अमृतसर में पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया आज सीमावर्ती गांव पहुंचे। इस दौरान उन्होंने लोपोके विधानसभा के कक्कड़ गांव में गांव के पंचों, सरपंचों और लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि सीमा पर रहने वाले आप लोग देश के आखिरी गांव नहीं हैं। लेकिन आप वह ढाल हो जो देश की रक्षा करती है। उन्होंने कहा कि मैं यहां आपकी समस्याएं सुनने आया हूं। केंद्र और राज्य सरकार के साथ मिलकर उनका समाधान करना मेरा कर्तव्य है। उन्होंने आगे कहा कि सीमा पार तस्करी को रोकने के लिए गठित ग्राम स्तरीय रक्षा समितियों ने कम समय में बड़ी उपलब्धियां हासिल की हैं और आपके सहयोग से सुरक्षा बलों ने क्षेत्र से भारी मात्रा में नशीली दवाओं और हथियारों की बरामदगी की है। उन्होंने कहा कि टीमों की आपसी बातचीत से नशे के खिलाफ अभियान में बड़ी उपलब्धियां हासिल हुई हैं और स्थिति में सुधार हुआ है। प्रत्येक जिले में अच्छा काम करने वाली इन रक्षा समितियों को पंजाब के राज्यपाल द्वारा दी जाने वाली पुरस्कार राशि भविष्य में भी जारी रहेगी। ग्राम स्तरीय मुद्दों का समाधान करें उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे महीने में एक बार इन ग्राम स्तरीय रक्षा समितियों के साथ बैठक करें और उनसे बातचीत कर ग्राम स्तरीय मुद्दों का समाधान करें। कुछ किसानों द्वारा उठाए गए मुद्दे पर कटारिया ने कहा कि सीमा पर कटीले तारों से पार की जमीनों पर खेती करने की बड़ी समस्या आ रही है, जिसे मैं भली-भांति समझता हूं और इन समस्याओं का समाधान करने का प्रयास करूंगा। उन्होंने कहा कि सीमा पर निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे और एंटी ड्रोन सिस्टम लगाया जाएगा। तार पार की जमीनों के लिए मिलने वाली मुआवजा राशि के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा कि जिन जमीनों का मुआवजा नहीं मिला है, उसके लिए भी केंद्र सरकार से बात कर जल्द ही मुआवजा जारी कराया जाएगा। उन्होंने बीएसएफ अधिकारियों को कंटीले तारों को पार करते समय गेट पर मौजूद रहने और लोगों को काम के लिए समय पर गुजरने की व्यवस्था करने का निर्देश दिया। इससे पहले सुबह, कटारिया ने श्री वाल्मीकि तीर्थ पर मत्था टेका और मंदिर समिति द्वारा उन्हें सम्मानित किया गया। इस अवसर पर अन्य लोगों के अलावा अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री के शिव प्रसाद, प्रधान सचिव श्री वीके मीना, फिरोजपुर के मंडलायुक्त श्री डीएस मंगत, कुलपति डाॅ. जसपाल सिंह संधू, पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर, डीआइजी सतिंदर सिंह, चेयरमैन बलदेव सिंह, जिला पुलिस प्रमुख चरणजीत सिंह, तरनतारन के डिप्टी कमिश्नर राहुल और एस.एस.पी. अभिमन्यु राणा, कमांडेंट श्री राजेश आनंद और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे। अमृतसर में पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया आज सीमावर्ती गांव पहुंचे। इस दौरान उन्होंने लोपोके विधानसभा के कक्कड़ गांव में गांव के पंचों, सरपंचों और लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि सीमा पर रहने वाले आप लोग देश के आखिरी गांव नहीं हैं। लेकिन आप वह ढाल हो जो देश की रक्षा करती है। उन्होंने कहा कि मैं यहां आपकी समस्याएं सुनने आया हूं। केंद्र और राज्य सरकार के साथ मिलकर उनका समाधान करना मेरा कर्तव्य है। उन्होंने आगे कहा कि सीमा पार तस्करी को रोकने के लिए गठित ग्राम स्तरीय रक्षा समितियों ने कम समय में बड़ी उपलब्धियां हासिल की हैं और आपके सहयोग से सुरक्षा बलों ने क्षेत्र से भारी मात्रा में नशीली दवाओं और हथियारों की बरामदगी की है। उन्होंने कहा कि टीमों की आपसी बातचीत से नशे के खिलाफ अभियान में बड़ी उपलब्धियां हासिल हुई हैं और स्थिति में सुधार हुआ है। प्रत्येक जिले में अच्छा काम करने वाली इन रक्षा समितियों को पंजाब के राज्यपाल द्वारा दी जाने वाली पुरस्कार राशि भविष्य में भी जारी रहेगी। ग्राम स्तरीय मुद्दों का समाधान करें उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे महीने में एक बार इन ग्राम स्तरीय रक्षा समितियों के साथ बैठक करें और उनसे बातचीत कर ग्राम स्तरीय मुद्दों का समाधान करें। कुछ किसानों द्वारा उठाए गए मुद्दे पर कटारिया ने कहा कि सीमा पर कटीले तारों से पार की जमीनों पर खेती करने की बड़ी समस्या आ रही है, जिसे मैं भली-भांति समझता हूं और इन समस्याओं का समाधान करने का प्रयास करूंगा। उन्होंने कहा कि सीमा पर निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे और एंटी ड्रोन सिस्टम लगाया जाएगा। तार पार की जमीनों के लिए मिलने वाली मुआवजा राशि के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा कि जिन जमीनों का मुआवजा नहीं मिला है, उसके लिए भी केंद्र सरकार से बात कर जल्द ही मुआवजा जारी कराया जाएगा। उन्होंने बीएसएफ अधिकारियों को कंटीले तारों को पार करते समय गेट पर मौजूद रहने और लोगों को काम के लिए समय पर गुजरने की व्यवस्था करने का निर्देश दिया। इससे पहले सुबह, कटारिया ने श्री वाल्मीकि तीर्थ पर मत्था टेका और मंदिर समिति द्वारा उन्हें सम्मानित किया गया। इस अवसर पर अन्य लोगों के अलावा अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री के शिव प्रसाद, प्रधान सचिव श्री वीके मीना, फिरोजपुर के मंडलायुक्त श्री डीएस मंगत, कुलपति डाॅ. जसपाल सिंह संधू, पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर, डीआइजी सतिंदर सिंह, चेयरमैन बलदेव सिंह, जिला पुलिस प्रमुख चरणजीत सिंह, तरनतारन के डिप्टी कमिश्नर राहुल और एस.एस.पी. अभिमन्यु राणा, कमांडेंट श्री राजेश आनंद और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे। पंजाब | दैनिक भास्कर
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