अंबाला में पुलिस ने एक साइबर ठगी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड किया है। गिरोह में कुल आठ लोग शामिल हैं। गिरोह के सभी लोगों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया है। जिसके बाद वहां से उनको पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। अब उनसे अन्य अपराधों के बारे में भी पूछताछ की जा रही है। पकड़े गए आरोपियों के पास से 13 लाख 74 हजार रुपए बरामद किए गए हैं। इसके साथ ही नोट गिनने की मशीन, 25 एटीएम, 7 मोबाइल, 6 चेक बुक बरामद हुई है। आरोपियों की पहचान सुमित तंवर निवासी ग्वाल पहाड़ी गुरुग्राम, नरेंद्र शुक्ला निवासी बालाजी मंदिर खांडसा गुरुग्राम, हर्षित निवासी बाबा मोहल्ला दिल्ली, शैलेंद्र सिंह निवासी नजदीक शीतला माता मंदिर गुरुग्राम, गौरव निवासी सेक्टर-3 विभव नगर फिरोजाबाद, यूपी, हार्दिक निवासी कृष्णा कालोनी गुरुग्राम और दिवेश निवासी गुरुग्राम के रुप में हुई है। एसपी अंबाला सुरेंद्र सिंह भौरिया ने बताया साइबर थाने में जुलाई 2024 में एक साइबर ठगी का मुकदमा दर्ज किया गया था। जिसमें एक व्यक्ति को ट्रेडिंग के जरिए मोटा मुनाफा कमाने का लालच देकर 26 लाख रुपए की ठगी की थी। जिसके बाद पुलिस ने अपने रडार को एक्टिवेट किया और पूरे गिरोह को गिरफ्तार कर लिया। सभी को कोर्ट में पेश किया गया है। जहां से उनको पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। गुरुग्राम से करते थे ऑपरेट एसपी अंबाला सुरेंद्र सिंह भौरिया ने बताया कि यह लोग साइबर ठगी का पूरा रैकेट गुरुग्राम से चलाते थे। इनमें से 6 लोग गुरुग्राम के ही निवासी हैं। जिनको गुरुग्राम से ही अरेस्ट किया गया है। वहीं, एक व्यक्ति बिहार का निवासी है। लोगों को यह विभिन्न तरह के प्रलोभन देते थे। यह किसी को लकी ड्रॉ के नाम पर तो किसी को ट्रेडिंग के जरिए मोटे मुनाफे का लालच देते थे। जिसके बाद आम लोग इनके झांसे में आकार फंस जाते थे। अब इस गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। बैंक अधिकारी भी है शामिल साइबर ठगी करने वाले इस गिरोह में येस बैंक का एक अधिकारी शैलेंद्र भी शामिल है। वो लोगों को बैंक का होने के चलते अपने झांसे में फंसा लेता था। उसके बाद अन्य आरोपी ओटीपी और अन्य चीजें अपने पास मंगवाते थे। जिसके बाद उनसे साइबर ठगी हो जाती थी। अलग-अलग राज्यों में 27 मामले हैं दर्ज एसपी अंबाला सुरेंद्र सिंह भौरिया ने बताया कि इस गिरोह के ऊपर अलग-अलग राज्यों में यह सक्रिय थे। यूपी, बिहार, पश्चिम बंगाल, राजस्थान, एमपी आदि राज्यों में इनके विरुद्ध शिकायत मिली है। फिलहाल हरियाणा पुलिस ने इनको अपने कब्जे में ले रखा है। आगे की पूछताछ जारी है। वहीं, हरियाणा में इनके खिलाफ तीन शिकायतें दर्ज हैं। जिनमें से एक अंबाला, एक पंचकूला और एक गुरुग्राम की है। ठगी होने पर 1930 पर करें कॉल एसपी अंबाला सुरेन्द्र सिंह भौरिया ने बताया कि अगर आप साइबर ठगी के शिकार हो गए हैं तो आपको 1930 पर तुरंत सूचना देनी है। जिससे अमाउंट को फ्रिज किया जा सके। जितनी जल्दी पुलिस को सूचना मिलेगी, उतनी जल्दी पुलिस आपकी सहायता कर सकेगी। इसके साथ ही एनसीआरपी पोर्टल पर भी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। 13 लाख 74 हजार की रिकवरी एसपी अंबाला सुरेंद्र सिंह भौरिया ने बताया कि गिरोह के पास से 13 लाख 74 हजार रुपए बरामद किए गए हैं। इसके साथ ही नोट गिनने की मशीन, 25 एटीएम, 7 मोबाइल, 6 चेक बुक बरामद की गईं हैं। गरीब लोगों का बनाते थे डमी अकाउंट एसपी अंबाला सुरेंद्र सिंह भौरिया ने बताया कि गिरोह के सदस्य गरीब लोगों का खाता खुलवाते थे। उसके बाद वह उन खातों का एक्सेस अपने पास रखते थे। जैसे ही किसी को साइबर ठगी का शिकार बनाते थे तो उन खातों में पैसा ट्रांसफर कर कैश निकाल लेते थे। इनके पास 25 डमी अकाउंट मौजूद थे। अंबाला में