Vimal Negi Case: विमल नेगी मौत मामले में हिमाचल सरकार की बड़ी कार्रवाई, तीन अधिकारियों पर गिरी गाज

Vimal Negi Case: विमल नेगी मौत मामले में हिमाचल सरकार की बड़ी कार्रवाई, तीन अधिकारियों पर गिरी गाज

<p style=”text-align: justify;”><strong>Vimal Negi Case Update:</strong> हिमाचल प्रदेश में एचपीपीसीएल के मुख्य अभियंता विमल नेगी मौत मामले में एक और नया मोड़ आया है. हाईकोर्ट ने विमल नेगी मौत की जांच सीबीआई को सौंपने को लेकर आला अफसरों के बीच उपजे विवाद की गाज हिमाचल पुलिस प्रमुख अतुल वर्मा, अतिरिक्त मुख्य सचिव ओंकार शर्मा और एसपी शिमला संजीव गांधी पर गिरी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>विमल नेगी मामले में DGP, ACS और SP शिमला की तरफ से अलग-अलग रिपोर्ट हाईकोर्ट में पेश की गई. नतीजतन मामला सीबीआई को गया और सुक्खू सरकार की किरकिरी हुई.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>हलफनामे में SIT की निष्पक्षता पर उठाए गए हैं सवाल</strong><br />मामले में कोताही बरतने और आपसी खींचतान को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह ने दिल्ली से लौटने के बाद लगातार बैठकों का आयोजन किया. उसके बाद तीनों अधिकारियों को बदल दिया गया है. हालांकि, डीजीपी अतुल वर्मा हिमाचल दो दिन बाद सेवानिवृत्त होने वाले हैं. लेकिन, उनको डीजीपी के पद से हटाकर उनकी जगह IPS अशोक तिवारी को हिमाचल पुलिस प्रमुख का अतिरिक्त जिम्मा सौंपा है. डीजीपी द्वारा विमल नेगी मामले में दायर हलफनामे में SIT की निष्पक्षता पर सवाल उठाए गए हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>जांच रिपोर्ट से सरकार भी खुश नहीं</strong><br />अतिरिक्त मुख्य सचिव ओंकार शर्मा से सभी विभाग वापस ले लिए गए हैं. उनके महत्वपूर्ण विभाग एससीएस केके पंत को सौंपे गए हैं. ओंकार शर्मा के पास होम राजस्व इत्यादि महत्वपूर्ण विभाग थे. विमल नेगी मौत के बाद सरकार ने इसकी जांच हिमाचल कैडर के इस अधिकारी ACS ओंकार शर्मा को सौंपी थी. इस जांच रिपोर्ट से सरकार भी खुश नहीं है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मामले की जांच में एसपी शिमला की भूमिका भी सवालों के घेरे में हैं. मामले की हाईकोर्ट द्वारा सीबीआई जांच के आदेश के बाद एसपी ने हाईकोर्ट के अंदर और फिर बाहर डीजीपी और ACS पर खुलकर सवाल उठाए. इस अनुशासनहीनता के लिए सरकार ने उन्हें भी एसपी शिमला के पद से हटाकर उनकी जगह IPS गौरव शर्मा को एसपी शिमला लगाया गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पुलिस की कार्यप्रणाली पर खड़े कर दिए गंभीर सवाल</strong><br />विमल नेगी का शव 18 मार्च 2025 को बिलासपुर के गोविंद सागर झील से बरामद हुआ था. शव से एक पेन ड्राइव भी मिली थी, जिसे बाद में ASI पंकज द्वारा छिपा लिया गया और उसका डेटा डिलीट कर दिया गया. बाद में दूसरी SIT ने इस पेन ड्राइव को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा, जिसमें लगभग 14,000 पृष्ठों का डाटा रिकवर हुआ. इस घटना ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>विद्युत परियोजनाओं में गड़बड़ियों का है मामला</strong><br />नेगी के लापता होने के बाद उनकी पत्नी ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर ऊर्जा निगम के तत्कालीन एमडी हरिकेश मीणा, निदेशक देशराज समेत अन्य उच्च अधिकारियों पर पति को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था. नेगी की पत्नी की शिकायत पर न्यू शिमला पुलिस थाना में दर्ज प्राथमिकी में आरोपी बनाए गए निलंबित निदेशक देशराज व पूर्व एमडी हरिकेश मीणा पर गंभीर आरोप लगाए थे. मामला विद्युत परियोजनाओं में गड़बड़ियों का है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>अब मामले में सीबीआई ने भी मामला दर्ज कर लिया है और जल्द ही मामले की सीबीआई जांच भी शुरू हो जाएगी. क्योंकि सरकार नई साफ कहा दिया है कि वह मामले को चुनौती नहीं देंगे. ऐसे में सीबीआई जांच में क्या समाने आता है ये देखना होगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”हिमाचल में इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रिसिपल को शिक्षा मंत्री ने किया सस्पेंड, छात्राओं से छेड़छाड़ का मामला” href=”https://www.abplive.com/states/himachal-pradesh/himachal-engineering-college-principal-suspended-in-molestation-case-with-girl-s-student-2951971″ target=”_self”>हिमाचल में इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रिसिपल को शिक्षा मंत्री ने किया