छत्तीसगढ़ शराब घोटाला केस से जुड़े नकली होलोग्राम मामले में अनवर ढेबर और एपी त्रिपाठी ने बड़ा खुलासा किया है। यूपी STF की पूछताछ में दोनों आरोपियों ने बताया है कि इस घोटाले की सबसे बड़ी बेनिफिशियरी डिस्टलरी कंपनियां (शराब निर्माता कंपनियां) थीं। इनमें भाटिया वाइन एंड मर्चेट प्राइवेट लिमिटेड, छत्तीसगढ़ डिस्टलरीज और वेलकम डिस्टलरीज शामिल हैं। दोनों आरोपियों ने यूपी STF के अफसरों को यह भी बताया कि, नोएडा स्थित विधु की कंपनी मेसर्स प्रिज्म होलोग्राफी सिक्योरिटी फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड (PHSF) को होलोग्राम बनाने का टेंडर मिला था। उसी से डूप्लीकेट होलोग्राम बनाकर इन तीनों डिस्टलीरज को भेजा जाता था। वहां से अवैध शराब पर इन होलोग्राम को लगाया जाता था। 12 दिन पहले हुई थी रायपुर से गिरफ्तारी यूपी STF ने कारोबारी अनवर ढेबर को 12 दिन पहले 18 जून की शाम को गिरफ्तार किया था। उसी दिन ढेबर को शराब घोटाले में जमानत मिली थी। इसके बाद से ही ढेबर और छत्तीसगढ़ स्टेट मार्केटिंग कॉर्पोरेशन लिमिटेड (CSMCL) के निलंबित MD एपी त्रिपाठी यूपी STF की कस्टडी में हैं। 3 दिन की रिमांड पर थे दोनों आरोपी अनवर ढेबर और अरुण पति त्रिपाठी को मेरठ कोर्ट ने 10 दिन यानी 1 जुलाई तक जेल भेज दिया था। इसी बीच यूपी STF ने मेरठ कोर्ट में आवेदन लगाकर दोनों की रिमांड मांगी थी। 28 से 30 जून 3 दिन की रिमांड मिलने के बाद यूपी STF दोनों को लखनऊ लेकर पहुंची थी। जहां दोनों से लंबी पूछताछ हुई। पढ़ें पूरी खबर… यूपी STF के जांच अधिकारी अवनीश्वर चंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि दोनों आरोपियों से पूछताछ की गई है। पूछताछ में केस से संबधित महत्वपूर्ण जानकारियां मिली है। कल (सोमवार) दोपहर 2 बजे से पहले दोनों को मेरठ कोर्ट में पेश किया जाएगा। अब तक तीनों डिस्टलरी पर नहीं हुआ एक्शन छत्तीसगढ़ में 2000 करोड़ रुपए के शराब घोटाले मामले में डिस्टलरी की भी बड़ी भूमिका रही है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) और EOW ने तीनों डिस्टलरी के संचालकों और उनसे संबंधित लोगो की अरोपी बनाया है। हालांकि अब तक इस मामले पर किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। पहले जानिए क्या है नकली होलोग्राम केस FIR के मुताबिक, नोएडा स्थित PHSF नाम की कंपनी को टेंडर मिला था। यह टेंडर छत्तीसगढ़ के एक्साइज डिपार्टमेंट ने होलोग्राम की आपूर्ति करने के लिए अवैध रूप से दिया गया। कंपनी टेंडर प्रक्रिया में भाग लेने के लिए पात्र नहीं थी। आरोप है कि, आबकारी विभाग के विशेष सचिव AP त्रिपाठी, तत्कालीन आबकारी कमिश्नर निरंजन दास, तत्कालीन IAS अनिल टुटेजा ने टेंडर के लिए उसकी शर्तों में संशोधन किया। बदले में कंपनी के मालिक विधु गुप्ता से प्रति होलोग्राम 8 पैसे का कमीशन लिया गया। छत्तीसगढ़ में सरकारी दुकानों से अवैध देसी शराब की बोतल बेचने के लिए बेहिसाब डूप्लीकेट होलोग्राम लिए गए। फर्जी ट्रांजिट पास से होती थी सप्लाई टेंडर मिलने के बाद विधु गुप्ता डूप्लीकेट होलोग्राम की सप्लाई छत्तीसगढ़ के सक्रिय सिंडिकेट को करने लगा। यह सप्लाई CSMCL के तत्कालीन एमडी अरुणपति त्रिपाठी के निर्देश पर हुई। सिंडिकेट के सदस्य डूप्लीकेट होलोग्राम को विधु गुप्ता से लेकर सीधे तीनों शराब निर्माता कंपनियों को