अमृतसर में विस्फोट, पुलिस का ग्रेनेड हमले से इनकार:घटनास्थल पर 6×6 इंच का गड्ढा बना; 2 महीने में 12 से ज्यादा धमाके

अमृतसर में विस्फोट, पुलिस का ग्रेनेड हमले से इनकार:घटनास्थल पर 6×6 इंच का गड्ढा बना; 2 महीने में 12 से ज्यादा धमाके

अमृतसर में रात को एक और धमाका सुना गया। शुरुआती जानकारी के मुताबिक यह धमाका रात करीब 8 बजे अमृतसर बाईपास पर स्थित फतेहगढ़ चूड़ियां पुलिस चौकी में सुना गया। इसमें किसी के मारे जाने या घायल होने की सूचना नहीं है। लेकिन घटनास्थल पर 6X6 इंच का गड्ढा देखा जा सकता है। इसकी जिम्मेदारी किसी आतंकी संगठन ने नहीं ली है। जिस फतेहगढ़ चूड़ियां पुलिस चौकी को निशाना बनाया गया, वह पिछले साल बंद हो चुकी थी। धमाके की सूचना मिलते ही पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर अन्य अधिकारियों के साथ पहुंचे और घटनास्थल का मुआयना कर मामले की जानकारी ली। उन्होंने धमाके से इनकार नहीं किया। उन्होंने कहा कि पास में ही पुलिस टीम ने चेक पोस्ट बना रखी थी। धमाके की आवाज सुनते ही टीम मौके पर पहुंच गई। लेकिन यहां कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली। कमिश्नर बोले- अफ़वाह नहीं फैलाई जानी चाहिए लेकिन पुलिस कमिश्नर ने इसे ग्रेनेड हमला कहने से परहेज किया। उन्होंने कहा कि ग्रेनेड का असर बहुत ज़्यादा होता है। लेकिन वो असर यहां नहीं दिख रहा है। इसलिए किसी तरह की अफ़वाह या अफ़वाह नहीं फैलाई जानी चाहिए। पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह ने कहा कि यह चौकी पहले चालू थी, लेकिन पिछले साल इसे बंद कर दिया गया था। अब इसका इस्तेमाल आम लोगों के लिए नहीं होता। पुलिसकर्मी हमले संबंधी सबूत उठाता कैमरे में हुआ कैद हालांकि अमृतसर पुलिस इसे ग्रेनेड हमला नहीं मान रही, लेकिन धमाके के बाद पुलिसकर्मी विस्फोट संबंधी सबूत जुटाता हुआ दिखाई दिया। स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल में कार्यरत अमरजीत सिंह ने खुद बताया कि धमाके की सूचना मिली थी। वे अभी पहुंचे हैं। यहां से मिली संदिग्ध वस्तु को वे अपने सीनियर्स को दे देंगे। संदिग्ध वस्तु क्या है, इसके बारे में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता। विपक्षीय दलों ने सरकार को घेरा घटना के बाद ही विपक्षीय दलों ने सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। सूचना मिलने के बाद ही कांग्रेस और अकाली दल के नेताओं ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डालना शुरू कर दिया। उन्होंने इस घटना के लिए आम आदमी पार्टी को जिम्मेदार ठहराया। मुख्यमंत्री मान इस्तीफा दें अकाली दल के नेता बिक्रम मजीठिया ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डाल सीएम भगवंत मान से इस्तीफे की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया है कि भारत-पाक सीमा पर क़ानून और व्यवस्था की स्थिति बद से बदतर हो गई है। दो महीनों में 12 से अधिक धमाके हुए हैं और पुलिस जवाब देने असमर्थ है। सरकार की नालायकी कांग्रेस के अमृतसर से सांसद गुरजीत सिंह औजला ने भी सरकार के खिलाफ सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है। उन्होंने कहा कि अभी अमृतसर बाईपास स्थित फतेहगढ़ चूडियां रोड पुलिस चौकी में हुआ ग्रेनेड हमला सरकार की नालायकी है। कब-कब हुईं 10 घटनाएं बीते साल 24 नवंबर के बाद पंजाब में धमाकों का सिलसिला शुरू हुआ था। इस घटना को मलाकर तब से लेकर अभी तक 11 घटनाएं हो चुकी हैं। 24 नवंबर- अजनाला थाने के बाहर RDX लगाया गया था। हालांकि, यह फटा नहीं। इसकी जिम्मेदारी हैप्पी पासियां ने ली थी, जबकि इस मामले में पुलिस 2 आरोपियों को पकड़ चुकी है। उनसे हैंड ग्रेनेड भी बरामद किए गए थे। 