UP: 7 साल 6 महीने की योगी सरकार में कितने एनकाउंटर? 17 पुलिसकर्मी शहीद, 27,117 आरोपी गिरफ्तार

UP: 7 साल 6 महीने की योगी सरकार में कितने एनकाउंटर? 17 पुलिसकर्मी शहीद, 27,117 आरोपी गिरफ्तार

<p style=”text-align: justify;”><strong>Encounters In Uttar Pradesh:</strong> उत्तर प्रदेश में इन दिनों एनकाउंटर की जमकर चर्चा है. सियासत के गलियारे से लेकर जनता की सड़क तक एनकाउंटर्स पर चर्चा है. इस बीच तमाम मीडिया और सरकारी रिपोर्ट्स के आधार एक डेटा सामने आया है जिसमें बीते साढ़े सात साल के एनकाउंटर्स के आंकड़ों की जानकारी दी गई है. बता दें सितंबर महीन में ही यूपी में मंगेश यादव ,अनुज प्रताप सिंह और जाहिद उर्फ सोनू के एनकाउंटर ने सियासत का पारा हाई कर दिया है. विपक्ष और सत्तारूढ़ दल के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>20 मार्च, 2017 से 5 सितंबर, 2024 तक के आंकड़ों के अनुसार यूपी पुलिस ने 12,964 एनकाउंटर्स की जानकारी दर्ज की. इस दौरान 207 संदिग्ध आरोपियों की मौत हुई. वहीं 27,117 गिरफ्तार किए गए. इन मुठभेड़ों के दौरान 1,601 संदिग्ध आरोपी घायल हुए.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>हर 13वें दिन एक लिस्टेड संदिग्ध आरोपी ढेर</strong><br />आंकड़े के अनुसार योगी सरकार के दौरान औसतन हर 13वें दिन एक लिस्टेड संदिग्ध आरोपी मुठभेड़ में मारा गया. इन एनकाउंटर्स में 1,601 पुलिसकर्मी घायल हुए और 17 वीरगति को प्राप्त हुए. जिन संदिग्ध आरोपियों को मुठभेड़ में मारा गया इनमें से ज्यादातर संदिग्ध अपराधियों पर 75,000 रुपये से लेकर 5 लाख रुपये तक का नकद इनाम था.</p>
<p style=”text-align: justify;”>यूपी पुलिस ने जिन संदिग्ध अपराधियों को मुठभेड़ में ढेर किया उसमें &nbsp;4, 2.5 लाख रुपये, दो- 2 लाख, 6 आरोपी 1.5 रुपये और 27 1 लाख रुपये के इनामी थे. इसके साथ ही कई ऐसे अन्य संदिग्ध आरोपी भी थे जिन पर 75000 रुपये के इनाम भी थे.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>किस जाति के कितने लोग?</strong><br />संदिग्ध आरोपियों की जाति के बारे में उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार इन मुठभेड़ो में मुस्लिम- 67 ,ब्राह्मण- 20, ठाकुर- 18 ,यादव- 16 , दलित- 14,एसटी- 3 ,सिख- 2 ,अन्य ओबीसी समूह- 8 और अन्य जातियों और धर्म के कुल 59 लोग थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>योगी सरकार के मार्च 2017 से मार्च 2022 तक के कार्यकाल में कुल 158 संदिग्ध आरोपी मुठभेड़ में मारे गए. 31 मार्च 2017 से 24 मार्च 2022 के बीच योगी सरकार के पहले पांच सालों में हर दो महीने में करीब पांच संदिग्ध अपराधियों को मार गिराया गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/bjp-mla-amit-aggarwal-hits-back-at-dimple-yadav-said-only-yadav-makes-mawa-ann-2790234″><strong>Tirupati Prasad: ‘यादव वंश ही बनाता है खोया’, डिंपल यादव के आरोपों पर BJP विधायक अमित अग्रवाल का पलटवार</strong></a></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>2022 से अभी तक कितनी मुठभेड़?</strong><br />योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल मार्च 2022 से सितंबर 2024 तक मुठभेड़ में 49 संदिग्ध आरोपी मारे गए. &nbsp;25 मार्च 2022 से 5 सितंबर 2020 के बीच हर दो महीने में करीब तीन संदिग्ध अपराधी मुठभेड़ में मारे गए.</p>
