आईआईटी कानपुर की रिसर्च स्कॉलर को शादी का झांसा देकर यौन उत्पीड़न के आरोपी एसीपी मोहसिन की अब बर्खास्तगी के लिए पीड़िता ने डीजीपी को पत्र लिखा है। पीड़िता ने आरोप लगाया है कि आरोपी खाकी वर्दी वाला है। इस वजह से उसकी पहले अरेस्टिंग नहीं की गई। हाईकोर्ट से अरेस्टिंग और चार्जशीट पर स्टे मिला है, लेकिन उसके खिलाफ कोई विभागीय एक्शन नहीं लिया गया है। पीड़िता ने डीजीपी को पत्र लिखकर एसीपी पर विभागीय एक्शन की मांग की आईआईटी कानपुर की रिसर्च स्कॉलर ने कानपुर में तैनात रहे एसीपी कलक्टरगंज मोहसिन खान पर 12 दिसंबर को शादी का झांसा देकर महीनों यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाते हुए कल्याणपुर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। रिपोर्ट दर्ज होने के करीब 10 दिन बाद एसीपी को हाईकोर्ट से अरेस्टिंग और चार्जशीट पर स्टे मिल गया था। अब अगली सुनवाई 20 मार्च 2025 को होनी है। सुनवाई से पहले पीड़िता ने यूपी पुलिस के मुखिया डीजीपी प्रशांत कुमार समेत अन्य अफसरों को ई-मेल भेजकर आरोपी एसीपी मोहसिन की बर्खास्तगी की मांग की है। रिपोर्ट दर्ज होने के बाद आरोपी एसीपी को लखनऊ पुलिस हेडक्वार्टर अटैच कर दिया गया था। पीड़िता ने बताया कि आरोपी एसीपी को अरेस्टिंग स्टे और चार्जशीट पर हाईकोर्ट ने स्टे दिया है। जबकि उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जा सकती है। इसके बाद भी इतने गंभीर आरोप होने के बाद भी एसीपी पर अभी तक पुलिस महकमे ने कोई एक्शन नहीं लिया है। एसीपी को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड करने की मांग की है। आरोपी के खिलाफ विभागीय एक्शन के लिए एडीजी लॉ एंड ऑर्डर और डीजीपी समेत अन्य अफसरों को ई-मेल भेजी है। अरेस्टिंग और चार्जशीट स्टे को खारिज कराने की कोशिश पीड़िता ने बातचीत के दौरान कहा है कि वह एसीपी के खिलाफ अंतिम दम तक लड़ाई जारी रखेगी। आरोपी एसीपी को सजा दिलाकर रहेगी। एसीपी की वजह से उसका कॅरियर की प्रभावित नहीं हुआ बल्कि, मानसिक अवसाद से गुजरना पड़ रहा है। मामले में सुनवाई के दौरान 20 मार्च को उसने पुलिस से अपना पक्ष मजबूती से रखने की मांग की है। इससे कि अरेस्टिंग स्टे और चार्जशीट पर स्टे को खारिज कराया जा सके। इस संबंध में पीड़िता ने विवेचना अधिकारी व वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से भी बात की है। आईआईटी कानपुर की रिसर्च स्कॉलर को शादी का झांसा देकर यौन उत्पीड़न के आरोपी एसीपी मोहसिन की अब बर्खास्तगी के लिए पीड़िता ने डीजीपी को पत्र लिखा है। पीड़िता ने आरोप लगाया है कि आरोपी खाकी वर्दी वाला है। इस वजह से उसकी पहले अरेस्टिंग नहीं की गई। हाईकोर्ट से अरेस्टिंग और चार्जशीट पर स्टे मिला है, लेकिन उसके खिलाफ कोई विभागीय एक्शन नहीं लिया गया है। पीड़िता ने डीजीपी को पत्र लिखकर एसीपी पर विभागीय एक्शन की मांग की आईआईटी कानपुर की रिसर्च स्कॉलर ने कानपुर में तैनात रहे एसीपी कलक्टरगंज मोहसिन खान पर 12 दिसंबर को शादी का झांसा देकर महीनों यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाते हुए कल्याणपुर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। रिपोर्ट दर्ज होने के करीब 10 दिन बाद एसीपी को हाईकोर्ट से अरेस्टिंग और चार्जशीट पर स्टे मिल गया था। अब अगली सुनवाई 20 मार्च 2025 को होनी है। सुनवाई से पहले पीड़िता ने यूपी पुलिस के मुखिया डीजीपी प्रशांत कुमार समेत अन्य अफसरों को ई-मेल भेजकर आरोपी एसीपी मोहसिन की बर्खास्तगी की मांग की है। रिपोर्ट दर्ज होने के बाद आरोपी एसीपी को लखनऊ पुलिस हेडक्वार्टर अटैच कर दिया गया था। पीड़िता ने बताया कि आरोपी एसीपी को अरेस्टिंग स्टे और चार्जशीट पर हाईकोर्ट ने स्टे दिया है। जबकि उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जा सकती है। इसके बाद भी इतने गंभीर आरोप होने के बाद भी एसीपी पर अभी तक पुलिस महकमे ने कोई एक्शन नहीं लिया है। एसीपी को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड करने की मांग की है। आरोपी के खिलाफ विभागीय एक्शन के लिए एडीजी लॉ एंड ऑर्डर और डीजीपी समेत अन्य अफसरों को ई-मेल भेजी है। अरेस्टिंग और चार्जशीट स्टे को खारिज कराने की कोशिश पीड़िता ने बातचीत के दौरान कहा है कि वह एसीपी के खिलाफ अंतिम दम तक लड़ाई जारी रखेगी। आरोपी एसीपी को सजा दिलाकर रहेगी। एसीपी की वजह से उसका कॅरियर की प्रभावित नहीं हुआ बल्कि, मानसिक अवसाद से गुजरना पड़ रहा है। मामले में सुनवाई के दौरान 20 मार्च को उसने पुलिस से अपना पक्ष मजबूती से रखने की मांग की है। इससे कि अरेस्टिंग स्टे और चार्जशीट पर स्टे को खारिज कराया जा सके। इस संबंध में पीड़िता ने विवेचना अधिकारी व वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से भी बात की है। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
अब एसीपी मोहसिन की बर्खास्तगी की मांग:पीड़िता आईआईटी रिसर्च स्कॉलर ने डीजीपी को लिखा पत्र, अरेस्टिंग और चार्जशीट स्टे को खारिज कराने की तैयारी