पहुंचा देते थे। इन डिस्टलरीज में होलोग्राम को अवैध शराब की बोतलों पर चिपकाया जाता था। इसके बाद अवैध बोतलों को फर्जी ट्रांजिट पास के साथ CSMCL की दुकानों तक पहुंचाया जाता था। फर्जी ट्रांजिट पास का काम छत्तीसगढ़ के 15 जिलों के आबकारी विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की ओर से होता था। पढ़ें पूरी खबर… तीन साल तक हर महीने 400 ट्रक अवैध शराब बेची इन दुकानों पर गैंग के कर्मचारी रहते थे। जो अवैध शराब को असली शराब के साथ बेच देते। इसका पैसा अलग से इकट्ठा करते। अवैध शराब से आया पैसा गैंग सदस्य अलग से कलेक्ट करते। इसके बाद पैसे को बड़े अधिकारियों के पास पहुंचाया जाता। गैंग में शामिल सभी सदस्यों का कमीशन फिक्स था। 2019 से 2022 तक हर महीने 400 ट्रक की अवैध शराब की सप्लाई की गई। अब जानिए अनवर ढेबर पर क्या है आरोप यूपी STF ने अपने प्रेस नोट में बताया है कि अनवर ढेबर रायपुर का एक कारोबारी है, जो राजनीतिक रूप से बहुत सक्रिय था। उसने तत्कालीन IAS अनिल टुटेजा , अरुणपति त्रिपाठी, IAS निरंजनदास और अन्य लोगों के सहयोग से विधु गुप्ता की कंपनी को फर्जी तरीके से होलोग्राम देने की शर्त पर टेंडर दिलवाया। साथ ही डिस्टलरी के जरिए अवैध शराब को सरकारी दुकानों से ही बिकवाकर कैश कलेक्शन कराया। ढेबर अवैध शराब से आई रकम में से 300 रुपए प्रति पेटी के हिसाब से खुद का कमीशन लेता था। ढेबर की ओर से ही इस घोटाले से जमा होने वाले पैसे का एक बड़ा अमाउंट राजनीतिक संरक्षकों तक पहुंचाया जाता था। इन्हें भी बनाया गया आरोपी जुलाई 2023 में छत्तीसगढ़ आबकारी घोटाले से जुड़े नकली होलोग्राम मामले में ED ने नोएडा के कासना थाने में तत्कालीन आबकारी आयुक्त निरंजन दास, अनवर ढेबर, एपी त्रिपाठी और तत्कालीन सचिव इंडस्ट्रीज निलंबित IAS अनिल टुटेजा के खिलाफ केस दर्ज कराया था। इनके अलावा PHSF के डायरेक्टर विधु गुप्ता के खिलाफ धारा 420, 467, 468, 471, 484, 120बी IPC और 7/13.7 (क) भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत अपराध दर्ज किया गया था । जानिए…होलोग्राम होता क्या है अक्सर आपने कई चीजों पर उनकी प्रमाणिकता साबित करने के लिए उन पर कंपनी का बना हुआ होलोग्राम देखा होगा। वास्तव में होलोग्राम फोटोग्राफ की तरह ही है, जो 3डी जैसे होते हैं। होलोग्राम एक ऐसी इमेज बनाता है, जिसे एक से ज्यादा एंगल से देखा जा सकता है। जब आप होलोग्राम देखते हैं, तो ऐसा लगता है कि आप एक इमेज ना देखकर एक एक्चुअल फिजिकल ऑब्जेक्ट को देख रहे हैं। छत्तीसगढ़ शराब घोटाला केस से जुड़े नकली होलोग्राम मामले में अनवर ढेबर और एपी त्रिपाठी ने बड़ा खुलासा किया है। यूपी STF की पूछताछ में दोनों आरोपियों ने बताया है कि इस घोटाले की सबसे बड़ी बेनिफिशियरी डिस्टलरी कंपनियां (शराब निर्माता कंपनियां) थीं। इनमें भाटिया वाइन एंड मर्चेट प्राइवेट लिमिटेड, छत्तीसगढ़ डिस्टलरीज और वेलकम डिस्टलरीज शामिल हैं। दोनों आरोपियों ने यूपी STF के अफसरों को यह भी बताया कि, नोएडा स्थित विधु की कंपनी मेसर्स प्रिज्म होलोग्राफी सिक्योरिटी फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड (PHSF) को होलोग्राम बनाने का टेंडर मिला था। उसी से डूप्लीकेट होलोग्राम बनाकर इन तीनों डिस्टलीरज को भेजा जाता था। वहां से अवैध शराब पर इन होलोग्राम को लगाया जाता था। 