की मां की तबियत काफी खराब है। इस वजह से हमें उनसे नहीं मिलने दिया गया। पीड़िता के पिता ने हमसे पूरे मामले को लेकर बात की। अब पढ़िए…25-26 अप्रैल के बीच में क्या-क्या हुआ – 1 महीने पहले बेटी ने फोन पर बताई थी सारी बात पिता ने बताया, मैं और बेटा कमाने के लिए गुड़गांव में रहते हैं। इस घर में मेरी बेटी और पत्नी रहती थी। हम लोग महीने में आया करते थे। 1 महीने पहले मेरी बेटी ने मुझे गांव के रिजवान के बारे में बताया था। उसने मुझे फोन किया था। रोते हुए बोली थी- पापा रिजवान रास्ते में रोक लेता है। हाथ पकड़ता है, कभी दोस्तों के साथ खड़े होकर अश्लील कमेंट करता है। मेरा घर से निकलना मुश्किल हो गया है। उसको पता नहीं कहां से मेरा नंबर मिल गया है, मुझे गंदे-गंदे मैसेज करता है। मैं बहुत परेशान हूं। बेटी की बात मैंने गांव के प्रधान को बताई। वो मेरे दोस्त हैं। उन्होंने रिजवान को समझाया लेकिन वो नहीं माना। कुछ दिनों बाद फिर उसने अपनी हरकतें शुरू कर दीं। मेरी बेटी ने घर से निकलना बंद कर दिया तो घर आकर उसको धमकाया। ये बात मेरी पत्नी ने मुझे बताया। रिजवान के पिता ने मुझ पर और बेटे पर हमला कर दिया इसके बाद मैं और मेरा बेटा गुड़गांव से गांव लौटे। हम 25 अप्रैल को घर आ गए थे। उसी दिन पहले हम रिजवान के घर गए। बेटी का फोन उसके घरवालों को दिखाया। लेकिन उन लोगों ने उल्टा हमें ही पीटना शुरू कर दिया। रिजवान के पिता अशोक, भाई कल्लू और गोलू और मां केसर ने हम पर हमला कर दिया। वो लोग बोले- जाओ पुलिस से शिकायत करो, 1 मिनट में छूट जाएंगे। उनकी बात सुनकर हम लोग डर गए। वहां से हम थाने गए। थाने के एसओ मंसूर अहमद ने इस मामले में बस चालान किया। हमारी शिकायत के बाद भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। वो एसओ उनकी जाति का है। उनके साथ जिम जाता है, चाय पीता है। तभी वो लोग गांव में इतनी दबंगई करते हैं। पुलिस की कार्रवाई से दुखी हम लोग घर लौट आए। ये बातें बेटी और पत्नी को बताई। मुझे नहीं पता था इस बात से बेटी को इतना दुख पहुंचेगा। बेटी के मुंह से झाग निकल रहा था, वो तड़प रही थी 26 अप्रैल की सुबह हम लोग फिर पुलिस के पास गए। शिकायती पत्र भी दिया लेकिन कोई एक्शन नहीं हुआ। इस बात से हम लोग बहुत परेशान थे। घर पर इसको लेकर बातें हो रही थीं। बेटी को ये बातें परेशान कर रही थी। हम लोग सोच रहे थे बेटी को कहीं और भेज दें। यही सब चर्चा करते-करते हम लोग रात का खाना खाए, साथ में बेटी भी थी। खाने के बाद बेटी सोने चली गई। हम लोग बाहर बैठे थे। कुछ देर बाद उसके कमरे से बहुत अजीब आवाजें आने लगी। ऐसी लग रहा था कोई उसका मुंह दबाए है। हम लोग कमरे में पहुंचे तो देखा बेटी के मुंह से झाग निकल रहा था। वो जमीन पर तड़प रही थी। 2 मई को बेटी ने जिंदगी से हार मान ली हम लोग तुरंत उसको अस्पताल ले गए। 2-3 जगह से रेफर होने के बाद सैफई में उसका इलाज शुरू हुआ। वहां मेरी बेटी 7 दिन तक मौत से लड़ी। मेरी बेटी हम लोगों को देखकर रोती रहती थी लेकिन कुछ बोल नहीं पाती थी। वो बस रोती रहती थी, उसकी हालत हम लोगों से देखी नहीं जाती थी। 2 मई को उसने जिंदगी से हार मान ली। वो हम लोगों को छोड़कर चली गई। मेरी पत्नी बेसुध है, कुछ भी खा नहीं रही है हम लोग बेटी की मौत को व्यर्थ नहीं जाने देंगे। पुलिस आरोपियों पर सख्त कार्रवाई करे, तभी बेटी की आत्मा को शांति मिलेगी। उसकी मां बेसुध है। बेटी की मौत के बाद से न कुछ खा रही है, न सो रही है। बस अपनी बेटी को बुलाती रहती है। पुलिस पहले तो फरार आरोपियों को पकड़े। रिजवान मेन आरोपी है। बाकी सब ने हम लोगों के साथ मारपीट की है और धमकाया है। अब आरोपियों को सजा दिलाने के बाद ही हम लोग चैन की सांस लेंगे। आरोपी के घर के 2 लोग फरार, 3 गिरफ्तार पीड़िता के घर से 10 मीटर की दूरी पर आरोपियों का घर है। आरोपियों के घर पर अभी कोई नहीं है। पूछने पर स्थानीय लोगों ने बताया, अशोक डाकघर में तैनात थे, अब वो रिटायर हो गए हैं। कल्लू एलएलबी की पढ़ाई कर रहा है। रिजवान और गोलू अभी कुछ नहीं करते हैं। पुलिस ने कल्लू, रिजवान और अशोक को गिरफ्तार कर लिया है। भाई गोलू और मां केसर अभी फरार है। सभी के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी- SSP मामले में SSP संजय कुमार वर्मा ने बताया- पिता की तहरीर के आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। 115/2, 352/351(3) BNS एवं 66D आईटी एक्ट आत्महत्या को उकसाने की धाराएं लगाई गई हैं। सभी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह खबर भी पढ़ें- इटावा में छेड़खानी से परेशान छात्रा ने किया सुसाइड:पिता की शिकायत पर एक्शन न लेने पर SO पर जांच; गांव में 12 थानों की फोर्स इटावा में छेड़खानी से परेशान बीएससी की छात्रा ने सुसाइड कर लिया। मुस्लिम युवक छात्रा के मोबाइल पर अश्लील मैसेज भेजता था। स्कूल जाते समय छेड़छाड़ करता था, एक सप्ताह पहले छात्रा के पिता ने युवक के खिलाफ थाने में शिकायत दी थी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। यहां पढ़ें पूरी खबर उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
“SO उनकी जाति का, यहां पाकिस्तान बनाना चाहते हैं”:BSC छात्रा के पिता बोले- इनको किसी का डर नहीं था, बेटी के आरोपियों को फांसी हो
