अंबाला में विज की मीटिंग में नहीं पहुंचे DRM:खुद की जगह DCM को भेजा, भड़के मंत्री, कहा- उन्हें आने में शर्म आती है क्या?

अंबाला में विज की मीटिंग में नहीं पहुंचे DRM:खुद की जगह DCM को भेजा, भड़के मंत्री, कहा- उन्हें आने में शर्म आती है क्या?

कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने शनिवार को अंबाला में सभी विभागों की बैठक बुलाई थी। जिसमें वरिष्ठ अधिकारियों को बैठक में शामिल होने के निर्देश दिए गए थे। इस दौरान डीआरएम के बैठक में न आने पर अनिल विज भड़क गए। डीआरएम की जगह सीनियर डीसीएम बैठक में पहुंच गए थे। इस पर कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने उन्हें जमकर खरी-खोटी सुनाई। उन्होंने कहा कि क्या डीआरएम को बैठक में आने में शर्म आती है? दरअसल, अंबाला छावनी अनिल विज का विधानसभा क्षेत्र है। क्षेत्र में विकास कार्यों की धीमी गति को लेकर मंत्री नाराज थे और शनिवार को सत्रह विभागों के अधिकारियों की बैठक बुलाई गई थी। बैठक दोपहर 12 बजे अंबाला छावनी के पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में बुलाई गई थी और सभी अधिकारियों को होमवर्क करके आने को कहा गया था। डीसी ने सभी को बैठक की जानकारी दी थी डीसी ने विभागों के अधिकारियों को बैठक की जानकारी लिखित में दी थी। खास तौर पर अंबाला छावनी नगर परिषद के कई काम अधर में लटके हुए हैं, जिससे जनता को परेशानी हो रही है। इन कामों में सबसे अहम अंबाला छावनी का कबाड़ी बाजार पुलिया है, जिसका बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन की तरफ संपर्क टूट गया है। ऐसे में दूसरे रास्तों से आवाजाही करनी पड़ रही है, जिससे दिनभर जाम की स्थिति भी बनी रहती है। इसी तरह दूसरा काम अंबाला छावनी बारह क्रॉस रोड का है, जिसका सड़क निर्माण कार्य भी सालों से लंबित है। हालांकि ये काम चल तो रहे हैं, लेकिन इनकी गति धीमी है। 12 मई 2023 को अफसरों की मीटिंग भी हुई थी मनोहर सरकार के कार्यकाल में गृह मंत्री रहे अनिल विज ने अंबाला कैंट के सर्किट हाउस में सभी जिला अफसरों की मीटिंग भी ली थी। इस दौरान अफसरों से 127 विकास कार्यों को लेकर जवाब मांगे गए थे। ये वो काम थे, जो ज्यादातर नगर परिषद से जुड़े थे, जबकि कुछ दूसरे विभागों से जुड़े थे। ये काम उस समय भी अधूरे थे, जबकि अब इनमें से कुछ पूरे हो चुके हैं, जबकि कुछ ऐसे भी हैं जो आज भी पूरे नहीं हो पाए हैं। अब अफसर नए एजेंडे में किन-किन कामों को शामिल करते हैं, इस पर नजर रखी जाएगी। कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने शनिवार को अंबाला में सभी विभागों की बैठक बुलाई थी। जिसमें वरिष्ठ अधिकारियों को बैठक में शामिल होने के निर्देश दिए गए थे। इस दौरान डीआरएम के बैठक में न आने पर अनिल विज भड़क गए। डीआरएम की जगह सीनियर डीसीएम बैठक में पहुंच गए थे। इस पर कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने उन्हें जमकर खरी-खोटी सुनाई। उन्होंने कहा कि क्या डीआरएम को बैठक में आने में शर्म आती है? दरअसल, अंबाला छावनी अनिल विज का विधानसभा क्षेत्र है। क्षेत्र में विकास कार्यों की धीमी गति को लेकर मंत्री नाराज थे और शनिवार को सत्रह विभागों के अधिकारियों की बैठक बुलाई गई थी। बैठक दोपहर 12 बजे अंबाला छावनी के पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में बुलाई गई थी और सभी अधिकारियों को होमवर्क करके आने को कहा गया था। डीसी ने सभी को बैठक की जानकारी दी थी डीसी ने विभागों के अधिकारियों को बैठक की जानकारी लिखित में दी थी। खास तौर पर अंबाला छावनी नगर परिषद के कई काम अधर में लटके हुए हैं, जिससे जनता को परेशानी हो रही है। इन कामों में सबसे अहम अंबाला छावनी का कबाड़ी बाजार पुलिया है, जिसका बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन की तरफ संपर्क टूट गया है। ऐसे में दूसरे रास्तों से आवाजाही करनी पड़ रही है, जिससे दिनभर जाम की स्थिति भी बनी रहती है। इसी तरह दूसरा काम अंबाला छावनी बारह क्रॉस रोड का है, जिसका सड़क निर्माण कार्य भी सालों से लंबित है। हालांकि ये काम चल तो रहे हैं, लेकिन इनकी गति धीमी है। 12 मई 2023 को अफसरों की मीटिंग भी हुई थी मनोहर सरकार के कार्यकाल में गृह मंत्री रहे अनिल विज ने अंबाला कैंट के सर्किट हाउस में सभी जिला अफसरों की मीटिंग भी ली थी। इस दौरान अफसरों से 127 विकास कार्यों को लेकर जवाब मांगे गए थे। ये वो काम थे, जो ज्यादातर नगर परिषद से जुड़े थे, जबकि कुछ दूसरे विभागों से जुड़े थे। ये काम उस समय भी अधूरे थे, जबकि अब इनमें से कुछ पूरे हो चुके हैं, जबकि कुछ ऐसे भी हैं जो आज भी पूरे नहीं हो पाए हैं। अब अफसर नए एजेंडे में किन-किन कामों को शामिल करते हैं, इस पर नजर रखी जाएगी।   हरियाणा | दैनिक भास्कर