12 दिन पहले हुई थी रायपुर से गिरफ्तारी यूपी STF ने कारोबारी अनवर ढेबर को 12 दिन पहले 18 जून की शाम को गिरफ्तार किया था। उसी दिन ढेबर को शराब घोटाले में जमानत मिली थी। इसके बाद से ही ढेबर और छत्तीसगढ़ स्टेट मार्केटिंग कॉर्पोरेशन लिमिटेड (CSMCL) के निलंबित MD एपी त्रिपाठी यूपी STF की कस्टडी में हैं। 3 दिन की रिमांड पर थे दोनों आरोपी अनवर ढेबर और अरुण पति त्रिपाठी को मेरठ कोर्ट ने 10 दिन यानी 1 जुलाई तक जेल भेज दिया था। इसी बीच यूपी STF ने मेरठ कोर्ट में आवेदन लगाकर दोनों की रिमांड मांगी थी। 28 से 30 जून 3 दिन की रिमांड मिलने के बाद यूपी STF दोनों को लखनऊ लेकर पहुंची थी। जहां दोनों से लंबी पूछताछ हुई। पढ़ें पूरी खबर… यूपी STF के जांच अधिकारी अवनीश्वर चंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि दोनों आरोपियों से पूछताछ की गई है। पूछताछ में केस से संबधित महत्वपूर्ण जानकारियां मिली है। कल (सोमवार) दोपहर 2 बजे से पहले दोनों को मेरठ कोर्ट में पेश किया जाएगा। अब तक तीनों डिस्टलरी पर नहीं हुआ एक्शन छत्तीसगढ़ में 2000 करोड़ रुपए के शराब घोटाले मामले में डिस्टलरी की भी बड़ी भूमिका रही है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) और EOW ने तीनों डिस्टलरी के संचालकों और उनसे संबंधित लोगो की अरोपी बनाया है। हालांकि अब तक इस मामले पर किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। पहले जानिए क्या है नकली होलोग्राम केस FIR के मुताबिक, नोएडा स्थित PHSF नाम की कंपनी को टेंडर मिला था। यह टेंडर छत्तीसगढ़ के एक्साइज डिपार्टमेंट ने होलोग्राम की आपूर्ति करने के लिए अवैध रूप से दिया गया। कंपनी टेंडर प्रक्रिया में भाग लेने के लिए पात्र नहीं थी। आरोप है कि, आबकारी विभाग के विशेष सचिव AP त्रिपाठी, तत्कालीन आबकारी कमिश्नर निरंजन दास, तत्कालीन IAS अनिल टुटेजा ने टेंडर के लिए उसकी शर्तों में संशोधन किया। बदले में कंपनी के मालिक विधु गुप्ता से प्रति होलोग्राम 8 पैसे का कमीशन लिया गया। छत्तीसगढ़ में सरकारी दुकानों से अवैध देसी शराब की बोतल बेचने के लिए बेहिसाब डूप्लीकेट होलोग्राम लिए गए। फर्जी ट्रांजिट पास से होती थी सप्लाई टेंडर मिलने के बाद विधु गुप्ता डूप्लीकेट होलोग्राम की सप्लाई छत्तीसगढ़ के सक्रिय सिंडिकेट को करने लगा। यह सप्लाई CSMCL के तत्कालीन एमडी अरुणपति त्रिपाठी के निर्देश पर हुई। सिंडिकेट के सदस्य डूप्लीकेट होलोग्राम को विधु गुप्ता से लेकर सीधे तीनों शराब निर्माता कंपनियों को पहुंचा देते थे। इन डिस्टलरीज में होलोग्राम को अवैध शराब की बोतलों पर चिपकाया जाता था। इसके बाद अवैध बोतलों को फर्जी ट्रांजिट पास के साथ CSMCL की दुकानों तक पहुंचाया जाता था। फर्जी ट्रांजिट पास का काम छत्तीसगढ़ के 15 जिलों के आबकारी विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की ओर से होता था। पढ़ें पूरी खबर… तीन साल तक हर महीने 400 ट्रक अवैध शराब बेची इन दुकानों पर गैंग के कर्मचारी रहते थे। जो अवैध शराब को असली शराब के साथ बेच देते। इसका पैसा अलग से इकट्ठा करते। अवैध शराब से आया पैसा गैंग सदस्य अलग से कलेक्ट करते। इसके बाद पैसे को बड़े अधिकारियों के पास पहुंचाया जाता। गैंग में शामिल सभी सदस्यों का कमीशन फिक्स था। 