अखिलेश बोले-सरकार बनते ही गोरखपुर भेजेंगे बुलडोजर:हार के बाद योगी न खुद सो रहे न अफसरों को सोने दे रहे

अखिलेश बोले-सरकार बनते ही गोरखपुर भेजेंगे बुलडोजर:हार के बाद योगी न खुद सो रहे न अफसरों को सोने दे रहे

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सीएम योगी पर निशाना साधा। कहा- 2027 में सपा सरकार बनते ही पूरे प्रदेश के बुलडोजरों का रुख गोरखपुर की तरफ होगा। हार के बाद मुख्यमंत्री न खुद चैन से सो पा रहे हैं। न ही अधिकारियों को सोने दे रहे हैं। उन्होंने कहा- हमारे सीएम कहने को योगी हैं। लेकिन कभी-कभी बॉयोलॉजिस्ट बन जाते हैं। उन्हें DNA की चिंता है। मगर DNA का फुल फॉर्म नहीं बता सकते हैं। जो लोग बुलडोजर से डराते हैं, उन्हें बताना चाहिए कि मुख्यमंत्री आवास का नक्शा पास है क्या? बुलडोजर दिमाग से नहीं, बल्कि स्टेयरिंग से चलता है। मुख्यमंत्री को सदमा लगा है। दरअसल, लखनऊ में मंगलवार को अखिलेश ने पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक की। इसमें कहा था- सरकार बनते ही सारे बुलडोजर गोरखपुर भेजेंगे। योगी ने अगले दिन बुधवार को छात्रों को नियुक्ति पत्र देने के कार्यक्रम में अखिलेश के बयान पर पलटवार किया। योगी ने कहा- बुलडोजर पर हर आदमी का हाथ फिट नहीं हो सकता है। इसके लिए दिल और दिमाग दोनों चाहिए, जिसमें बुलडोजर जैसी क्षमता और दृढ़ प्रतिज्ञा होगी, वही इसे चला सकता है। दंगाइयों के सामने नाक रगड़ने वाले लोग बुलडोजर के सामने पस्त हो जाएंगे। अखिलेश ने कहा- मुख्यमंत्री अपनी पार्टी का नाम बदल दें
अखिलेश ने बुधवार को कार्यालय में शिक्षक दिवस के एक पहले शिक्षकों को सम्मानित किया। इस दौरान उन्होंने कहा- आज किसान, नौजवान और शिक्षक सबसे अधिक दुखी हैं। आज यूपी में कोई भी भर्ती हो, सब पर उंगली उठ जाती है। पुराने रिकॉर्ड उठाकर देख लीजिए। माफिया किसे कहा जाता था। 2017 से पहले लूट थी क्या? जो अधिकारी लूट करवा रहे हैं, वो सीएम के इर्द-गिर्द हैं। लखनऊ में एक होटल में आग लगी थी, उसमें कई जान गई थी। क्या बुलडोजर की चाभी खो गई थी? अखिलेश ने कहा- उपचुनाव में हम सभी 10 सीटों पर चुनाव जीतेंगे। सोचिए बाराबंकी पुलिस एक लाख रुपए में समझौता करा रही है। अपराधियों का स्वागत हो रहा है। मुख्यमंत्री को सदमा लगा है। वो दिल्ली क्यों नहीं चले जाते? आरक्षण तभी बचेगा, जब भाजपा हटेगी। जानवरों की वजह से जान जा रही है, लेकिन सरकार कुछ नहीं कर पा रही है। हम पहले दिन से कहते आ रहे हैं कि संविधान खतरे में है। अधिकार छीने जा रहे हैं। कोई कल्पना कर सकता था कि जाति और धर्म को देख कर तबादले किए जा रहे हैं। आज महिलाओं के उत्पीड़न में उत्तर प्रदेश पहले स्थान पर है। जब इतने ही नाम बदले जा रहे हैं तो मुख्यमंत्री (योगी आदित्यनाथ) भाजपा पार्टी का भी नाम बदल दें, उसे भारतीय जोगी पार्टी बना दें। 2027 में भाजपा को सत्ता से बेदखल करेंगे…
