अमृतसर की केंद्रीय जेल में कैदी की मौत:परिजनों ने दिया धरना, जेल सुपरिटेंडेंट पर मारपीट करने का आरोप, ज्यूडिशियली जांच शुरू​​​​

अमृतसर की केंद्रीय जेल में कैदी की मौत:परिजनों ने दिया धरना, जेल सुपरिटेंडेंट पर मारपीट करने का आरोप, ज्यूडिशियली जांच शुरू​​​​

अमृतसर स्थित केंद्रीय जेल के बाहर आज एक परिवार की ओर से धरना दिया गया। परिवार ने जेल सुपरिटेंडेंट पर आरोप लगाए कि पिटाई के चलते ही उनके बेटे की जेल में मौत हुई है। फिलहाल मामले में ज्यूडिशियली इंक्वायरी बैठाई गई है। पुलिस का कहना है आश्वासन के बाद धरना खत्म कर दिया गया है। जानकारी के मुताबिक, इस्लामाबाद थाना क्षेत्र के हरिपुरा निवासी राहुल कुमार फताहपुर स्थित केंद्रीय जेल में पिछले डेढ़ महीने से बंद था। उसकी मां सुमन ने बताया कि जेल में जाने के चार दिन बाद ही बेटे को फोन आया था कि उसे तंग किया जा रहा है और उसकी पिटाई की गई। उसके बाद वो बहुत कम फोन करता था। फिर कुछ दिन पहले उसका फोन आया कि फिरोजपुर के डिप्टी सुपरिटेंडेंट हिम्मत शर्मा भी यहां आ गए हैं और अब उसकी खैर नहीं है। फिर कल उन्हें सिर्फ इतनी सूचना दी गई की उनके बेटे को बहुत चोट आई है। यह चोट कैसे आई, यह नहीं बताया गया। परिवार का आरोप है कि डिप्टी सुपरिटेंडेंट की पिटाई के कारण हो उसकी मौत हुई हैं, जिसके खिलाफ जांच की जाए। उन्होंने जेल के बाहर रास्ता जाम करके प्रशासन के खिलाफ धरना दिया। दूसरा बेटा भी है जेल में राहुल की मां सुमन के मुताबिक, उसके पति भी पुलिस में थे, लेकिन उनकी मौत के बाद पुलिस ने नाजायज नशा और पिस्टल का केस उनके बेटों के खिलाफ दर्ज किया। उसका दूसरा बेटा भी फिरोजपुर जेल में है और अब वो उसकी सुरक्षा की भी मांग करती हैं। उन्होंने कहा कि उसके बेटों पर किए गए हर केस की जांच की जाए, ताकि नाजायज केसों का पता चल सके। मौके पर पहुंची थाना इस्लामाबाद पुलिस के अधिकारी के मुताबिक मामले की ज्यूडिशियली जांच शुरू करवाई गई है। जिसके बार परिवार की ओर से धरना उठाया गया है। उन्होंने कहा कि राहुल की मौत अस्पताल में हुई या जेल में और किस कारणों से हुई इसका पता पोस्टमार्टम के बाद ही चल पाएगा। फिलहाल पुलिस की ओर से परिवार को समझा बुझाकर घर भेज दिया गया है। अमृतसर स्थित केंद्रीय जेल के बाहर आज एक परिवार की ओर से धरना दिया गया। परिवार ने जेल सुपरिटेंडेंट पर आरोप लगाए कि पिटाई के चलते ही उनके बेटे की जेल में मौत हुई है। फिलहाल मामले में ज्यूडिशियली इंक्वायरी बैठाई गई है। पुलिस का कहना है आश्वासन के बाद धरना खत्म कर दिया गया है। जानकारी के मुताबिक, इस्लामाबाद थाना क्षेत्र के हरिपुरा निवासी राहुल कुमार फताहपुर स्थित केंद्रीय जेल में पिछले डेढ़ महीने से बंद था। उसकी मां सुमन ने बताया कि जेल में जाने के चार दिन बाद ही बेटे को फोन आया था कि उसे तंग किया जा रहा है और उसकी पिटाई की गई। उसके बाद वो बहुत कम फोन करता था। फिर कुछ दिन पहले उसका फोन आया कि फिरोजपुर के डिप्टी सुपरिटेंडेंट हिम्मत शर्मा भी यहां आ गए हैं और अब उसकी खैर नहीं है। फिर कल उन्हें सिर्फ इतनी सूचना दी गई की उनके बेटे को बहुत चोट आई है। यह चोट कैसे आई, यह नहीं बताया गया। परिवार का आरोप है कि डिप्टी सुपरिटेंडेंट की पिटाई के कारण हो उसकी मौत हुई हैं, जिसके खिलाफ जांच की जाए। उन्होंने जेल के बाहर रास्ता जाम करके प्रशासन के खिलाफ धरना दिया। दूसरा बेटा भी है जेल में राहुल की मां सुमन के मुताबिक, उसके पति भी पुलिस में थे, लेकिन उनकी मौत के बाद पुलिस ने नाजायज नशा और पिस्टल का केस उनके बेटों के खिलाफ दर्ज किया। उसका दूसरा बेटा भी फिरोजपुर जेल में है और अब वो उसकी सुरक्षा की भी मांग करती हैं। उन्होंने कहा कि उसके बेटों पर किए गए हर केस की जांच की जाए, ताकि नाजायज केसों का पता चल सके। मौके पर पहुंची थाना इस्लामाबाद पुलिस के अधिकारी के मुताबिक मामले की ज्यूडिशियली जांच शुरू करवाई गई है। जिसके बार परिवार की ओर से धरना उठाया गया है। उन्होंने कहा कि राहुल की मौत अस्पताल में हुई या जेल में और किस कारणों से हुई इसका पता पोस्टमार्टम के बाद ही चल पाएगा। फिलहाल पुलिस की ओर से परिवार को समझा बुझाकर घर भेज दिया गया है।   पंजाब | दैनिक भास्कर