फाजिल्का जिले की सीतो गुन्नो तहसील क्षेत्र के एक गांव में एक नाबालिग लड़की को बहला फुसलाकर उसके साथ रेप करने का मामला सामने आया है। पीड़िता को इलाज के लिए सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। पीड़िता का कहना है कि उसे बहला फुसलाकर ले जाने वाला युवक उसे श्रीगंगानगर में ले गया और जहां पर उसे किसी को बेचने का भी प्रयास किया। लेकिन जीआरपी पुलिस ने इसकी सूचना परिजनों को दी। जिन्होंने उसे अस्पताल में भर्ती करवाया। कोल्ड ड्रिंक में दिया नशीला पदार्थ अस्पताल में भर्ती करीब 15 वर्षीय पीड़िता ने बताया कि उन्हीं के गांव में रहने वाली एक महिला के घर में मलोट निवासी उसका भाई आता जाता था। जिससे उसकी पिछले कुछ दिनों से जान पहचान हो गई और युवक ने उसे बहला फुसलाकर अपने प्रेमजाल में फंसा लिया। पीड़िता ने बताया कि गत दिवस मलोट निवासी युवक ने अपने दो दोस्तों को गांव में भेजकर उसे मलोट बुलाया। जहां गर्मी होने के कारण उक्त युवकों ने उसे कोल्ड ड्रिंक में कोई नशीली दवा पिला दी, और उसे युवक के पास ले गए, जिसने उसके साथ दुराचार किया। इसके बाद जब वह होश में आई तो उक्त युवक उसे एक छोटे हाथी में राजस्थान के श्रीगंगानगर ले जा रहे थे। उसने आरोप लगाया कि उक्त युवक उसे गंगानगर में किसी को बेचना चाहते थे। GRP ने परिजनों की दी सूचना इधर पीड़िता के भाई ने बताया कि श्रीगंगानगर की जीआरपी पुलिस ने उन्हें उसकी बहन के वहां होने की सूचना दी। जिसके वे उसे श्रीगंगानगर से अबोहर लाए और मेडिकल के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया। इधर डॉक्टरों ने इसकी रिपोर्ट बनाकर थाना बहाववाला पुलिस को भेज दी है। मामले की जांच में जुटी पुलिस थाना प्रभारी जसविंदर सिंह से बात करने पर उन्होंने बताया कि इस मामले की जांच एएसआई भगवान सिंह करेंगे। जो कि महिला पुलिस कर्मी को साथ लेकर पीड़िता के बयान दर्ज करेंगे। उन्होंने कहा कि इस मामले में जांच और पीड़िता के बायन के आधार पर आगे की कार्रवाई का जाएगी। फाजिल्का जिले की सीतो गुन्नो तहसील क्षेत्र के एक गांव में एक नाबालिग लड़की को बहला फुसलाकर उसके साथ रेप करने का मामला सामने आया है। पीड़िता को इलाज के लिए सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। पीड़िता का कहना है कि उसे बहला फुसलाकर ले जाने वाला युवक उसे श्रीगंगानगर में ले गया और जहां पर उसे किसी को बेचने का भी प्रयास किया। लेकिन जीआरपी पुलिस ने इसकी सूचना परिजनों को दी। जिन्होंने उसे अस्पताल में भर्ती करवाया। कोल्ड ड्रिंक में दिया नशीला पदार्थ अस्पताल में भर्ती करीब 15 वर्षीय पीड़िता ने बताया कि उन्हीं के गांव में रहने वाली एक महिला के घर में मलोट निवासी उसका भाई आता जाता था। जिससे उसकी पिछले कुछ दिनों से जान पहचान हो गई और युवक ने उसे बहला फुसलाकर अपने प्रेमजाल में फंसा लिया। पीड़िता ने बताया कि गत दिवस मलोट निवासी युवक ने अपने दो दोस्तों को गांव में भेजकर उसे मलोट बुलाया। जहां गर्मी होने के कारण उक्त युवकों ने उसे कोल्ड ड्रिंक में कोई नशीली दवा पिला दी, और उसे युवक के पास ले गए, जिसने उसके साथ दुराचार किया। इसके बाद जब वह होश में आई तो उक्त युवक उसे एक छोटे हाथी में राजस्थान के श्रीगंगानगर ले जा रहे थे। उसने आरोप लगाया कि उक्त युवक उसे गंगानगर में किसी को बेचना चाहते थे। GRP ने परिजनों की दी सूचना इधर पीड़िता के भाई ने बताया कि श्रीगंगानगर की जीआरपी पुलिस ने उन्हें उसकी बहन के वहां