अबोहर के गांव धर्मपुरा में आज सुबह एक बाग में स्प्रे कर रहा युवक कीटनाशक की चपेट में आ गया। हालत बिगड़ने से आनन फानन में उसे इलाज के लिए सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषति कर दिया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मृतक पांच भाई बहनों में सबसे छोटा था। वहीं बेटे की मौत का समाचार सुन उसकी मां मनप्रीत कौर ही हालत भी बिगड गई, जिसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। जानकारी के अनुसार, गांव धर्मपुरा निवासी 30 वर्षीय बग्गी पुत्र दीपा आज वह गावं के ही छीना सिंह के साथ एक जमींदार के बाग में स्प्रे कर रहा रहा था। इस दौरान कीटनाशक उसके दिमाग में चढ़ गया, जिससे उसे चक्कर आ गए और वह जमीन पर गिर गया। छीना सिंह और युवक के परिजन उसे एक निजी अस्पताल ले गए, जहां उसकी हालत गंभीर देखते हुए उसे सरकारी अस्पताल रेफर कर दिया। सरकारी अस्पताल में डाक्टरों ने बग्गी को मृत घोषित कर दिया। मृतक अविवाहित था। मां की हालत भी बिगड़ी बेटे की मौत की जानकारी मिलने के बाद उसकी मां मनप्रीत कौर की हालत भी बिगड़ गई। मनप्रीत को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अस्पताल के फार्मासिस्ट अक्षय ने बताया कि युवक को बेहोशी की हालत में लाया गया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का पता चल सकेगा। कीटनाशक का किया सेवन इसके अलावा गांव बजीतपुर भोमा निवासी एक व्यक्ति ने नशे की हलात में कीटनाशक का सेवन कर लिया। जिससे उसकी हालत बिगड़ गई। उसे हायर सेंटर रेफर किया गया है।जानकारी के अनुसार, 30 वर्षीय बलकरण सिंह पुत्र सोहन सिंह के भाई गुरजंट ने बताया कि उसके भाई के दो बच्चे हैं। गुरजंट ने बताया कि गत दिनों उसके सिर पर पर गहरी चोट लग गई थी जिसकी टेंशन बलकरण सिंह लिए रखता था और परेशान रहता था। अबोहर के गांव धर्मपुरा में आज सुबह एक बाग में स्प्रे कर रहा युवक कीटनाशक की चपेट में आ गया। हालत बिगड़ने से आनन फानन में उसे इलाज के लिए सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषति कर दिया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मृतक पांच भाई बहनों में सबसे छोटा था। वहीं बेटे की मौत का समाचार सुन उसकी मां मनप्रीत कौर ही हालत भी बिगड गई, जिसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। जानकारी के अनुसार, गांव धर्मपुरा निवासी 30 वर्षीय बग्गी पुत्र दीपा आज वह गावं के ही छीना सिंह के साथ एक जमींदार के बाग में स्प्रे कर रहा रहा था। इस दौरान कीटनाशक उसके दिमाग में चढ़ गया, जिससे उसे चक्कर आ गए और वह जमीन पर गिर गया। छीना सिंह और युवक के परिजन उसे एक निजी अस्पताल ले गए, जहां उसकी हालत गंभीर देखते हुए उसे सरकारी अस्पताल रेफर कर दिया। सरकारी अस्पताल में डाक्टरों ने बग्गी को मृत घोषित कर दिया। मृतक अविवाहित था। मां की हालत भी बिगड़ी बेटे की मौत की जानकारी मिलने के बाद उसकी मां मनप्रीत कौर की हालत भी बिगड़ गई। मनप्रीत को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अस्पताल के फार्मासिस्ट अक्षय ने बताया कि युवक को बेहोशी की हालत में लाया गया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का पता चल सकेगा। कीटनाशक का किया सेवन इसके अलावा गांव बजीतपुर भोमा निवासी एक व्यक्ति ने नशे की हलात में कीटनाशक का सेवन कर लिया। जिससे उसकी हालत बिगड़ गई। उसे हायर सेंटर रेफर किया गया है।