इससे पहले, लखनऊ में पार्टी पदाधिकारियों की बैठक में अखिलेश ने कहा- किसान परेशान हैं। नौजवानों का भविष्य अंधकारमय है। समाज का हर वर्ग परेशान और बदहाल है। जनता अपनी सरकार बनाना चाहती है। वह 2027 में भाजपा की सरकार को बेदखल कर सत्ता में सपा सरकार बनाने के लिए संकल्पित है। अखिलेश यादव ने कहा- राज्य की जनता सपा के समय हुए विकास से परिचित है। जब से भाजपा सरकार सत्ता में आई है। प्रदेश हर स्तर पर पिछड़ता चला गया है। विकास पूरी तरह बंद है। जनता महंगाई, भ्रष्टाचार से त्रस्त है। भाजपा की राजनीति को निष्प्रभावी बनाने में PDA (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) एक सशक्त भरोसा साबित हुआ। संविधान और आरक्षण के मुद्दे को और धार देना हैं। सामाजिक न्याय के लिए जातीय जनगणना जरूरी है। सपा इन्हीं मुद्दों को लेकर जनता के बीच जा रही है। भाजपा का राजनीतिक चरित्र ही विकास विरोधी है। पिछले 7 साल में भाजपा ने विकास के नाम पर कोई काम नहीं किया। न ही भाजपा नेतृत्व के पास विकास का कोई विजन है। भाजपा का एजेंडा समाज में नफरत फैलाना
अखिलेश ने कहा- सपा के प्रति जनता का भरोसा है। भाजपा का एजेंडा समाज में नफरत फैलाकर सामाजिक सद्भाव बिगाड़ कर राजनीतिक महत्वाकांक्षा को पूरा करना है। सपा का हर कार्यकर्ता भाजपा के इन मंसूबों को कभी भी पूरा नहीं होने देगा। जनता समझ रही है कि उसको सपा सरकार बनने के बाद ही तमाम समस्याओं से छुटकारा मिल सकेगा। UP के 3 बुलडोजर एक्शन लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंचा जमीयत यूपी के तीन जिलों मुरादाबाद, बरेली और प्रयागराज में हुए बुलडोजर एक्शन को लेकर जमीयत उलेमा-ए-हिंद सुप्रीम कोर्ट में पहुंचा है। जमीयत ने कहा- बुलडोजर कार्रवाई से लोग डरे-सहमे हैं। जमीयत उन सभी लोगों के लिए न्याय चाहती है, जिनके घरों पर बुलडोजर चला। हमें उम्मीद है कि अंतिम निर्णय पीड़ितों के पक्ष में होगा। जमीयत ने 22 अगस्त को याचिका दाखिल की थी। इनमें पांचों राज्यों में बुलडोजर एक्शन की 128 घटनाओं की फैक्ट फाइंडिंग है। पहली बार 2 सितंबर को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। SC ने टिप्पणी करते हुए कहा- अगर कोई सिर्फ आरोपी है तो प्रॉपर्टी गिराने की कार्रवाई कैसे की जा सकती है? हालांकि, SC ने ये भी कहा कि हम अवैध अतिक्रमण के बारे में बात नहीं कर रहे हैं। याचिका पर अब 17 सितंबर को अगली सुनवाई होगी। राज्य सरकार समेत सभी पक्षकार से सुप्रीम कोर्ट ने 13 सितंबर तक अपना पक्ष रखने को कहा। इस बीच योगी सरकार ने अपना पक्ष रखा है। सुप्रीम कोर्ट में योगी सरकार का जवाब- बिना कानूनी प्रक्रिया नहीं तोड़ रहे
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद यूपी सरकार ने अपने बुलडोजर एक्शन पर जवाब दाखिल किया। गृह विभाग के विशेष सचिव ने हलफनामे में कहा- प्रदेश में किसी का भी घर बिना कानूनी प्रक्रिया के नहीं तोड़ा जा रहा। किसी भी अचल संपत्ति को कानूनी प्रक्रिया के तहत ही ध्वस्त किया जा सकता है और हम उसी का पालन कर रहे हैं। ये भी पढ़ें:- योगी बोले- आदमखोर भेड़िए की तरह चाचा-भतीजे ने उत्पात मचाई लखनऊ में सीएम योगी ने कहा- जिस तरह आजकल आमदखोर भेड़िए उत्पात मचाए हैं। वैसे ही 2017 से पहले यूपी में चाचा-भतीजे (अखिलेश-शिवपाल) तबाही मचाई थी। दोनों ही प्रदेश में भ्रष्टाचार को चरम पर ले जाने में लगे थे। सिर्फ चाचा-भतीजे ही