Ladakh Snowfall: लद्दाख में भारी बर्फबारी से जनजीवन प्रभावित, याक चरवाहों के सामने खड़ी हुई ये चुनौती

Ladakh Snowfall: लद्दाख में भारी बर्फबारी से जनजीवन प्रभावित, याक चरवाहों के सामने खड़ी हुई ये चुनौती

<p style=”text-align: justify;”><strong>Snowfall in Ladakh:</strong> पूरे उत्तर भारत में इन दिनों मौसम का कहर देखने को मिल रहा है. लद्दाख के सुदूर इलाकों में लगातार पिछले दस दिनों से चरम मौसम ने तबाही मचाई है. ऊपरी क्षेत्रों में भारी बर्फबारी से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. इस साल लद्दाख में असामान्य रूप से काफी ज्यादा बर्फबारी हुई है. खानाबदोश, जो अपने याक को निचले पहाड़ी इलाकों में चराने ले जाते थे, अब वापस लौटने पर मजबूर हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>हाल ही में एक वीडियो सामने आया है. इसमें याक चरवाहों की कठिन जिंदगी दिखाई गई है. बर्फबारी के कारण उन्हें लौटना पड़ा है. वीडियो में ज़ांस्कर के अक्षो इलाके में 3-4 फीट बर्फबारी के बाद याक को पहाड़ों से नीचे लाते दिखाया गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>चरवाहे अपने झुंड के साथ बर्फ में चलने को मजबूर हैं. मोटी बर्फ की चादर से सड़कें और रास्ते गायब हो गए हैं. चरम मौसम से पहाड़ों में याक का जीवित रहना कठिन हो गया है. चरवाहे भोजन और सुरक्षा के लिए याक को निचले इलाकों में ला रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कैसे कमाते हैं याक चरवाहे?</strong><br />लद्दाख के याक चरवाहे विभिन्न गांवों से जानवर इकट्ठा करते हैं. उन्हें चरागाहों में ले जाते हैं. वहां वे परिवार सहित रहते हैं. याक के दूध से मक्खन बनाते हैं. मक्खन की बिक्री से आय होती है. यह आय याक मालिकों के साथ साझा की जाती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>2013 में पूर्वी लद्दाख में भारी बर्फबारी हुई थी. चारे की कमी से 22,000 से अधिक पश्मीना बकरियां, याक और अन्य पशुधन मारे गए थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>अगले एक सप्ताह का मौसम पूर्वानुमान</strong><br />मौसम विभाग की मानें तो लद्दाख क्षेत्र में अगले एक सप्ताह तक मौसम ठंडा और शुष्क रहने की संभावना है. दिन का तापमान -5&deg;C से 2&deg;C के बीच रहेगा. रात का तापमान -15&deg;C तक गिर सकता है. भारी बर्फबारी की संभावना है, विशेषकर ऊंचाई वाले क्षेत्रों में. नागरिकों और चरवाहों को सलाह दी जाती है कि वे सतर्क रहें. ताजा मौसम अपडेट के लिए स्थानीय अधिकारियों से संपर्क में रहें.</p>
<p style=”text-align: justify;”><iframe title=”YouTube video player” src=”https://www.youtube.com/embed/yhP57fYaxOY?si=pq9mBGYl5c6gSbH-” width=”560″ height=”315″ frameborder=”0″ allowfullscreen=”allowfullscreen”></iframe></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें – <a title=”जम्मू-कश्मीर के 37 विभागों में इतने पद खाली, CM उमर अब्दुल्ला ने विधानसभा में दी अहम जानकारी” href=”https://www.abplive.com/states/jammu-and-kashmir/omar-abdullah-jammu-kashmir-cm-said-more-than-32000-posts-vacant-in-37-departments-jkssb-and-jkpsc-2897104″ target=”_self”>जम्मू-कश्मीर के 37 विभागों में इतने पद खाली, CM उमर अब्दुल्ला ने विधानसभा में दी अहम जानकारी</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Snowfall in Ladakh:</strong> पूरे उत्तर भारत में इन दिनों मौसम का कहर देखने को मिल रहा है. लद्दाख के सुदूर इलाकों में लगातार पिछले दस दिनों से चरम मौसम ने तबाही मचाई है. ऊपरी क्षेत्रों में भारी बर्फबारी से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. इस साल लद्दाख में असामान्य रूप से काफी ज्यादा बर्फबारी हुई है. खानाबदोश, जो अपने याक को निचले पहाड़ी इलाकों में चराने ले जाते थे, अब वापस लौटने पर मजबूर हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>हाल ही में एक वीडियो सामने आया है. इसमें याक चरवाहों की कठिन जिंदगी दिखाई गई है. बर्फबारी के कारण उन्हें लौटना पड़ा है. वीडियो में ज़ांस्कर के अक्षो इलाके में 3-4 फीट बर्फबारी के बाद याक को पहाड़ों से नीचे लाते दिखाया गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>चरवाहे अपने झुंड के साथ बर्फ में चलने को मजबूर हैं. मोटी बर्फ की चादर से सड़कें और रास्ते गायब हो गए हैं. चरम मौसम से पहाड़ों में याक का जीवित रहना कठिन हो गया है. चरवाहे भोजन और सुरक्षा के लिए याक को निचले इलाकों में ला रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कैसे कमाते हैं याक चरवाहे?</strong><br />लद्दाख के याक चरवाहे विभिन्न गांवों से जानवर इकट्ठा करते हैं. उन्हें चरागाहों में ले जाते हैं. वहां वे परिवार सहित रहते हैं. याक के दूध से मक्खन बनाते हैं. मक्खन की बिक्री से आय होती है. यह आय याक मालिकों के साथ साझा की जाती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>2013 में पूर्वी लद्दाख में भारी बर्फबारी हुई थी. चारे की कमी से 22,000 से अधिक पश्मीना बकरियां, याक और अन्य पशुधन मारे गए थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>अगले एक सप्ताह का मौसम पूर्वानुमान</strong><br />मौसम विभाग की मानें तो लद्दाख क्षेत्र में अगले एक सप्ताह तक मौसम ठंडा और शुष्क रहने की संभावना है. दिन का तापमान -5&deg;C से 2&deg;C के बीच रहेगा. रात का तापमान -15&deg;C तक गिर सकता है. भारी बर्फबारी की संभावना है, विशेषकर ऊंचाई वाले क्षेत्रों में. नागरिकों और चरवाहों को सलाह दी जाती है कि वे सतर्क रहें. ताजा मौसम अपडेट के लिए स्थानीय अधिकारियों से संपर्क में रहें.</p>
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