2019 से 2022 तक हर महीने 400 ट्रक की अवैध शराब की सप्लाई की गई। अब जानिए अनवर ढेबर पर क्या है आरोप यूपी STF ने अपने प्रेस नोट में बताया है कि अनवर ढेबर रायपुर का एक कारोबारी है, जो राजनीतिक रूप से बहुत सक्रिय था। उसने तत्कालीन IAS अनिल टुटेजा , अरुणपति त्रिपाठी, IAS निरंजनदास और अन्य लोगों के सहयोग से विधु गुप्ता की कंपनी को फर्जी तरीके से होलोग्राम देने की शर्त पर टेंडर दिलवाया। साथ ही डिस्टलरी के जरिए अवैध शराब को सरकारी दुकानों से ही बिकवाकर कैश कलेक्शन कराया। ढेबर अवैध शराब से आई रकम में से 300 रुपए प्रति पेटी के हिसाब से खुद का कमीशन लेता था। ढेबर की ओर से ही इस घोटाले से जमा होने वाले पैसे का एक बड़ा अमाउंट राजनीतिक संरक्षकों तक पहुंचाया जाता था। इन्हें भी बनाया गया आरोपी जुलाई 2023 में छत्तीसगढ़ आबकारी घोटाले से जुड़े नकली होलोग्राम मामले में ED ने नोएडा के कासना थाने में तत्कालीन आबकारी आयुक्त निरंजन दास, अनवर ढेबर, एपी त्रिपाठी और तत्कालीन सचिव इंडस्ट्रीज निलंबित IAS अनिल टुटेजा के खिलाफ केस दर्ज कराया था। इनके अलावा PHSF के डायरेक्टर विधु गुप्ता के खिलाफ धारा 420, 467, 468, 471, 484, 120बी IPC और 7/13.7 (क) भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत अपराध दर्ज किया गया था । जानिए…होलोग्राम होता क्या है अक्सर आपने कई चीजों पर उनकी प्रमाणिकता साबित करने के लिए उन पर कंपनी का बना हुआ होलोग्राम देखा होगा। वास्तव में होलोग्राम फोटोग्राफ की तरह ही है, जो 3डी जैसे होते हैं। होलोग्राम एक ऐसी इमेज बनाता है, जिसे एक से ज्यादा एंगल से देखा जा सकता है। जब आप होलोग्राम देखते हैं, तो ऐसा लगता है कि आप एक इमेज ना देखकर एक एक्चुअल फिजिकल ऑब्जेक्ट को देख रहे हैं। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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मोहित पांडे कस्टोडियल डेथ केस में BJP विधायक का कनेक्शन? दोस्त और जीजा ने लगाए गंभीर आरोप
मोहित पांडे कस्टोडियल डेथ केस में BJP विधायक का कनेक्शन? दोस्त और जीजा ने लगाए गंभीर आरोप <p style=”text-align: justify;”><strong>UP News:</strong> उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के चिनहट थाने में पुलिस हिरासत में मोहित पांडेय की मौत का मामला इन दिनों काफी चर्चा में है. इस मामले को लेकर यूपी सरकार भी सवालों के घेरे में है और पुलिस पर भी सवाल उठ रहे हैं. इसी बीच मोहित पांडेय की मौत के मामले में मोहित के दोस्त राहुल सिंह ने बीजेपी विधायक का भी जिक्र कर दिया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मृतक मोहित के दोस्त राहुल ने बताया कि आरोपी आदेश और उसका चाचा गोंडा से बीजेपी विधायक अजय सिंह के करीबी हैं. आदेश सिंह का चाचा बीजेपी विधायक अजय सिंह के लिए ठेकेदारी करता है और रात 11 बजे से अगले दिन दोपहर 1 बजे तक मोहित पांडेय को गैर कानूनी ढंग से किसके इशारे पर थाने में रखा गया. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या बोले मोहित के जीजा</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>मोहित के जीजा ने बताया कि जब शुक्रवार रात को अपने साले को छुड़ाने गए थे तब पुलिस से उनकी एक न सुनी और आदेश के चाचा ने कहा कि मेरा परिचय मत जानो. मेरा परिचय जानोगे तो तुम्हारे लिए दिक्कत हो जाएगी, उन्होंने कहा जब तक आदेश की गिरफ्तारी नहीं होती तब तक आदेश के चाचा के बारे में पता नहीं चलेगा और आदेश का चाचा का रिश्ता किसी विधायक से है यह बात भी आदेश ने बताई थी.</p>
