अमृतसर जेल में स्पेशल डीजीपी का दौरा:एक महीने में 75 मोबाइल बरामद, कैदियों से पूछताछ और व्यवस्थाओं का जायजा लिया

अमृतसर जेल में स्पेशल डीजीपी का दौरा:एक महीने में 75 मोबाइल बरामद, कैदियों से पूछताछ और व्यवस्थाओं का जायजा लिया

पंजाब की स्पेशल डीजीपी शशी प्रभा द्विवेदी ने मंगलवार को अमृतसर केंद्रीय जेल का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने कैदियों से पूछताछ की और जेल की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि पिछले एक महीने में जेल से 75 मोबाइल और 37 सिम कार्ड बरामद किए गए हैं। यह संख्या पहले के मुकाबले कम है, क्योंकि पहले प्रति माह 100 से अधिक फोन और सिम बरामद होते थे। निरीक्षण के दौरान स्पेशल डीजीपी के साथ पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर और अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी मौजूद रहे। डीजीपी द्विवेदी ने बताया कि यह निरीक्षण पंजाब सरकार की नशा विरोधी मुहिम का हिस्सा है। इस मुहिम के तहत लगातार कासों ऑपरेशन, रेड और औचक निरीक्षण किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार की सख्ती का असर दिखना शुरू हो गया है। मोबाइल पहुंचने के तरीकों का खुलासा
डीजीपी ने जेल में मोबाइल पहुंचने के तरीकों का भी खुलासा किया। उन्होंने बताया कि अधिकतर मोबाइल या तो जेल की दीवार के ऊपर से फेंके जाते हैं या फिर मुलाकातियों के माध्यम से अंदर पहुंचाए जाते हैं। कैदियों को जेल में उन जगहों की जानकारी होती है जहां मोबाइल जैमर काम नहीं करते। वे इन्हीं स्थानों पर जाकर फोन का प्रयोग करते हैं। नशे की रोकथाम के लिए लगातार प्रयास
अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि जल्द ही जैमर की समस्या का समाधान कर लिया जाएगा। डीजीपी ने कहा कि नशे की रोकथाम के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं और इनके सकारात्मक परिणाम भी सामने आ रहे हैं। जेल प्रशासन और पुलिस विभाग मिलकर इस समस्या से निपटने के लिए कार्य कर रहे हैं। नियमित जांच और कड़ी निगरानी से स्थिति में सुधार हो रहा है। पंजाब की स्पेशल डीजीपी शशी प्रभा द्विवेदी ने मंगलवार को अमृतसर केंद्रीय जेल का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने कैदियों से पूछताछ की और जेल की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि पिछले एक महीने में जेल से 75 मोबाइल और 37 सिम कार्ड बरामद किए गए हैं। यह संख्या पहले के मुकाबले कम है, क्योंकि पहले प्रति माह 100 से अधिक फोन और सिम बरामद होते थे। निरीक्षण के दौरान स्पेशल डीजीपी के साथ पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर और अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी मौजूद रहे। डीजीपी द्विवेदी ने बताया कि यह निरीक्षण पंजाब सरकार की नशा विरोधी मुहिम का हिस्सा है। इस मुहिम के तहत लगातार कासों ऑपरेशन, रेड और औचक निरीक्षण किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार की सख्ती का असर दिखना शुरू हो गया है। मोबाइल पहुंचने के तरीकों का खुलासा
डीजीपी ने जेल में मोबाइल पहुंचने के तरीकों का भी खुलासा किया। उन्होंने बताया कि अधिकतर मोबाइल या तो जेल की दीवार के ऊपर से फेंके जाते हैं या फिर मुलाकातियों के माध्यम से अंदर पहुंचाए जाते हैं। कैदियों को जेल में उन जगहों की जानकारी होती है जहां मोबाइल जैमर काम नहीं करते। वे इन्हीं स्थानों पर जाकर फोन का प्रयोग करते हैं। नशे की रोकथाम के लिए लगातार प्रयास
अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि जल्द ही जैमर की समस्या का समाधान कर लिया जाएगा। डीजीपी ने कहा कि नशे की रोकथाम के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं और इनके सकारात्मक परिणाम भी सामने आ रहे हैं। जेल प्रशासन और पुलिस विभाग मिलकर इस समस्या से निपटने के लिए कार्य कर रहे हैं। नियमित जांच और कड़ी निगरानी से स्थिति में सुधार हो रहा है।   पंजाब | दैनिक भास्कर