अंबाला में मंत्री की कोठी पर किसानों का धरना:नवदीप जलबेहड़ा समेत अन्य की रिहाई की मांग; पंजाब में भी 16 जगह प्रदर्शन

अंबाला में मंत्री की कोठी पर किसानों का धरना:नवदीप जलबेहड़ा समेत अन्य की रिहाई की मांग; पंजाब में भी 16 जगह प्रदर्शन

हरियाणा पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए युवा किसान नेता नवदीप सिंह जलबेहड़ा समेत अन्य किसानों की रिहाई के लिए संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) एवं किसान-मजदूर मोर्चा के आह्वान पर आज मंगलवार को किसानों ने अंबाला में परिवहन मंत्री असीम गोयल के आवास का घेराव किया। वहीं, किसानों ने पंजाब में भी 16 स्थानों पर भाजपा के लोकसभा उम्मीदवारों और अन्य नेताओं के घरों के सामने धरने देते हुए नारेबाजी की। इस दौरान किसानों ने अंबाला और जींद जेल में बंद किसानों की रिहाई की मांग की। भारतीय किसान यूनियन शहीद भगत सिंह के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमरजीत सिंह मोहड़ी का कहना है कि किसान भीषण गर्मी में भी बॉर्डर पर अपनी मांगो को लेकर बैठे हैं। कहा कि सरकार के उनके पास किसानों के खिलाफ कोई सबूत नहीं है, सरकार सिर्फ तानाशाही कर रही है,लेकिन किसान पीछे नहीं हटेंगे। किसानों की रिहाई की मांग प्रमुख संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) एवं किसान-मजदूर मोर्चा के आह्वान पर शंभू और खनौरी बॉर्डर पर 13 फरवरी से किसान आंदोलन चल रहा है। पुलिस ने कई किसान नेताओं को गिरफ्तार भी किया। किसानों का कहना है कि 10 फरवरी के बाद से हरियाणा में सैकड़ों किसानों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। इनमें से 3 किसान अभी भी जेल में हैं। अनीश खटकड़ 19 मार्च से जींद जेल में बंद हैं। 28 मार्च को अंबाला पुलिस ने युवा किसान नेता नवदीप सिंह जलबेहड़ा और गुरकीरत सिंह अंबाला सेंट्रल जेल में बंद हैं। पंजाब में यहां-यहां बैठे किसान हरियाणा पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए युवा किसान नेता नवदीप सिंह जलबेहड़ा समेत अन्य किसानों की रिहाई के लिए संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) एवं किसान-मजदूर मोर्चा के आह्वान पर आज मंगलवार को किसानों ने अंबाला में परिवहन मंत्री असीम गोयल के आवास का घेराव किया। वहीं, किसानों ने पंजाब में भी 16 स्थानों पर भाजपा के लोकसभा उम्मीदवारों और अन्य नेताओं के घरों के सामने धरने देते हुए नारेबाजी की। इस दौरान किसानों ने अंबाला और जींद जेल में बंद किसानों की रिहाई की मांग की। भारतीय किसान यूनियन शहीद भगत सिंह के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमरजीत सिंह मोहड़ी का कहना है कि किसान भीषण गर्मी में भी बॉर्डर पर अपनी मांगो को लेकर बैठे हैं। कहा कि सरकार के उनके पास किसानों के खिलाफ कोई सबूत नहीं है, सरकार सिर्फ तानाशाही कर रही है,लेकिन किसान पीछे नहीं हटेंगे। किसानों की रिहाई की मांग प्रमुख संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) एवं किसान-मजदूर मोर्चा के आह्वान पर शंभू और खनौरी बॉर्डर पर 13 फरवरी से किसान आंदोलन चल रहा है। पुलिस ने कई किसान नेताओं को गिरफ्तार भी किया। किसानों का कहना है कि 10 फरवरी के बाद से हरियाणा में सैकड़ों किसानों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। इनमें से 3 किसान अभी भी जेल में हैं। अनीश खटकड़ 19 मार्च से जींद जेल में बंद हैं। 28 मार्च को अंबाला पुलिस ने युवा किसान नेता नवदीप सिंह जलबेहड़ा और गुरकीरत सिंह अंबाला सेंट्रल जेल में बंद हैं। पंजाब में यहां-यहां बैठे किसान   हरियाणा | दैनिक भास्कर