<p><iframe title=”UP News: लखनऊ के चिनहट थाने में हुई युवक की मौत मामले में नया मोड़…दोस्त का बड़ा खुलासा !” src=”https://www.youtube.com/embed/axN7hvVUfXc” width=”656″ height=”369″ frameborder=”0″ allowfullscreen=”allowfullscreen”></iframe></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मोहित के भाई को भी पुलिस ने पीटा</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>इससे पहले मोहित के परिजनों ने आदेश के चाचा का भी नाम लिया था. उन्होंने कहा था कि आदेश के चाचा के फोन करने पर पुलिस ने मोहित को काफी प्रताड़ित किया और पुलिस को आदेश के चाचा ने पैसे दिए इसके बाद यह सब हुआ. परिजनों ने कहा था कि मोहित के भाई जब मोहित को छुड़ाने थाने गए तो उनको भी पुलिस ने बंद कर लिया था और उनके साथ भी मारपीट हुई.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं इस मामले में तहीरर मिलने के बाद आरोपी आदेश, आदेश के चाचा, थाना अध्यक्ष चिनहट अश्वनी चतुर्वेदी व अन्य अज्ञात पर धारा BNS 2023 103(1) व BNS 2023 61(2) गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है. इसके साथ ही लखनऊ पुलिस कमिश्नर ने रविवार को चिनहट थाने के प्रभारी (एसएचओ) अश्वनी चतुर्वेदी को पद से हटा दिया है और उनकी जगह सब इंस्पेक्टर भरत पाठक को चिनहट थाने का नया थाना प्रभारी नियुक्त किया गया है.<br /> <br /><strong>सीएम योगी की मोहित के परिवार से मुलाकात</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>मुख्यमंत्री <a title=”योगी आदित्यनाथ” href=”https://www.abplive.com/topic/yogi-adityanath” data-type=”interlinkingkeywords”>योगी आदित्यनाथ</a> ने मोहित पांडेय के परिवार से लखनऊ में सरकारी आवास पर मुलाकात की. इस दौरान सीएम योगी ने मोहित पांडेय के परिवार को 10 लाख की आर्थिक सहायता दी और सीएम योगी ने कहा कि दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. वहीं सीएम योगी से मुलाकात के बात मोहित पांडेय के परिवार ने बताया कि आरोपी आदेश और उनके चाचा की गिरफ्तारी की मांग परिवार ने की है. परिवार का कहना है कि जब तक उनकी गिरफ्तारी नहीं हो जाती और जब तक उनको सजा नहीं मिल जाती तब तक परिवार को न्याय नहीं मिलेगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>भूपेंद्र चौधरी ने भी की मोहित के परिवार से मुलाकात </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>यूपी बीजेपी अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने भी मोहित के परिवार वालों से मुलाकात की. VVIP गेस्ट हाउस में भूपेंद्र चौधरी ने मोहित पांडे की माता और पत्नी से मुलाकात की, इस दौरान बक्शी का तालाब के विधायक योगेश शुक्ला भी मौजूद रहे. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने भी परिजनों को आश्वासन दिया कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी.</p>
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जालंधर में ग्रेट खली के लिए बेची जमीन:4 लाख खर्च पूरे शरीर पर बनंवाए टैटू, गांव की जमीन पर बनवाएगा मंदिर