<p style=”text-align: justify;”>साल दर साल मुठभेड़ों की बात करें तो साल 2017- 28 ,साल 2018- 41 ,साल 2019- 34 ,साल 2020- 26 ,साल 2021- 26 ,साल 2022- 14 ,साल 2023- 26 ,साल 2024 में 12 एनकाउंटर्स हुए.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Encounters In Uttar Pradesh:</strong> उत्तर प्रदेश में इन दिनों एनकाउंटर की जमकर चर्चा है. सियासत के गलियारे से लेकर जनता की सड़क तक एनकाउंटर्स पर चर्चा है. इस बीच तमाम मीडिया और सरकारी रिपोर्ट्स के आधार एक डेटा सामने आया है जिसमें बीते साढ़े सात साल के एनकाउंटर्स के आंकड़ों की जानकारी दी गई है. बता दें सितंबर महीन में ही यूपी में मंगेश यादव ,अनुज प्रताप सिंह और जाहिद उर्फ सोनू के एनकाउंटर ने सियासत का पारा हाई कर दिया है. विपक्ष और सत्तारूढ़ दल के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>20 मार्च, 2017 से 5 सितंबर, 2024 तक के आंकड़ों के अनुसार यूपी पुलिस ने 12,964 एनकाउंटर्स की जानकारी दर्ज की. इस दौरान 207 संदिग्ध आरोपियों की मौत हुई. वहीं 27,117 गिरफ्तार किए गए. इन मुठभेड़ों के दौरान 1,601 संदिग्ध आरोपी घायल हुए.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>हर 13वें दिन एक लिस्टेड संदिग्ध आरोपी ढेर</strong><br />आंकड़े के अनुसार योगी सरकार के दौरान औसतन हर 13वें दिन एक लिस्टेड संदिग्ध आरोपी मुठभेड़ में मारा गया. इन एनकाउंटर्स में 1,601 पुलिसकर्मी घायल हुए और 17 वीरगति को प्राप्त हुए. जिन संदिग्ध आरोपियों को मुठभेड़ में मारा गया इनमें से ज्यादातर संदिग्ध अपराधियों पर 75,000 रुपये से लेकर 5 लाख रुपये तक का नकद इनाम था.</p>
<p style=”text-align: justify;”>यूपी पुलिस ने जिन संदिग्ध अपराधियों को मुठभेड़ में ढेर किया उसमें &nbsp;4, 2.5 लाख रुपये, दो- 2 लाख, 6 आरोपी 1.5 रुपये और 27 1 लाख रुपये के इनामी थे. इसके साथ ही कई ऐसे अन्य संदिग्ध आरोपी भी थे जिन पर 75000 रुपये के इनाम भी थे.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>किस जाति के कितने लोग?</strong><br />संदिग्ध आरोपियों की जाति के बारे में उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार इन मुठभेड़ो में मुस्लिम- 67 ,ब्राह्मण- 20, ठाकुर- 18 ,यादव- 16 , दलित- 14,एसटी- 3 ,सिख- 2 ,अन्य ओबीसी समूह- 8 और अन्य जातियों और धर्म के कुल 59 लोग थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>योगी सरकार के मार्च 2017 से मार्च 2022 तक के कार्यकाल में कुल 158 संदिग्ध आरोपी मुठभेड़ में मारे गए. 31 मार्च 2017 से 24 मार्च 2022 के बीच योगी सरकार के पहले पांच सालों में हर दो महीने में करीब पांच संदिग्ध अपराधियों को मार गिराया गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/bjp-mla-amit-aggarwal-hits-back-at-dimple-yadav-said-only-yadav-makes-mawa-ann-2790234″><strong>Tirupati Prasad: ‘यादव वंश ही बनाता है खोया’, डिंपल यादव के आरोपों पर BJP विधायक अमित अग्रवाल का पलटवार</strong></a></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>2022 से अभी तक कितनी मुठभेड़?</strong><br />योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल मार्च 2022 से सितंबर 2024 तक मुठभेड़ में 49 संदिग्ध आरोपी मारे गए. &nbsp;25 मार्च 2022 से 5 सितंबर 2020 के बीच हर दो महीने में करीब तीन संदिग्ध अपराधी मुठभेड़ में मारे गए.</p>
<p style=”text-align: justify;”>साल दर साल मुठभेड़ों की बात करें तो साल 2017- 28 ,साल 2018- 41 ,साल 2019- 34 ,साल 2020- 26 ,साल 2021- 26 ,साल 2022- 14 ,साल 2023- 26 ,साल 2024 में 12 एनकाउंटर्स हुए.</p>  उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड Bettiah News: बेतिया में 7वीं के छात्र ने साथी को चाकू से हमला कर किया घायल, कलम को लेकर हुआ था विवाद