अखिलेश बोले- मुख्यमंत्री अपना डीएनए चेक कराएं, मैं भी कराऊंगा:कानपुर में सपा कार्यकर्ताओं की भीड़ में फंसे, पुलिस भी नहीं संभाल पाई

अखिलेश बोले- मुख्यमंत्री अपना डीएनए चेक कराएं, मैं भी कराऊंगा:कानपुर में सपा कार्यकर्ताओं की भीड़ में फंसे, पुलिस भी नहीं संभाल पाई

सीसामऊ सीट जीतने के बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव पहली बार कानपुर पहुंचे। दामोदर नगर के केसरी मंगलम लॉन में पूर्व सांसद राजाराम पाल के बेटे की शादी में शामिल हुए। बेटे-बहू को आशीर्वाद दिया। यहां सीसामऊ में जीत दर्ज करने वाली नसीम सोलंकी से अखिलेश ने मुलाकात की। बोले- कैसी हो विधायकजी। कार्यक्रम स्थल पर बड़ी संख्या में सपा कार्यकर्ता भी पहुंच गए। कार्यकर्ताओं की भीड़ को पुलिसकर्मी भी नहीं संभाल पाए। इस बीच भीड़ में कई बार अखिलेश को धक्का लगा। भारी भीड़ जुटते देख पुलिसकर्मियों ने अखिलेश यादव को जल्दी से बाहर निकाला। इस बीच अखिलेश यादव ने मीडिया से भी बात की और मुख्यमंत्री पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा- मुझे नहीं पता कि वो कितना बायोलॉजी जानते हैं। मैं निवेदन करना चाहता हूं कि वो बार-बार DNA जांच कराने की बात करते हैं। इसलिए मैं भी ये बात कहना चाहता हूं कि मुख्यमंत्री भी अपना DNA चेक कराएं और मैं भी अपना DNA चेक कराऊंगा। ये बात उनको शोभा नहीं देती। एक संत होने के बाद उन्हें इस तरह DNA की बात नहीं करनी चाहिए। पहले अखिलेश के भीड़ में फंसने की तस्वीरें… अब पढ़िए कानपुर में अखिलेश की कही 5 बड़ी बातें 1- भाजपा के लोग खोखले नहीं होते, तो उन्हें जनता का समर्थन मिलता
तमाम रुकावटों के बाद भी नसीम सोलंकी को जनता ने जिताने का काम किया। मतदाताओं ने लोकतंत्र बचाने का काम किया। इससे पहले कभी भी नंगी रिवॉल्वर निकालकर वोट डालने से रोका गया। भाजपा के लोग खोखले हो गए हैं। वो खोखले नहीं होते तो जनता का समर्थन उन्हें मिलता। परिणाम जो भी आए, लेकिन हम लोग जानते हैं कि भाजपा हारी है। प्रशासन और पुलिस ने उन्हें जिताया है। जिन्होंने बूथ को लूटा, उन्होंने संभल की हिंसा कराई। बहराइच में भाजपा के विधायक ने ही भाजपा कार्यकर्ताओं पर एफआईआर कराई। संभल की घटना भी प्रशासन की देन है। पहले सर्वे में जिम्मेदार लोगों ने कोई रुकावट पैदा नहीं की। दोबारा सर्वे लगाने पर नारेबाजी की गई। ये भाजपा के लोगों ने कराया। 2- ध्यान हटाने के लिए संभल हिंसा कराई गई
अखिलेश ने कहा- उपचुनाव में प्रशासन ने जिस तरह बूथ लूटा उस पर कोई चर्चा न हो, इसलिए संभल की हिंसा कराई। कानपुर बड़ा शहर है। समाजवादियों ने कानपुर को मेट्रो दी, विकास कराया। गंगा में आज गंदगी जा रही है। लोग सेल्फी लेकर भूल गए। प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री सीसामऊ नाले के आगे सेल्फी खिंचाने आए थे, लेकिन आज ये नाला महाकुंभ से पहले भी गंगा में समा रहा है। 3- कानपुर-लखनऊ हाईवे पर बेशुमार गड्‌ढे हैं
कानपुर-लखनऊ हाईवे पर गड्‌ढे ही गड्‌ढे हैं। पेड़ों पर धूल जमी है। सरकार बेरोजगारी पर बातचीत नहीं करना चाहती। सरकार की कोई योजना ठीक नहीं चल पा रही है। इतना भ्रष्टाचार कभी नहीं हुआ है। विकास दुबे पर उन्होंने कहा कि कानपुर में गाड़ी पलटी थी या पलटाई गई थी। इस सरकार में कुछ हो सकता है। 4- सरकार लोगों को डराना चाहती है