नहीं, उस दौरान यूपी में महाभारत के भी सभी पात्र नजर आ रहे थे। पढ़ें पूरी खबर… सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सीएम योगी पर निशाना साधा। कहा- 2027 में सपा सरकार बनते ही पूरे प्रदेश के बुलडोजरों का रुख गोरखपुर की तरफ होगा। हार के बाद मुख्यमंत्री न खुद चैन से सो पा रहे हैं। न ही अधिकारियों को सोने दे रहे हैं। उन्होंने कहा- हमारे सीएम कहने को योगी हैं। लेकिन कभी-कभी बॉयोलॉजिस्ट बन जाते हैं। उन्हें DNA की चिंता है। मगर DNA का फुल फॉर्म नहीं बता सकते हैं। जो लोग बुलडोजर से डराते हैं, उन्हें बताना चाहिए कि मुख्यमंत्री आवास का नक्शा पास है क्या? बुलडोजर दिमाग से नहीं, बल्कि स्टेयरिंग से चलता है। मुख्यमंत्री को सदमा लगा है। दरअसल, लखनऊ में मंगलवार को अखिलेश ने पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक की। इसमें कहा था- सरकार बनते ही सारे बुलडोजर गोरखपुर भेजेंगे। योगी ने अगले दिन बुधवार को छात्रों को नियुक्ति पत्र देने के कार्यक्रम में अखिलेश के बयान पर पलटवार किया। योगी ने कहा- बुलडोजर पर हर आदमी का हाथ फिट नहीं हो सकता है। इसके लिए दिल और दिमाग दोनों चाहिए, जिसमें बुलडोजर जैसी क्षमता और दृढ़ प्रतिज्ञा होगी, वही इसे चला सकता है। दंगाइयों के सामने नाक रगड़ने वाले लोग बुलडोजर के सामने पस्त हो जाएंगे। अखिलेश ने कहा- मुख्यमंत्री अपनी पार्टी का नाम बदल दें
अखिलेश ने बुधवार को कार्यालय में शिक्षक दिवस के एक पहले शिक्षकों को सम्मानित किया। इस दौरान उन्होंने कहा- आज किसान, नौजवान और शिक्षक सबसे अधिक दुखी हैं। आज यूपी में कोई भी भर्ती हो, सब पर उंगली उठ जाती है। पुराने रिकॉर्ड उठाकर देख लीजिए। माफिया किसे कहा जाता था। 2017 से पहले लूट थी क्या? जो अधिकारी लूट करवा रहे हैं, वो सीएम के इर्द-गिर्द हैं। लखनऊ में एक होटल में आग लगी थी, उसमें कई जान गई थी। क्या बुलडोजर की चाभी खो गई थी? अखिलेश ने कहा- उपचुनाव में हम सभी 10 सीटों पर चुनाव जीतेंगे। सोचिए बाराबंकी पुलिस एक लाख रुपए में समझौता करा रही है। अपराधियों का स्वागत हो रहा है। मुख्यमंत्री को सदमा लगा है। वो दिल्ली क्यों नहीं चले जाते? आरक्षण तभी बचेगा, जब भाजपा हटेगी। जानवरों की वजह से जान जा रही है, लेकिन सरकार कुछ नहीं कर पा रही है। हम पहले दिन से कहते आ रहे हैं कि संविधान खतरे में है। अधिकार छीने जा रहे हैं। कोई कल्पना कर सकता था कि जाति और धर्म को देख कर तबादले किए जा रहे हैं। आज महिलाओं के उत्पीड़न में उत्तर प्रदेश पहले स्थान पर है। जब इतने ही नाम बदले जा रहे हैं तो मुख्यमंत्री (योगी आदित्यनाथ) भाजपा पार्टी का भी नाम बदल दें, उसे भारतीय जोगी पार्टी बना दें। 2027 में भाजपा को सत्ता से बेदखल करेंगे…
