जिंदल परिवार की मुखिया एवं जिंदल समूह की चेयरपर्सन सावित्री जिंदल देश में तीसरे नंबर पर सबसे अमीर हैं। उनसे आगे अंबानी और अडानी हैं। सावित्री जिंदल देश की सबसे अमीर महिला भी हैं। सावित्री जिंदल हरियाणा के हिसार की रहने वाली हैं और स्टील किंग स्वर्गीय ओपी जिंदल की पत्नी हैं। इनके बेटे नवीन जिंदल कुरुक्षेत्र से भाजपा सांसद हैं। वह खुद 3 दिन पहले ही हिसार से विधायक बनी हैं। फोर्ब्स की रिपोर्ट इंडियाज 100 रिचेस्ट 2024 के मुताबिक, टॉप-100 में 80 प्रतिशत से ज्यादा अमीर भारतीय पहले से ज्यादा अमीर हो गए। 10.03 लाख करोड़ रुपए के साथ मुकेश अंबानी पहले और 9.74 लाख करोड़ रुपए के साथ गौतम अडाणी दूसरे स्थान पर हैं। इसके बाद तीसरे नंबर पर सावित्री जिंदल हैं। 2020 की तुलना में दोगुनी हुई संपत्ति
देश के टॉप 100 अमीरों की संपत्ति इस साल पहली बार 90 लाख करोड़ रुपए से ऊपर निकल गई है। एक साल में इनकी संपत्ति 40 प्रतिशत से अधिक बढ़कर 93.64 लाख करोड़ रुपए हो गई। 2020 की तुलना में इन अमीरों की संपत्ति दोगुनी से ज्यादा हो गई है। 2023 के मुकाबले इनकी संपत्ति में 26.50 लाख करोड़ रुपए की बढ़ोतरी हुई है। खास बात है कि इनकी संपत्ति बढ़ने में भारतीय शेयर बाजार का अहम योगदान है। सावित्री की एक महीने में 0.9 लाख करोड़ संपत्ति बढ़ी
एक महीने पहले सावित्री जिंदल देश में चौथे नंबर पर सबसे अमीर थी। फॉर्च्यून इंडिया ने सबसे अमीर लोगों की सूची जारी की थी। जिसके मुताबिक 74 वर्षीय सावित्री देवी जिंदल लगभग 2.77 लाख करोड़ रुपए की मालकिन थी। टॉप 10 में इकलौती महिला होने के साथ वह चौथे स्थान पर थीं। अब एक महीने में वह चौथे से तीसरे पायदान पर आ गई हैं। उनकी संपत्ति 0.9 लाख करोड़ रुपए बढ़कर 3.67 लाख करोड़ हो गई है। पति ओपी जिंदल ने कोलकाता में लगाई पहली फैक्ट्री
हिसार के गांव नलवा में जन्मे ओपी जिंदल किसान परिवार से आते थे। छठी कक्षा तक पढ़े ओपी जिंदल अपने भाइयों की तरह ही बाहर जाकर कमाना चाहते थे। दूसरे विश्व युद्ध के अंतिम समय में असम अमेरिकी फौजियों का बड़ा गढ़ था। इसलिए युद्ध के बाद लोहे और इस्पात से बना बहुत सा माल वे यहीं छोड़ गए थे। ओपी जिंदल को यहीं से व्यापार करने का आइडिया आया। साल 1952 में जिंदल ने कोलकाता के पास लिलुआ में पाइप बेंड और सॉकेट बनाने की फैक्ट्री लगाई। उन्होंने इस फैक्ट्री का नाम जिंदल इंडिया लिमिटेड रखा। यहीं से उनके सफर की शुरुआत हुई। ओपी जिंदल असम के बाजारों से नीलामी में पुराने पाइप खरीदते थे और उन्हें कोलकाता में बेचते थे। टाटा और कलिंग के बाद भारत में यह तीसरी इस किस्म की फैक्ट्री थी। इसके बाद 1960 में ओपी जिंदल अपने पैतृक जिले हिसार में वापस आ गए। हिसार में बाल्टी बनाने का काम शुरू किया