जानकारी के अनुसार, 30 वर्षीय बलकरण सिंह पुत्र सोहन सिंह के भाई गुरजंट ने बताया कि उसके भाई के दो बच्चे हैं। गुरजंट ने बताया कि गत दिनों उसके सिर पर पर गहरी चोट लग गई थी जिसकी टेंशन बलकरण सिंह लिए रखता था और परेशान रहता था। पंजाब | दैनिक भास्कर
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अटक सकती है कंगना की इमरजेंसी फिल्म:सेंसर बोर्ड ने हाईकोर्ट में दिया जवाब, कहा- सर्टिफिकेट नहीं हुआ जारी; 6 सितंबर है रिलीज डेट
अटक सकती है कंगना की इमरजेंसी फिल्म:सेंसर बोर्ड ने हाईकोर्ट में दिया जवाब, कहा- सर्टिफिकेट नहीं हुआ जारी; 6 सितंबर है रिलीज डेट भाजपा सांसद व एक्ट्रेस कंगना रनोट की फिल्म इमरजेंसी की रिलीज अटक सकती है। दरअसल, पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट में दाखिल याचिका की सुनवाई के दौरान सेंसर बोर्ड ने साफ कर दिया है कि इस फिल्म को अभी तक सर्टिफिकेट ही जारी नहीं किया गया। जबकि फिल्म को रिलीज करने के लिए मात्र 6 दिन ही शेष बचे हैं। फिल्म इमरजेंसी के खिलाफ एडवोकेट ईमान सिंह खारा की तरफ से याचिका दायर की गई थी। जिसकी सुनवाई हाईकोर्ट में हुई। एडवोकेट ईमान सिंह खारा का कहना है कि कोर्ट में सेंसर बोर्ड ने अपना जवाब दाखिल किया है। जिसमें उन्होंने स्पष्ट किया है कि इस फिल्म को अभी तक रिलीज के लिए सर्टिफिकेट जारी नहीं किया गया। जवाब के अनुसार फिल्म के खिलाफ कई शिकायतें हैं। शिकायतों को सुने जाने के बाद ही फिल्म को सर्टिफिकेट जारी किया जाएगा। एसजीपीसी ने सीन डिलीट करने की मांग रखी शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) के सदस्य गुरचरण सिंह गरेवाल ने कहा कि शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने सूचना और प्रसारण मंत्री के साथ-साथ सेंसर बोर्ड को भी पत्र लिखा था। पत्र में कहा गया कि हमारा ऐसा कोई इरादा नहीं है। फिल्म का विरोध सिर्फ इसलिए नहीं कर रहे कि इसमें कंगना रनोट हैं। हमारा रुख हमारे तर्क पर आधारित है। गुरुद्वारा कमेटी ने भी एक कानूनी नोटिस जारी किया था और कुछ सदस्यों ने अपनी रिट याचिका दायर करने के लिए उच्च न्यायालय का दरवाजा भी खटखटाया था। कंगना की फिल्म का प्रमोशन रोक दिया गया है, ये तो 6 सितंबर को ही पता चलेगा। कंगना अपनी फिल्म को प्रमोट करने के लिए बहुत कुछ करती हैंद्ध उनका कहना है कि उन्हें रेप और जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। ये सब फिल्म प्रमोशन के स्टंट हैं, लेकिन अगर सेंसर बोर्ड ने यह (फिल्म को पास न करने का) फैसला किया है, तो यह एक अच्छी बात है, क्योंकि यह मामला सिर्फ सिखों से जुड़ा नहीं है, यह देश में सद्भाव की चिंताओं से भी जुड़ा है। कंगना का दावा, सेंसर वालों को आ रहीं धमकियां फिल्म का सेंसर सर्टिफिकेट रोके जाने पर कंगना रनोट ने अपना एक वीडियो भी बीते दिन जारी किया था। जिस पर कंगना ने दावा किया है