27 नवंबर- गुरबख्श नगर में बंद पुलिस चौकी में ग्रेनेड विस्फोट हुआ था। यह हमला भी बंद चौकी में हुआ था। 2 दिसंबर- एसबीएस नगर के काठगढ़ थाने में ग्रेनेड विस्फोट हुआ था। इस मामले में भी पुलिस ने 3 आतंकियों को गिरफ्तार किया था और उनसे हथियार बरामद किए गए थे। 4 दिसंबर- मजीठा थाने में ग्रेनेड विस्फोट हुआ तो पुलिस ने हमला मानने से ही इनकार कर दिया। पुलिस का कहना था कि उनके एक कर्मी की बाइक का टायर फटा है। हालांकि, इलाके के पूर्व विधायक बिक्रम मजीठिया ने थाने की तस्वीरों के साथ इसे आतंकी घटना बताया था। 13 दिसंबर- अलीवाल बटाला थाने में ग्रेनेड विस्फोट हुआ था। इस घटना की जिम्मेदारी भी हैप्पी पासियां और उसके साथी ने ली थी। इस घटना को भी रात के समय ही अंजाम दिया गया। 17 दिसंबर- इस्लामाबाद थाने में ग्रेनेड विस्फोट किया गया। सुबह जब खबर फैली तो पुलिस कमिश्नर और लोकल पुलिस ने इसे ब्लास्ट नहीं बताया, लेकिन दोपहर DGP पंजाब खुद अमृतसर पहुंचे और उन्होंने माना कि यह एक आतंकी घटना थी और बम फोड़ा गया था। 19 दिसंबर- पंजाब के भारत-पाकिस्तान बॉर्डर से सटे गुरदासपुर जिले की बंद पड़ी पुलिस चौकी बख्शीवाला पर आतंकी हमला हुआ। पुलिस द्वारा किसी मामले में जब्त किए गए ऑटो पर आतंकियों ने ग्रेनेड फेंका। 21 दिसंबर- गुरदासपुर के कलानौर क्षेत्र में बंगा वडाला गांव की पुलिस चौकी रात को धमाके से दहल गई। इस हमले की जिम्मेदारी भी बब्बर खालसा इंटरनेशनल ने ली थी। 9 जनवरी – अमृतसर की गुमटाला चौकी पर भी हमले की सूचना फैली थी। पुलिस अभी तक इसे हमला नहीं मान रही है। आतंकी संगठन बब्बर खालसा ने इस घटना पर भी सोशल मीडिया पर पोस्ट को वायरल किया था। 15 जनवरी – अमृतसर के मजीठा विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले जैंतीपुर शराब कारोबारी स्वर्गीय पप्पू जैंतीपुर के घर पर ग्रेनेड हमला हुआ था। बीते कुछ सालों में बड़ी आतंकी घटनाओं के बाद ये पहला मामला था जब आतंकियों ने किसी रिहायश को निशाना बनाया। अमृतसर में रात को एक और धमाका सुना गया। शुरुआती जानकारी के मुताबिक यह धमाका रात करीब 8 बजे अमृतसर बाईपास पर स्थित फतेहगढ़ चूड़ियां पुलिस चौकी में सुना गया। इसमें किसी के मारे जाने या घायल होने की सूचना नहीं है। लेकिन घटनास्थल पर 6X6 इंच का गड्ढा देखा जा सकता है। इसकी जिम्मेदारी किसी आतंकी संगठन ने नहीं ली है। जिस फतेहगढ़ चूड़ियां पुलिस चौकी को निशाना बनाया गया, वह पिछले साल बंद हो चुकी थी। धमाके की सूचना मिलते ही पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर अन्य अधिकारियों के साथ पहुंचे और घटनास्थल का मुआयना कर मामले की जानकारी ली। उन्होंने धमाके से इनकार नहीं किया। उन्होंने कहा कि पास में ही पुलिस टीम ने चेक पोस्ट बना रखी थी। धमाके की आवाज सुनते ही टीम मौके पर पहुंच गई। लेकिन यहां कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली। कमिश्नर बोले- अफ़वाह नहीं फैलाई जानी चाहिए लेकिन पुलिस कमिश्नर ने इसे ग्रेनेड हमला कहने से परहेज किया। उन्होंने कहा कि ग्रेनेड का असर बहुत ज़्यादा होता है। लेकिन वो असर यहां नहीं दिख रहा है। इसलिए किसी तरह की अफ़वाह या अफ़वाह नहीं फैलाई जानी चाहिए। पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह ने कहा कि यह चौकी पहले चालू थी, लेकिन पिछले साल इसे बंद कर दिया गया था। अब इसका इस्तेमाल आम लोगों के लिए नहीं होता। पुलिसकर्मी हमले संबंधी सबूत उठाता कैमरे में हुआ कैद हालांकि अमृतसर पुलिस इसे ग्रेनेड हमला नहीं मान रही, लेकिन धमाके के बाद पुलिसकर्मी विस्फोट संबंधी सबूत जुटाता हुआ दिखाई दिया। स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल में कार्यरत अमरजीत सिंह ने खुद बताया कि धमाके की