सस्पेंड, छात्राओं से छेड़छाड़ का मामला</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Vimal Negi Case Update:</strong> हिमाचल प्रदेश में एचपीपीसीएल के मुख्य अभियंता विमल नेगी मौत मामले में एक और नया मोड़ आया है. हाईकोर्ट ने विमल नेगी मौत की जांच सीबीआई को सौंपने को लेकर आला अफसरों के बीच उपजे विवाद की गाज हिमाचल पुलिस प्रमुख अतुल वर्मा, अतिरिक्त मुख्य सचिव ओंकार शर्मा और एसपी शिमला संजीव गांधी पर गिरी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>विमल नेगी मामले में DGP, ACS और SP शिमला की तरफ से अलग-अलग रिपोर्ट हाईकोर्ट में पेश की गई. नतीजतन मामला सीबीआई को गया और सुक्खू सरकार की किरकिरी हुई.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>हलफनामे में SIT की निष्पक्षता पर उठाए गए हैं सवाल</strong><br />मामले में कोताही बरतने और आपसी खींचतान को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह ने दिल्ली से लौटने के बाद लगातार बैठकों का आयोजन किया. उसके बाद तीनों अधिकारियों को बदल दिया गया है. हालांकि, डीजीपी अतुल वर्मा हिमाचल दो दिन बाद सेवानिवृत्त होने वाले हैं. लेकिन, उनको डीजीपी के पद से हटाकर उनकी जगह IPS अशोक तिवारी को हिमाचल पुलिस प्रमुख का अतिरिक्त जिम्मा सौंपा है. डीजीपी द्वारा विमल नेगी मामले में दायर हलफनामे में SIT की निष्पक्षता पर सवाल उठाए गए हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>जांच रिपोर्ट से सरकार भी खुश नहीं</strong><br />अतिरिक्त मुख्य सचिव ओंकार शर्मा से सभी विभाग वापस ले लिए गए हैं. उनके महत्वपूर्ण विभाग एससीएस केके पंत को सौंपे गए हैं. ओंकार शर्मा के पास होम राजस्व इत्यादि महत्वपूर्ण विभाग थे. विमल नेगी मौत के बाद सरकार ने इसकी जांच हिमाचल कैडर के इस अधिकारी ACS ओंकार शर्मा को सौंपी थी. इस जांच रिपोर्ट से सरकार भी खुश नहीं है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मामले की जांच में एसपी शिमला की भूमिका भी सवालों के घेरे में हैं. मामले की हाईकोर्ट द्वारा सीबीआई जांच के आदेश के बाद एसपी ने हाईकोर्ट के अंदर और फिर बाहर डीजीपी और ACS पर खुलकर सवाल उठाए. इस अनुशासनहीनता के लिए सरकार ने उन्हें भी एसपी शिमला के पद से हटाकर उनकी जगह IPS गौरव शर्मा को एसपी शिमला लगाया गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पुलिस की कार्यप्रणाली पर खड़े कर दिए गंभीर सवाल</strong><br />विमल नेगी का शव 18 मार्च 2025 को बिलासपुर के गोविंद सागर झील से बरामद हुआ था. शव से एक पेन ड्राइव भी मिली थी, जिसे बाद में ASI पंकज द्वारा छिपा लिया गया और उसका डेटा डिलीट कर दिया गया. बाद में दूसरी SIT ने इस पेन ड्राइव को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा, जिसमें लगभग 14,000 पृष्ठों का डाटा रिकवर हुआ. इस घटना ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>विद्युत परियोजनाओं में गड़बड़ियों का है मामला</strong><br />नेगी के लापता होने के बाद उनकी पत्नी ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर ऊर्जा निगम के तत्कालीन एमडी हरिकेश मीणा, निदेशक देशराज समेत अन्य उच्च अधिकारियों पर पति को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था. नेगी की पत्नी की शिकायत पर न्यू शिमला पुलिस थाना में दर्ज प्राथमिकी में आरोपी बनाए गए निलंबित निदेशक देशराज व पूर्व एमडी हरिकेश मीणा पर गंभीर आरोप लगाए थे. मामला विद्युत परियोजनाओं में गड़बड़ियों का है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>अब मामले में सीबीआई ने भी मामला दर्ज कर लिया है और जल्द ही मामले की सीबीआई जांच भी शुरू हो जाएगी. क्योंकि सरकार नई साफ कहा दिया है कि वह मामले को चुनौती नहीं देंगे. ऐसे में सीबीआई जांच में क्या समाने आता है ये देखना होगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”हिमाचल में इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रिसिपल को शिक्षा मंत्री ने किया सस्पेंड, छात्राओं से छेड़छाड़ का मामला” href=”https://www.abplive.com/states/himachal-pradesh/himachal-engineering-college-principal-suspended-in-molestation-case-with-girl-s-student-2951971″ target=”_self”>हिमाचल में इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रिसिपल को शिक्षा मंत्री ने किया सस्पेंड, छात्राओं से छेड़छाड़ का मामला</a></strong></p>  हिमाचल प्रदेश MP: कांग्रेस ने कानून-व्यवस्था को लेकर मोहन यादव सरकार को घेरा, ‘एमपी बनता जा रहा रेप कैपिटल’