होने की सूचना दी। जिसके वे उसे श्रीगंगानगर से अबोहर लाए और मेडिकल के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया। इधर डॉक्टरों ने इसकी रिपोर्ट बनाकर थाना बहाववाला पुलिस को भेज दी है। मामले की जांच में जुटी पुलिस थाना प्रभारी जसविंदर सिंह से बात करने पर उन्होंने बताया कि इस मामले की जांच एएसआई भगवान सिंह करेंगे। जो कि महिला पुलिस कर्मी को साथ लेकर पीड़िता के बयान दर्ज करेंगे। उन्होंने कहा कि इस मामले में जांच और पीड़िता के बायन के आधार पर आगे की कार्रवाई का जाएगी। पंजाब | दैनिक भास्कर
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जालंधर में फर्जी CBI अधिकारी गिरफ्तार:जाली आईडी कार्ड बरामद, मोबाइल शॉप पर युवती से की छेड़छाड़; SHO बोले- जांच जारी कल यानी गुरुवार देर शाम पंजाब के जालंधर में मिलाप चौक के पास पुलिस ने एक ऐसे आरोपी को गिरफ्तार किया है जो फर्जी सीबीआई अधिकारी बनकर घूम रहा था। पुलिस ने उसके पास से एक फर्जी सीबीआई आई कार्ड भी बरामद किया है। जिसके आधार पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। मिली जानकारी के अनुसार आरोपी मिलाप चौक के पास स्थित एक मोबाइल शॉप पर अपना फोन रिपेयर करवाने गया था। इस दौरान उक्त व्यक्ति ने दुकान के अंदर बैठी एक महिला कर्मचारी से छेड़छाड़ की। जब मालिक ने इसका विरोध किया तो आरोपी ने खुद को सीबीआई अधिकारी बताया। मामला यहीं नहीं रुका, आरोपी ने वॉकी-टॉकी और अपना फर्जी सीबीआई कार्ड निकालकर सामने रख दिया। जिस पर उक्त व्यक्ति की पहचान मंजसप्रीत सिंह निवासी लखन का पड्डा, कपूरथला के रूप में लिखी थी। दुकानदार को जब उक्त व्यक्ति पर शक हुआ तो थाना डिवीजन नंबर-4 की पुलिस को मौके पर बुलाया गया। पुलिस ने उक्त व्यक्ति को मौके से हिरासत में ले लिया। कार्ड पर लिखा था स्पेशल ऑफिसर रैंक आरोपी का कार्ड मंजसप्रीत सिंह के नाम से था, जिस पर उसका रैंक स्पेशल ऑफिसर लिखा था। जिसका एजेंट कोर्ट 21297/5495 लिखा था। उक्त कार्ड पर जारीकर्ता का नाम भी मुहर लगा हुआ था और हस्ताक्षर भी थे। कार्ड पर जारीकर्ता का नाम जीके वर्मा लिखा हुआ था। कार्ड पर लगी फोटो में उक्त व्यक्ति के बाल छोटे थे और जब उसे हिरासत में लिया गया तो उसने पगड़ी पहन रखी थी। हम मामले की जांच कर रहे हैं- एसएचओ थाना डिवीजन नंबर-4 एसएचओ हरदेव सिंह ने भास्कर से बात करते हुए कहा- उक्त व्यक्ति को हिरासत में जरूर लिया गया है। लेकिन फिलहाल मामले की जांच की जा रही है। क्योंकि इसमें केंद्रीय एजेंसी का नाम है। ऐसे में जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। फिलहाल गलती किसकी है, यह तो जांच के बाद ही पता चलेगा। मामले से उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया गया है।
जालंधर वेस्ट में उप-चुनाव घोषित, 10 जुलाई को होगी वोटिंग:21 जून नामांकन की आखिरी तारीख; EX-MLA अंगुराल लाइव होकर पंजाब सरकार पर भड़के
जालंधर वेस्ट में उप-चुनाव घोषित, 10 जुलाई को होगी वोटिंग:21 जून नामांकन की आखिरी तारीख; EX-MLA अंगुराल लाइव होकर पंजाब सरकार पर भड़के पंजाब में जालंधर के वेस्ट हलके में चुनावों की तारीख अनाउंस कर दी गई है। पंजाब के मुख्य निर्वाचन अधिकारी सिबिन सी ने जानकारी दी है कि जालंधर पश्चिम (एससी) उपचुनाव के लिए 10 जुलाई को मतदान होगा। इस संबंध में भारत निर्वाचन आयोग द्वारा चुनाव कार्यक्रम जारी कर दिया गया है। जालंधर वेस्ट हलके से आम आदमी पार्टी के विधायक रहे शीतल अंगुराल ने