उन्होंने कहा- यूपी के मुखिया दिल्ली का रास्ता खोज रहे हैं। क्योंकि जो दिल्ली में है, आज वो इसी रास्ते से दिल्ली पहुंचे हैं। ये लखनऊ और दिल्ली की लड़ाई है। इस लड़ाई में आम जनता पिस रही है। आप किसी के दुख दर्द में भी न जा पाएं, इसलिए सरकार डराना चाहती है। यही कारण है कि उपचुनाव में कितना डर दिखाया, ये सभी देख रहे हैं। 5- सरकार चीन से नहीं, आम लोगों से लड़ रही
भाजपा वाले हमारी फ्री कोचिंग करा रहे हैं। मैं संभल भी जाऊंगा, कोई रोक कर दिखाए। संभल के लोगों की मदद हो, इसके लिए लोकसभा में भी सवाल उठाएंगे और उन्हें न्याय दिलाकर रहेंगे। सरकार संविधान को भी नहीं मान रही। भाजपा को कैलाश पर्वत और मानसरोवर नहीं दिखाई दे रहा। वहां जाने की हिम्मत नहीं है। चीन इसके आगे नहीं जाने देगा। केवल 12 किमी सड़क बनी थी। चीन ने नेपाल को देश के खिलाफ खड़ा कर दिया था। ये चीन के खिलाफ नहीं बोलेंगे। ये आम जनता के साथ खेलेंगे। क्योंकि भाजपा के बड़े लोग चीन से कारोबार कर रहे हैं। ————————- यह खबर भी पढ़ें.. देवकीनंदन ठाकुर बोले- तुम सब छीनते चले जाओ, हम आवाज उठाएं तो खाई खोद रहे, क्या देश में मुगलों का राज देश में सनातन बोर्ड के लिए आवाज उठाकर कथावाचक देवकी नंदन ठाकुर सुर्खियों में हैं। श्रीकृष्ण जन्मभूमि की बात करके, धर्म संसद करके वह संतों का समर्थन जुटा रहे हैं। मुस्लिम और हिंदुओं के बीच खाई बढ़ाने के आरोपों पर वह कहते हैं- वक्फ बोर्ड की तरह जमीन हथियाने के लिए नहीं, हम मंदिरों को बचाने के लिए सनातन बोर्ड चाहते हैं। हम अपने मंदिर भी नहीं बचा सकते। क्या देश में मुगलों का शासन है। यहां पढ़ें पूरी खबर सीसामऊ सीट जीतने के बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव पहली बार कानपुर पहुंचे। दामोदर नगर के केसरी मंगलम लॉन में पूर्व सांसद राजाराम पाल के बेटे की शादी में शामिल हुए। बेटे-बहू को आशीर्वाद दिया। यहां सीसामऊ में जीत दर्ज करने वाली नसीम सोलंकी से अखिलेश ने मुलाकात की। बोले- कैसी हो विधायकजी। कार्यक्रम स्थल पर बड़ी संख्या में सपा कार्यकर्ता भी पहुंच गए। कार्यकर्ताओं की भीड़ को पुलिसकर्मी भी नहीं संभाल पाए। इस बीच भीड़ में कई बार अखिलेश को धक्का लगा। भारी भीड़ जुटते देख पुलिसकर्मियों ने अखिलेश यादव को जल्दी से बाहर निकाला। इस बीच अखिलेश यादव ने मीडिया से भी बात की और मुख्यमंत्री पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा- मुझे नहीं पता कि वो कितना बायोलॉजी जानते हैं। मैं निवेदन करना चाहता हूं कि वो बार-बार DNA जांच कराने की बात करते हैं। इसलिए मैं भी ये बात कहना चाहता हूं कि मुख्यमंत्री भी अपना DNA चेक कराएं और मैं भी अपना DNA चेक कराऊंगा। ये बात उनको शोभा नहीं देती। एक संत होने के बाद उन्हें इस तरह DNA की बात नहीं करनी चाहिए। पहले अखिलेश के भीड़ में फंसने की तस्वीरें… अब पढ़िए कानपुर में अखिलेश की कही 5 बड़ी बातें 1- भाजपा के लोग खोखले नहीं होते, तो उन्हें जनता का समर्थन मिलता