कि सेंसर वालों को धमकियां आ रही हैं, जिसके चलते फिल्म की रिलीज को रोका गया है। वीडियो में कंगना ने कहा- कई तरह की अफवाहें उड़ रही हैं कि हमारी फिल्म इमरजेंसी को सेंसर सर्टिफिकेट मिल गया है। इट इज नॉट ट्रू (ये सच नहीं है)। इनफैक्ट, हमारी फिल्म क्लीयर हो गई थी, लेकिन उसकी सर्टिफिकेशन रोक ली गई है। क्योंकि, बहुत ज्यादा धमकियां आ रही हैं, जान से मार देने की। सेंसर वालों को बहुत ज्यादा धमकियां आ रही हैं। तो हम पर ये प्रेशर है कि मिसेज गांधी की असेसिनेशन ना दिखाई जाए। भिंडरांवाला को ना दिखाएं। पंजाब रॉयट्स ना दिखाएं। आई डोंट नो (मुझे नहीं पता) फिर क्या दिखाएं। क्या हुआ कि फिल्म अचानक से ब्लैक-आउट हो जाती है। दिस इज अनब्लीवेबल टाइम फोर मी ( ये मेरे लिए अविश्वसनीय समय है)। आई एम वैरी सॉरी फॉर द स्टेट ऑफ थिंग्स इन दिस कंट्री (मुझे इस देश की स्थिति पर बहुत खेद है)। पंजाब सहित तेलंगाना भी बैन लगाने की तैयारी में पंजाब में विवाद के बाद आम आदमी पार्टी के सांसद गुरमीत सिंह मीत हेयर ने बीते दिन ही संकेत दिया था कि फिल्म को पंजाब में रिलीज के लिए रोका जा सकता है। पंजाब के अलावा तेलंगाना भी इस फिल्म की रिलीज पर बैन लगाने की तैयारी में है। दोनों राज्यों में सिख संगठन की मांग के बाद ही इस पर बैन लगाने पर विचार किया जा रहा है। कंगना सहित जी-स्टूडियो को भेजा जा चुका नोटिस इससे पहले SGPC प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी फिल्म अदाकारा कंगना रनोट के खिलाफ FIR की मांग कर चुके हैं। एडवोकेट धामी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा था कि कंगना रनोट अक्सर जानबूझकर सिखों की भावनाओं को भड़काने वाली बातें करती रही हैं। सरकार उनके खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय उन्हें बचा रही है। सरकार को कंगना रनोट के खिलाफ फिल्म इमरजेंसी के जरिए सिखों की धार्मिक भावनाएं भड़काने का मामला दर्ज करना चाहिए। श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह भी फिल्म पर कड़े ऐतराज जता चुके हैं और फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने की मांग कर चुके हैं। इसके अलावा एसजीपीसी की तरफ से कंगना रनोट सहित फिल्म का ट्रेलर रिलीज करने वाले जी-स्टूडियो को भी नोटिस भेजा जा चुका है। सांसद सर्बजीत खालसा ने उठाया था मामला ये मामला सबसे पहले पंजाब के फरीदकोट से निर्वाचित सांसद सर्बजीत सिंह खालसा की तरफ से अपने सोशल मीडिया एकाउंट्स पर उठाया गया था। सर्बजीत खालसा ने ब्रॉडकास्ट मंत्रालय से इस फिल्म की रिलीज को रोकने की मांग रखी थी। उनकी तरफ से ऐतराज उठाए जाने के बाद ही ये मामला श्री अकाल तख्त साहिब व एसजीपीसी के ध्यान में आया था। फिल्म में दिखाया आतंकवाद का दौर, भिंडरांवाले का कैरेक्टर भी रखा कंगना ने कुछ दिन पहले इस फिल्म का ट्रेलर अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर किया था। जिसमें पंजाब में 1980 के दशक में आतंकवाद के दौर को भी दिखाया गया है। इसमें एक कैरेक्टर को जरनैल सिंह भिंडरांवाला भी बनाया गया है, जिसे कट्टरपंथी सिख संत के तौर पर देखते हैं। सर्बजीत खालसा का मानना है कि फिल्म में ब्लू स्टार ऑपरेशन को लेकर भी फिल्माया गया है, जो जरनैल सिंह भिंडरांवाला को खत्म करने के लिए ही चलाया गया था।
