UP Politics: गोरखपुर मंडल से मिले दो मंत्री, पंकज चौधरी को दूसरी बार और कमलेश पासवान को पहली बार मिला मौका

UP Politics: गोरखपुर मंडल से मिले दो मंत्री, पंकज चौधरी को दूसरी बार और कमलेश पासवान को पहली बार मिला मौका

<p style=”text-align: justify;”><strong>Gorakhpur News:</strong> यूपी के महराजगंज से सातवीं बार सांसद बनने वाले पंकज चौधरी को केन्&zwj;द्रीय नेतृत्&zwj;व ने लगातार दूसरी बार केन्&zwj;द्रीय वित्&zwj;त राज्&zwj;यमंत्री की जिम्&zwj;मेदारी सौंपी है. वे महराजगंज से 9 बार चुनाव लड़े. इस बार उन्&zwj;हें सातवीं बार जीत हासिल हुई. उन्&zwj;होंने गठबंधन से कांग्रेस प्रत्&zwj;याशी विरेन्&zwj;द्र चौधरी को हराया. वहीं गोरखपुर की बांसगांव लोकसभा सीट से लगातार चौथी बार सांसद बनने वाले कमलेश पासवान को केन्&zwj;द्रीय नेतृत्&zwj;व ने पहली बार मंत्री बनाया है. उन्&zwj;हें ग्रामीण विकास राज्&zwj;यमंत्री की जिम्&zwj;मेदारी सौंपी गई है. उन्&zwj;होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी गठबंधन से कांग्रेस प्रत्&zwj;याशी सदल प्रसाद को हराकर जीत हासिल की है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>यूपी के महराजगंज से सातवीं बार सांसद चुनकर सदन पहुंचे पंकज चौधरी ने साल 2024 के लोकसभा चुनाव में गठबंधन से कांग्रेस प्रत्&zwj;याशी और फरेंदा से विधायक विरेन्&zwj;द्र चौधरी को &nbsp;35,451 मतों के अंतर से हराया. पंकज चौधरी को 5 लाख 91 हजार 310 और विरेन्&zwj;द्र चौधरी को 5 लाख 55 हजार 859 मत मिले. पंकज चौधरी 9 बार सांसद का चुनाव लड़ चुके हैं. उन्&zwj;हें सातवीं बार जीत हासिल हुई है. पंकज चौधरी ने अपने राजनीतिक कर&zwj;ियर की शुरुआत गोरखपुर नगर निगम में पार्षद के तौर पर की. इसके बाद वे गोरखपुर नगर निगम के महापौर चुने गए. 1991 में वे पहल बार भाजपा के सिंबल पर सांसद बने.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>1999 में हार गए थे चुनाव</strong><br />पंकज चौधरी 1996 और 1998 के चुनाव में फिर निर्वाचित हुए. इसके बाद साल 1999 का चुनाव हार गए. इसके बाद 2004 में फिर सांसद चुने गए. पुनः 2009 का चुनाव कांग्रेस के हर्षवर्धन से हार गए. साल 2014, 2019 और 2024 का चुनाव जीतकर हैट्रिक लगाई. 59 वर्षीय पंकज चौधरी का जन्&zwj;म 15 नवंबर 1964 को हुआ था. उन्&zwj;होंने इंटरमीडिएट तक शिक्षा शिवपति इंटर कालेज शाहरतगढ़ सिद्धार्थनगर से ली. उनके पिता का नाम स्&zwj;व. भगवती प्रसाद था. उनके पुनः केन्&zwj;द्रीय वित्&zwj;त राज्&zwj;यमंत्री बनने से पूर्वी यूपी के लोगों में खुशी की लहर है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>गोरखपुर जनपद के बांसगांव (सुरक्षित) लोकसभा क्षेत्र से लगातार चौथी बार सांसद बने कमलेश पासवान को पहली बार केन्&zwj;द्रीय नेतृत्&zwj;व ने ग्रामीण विकास राज्&zwj;यमंत्री बनाया है. 47 वर्षीय कमलेश पासवान का जन्&zwj;म 6 अगस्&zwj;त 1976 को हुआ था. उन्&zwj;होंने चुनाव आयोग को दाखिल किए हलफनामे में स्&zwj;नातक तक की शिक्षा दीनदयाल उपाध्&zwj;याय गोरखपुर विश्वविद्यालय बताई है. उनके पिता स्&zwj;व. ओम प्रकाश पासवान विधायक रहे हैं. कमलेश पासवान ने 2002 में मानीराम विधानसभा सीट से सपा के टिकट पर पहली बार जीत हासिल कर विधायक बने.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/up-government-job-up-road-transport-corporation-has-announced-recruitment-for-the-post-of-driver-2712545″>UP Job Alert: यूपी में नौकरी सुनहरा मौका, ड्राइवर के इतने पदों के निकली भर्ती, जल्दी करें आवेदन</a><br /></strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>लगातार चौथी जीत</strong><br />इसके बाद साल 2009 के चुनाव में उन्&zwj;होंने भाजपा के टिकट पर बांसगांव लोकसभा सीट से पहली बार <a title=”लोकसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/lok-sabha-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>लोकसभा चुनाव</a> लड़ा और जीत हासिल कर भाजपा का परचम लहराया. इसके बाद साल 2014 और 2019 के चुनाव में भी उन्&zwj;हें जीत हासिल हुई. साल 2024 के चुनाव में उन्&zwj;होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी गठबंधन से कांग्रेस प्रत्&zwj;याशी सदल प्रसाद को 3150 मतों से हराया. कमलेश पासवान को 4 लाख 28 हजार 693 और सदल प्रसाद को 4 लाख 25 हजार 543 मत मिले. कमलेश ने लगातार चौथी बार जीत हासिल कर शीर्ष नेतृत्व का विश्&zwj;वास जीता.