जालंधर में ग्रेट खली के लिए बेची जमीन:4 लाख खर्च पूरे शरीर पर बनंवाए टैटू, गांव की जमीन पर बनवाएगा मंदिर जालंधर में ग्रेट खेली के एक प्रशंसक की हैरान कर देने वाली दीवानगी सामने आई है। नांगल श्री आनंदपुर साहिब कस्बा पुनपली में ढाबा चलाने वाले गरीबदास ने चार लाख रुपए खर्च कर अपने पूरे शरीर पर द ग्रेट खली के टैटू बनवाए हैं। ढाबे पर करता था काम जब गरीबदास से पूछा गया कि उसने अपने शरीर पर ग्रेट खली के टैटू बनवाने का क्या कारण है तो गरीबदास ने बताया कि 2005 में वह जालंधर के एक ढाबे पर काम किया करता था। ढाबे पर खाना खाने के लिए लोग आया करते थे। लोग आपस में बात किया करते थे कि एक पहलवान (खली) है जिसका कद 7 फीट है और वह विदेश में रेसलिंग कर अपने देश का नाम रोशन कर रहा है। जहां भी वह जाता है वहां पर लोगों की भीड़ लग जाती है। तब गरीब दास के मन मे उससे मिलने के बारे मे सोचा। 500 रुपए में खरीदा टिकट गरीबदास ने कहा की उसने ग्रेट खली की फोटो तक नहीं देखी थी, मगर मन में तमन्ना थी कि उसे एक बार मिलना है। गरीबदास ने बताया कि उसे एक बार मालूम हुआ कि नंगल डेम में रेसलिंग करने के लिए द ग्रेट खली का बड़ा शो है। जिसकी टिकट 300 और 500 की बिक रही है। अगले ही दिन गरीबदास ने 500 रुपए की टिकट खरीदकर खली को देखने के लिए वहां पहुंच गया। पहली बार देखकर बन गया फेन ग्राउंड में ग्रेट खली को पहली बार देखा तो वह उसे देखकर खली का फेन हो गया। गरीबदास ने बताया कि वह अभी तक कुंवारा है। उसके पांच भाई-बहन हैं। बड़ा भाई बुधराम छोटा वह और उसकी तीन बहने हैं जो शादीशुदा है। माता-पिता के देहांत के बाद वह अलग ही ढाबा चलाकर अपना गुजर बसर कर रहा है। गरीब दास ने कहा कि उसने अपने शरीर पर चार लाख रुपए खर्च कर ग्रेट खली के टैटू बनवाए हैं। गरीबदास की ऐसी दीवानगी देखी नहीं गरीब दास ने अपनी दो मरला जमीन बेचकर वहां से दो लाख लेकर और कुछ जमा किए रूपयों से द ग्रेट खली के टैटू बनवाए हैं। गरीबदास ने कहा कि उसके गांव में थोड़ी सी जमीन है। वहां पर द ग्रेट खली का मंदिर बनाएगा बस यह आखरी तमन्ना है।
जल संरक्षण के लिए मध्य प्रदेश में हो रहा है बोरी बंधान का निर्माण, 5839 सरोवर तैयार
जल संरक्षण के लिए मध्य प्रदेश में हो रहा है बोरी बंधान का निर्माण, 5839 सरोवर तैयार <p style=”text-align: justify;”><strong>MP News:</strong> मध्य प्रदेश में जल संरक्षण के लिए अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी लोग जागरूकता का परिचय दे रहे हैं. अमृत संचय अभियान के तहत ग्रामीण इलाकों में जल संरक्षित करने के लिए बोरी बंधान का निर्माण किया जा रहा है. इसके अलावा सरकार ने दावा किया है कि अमृत सरोवर अभियान के तहत डेढ़ सौ प्रतिशत अधिक लक्ष्य की प्राप्ति हो चुकी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>”जल है तो कल है”, इस स्लोगन के साथ मध्य प्रदेश में अमृत संचय अभियान चलाया जा रहा है. इस अमृत संचार अभियान के तहत बारिश में एकत्रित हुए जल को सहेजने के लिए महत्वपूर्ण कार्य किए जा रहे हैं. इसके कई उदाहरण अलग-अलग जिलों में सामने आ रहे हैं. देवास कलेक्टर ऋषव गुप्ता ने बताया कि अमृत संचय अभियान के तहत देवास जिले में कई जगह बोरी बंधान का निर्माण किया गया है. </p>
<blockquote class=”twitter-tweet”>