ओपी जिंदल ने हिसार आकर सबसे पहले बाल्टी बनाने की फैक्ट्री लगाई। इससे आमदनी शुरू हुई तो 1962 में जिंदल इंडिया लिमिटेड की हिसार में भी फैक्ट्री खोल दी। इसके बाद 1969 में जिंदल स्ट्रिप्स लिमिटेड के नाम से फैक्ट्री खोली। आज इसका नाम स्टेनलेस है। अब जिंदल ग्रुप का देश विदेश में इस्पात, बिजली, सीमेंट और बुनियादी ढांचे में निवेश है। साल 2005 में हेलिकॉप्टर क्रैश में ओपी जिंदल की मौत के बाद जिंदल समूह की कंपनियों का 4 बेटों में बंटवारा हो गया। उनमें से एक बिजनेस टाइकून सज्जन जिंदल हैं, जो JSW स्टील चलाते हैं। 15 साल की उम्र में 6 बच्चों के पिता से शादी की
सावित्री जिंदल का जन्म असम के तिनसुकिया में 20 मार्च 1950 को हुआ था। उनकी 15 साल की उम्र में ओपी जिंदल से शादी हो गई। ओपी जिंदल की यह दूसरी शादी थी। जिंदल को पहले पत्नी विद्या देवी से 6 बच्चे हैं। नवीन जिंदल सावित्री जिंदल का बेटे हैं और नवीन की 3 और बहने भी हैं। सावित्री ने 2005 में पति की मौत के बाद बिजनेस संभाला और राजनीति में भी हाथ आजमाए। सावित्री जिंदल ने पति की मौत के बाद 2005 में हिसार से उपचुनाव लड़ा और जीतकर राजनीति में एंट्री की। लगातार 2 चुनाव जीतकर हरियाणा कैबिनेट में मंत्री बनी। 2024 में हिसार से फिर चुनाव लड़ा और निर्दलीय जीतकर विधायक बनी हैं। जिंदल परिवार की मुखिया एवं जिंदल समूह की चेयरपर्सन सावित्री जिंदल देश में तीसरे नंबर पर सबसे अमीर हैं। उनसे आगे अंबानी और अडानी हैं। सावित्री जिंदल देश की सबसे अमीर महिला भी हैं। सावित्री जिंदल हरियाणा के हिसार की रहने वाली हैं और स्टील किंग स्वर्गीय ओपी जिंदल की पत्नी हैं। इनके बेटे नवीन जिंदल कुरुक्षेत्र से भाजपा सांसद हैं। वह खुद 3 दिन पहले ही हिसार से विधायक बनी हैं। फोर्ब्स की रिपोर्ट इंडियाज 100 रिचेस्ट 2024 के मुताबिक, टॉप-100 में 80 प्रतिशत से ज्यादा अमीर भारतीय पहले से ज्यादा अमीर हो गए। 10.03 लाख करोड़ रुपए के साथ मुकेश अंबानी पहले और 9.74 लाख करोड़ रुपए के साथ गौतम अडाणी दूसरे स्थान पर हैं। इसके बाद तीसरे नंबर पर सावित्री जिंदल हैं। 2020 की तुलना में दोगुनी हुई संपत्ति
देश के टॉप 100 अमीरों की संपत्ति इस साल पहली बार 90 लाख करोड़ रुपए से ऊपर निकल गई है। एक साल में इनकी संपत्ति 40 प्रतिशत से अधिक बढ़कर 93.64 लाख करोड़ रुपए हो गई। 2020 की तुलना में इन अमीरों की संपत्ति दोगुनी से ज्यादा हो गई है। 2023 के मुकाबले इनकी संपत्ति में 26.50 लाख करोड़ रुपए की बढ़ोतरी हुई है। खास बात है कि इनकी संपत्ति बढ़ने में भारतीय शेयर बाजार का अहम योगदान है। सावित्री की एक महीने में 0.9 लाख करोड़ संपत्ति बढ़ी