उप चुनावों की घोषणा होते ही जमकर पंजाब सरकार पर भड़ास निकाली। अंगुराल ने कहा- पंजाब की पांच सीटों पर उप चुनाव होने हैं। मगर सरकार सिर्फ जालंधर वेस्ट सीट पर उप चुनाव करवा रही है। बाकी किसी भी सीट के विधायक का इस्तीफा मंजूर नहीं किया गया। अंगुराल ने कहा- इससे पता चलता है कि सरकार किन नीतियों पर काम कर रही है। अंगुराल ने कहा- मेरे इलाके के लोग फिर से तैयार हैं सच और झूठ की लड़ाई के लिए। उन्हें उप चुनाव में अपनी स्थिति का पता चल जाएगा। सिबिन सी बोले- आज से शहर में आचार सहिता लागू सिबिन सी ने कहा- नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 21 जून (शुक्रवार) होगी। नामांकन पत्रों की जांच 24 जून (सोमवार) को होगी जबकि नामांकन पत्र वापस लेने की अंतिम तिथि 26 जून (बुधवार) है। उन्होंने कहा कि मतदान 10 जुलाई (बुधवार) को होगा और 13 जुलाई (शनिवार) को मतगणना के बाद परिणाम घोषित किया जाएगा। उपचुनाव की घोषणा के साथ ही सोमवार को जालंधर जिले में चुनाव संहिता लागू हो गई है। यह संहिता 15 जुलाई (सोमवार) को चुनाव प्रक्रिया पूरी होने तक लागू रहेगी। चुनाव आयोग द्वारा विभिन्न राज्यों में उप चुनाव को लेकर लेटर जारी गई है। जिसमें जालंधर के बारे में भी जानकारी दी गई। चुनाव आयोग द्वारा जारी की गई लेटर… शीतल अंगुराल के इस्तीफा देने पर सीट हुई थी खाली साल 2022 विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के विधायक रहे शीतल अंगुराल (बीजेपी जॉइंन कर चुके) लोकसभा चुनावों से पहले आप सांसद रहे सुशील कुमार रिंकू (अब बीजेपी में) के साथ इसी साल 27 मार्च को भारतीय जनता पार्टी जॉइंन कर ली थी। पार्टी जॉइंन करने से पहले शीतल अंगुराल ने अपने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था। लोकसभा चुनाव की वोटिंग संपन्न होने तक उक्त इस्तीफा मंजूर नहीं किया गया था। मगर वोटिंग से दो दिन पहले अंगुराल का इस्तीफा पंजाब के विधानसभा के स्पीकर संधवां ने मंजूर कर दिया था। इसे लेकर अब उक्त सीट पर उप चुनाव होने जा रहे हैं। 3 जून को विधानसभा अध्यक्ष ने वेरिफिकेशन के लिए शीतल अंगुराल को बुलाया था। इससे पहले ही उनका इस्तीफा स्पीकर ने मंजूर कर दिया था। अंगुराल ने कहा था कि मैं कोर्ट जाऊंगा विधायक जब 3 जून को स्पीकर से मिलने के लिए पहुंचे तो उन्हें पता चला कि 30 मई को ही उनका इस्तीफा मंजूर हो चुका था। इस पर अंगुराल ने आरोप लगाए थे कि उनके साथ राजनीति की जा रही है। वह उप चुनाव को लेकर कोर्ट जाएंगे। इस्तीफा वापस लेने की बात पर शीतल अंगुराल ने कहा था कि अगर लोकसभा चुनाव के साथ ही विधानसभा हलके में चुनाव हो जाते तो सरकार का खर्च बच जाना था। मगर जब यहां पर दोबारा चुनाव करवाए जाने हैं। यही वजह है कि वह अपना इस्तीफा वापस ले रहे हैं। उसी दिन शीतल अंगुराल ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से मोदी का परिवार भी हटा लिया था। ऑपरेशन लोटस के मुख्य शिकायतकर्ता पंजाब की राजनीति में भूचाल लाने वाले ऑपरेशन लोटस के मुख्य शिकायतकर्ता शीतल अगुंराल ही है। करीब डेढ़ साल पहले ऑपरेशन लोटस मामले में आम आदमी पार्टी के 2 विधायक शीतल अंगुराल और रमन अरोड़ा ने बयान दर्ज करवाए थे। मोहाली थाने में केस दर्ज होने के बाद इस मामले की जांच विजिलेंस ब्यूरो को सौंपी गई थी। लेकिन विजिलेंस की जांच में कोई ऐसा तथ्य सामने नहीं आया, जिससे किसी को इस केस में नामजद किया जा सके।
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