मोगा में 22 साल के युवक ने किया सुसाइड:प्रेमिका से नाराज होकर लगाई फांसी, हुई थी लड़की से कहासुनी
मोगा में 22 साल के युवक ने किया सुसाइड:प्रेमिका से नाराज होकर लगाई फांसी, हुई थी लड़की से कहासुनी मोगा जिला के गांव सैद मोहमद में एक युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। युवक की उम्र करीब 22 साल बताई जा रही है, जो एक किसान के पास मजदूरी का काम करता था। वो अपनी प्रेमिका से नाराज होकर पेड़ पर फांसी लगा लिया और अपनी जान दे दी। मृतक के परिजनों के बयानों के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। बेंगलुरु की रहने वाली युवती से था प्रेम संबंध जानकारी देते हुए जांच अधिकारी चरणजीत सिंह ने बताया कि मृतक श्याम सिंह काफी समय से गांव सैद मोहमद में किसान के पास मजदूरी करता था। उसका बेंगलुरु की रहने वाली एक युवती के साथ प्रेम संबंध था। किसी बात को लेकर रात को हुई थी कहासुनी रात किसी बात को लेकर उसकी अपनी प्रेमिका के साथ कहा सुनी हो गई और उसने कमरे के पीछे लगे दरख्त से फंदा लगा लिया। पुलिस ने बताया कि हमें जब सूचना मिली तब हम मौके पर पहुंचे और शव को कब्जे में लेकर सरकारी हॉस्पिटल में पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। मृतक के रिश्तेदारों के बयानों के आधार पर मामला दर्ज कर आगे कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
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मोगा में दो बेटियों की पिता की गला दबाकर हत्या:कार सवार बदमाशों ने की वारदात, थाने बाहर शव रखकर परिजनों का प्रदर्शन पंजाब के मोगा में कार सवार वर्दीधारी दो बदमाशों ने गला दबाकर एक युवक की हतया कर दी और फरार हो गए। हत्याकांड के बाद परिजनों ने हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर शव को थाना फतेहगढ़ पंजतूर के बाहर प्रदर्शन किया। जानकारी देते हुए मृतक युवक के चचेरे भाई गुरप्रीत गोपी ने बताया कि, वह और उसका चचेरा भाई 24 वर्षीय विजय कुमार अपनी बाइक पर सवार होकर जा रहे थे। जब वह गांव लल्लेहंदी पहुंचे तो तेज रफ्तार स्विफ्ट कार ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी। जिससे वह बाइक समेत सड़क पर गिर गए। इससे पहले दोनों संभल पाते कि कार से वर्दीधारी दो व्यक्ति उतरे और आते ही विजय से मारपीट शुरू कर दी। हमलावरों ने विजय के गले में परना डालकर उसका गला दबा दिया। जिस कारण विजय कुमार की मौत हो गई। मृतक की दो छोटी बेटियां हत्याकांड को वाददात देकर कार सवार मौके से फरार हो गए। मृतक की दो छोटी बेटियां है। विजय की मौत की जानकारी मिलते ही परिजनों में हाहाकार मच गया। जिसके बाद परिजनों ने शव को थाना फतेहगढ़ पंजतूर के बाहर रखकर प्रदर्शन किया और इंसाफ की मांग की। डीएसपी अमरजीत सिंह ने बताया कि पुलिस मृतक के चचेरे भाई गुरप्रीत गोपी के बयान ले रही है। कार सवार हत्यारों की तलाश की जा रही है। गुरप्रीत गोपी के बयानों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है।