एक महीने पहले सावित्री जिंदल देश में चौथे नंबर पर सबसे अमीर थी। फॉर्च्यून इंडिया ने सबसे अमीर लोगों की सूची जारी की थी। जिसके मुताबिक 74 वर्षीय सावित्री देवी जिंदल लगभग 2.77 लाख करोड़ रुपए की मालकिन थी। टॉप 10 में इकलौती महिला होने के साथ वह चौथे स्थान पर थीं। अब एक महीने में वह चौथे से तीसरे पायदान पर आ गई हैं। उनकी संपत्ति 0.9 लाख करोड़ रुपए बढ़कर 3.67 लाख करोड़ हो गई है। पति ओपी जिंदल ने कोलकाता में लगाई पहली फैक्ट्री
हिसार के गांव नलवा में जन्मे ओपी जिंदल किसान परिवार से आते थे। छठी कक्षा तक पढ़े ओपी जिंदल अपने भाइयों की तरह ही बाहर जाकर कमाना चाहते थे। दूसरे विश्व युद्ध के अंतिम समय में असम अमेरिकी फौजियों का बड़ा गढ़ था। इसलिए युद्ध के बाद लोहे और इस्पात से बना बहुत सा माल वे यहीं छोड़ गए थे। ओपी जिंदल को यहीं से व्यापार करने का आइडिया आया। साल 1952 में जिंदल ने कोलकाता के पास लिलुआ में पाइप बेंड और सॉकेट बनाने की फैक्ट्री लगाई। उन्होंने इस फैक्ट्री का नाम जिंदल इंडिया लिमिटेड रखा। यहीं से उनके सफर की शुरुआत हुई। ओपी जिंदल असम के बाजारों से नीलामी में पुराने पाइप खरीदते थे और उन्हें कोलकाता में बेचते थे। टाटा और कलिंग के बाद भारत में यह तीसरी इस किस्म की फैक्ट्री थी। इसके बाद 1960 में ओपी जिंदल अपने पैतृक जिले हिसार में वापस आ गए। हिसार में बाल्टी बनाने का काम शुरू किया
ओपी जिंदल ने हिसार आकर सबसे पहले बाल्टी बनाने की फैक्ट्री लगाई। इससे आमदनी शुरू हुई तो 1962 में जिंदल इंडिया लिमिटेड की हिसार में भी फैक्ट्री खोल दी। इसके बाद 1969 में जिंदल स्ट्रिप्स लिमिटेड के नाम से फैक्ट्री खोली। आज इसका नाम स्टेनलेस है। अब जिंदल ग्रुप का देश विदेश में इस्पात, बिजली, सीमेंट और बुनियादी ढांचे में निवेश है। साल 2005 में हेलिकॉप्टर क्रैश में ओपी जिंदल की मौत के बाद जिंदल समूह की कंपनियों का 4 बेटों में बंटवारा हो गया। उनमें से एक बिजनेस टाइकून सज्जन जिंदल हैं, जो JSW स्टील चलाते हैं। 15 साल की उम्र में 6 बच्चों के पिता से शादी की
सावित्री जिंदल का जन्म असम के तिनसुकिया में 20 मार्च 1950 को हुआ था। उनकी 15 साल की उम्र में ओपी जिंदल से शादी हो गई। ओपी जिंदल की यह दूसरी शादी थी। जिंदल को पहले पत्नी विद्या देवी से 6 बच्चे हैं। नवीन जिंदल सावित्री जिंदल का बेटे हैं और नवीन की 3 और बहने भी हैं। सावित्री ने 2005 में पति की मौत के बाद बिजनेस संभाला और राजनीति में भी हाथ आजमाए। सावित्री जिंदल ने पति की मौत के बाद 2005 में हिसार से उपचुनाव लड़ा और जीतकर राजनीति में एंट्री की। लगातार 2 चुनाव जीतकर हरियाणा कैबिनेट में मंत्री बनी। 2024 में हिसार से फिर चुनाव लड़ा और निर्दलीय जीतकर विधायक बनी हैं। हरियाणा | दैनिक भास्कर