<p dir=”ltr” lang=”hi”><a href=”https://twitter.com/hashtag/%E0%A4%85%E0%A4%AE%E0%A5%83%E0%A4%A4_%E0%A4%B8%E0%A4%82%E0%A4%9A%E0%A4%AF_%E0%A4%85%E0%A4%AD%E0%A4%BF%E0%A4%AF%E0%A4%BE%E0%A4%A8?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw”>#अमृत_संचय_अभियान</a> के तहत बारिश के पानी को सहेजने के लिए सभी मिलकर कर रहे हैं कार्य<a href=”https://twitter.com/hashtag/%E0%A4%A6%E0%A5%87%E0%A4%B5%E0%A4%BE%E0%A4%B8?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw”>#देवास</a> जिले की जनपद पंचायत सोनकच्छ की ग्राम पंचायत कुमारिया राव में जन सहयोग से किया गया <a href=”https://twitter.com/hashtag/%E0%A4%AC%E0%A5%8B%E0%A4%B0%E0%A5%80%E0%A4%AC%E0%A4%82%E0%A4%A7%E0%A4%BE%E0%A4%A8?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw”>#बोरीबंधान</a> का निर्माण<a href=”https://twitter.com/hashtag/dewas?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw”>#dewas</a> जिले में अभियान के तहत करोड़ों लीटर वर्षा जल सहेजा<a href=”https://twitter.com/JansamparkMP?ref_src=twsrc%5Etfw”>@JansamparkMP</a> <a href=”https://twitter.com/minmpwrd?ref_src=twsrc%5Etfw”>@minmpwrd</a> <a href=”https://t.co/iZX40hY747″>pic.twitter.com/iZX40hY747</a></p>
— Collector Dewas (@collector_dewas) <a href=”https://twitter.com/collector_dewas/status/1848289698143449094?ref_src=twsrc%5Etfw”>October 21, 2024</a></blockquote>
<p style=”text-align: justify;”>
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</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बड़ी मात्रा में जल को सहेजा गया है</strong><br />देवास जिले की सोनकच्छ जनपद पंचायत के ग्राम कुमारिया राव में जन सहयोग से बोरी बंधान का निर्माण किया गया, जिसके जरिए बड़ी मात्रा में जल को सहेजा गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने बताया कि बोरी बंधान जल को सहजने का काफी सस्ता और कारगर उपाय है. इसके जरिए जल रोकने के लिए मिट्टी का उपयोग किया जाता है. मिट्टी को बोरी में भरकर जल रोकने के लिए दो तरफ जमा दिया जाता है और बीच के गैप में भी मिट्टी भर दी जाती है. कई लोग बोरियों में रेत भरकर भी रख देते हैं. इससे बोरी बंधान और भी मजबूत हो जाता है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>लक्ष्य से 149% अधिक सरोवर</strong><br />मध्य प्रदेश सरकार की ओर से दावा किया गया है कि मध्य प्रदेश में अमृत सरोवर अभियान के तहत 3900 सरोवर निर्धारित लक्ष्य रखा गया था. लेकिन इससे 149 प्रतिशत अधिक लक्ष्य की प्राप्ति हुई है. मध्य प्रदेश में 5839 सरोवर का कार्य पूर्ण हो चुका है. यह भी जल संरक्षण की दिशा में सबसे महत्वपूर्ण कदम है. इससे भूतल का जलस्तर भी ऊपर उठेगा, इतना ही नहीं सिंचाई की समस्या का भी समाधान होगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”Jabalpur Factory Blast: जबलपुर में ऑर्डिनेंस फैक्ट्री में बड़ा ब्लास्ट, इमारत धराशायी, कई कर्मचारी गंभीर जख्मी” href=”https://www.abplive.com/states/madhya-pradesh/jabalpur-ordinance-factory-blast-many-employees-injured-during-weapon-making-2808431″ target=”_self”>Jabalpur Factory Blast: जबलपुर में ऑर्डिनेंस फैक्ट्री में बड़ा ब्लास्ट, इमारत धराशायी, कई कर्मचारी गंभीर जख्मी</a></strong></p>