पुलिस ने एक साइबर ठगी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड किया है। गिरोह में कुल आठ लोग शामिल हैं। गिरोह के सभी लोगों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया है। जिसके बाद वहां से उनको पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। अब उनसे अन्य अपराधों के बारे में भी पूछताछ की जा रही है। पकड़े गए आरोपियों के पास से 13 लाख 74 हजार रुपए बरामद किए गए हैं। इसके साथ ही नोट गिनने की मशीन, 25 एटीएम, 7 मोबाइल, 6 चेक बुक बरामद हुई है। आरोपियों की पहचान सुमित तंवर निवासी ग्वाल पहाड़ी गुरुग्राम, नरेंद्र शुक्ला निवासी बालाजी मंदिर खांडसा गुरुग्राम, हर्षित निवासी बाबा मोहल्ला दिल्ली, शैलेंद्र सिंह निवासी नजदीक शीतला माता मंदिर गुरुग्राम, गौरव निवासी सेक्टर-3 विभव नगर फिरोजाबाद, यूपी, हार्दिक निवासी कृष्णा कालोनी गुरुग्राम और दिवेश निवासी गुरुग्राम के रुप में हुई है। एसपी अंबाला सुरेंद्र सिंह भौरिया ने बताया साइबर थाने में जुलाई 2024 में एक साइबर ठगी का मुकदमा दर्ज किया गया था। जिसमें एक व्यक्ति को ट्रेडिंग के जरिए मोटा मुनाफा कमाने का लालच देकर 26 लाख रुपए की ठगी की थी। जिसके बाद पुलिस ने अपने रडार को एक्टिवेट किया और पूरे गिरोह को गिरफ्तार कर लिया। सभी को कोर्ट में पेश किया गया है। जहां से उनको पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। गुरुग्राम से करते थे ऑपरेट एसपी अंबाला सुरेंद्र सिंह भौरिया ने बताया कि यह लोग साइबर ठगी का पूरा रैकेट गुरुग्राम से चलाते थे। इनमें से 6 लोग गुरुग्राम के ही निवासी हैं। जिनको गुरुग्राम से ही अरेस्ट किया गया है। वहीं, एक व्यक्ति बिहार का निवासी है। लोगों को यह विभिन्न तरह के प्रलोभन देते थे। यह किसी को लकी ड्रॉ के नाम पर तो किसी को ट्रेडिंग के जरिए मोटे मुनाफे का लालच देते थे। जिसके बाद आम लोग इनके झांसे में आकार फंस जाते थे। अब इस गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। बैंक अधिकारी भी है शामिल साइबर ठगी करने वाले इस गिरोह में येस बैंक का एक अधिकारी शैलेंद्र भी शामिल है। वो लोगों को बैंक का होने के चलते अपने झांसे में फंसा लेता था। उसके बाद अन्य आरोपी ओटीपी और अन्य चीजें अपने पास मंगवाते थे। जिसके बाद उनसे साइबर ठगी हो जाती थी। अलग-अलग राज्यों में 27 मामले हैं दर्ज एसपी अंबाला सुरेंद्र सिंह भौरिया ने बताया कि इस गिरोह के ऊपर अलग-अलग राज्यों में यह सक्रिय थे। यूपी, बिहार, पश्चिम बंगाल, राजस्थान, एमपी आदि राज्यों में इनके विरुद्ध शिकायत मिली है। फिलहाल हरियाणा पुलिस ने इनको अपने कब्जे में ले रखा है। आगे की पूछताछ जारी है। वहीं, हरियाणा में इनके खिलाफ तीन शिकायतें दर्ज हैं। जिनमें से एक अंबाला, एक पंचकूला और एक गुरुग्राम की है। ठगी होने पर 1930 पर करें कॉल एसपी अंबाला सुरेन्द्र सिंह भौरिया ने बताया कि अगर आप साइबर ठगी के शिकार हो गए हैं तो आपको 1930 पर तुरंत सूचना देनी है। जिससे अमाउंट को फ्रिज किया जा सके। जितनी जल्दी पुलिस को सूचना मिलेगी, उतनी जल्दी पुलिस आपकी सहायता कर सकेगी। इसके साथ ही एनसीआरपी पोर्टल पर भी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। 13 लाख 74 हजार की रिकवरी एसपी अंबाला सुरेंद्र सिंह भौरिया ने बताया कि गिरोह के पास से 13 लाख 74 हजार रुपए बरामद किए गए हैं। इसके साथ ही नोट गिनने की मशीन, 25 एटीएम, 7 मोबाइल, 6 चेक बुक बरामद की गईं हैं। गरीब लोगों का बनाते थे डमी अकाउंट एसपी अंबाला सुरेंद्र सिंह भौरिया ने बताया कि गिरोह के सदस्य गरीब लोगों का खाता खुलवाते थे। उसके बाद वह उन खातों का एक्सेस अपने पास रखते थे। जैसे ही किसी को साइबर ठगी का शिकार बनाते थे तो उन खातों में पैसा ट्रांसफर कर कैश निकाल लेते थे। इनके पास 25 डमी अकाउंट मौजूद थे। हरियाणा | दैनिक भास्कर