तमाम रुकावटों के बाद भी नसीम सोलंकी को जनता ने जिताने का काम किया। मतदाताओं ने लोकतंत्र बचाने का काम किया। इससे पहले कभी भी नंगी रिवॉल्वर निकालकर वोट डालने से रोका गया। भाजपा के लोग खोखले हो गए हैं। वो खोखले नहीं होते तो जनता का समर्थन उन्हें मिलता। परिणाम जो भी आए, लेकिन हम लोग जानते हैं कि भाजपा हारी है। प्रशासन और पुलिस ने उन्हें जिताया है। जिन्होंने बूथ को लूटा, उन्होंने संभल की हिंसा कराई। बहराइच में भाजपा के विधायक ने ही भाजपा कार्यकर्ताओं पर एफआईआर कराई। संभल की घटना भी प्रशासन की देन है। पहले सर्वे में जिम्मेदार लोगों ने कोई रुकावट पैदा नहीं की। दोबारा सर्वे लगाने पर नारेबाजी की गई। ये भाजपा के लोगों ने कराया। 2- ध्यान हटाने के लिए संभल हिंसा कराई गई
अखिलेश ने कहा- उपचुनाव में प्रशासन ने जिस तरह बूथ लूटा उस पर कोई चर्चा न हो, इसलिए संभल की हिंसा कराई। कानपुर बड़ा शहर है। समाजवादियों ने कानपुर को मेट्रो दी, विकास कराया। गंगा में आज गंदगी जा रही है। लोग सेल्फी लेकर भूल गए। प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री सीसामऊ नाले के आगे सेल्फी खिंचाने आए थे, लेकिन आज ये नाला महाकुंभ से पहले भी गंगा में समा रहा है। 3- कानपुर-लखनऊ हाईवे पर बेशुमार गड्‌ढे हैं
कानपुर-लखनऊ हाईवे पर गड्‌ढे ही गड्‌ढे हैं। पेड़ों पर धूल जमी है। सरकार बेरोजगारी पर बातचीत नहीं करना चाहती। सरकार की कोई योजना ठीक नहीं चल पा रही है। इतना भ्रष्टाचार कभी नहीं हुआ है। विकास दुबे पर उन्होंने कहा कि कानपुर में गाड़ी पलटी थी या पलटाई गई थी। इस सरकार में कुछ हो सकता है। 4- सरकार लोगों को डराना चाहती है
उन्होंने कहा- यूपी के मुखिया दिल्ली का रास्ता खोज रहे हैं। क्योंकि जो दिल्ली में है, आज वो इसी रास्ते से दिल्ली पहुंचे हैं। ये लखनऊ और दिल्ली की लड़ाई है। इस लड़ाई में आम जनता पिस रही है। आप किसी के दुख दर्द में भी न जा पाएं, इसलिए सरकार डराना चाहती है। यही कारण है कि उपचुनाव में कितना डर दिखाया, ये सभी देख रहे हैं। 5- सरकार चीन से नहीं, आम लोगों से लड़ रही
भाजपा वाले हमारी फ्री कोचिंग करा रहे हैं। मैं संभल भी जाऊंगा, कोई रोक कर दिखाए। संभल के लोगों की मदद हो, इसके लिए लोकसभा में भी सवाल उठाएंगे और उन्हें न्याय दिलाकर रहेंगे। सरकार संविधान को भी नहीं मान रही। भाजपा को कैलाश पर्वत और मानसरोवर नहीं दिखाई दे रहा। वहां जाने की हिम्मत नहीं है। चीन इसके आगे नहीं जाने देगा। केवल 12 किमी सड़क बनी थी। चीन ने नेपाल को देश के खिलाफ खड़ा कर दिया था। ये चीन के खिलाफ नहीं बोलेंगे। ये आम जनता के साथ खेलेंगे। क्योंकि भाजपा के बड़े लोग चीन से कारोबार कर रहे हैं। ————————- यह खबर भी पढ़ें.. देवकीनंदन ठाकुर बोले- तुम सब छीनते चले जाओ, हम आवाज उठाएं तो खाई खोद रहे, क्या देश में मुगलों का राज देश में सनातन बोर्ड के लिए आवाज उठाकर कथावाचक देवकी नंदन ठाकुर सुर्खियों में हैं। श्रीकृष्ण जन्मभूमि की बात करके, धर्म संसद करके वह संतों का समर्थन जुटा रहे हैं। मुस्लिम और हिंदुओं के बीच खाई बढ़ाने के आरोपों पर वह कहते हैं- वक्फ बोर्ड की तरह जमीन हथियाने के लिए नहीं, हम मंदिरों को बचाने के लिए सनातन बोर्ड चाहते हैं। हम अपने मंदिर भी नहीं बचा सकते। क्या देश में मुगलों का शासन है। यहां पढ़ें पूरी खबर   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर