अमृतसर में रिश्वत लेते सुपरिटेंडेंट गिरफ्तार:बीडीपीओ आफिस में तैनात, 50 हजार रुपए लिए, विजिलेंस ब्यूरो की कार्रवाई

अमृतसर में रिश्वत लेते सुपरिटेंडेंट गिरफ्तार:बीडीपीओ आफिस में तैनात, 50 हजार रुपए लिए, विजिलेंस ब्यूरो की कार्रवाई

पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने मुख्यमंत्री की एंटी-करप्शन एक्शन लाइन पर मिली शिकायत के बाद अमृतसर में एक सरकारी अधिकारी को गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान सतनाम सिंह के रूप में हुई है, जो ब्लॉक डेवलपमेंट एंड पंचायत कार्यालय, वेरका ब्लॉक, रानी का बाग में सुपरिटेंडेंट के पद पर कार्यरत थे। नाबीपुर गांव के एक निवासी ने शिकायत की थी कि उसके पड़ोसी गुरविंदर सिंह ने उसके घर के रास्ते पर अवैध कब्जा कर लिया है। बीडीपीओ लखविंदर कौर ने मामला सुपरिटेंडेंट को सौंपा था। जांच में अतिक्रमण की पुष्टि होने पर 3,284 रुपए का जुर्माना लगाया गया। गूगल-पे से दिए 10 हजार रुपए नोटिस के बावजूद अतिक्रमण नहीं हटने पर पुलिस की मदद मांगी गई। इस दौरान सतनाम सिंह ने आगे की कार्रवाई के लिए 50 हजार रुपए की मांग की। शिकायतकर्ता ने 10 हजार रुपए गूगल-पे से भेजे। इसके बाद अवैध पिलर हटा दिए गए। बाद में पड़ोसी ने गांव की नाली बंद कर दी। जब शिकायतकर्ता ने दोबारा संपर्क किया तो सतनाम सिंह ने रिश्वत के बारे में चुप रहने की धमकी दी। विजिलेंस ने जांच के बाद भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है। आरोपी को मंगलवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा। बीडीपीओ लखविंदर कौर की भूमिका की भी जांच की जा रही है। पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने मुख्यमंत्री की एंटी-करप्शन एक्शन लाइन पर मिली शिकायत के बाद अमृतसर में एक सरकारी अधिकारी को गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान सतनाम सिंह के रूप में हुई है, जो ब्लॉक डेवलपमेंट एंड पंचायत कार्यालय, वेरका ब्लॉक, रानी का बाग में सुपरिटेंडेंट के पद पर कार्यरत थे। नाबीपुर गांव के एक निवासी ने शिकायत की थी कि उसके पड़ोसी गुरविंदर सिंह ने उसके घर के रास्ते पर अवैध कब्जा कर लिया है। बीडीपीओ लखविंदर कौर ने मामला सुपरिटेंडेंट को सौंपा था। जांच में अतिक्रमण की पुष्टि होने पर 3,284 रुपए का जुर्माना लगाया गया। गूगल-पे से दिए 10 हजार रुपए नोटिस के बावजूद अतिक्रमण नहीं हटने पर पुलिस की मदद मांगी गई। इस दौरान सतनाम सिंह ने आगे की कार्रवाई के लिए 50 हजार रुपए की मांग की। शिकायतकर्ता ने 10 हजार रुपए गूगल-पे से भेजे। इसके बाद अवैध पिलर हटा दिए गए। बाद में पड़ोसी ने गांव की नाली बंद कर दी। जब शिकायतकर्ता ने दोबारा संपर्क किया तो सतनाम सिंह ने रिश्वत के बारे में चुप रहने की धमकी दी। विजिलेंस ने जांच के बाद भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है। आरोपी को मंगलवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा। बीडीपीओ लखविंदर कौर की भूमिका की भी जांच की जा रही है।   पंजाब | दैनिक भास्कर