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Gorakhpur News:</strong> यूपी के महराजगंज से सातवीं बार सांसद बनने वाले पंकज चौधरी को केन्&zwj;द्रीय नेतृत्&zwj;व ने लगातार दूसरी बार केन्&zwj;द्रीय वित्&zwj;त राज्&zwj;यमंत्री की जिम्&zwj;मेदारी सौंपी है. वे महराजगंज से 9 बार चुनाव लड़े. इस बार उन्&zwj;हें सातवीं बार जीत हासिल हुई. उन्&zwj;होंने गठबंधन से कांग्रेस प्रत्&zwj;याशी विरेन्&zwj;द्र चौधरी को हराया. वहीं गोरखपुर की बांसगांव लोकसभा सीट से लगातार चौथी बार सांसद बनने वाले कमलेश पासवान को केन्&zwj;द्रीय नेतृत्&zwj;व ने पहली बार मंत्री बनाया है. उन्&zwj;हें ग्रामीण विकास राज्&zwj;यमंत्री की जिम्&zwj;मेदारी सौंपी गई है. उन्&zwj;होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी गठबंधन से कांग्रेस प्रत्&zwj;याशी सदल प्रसाद को हराकर जीत हासिल की है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>यूपी के महराजगंज से सातवीं बार सांसद चुनकर सदन पहुंचे पंकज चौधरी ने साल 2024 के लोकसभा चुनाव में गठबंधन से कांग्रेस प्रत्&zwj;याशी और फरेंदा से विधायक विरेन्&zwj;द्र चौधरी को &nbsp;35,451 मतों के अंतर से हराया. पंकज चौधरी को 5 लाख 91 हजार 310 और विरेन्&zwj;द्र चौधरी को 5 लाख 55 हजार 859 मत मिले. पंकज चौधरी 9 बार सांसद का चुनाव लड़ चुके हैं. उन्&zwj;हें सातवीं बार जीत हासिल हुई है. पंकज चौधरी ने अपने राजनीतिक कर&zwj;ियर की शुरुआत गोरखपुर नगर निगम में पार्षद के तौर पर की. इसके बाद वे गोरखपुर नगर निगम के महापौर चुने गए. 1991 में वे पहल बार भाजपा के सिंबल पर सांसद बने.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>1999 में हार गए थे चुनाव</strong><br />पंकज चौधरी 1996 और 1998 के चुनाव में फिर निर्वाचित हुए. इसके बाद साल 1999 का चुनाव हार गए. इसके बाद 2004 में फिर सांसद चुने गए. पुनः 2009 का चुनाव कांग्रेस के हर्षवर्धन से हार गए. साल 2014, 2019 और 2024 का चुनाव जीतकर हैट्रिक लगाई. 59 वर्षीय पंकज चौधरी का जन्&zwj;म 15 नवंबर 1964 को हुआ था. उन्&zwj;होंने इंटरमीडिएट तक शिक्षा शिवपति इंटर कालेज शाहरतगढ़ सिद्धार्थनगर से ली. उनके पिता का नाम स्&zwj;व. भगवती प्रसाद था. उनके पुनः केन्&zwj;द्रीय वित्&zwj;त राज्&zwj;यमंत्री बनने से पूर्वी यूपी के लोगों में खुशी की लहर है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>गोरखपुर जनपद के बांसगांव (सुरक्षित) लोकसभा क्षेत्र से लगातार चौथी बार सांसद बने कमलेश पासवान को पहली बार केन्&zwj;द्रीय नेतृत्&zwj;व ने ग्रामीण विकास राज्&zwj;यमंत्री बनाया है. 47 वर्षीय कमलेश पासवान का जन्&zwj;म 6 अगस्&zwj;त 1976 को हुआ था. उन्&zwj;होंने चुनाव आयोग को दाखिल किए हलफनामे में स्&zwj;नातक तक की शिक्षा दीनदयाल उपाध्&zwj;याय गोरखपुर विश्वविद्यालय बताई है. उनके पिता स्&zwj;व. ओम प्रकाश पासवान विधायक रहे हैं. कमलेश पासवान ने 2002 में मानीराम विधानसभा सीट से सपा के टिकट पर पहली बार जीत हासिल कर विधायक बने.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/up-government-job-up-road-transport-corporation-has-announced-recruitment-for-the-post-of-driver-2712545″>UP Job Alert: यूपी में नौकरी सुनहरा मौका, ड्राइवर के इतने पदों के निकली भर्ती, जल्दी करें आवेदन</a><br /></strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>लगातार चौथी जीत</strong><br />इसके बाद साल 2009 के चुनाव में उन्&zwj;होंने भाजपा के टिकट पर बांसगांव लोकसभा सीट से पहली बार <a title=”लोकसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/lok-sabha-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>लोकसभा चुनाव</a> लड़ा और जीत हासिल कर भाजपा का परचम लहराया. इसके बाद साल 2014 और 2019 के चुनाव में भी उन्&zwj;हें जीत हासिल हुई. साल 2024 के चुनाव में उन्&zwj;होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी गठबंधन से कांग्रेस प्रत्&zwj;याशी सदल प्रसाद को 3150 मतों से हराया. कमलेश पासवान को 4 लाख 28 हजार 693 और सदल प्रसाद को 4 लाख 25 हजार 543 मत मिले. कमलेश ने लगातार चौथी बार जीत हासिल कर शीर्ष नेतृत्व का विश्&zwj;वास जीता.</p>  उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड नतीजों का इफेक्ट! उद्धव ठाकरे को लेकर BJP हुई नरम, कहा, ‘कांग्रेस और शरद पवार की पार्टी को…’