सूचना मिली थी। वे अभी पहुंचे हैं। यहां से मिली संदिग्ध वस्तु को वे अपने सीनियर्स को दे देंगे। संदिग्ध वस्तु क्या है, इसके बारे में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता। विपक्षीय दलों ने सरकार को घेरा घटना के बाद ही विपक्षीय दलों ने सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। सूचना मिलने के बाद ही कांग्रेस और अकाली दल के नेताओं ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डालना शुरू कर दिया। उन्होंने इस घटना के लिए आम आदमी पार्टी को जिम्मेदार ठहराया। मुख्यमंत्री मान इस्तीफा दें अकाली दल के नेता बिक्रम मजीठिया ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डाल सीएम भगवंत मान से इस्तीफे की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया है कि भारत-पाक सीमा पर क़ानून और व्यवस्था की स्थिति बद से बदतर हो गई है। दो महीनों में 12 से अधिक धमाके हुए हैं और पुलिस जवाब देने असमर्थ है। सरकार की नालायकी कांग्रेस के अमृतसर से सांसद गुरजीत सिंह औजला ने भी सरकार के खिलाफ सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है। उन्होंने कहा कि अभी अमृतसर बाईपास स्थित फतेहगढ़ चूडियां रोड पुलिस चौकी में हुआ ग्रेनेड हमला सरकार की नालायकी है। कब-कब हुईं 10 घटनाएं बीते साल 24 नवंबर के बाद पंजाब में धमाकों का सिलसिला शुरू हुआ था। इस घटना को मलाकर तब से लेकर अभी तक 11 घटनाएं हो चुकी हैं। 24 नवंबर- अजनाला थाने के बाहर RDX लगाया गया था। हालांकि, यह फटा नहीं। इसकी जिम्मेदारी हैप्पी पासियां ने ली थी, जबकि इस मामले में पुलिस 2 आरोपियों को पकड़ चुकी है। उनसे हैंड ग्रेनेड भी बरामद किए गए थे। 27 नवंबर- गुरबख्श नगर में बंद पुलिस चौकी में ग्रेनेड विस्फोट हुआ था। यह हमला भी बंद चौकी में हुआ था। 2 दिसंबर- एसबीएस नगर के काठगढ़ थाने में ग्रेनेड विस्फोट हुआ था। इस मामले में भी पुलिस ने 3 आतंकियों को गिरफ्तार किया था और उनसे हथियार बरामद किए गए थे। 4 दिसंबर- मजीठा थाने में ग्रेनेड विस्फोट हुआ तो पुलिस ने हमला मानने से ही इनकार कर दिया। पुलिस का कहना था कि उनके एक कर्मी की बाइक का टायर फटा है। हालांकि, इलाके के पूर्व विधायक बिक्रम मजीठिया ने थाने की तस्वीरों के साथ इसे आतंकी घटना बताया था। 13 दिसंबर- अलीवाल बटाला थाने में ग्रेनेड विस्फोट हुआ था। इस घटना की जिम्मेदारी भी हैप्पी पासियां और उसके साथी ने ली थी। इस घटना को भी रात के समय ही अंजाम दिया गया। 17 दिसंबर- इस्लामाबाद थाने में ग्रेनेड विस्फोट किया गया। सुबह जब खबर फैली तो पुलिस कमिश्नर और लोकल पुलिस ने इसे ब्लास्ट नहीं बताया, लेकिन दोपहर DGP पंजाब खुद अमृतसर पहुंचे और उन्होंने माना कि यह एक आतंकी घटना थी और बम फोड़ा गया था। 19 दिसंबर- पंजाब के भारत-पाकिस्तान बॉर्डर से सटे गुरदासपुर जिले की बंद पड़ी पुलिस चौकी बख्शीवाला पर आतंकी हमला हुआ। पुलिस द्वारा किसी मामले में जब्त किए गए ऑटो पर आतंकियों ने ग्रेनेड फेंका। 21 दिसंबर- गुरदासपुर के कलानौर क्षेत्र में बंगा वडाला गांव की पुलिस चौकी रात को धमाके से दहल गई। इस हमले की जिम्मेदारी भी बब्बर खालसा इंटरनेशनल ने ली थी। 9 जनवरी – अमृतसर की गुमटाला चौकी पर भी हमले की सूचना फैली थी। पुलिस अभी तक इसे हमला नहीं मान रही है। आतंकी संगठन बब्बर खालसा ने इस घटना पर भी सोशल मीडिया पर पोस्ट को वायरल किया था। 15 जनवरी – अमृतसर के मजीठा विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले जैंतीपुर शराब कारोबारी स्वर्गीय पप्पू जैंतीपुर के घर पर ग्रेनेड हमला हुआ था। बीते कुछ सालों में बड़ी आतंकी घटनाओं के बाद ये पहला मामला था जब आतंकियों ने किसी रिहायश को निशाना बनाया।   पंजाब | दैनिक भास्कर