इससे पहले, लखनऊ में पार्टी पदाधिकारियों की बैठक में अखिलेश ने कहा- किसान परेशान हैं। नौजवानों का भविष्य अंधकारमय है। समाज का हर वर्ग परेशान और बदहाल है। जनता अपनी सरकार बनाना चाहती है। वह 2027 में भाजपा की सरकार को बेदखल कर सत्ता में सपा सरकार बनाने के लिए संकल्पित है। अखिलेश यादव ने कहा- राज्य की जनता सपा के समय हुए विकास से परिचित है। जब से भाजपा सरकार सत्ता में आई है। प्रदेश हर स्तर पर पिछड़ता चला गया है। विकास पूरी तरह बंद है। जनता महंगाई, भ्रष्टाचार से त्रस्त है। भाजपा की राजनीति को निष्प्रभावी बनाने में PDA (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) एक सशक्त भरोसा साबित हुआ। संविधान और आरक्षण के मुद्दे को और धार देना हैं। सामाजिक न्याय के लिए जातीय जनगणना जरूरी है। सपा इन्हीं मुद्दों को लेकर जनता के बीच जा रही है। भाजपा का राजनीतिक चरित्र ही विकास विरोधी है। पिछले 7 साल में भाजपा ने विकास के नाम पर कोई काम नहीं किया। न ही भाजपा नेतृत्व के पास विकास का कोई विजन है। भाजपा का एजेंडा समाज में नफरत फैलाना
अखिलेश ने कहा- सपा के प्रति जनता का भरोसा है। भाजपा का एजेंडा समाज में नफरत फैलाकर सामाजिक सद्भाव बिगाड़ कर राजनीतिक महत्वाकांक्षा को पूरा करना है। सपा का हर कार्यकर्ता भाजपा के इन मंसूबों को कभी भी पूरा नहीं होने देगा। जनता समझ रही है कि उसको सपा सरकार बनने के बाद ही तमाम समस्याओं से छुटकारा मिल सकेगा। UP के 3 बुलडोजर एक्शन लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंचा जमीयत यूपी के तीन जिलों मुरादाबाद, बरेली और प्रयागराज में हुए बुलडोजर एक्शन को लेकर जमीयत उलेमा-ए-हिंद सुप्रीम कोर्ट में पहुंचा है। जमीयत ने कहा- बुलडोजर कार्रवाई से लोग डरे-सहमे हैं। जमीयत उन सभी लोगों के लिए न्याय चाहती है, जिनके घरों पर बुलडोजर चला। हमें उम्मीद है कि अंतिम निर्णय पीड़ितों के पक्ष में होगा। जमीयत ने 22 अगस्त को याचिका दाखिल की थी। इनमें पांचों राज्यों में बुलडोजर एक्शन की 128 घटनाओं की फैक्ट फाइंडिंग है। पहली बार 2 सितंबर को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। SC ने टिप्पणी करते हुए कहा- अगर कोई सिर्फ आरोपी है तो प्रॉपर्टी गिराने की कार्रवाई कैसे की जा सकती है? हालांकि, SC ने ये भी कहा कि हम अवैध अतिक्रमण के बारे में बात नहीं कर रहे हैं। याचिका पर अब 17 सितंबर को अगली सुनवाई होगी। राज्य सरकार समेत सभी पक्षकार से सुप्रीम कोर्ट ने 13 सितंबर तक अपना पक्ष रखने को कहा। इस बीच योगी सरकार ने अपना पक्ष रखा है। सुप्रीम कोर्ट में योगी सरकार का जवाब- बिना कानूनी प्रक्रिया नहीं तोड़ रहे
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद यूपी सरकार ने अपने बुलडोजर एक्शन पर जवाब दाखिल किया। गृह विभाग के विशेष सचिव ने हलफनामे में कहा- प्रदेश में किसी का भी घर बिना कानूनी प्रक्रिया के नहीं तोड़ा जा रहा। किसी भी अचल संपत्ति को कानूनी प्रक्रिया के तहत ही ध्वस्त किया जा सकता है और हम उसी का पालन कर रहे हैं। ये भी पढ़ें:- योगी बोले- आदमखोर भेड़िए की तरह चाचा-भतीजे ने उत्पात मचाई लखनऊ में सीएम योगी ने कहा- जिस तरह आजकल आमदखोर भेड़िए उत्पात मचाए हैं। वैसे ही 2017 से पहले यूपी में चाचा-भतीजे (अखिलेश-शिवपाल) तबाही मचाई थी। दोनों ही प्रदेश में भ्रष्टाचार को चरम पर ले जाने में लगे थे। सिर्फ चाचा-भतीजे ही नहीं, उस दौरान यूपी में महाभारत के भी सभी पात्र नजर आ रहे थे। पढ़ें पूरी खबर…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर