अमृतसर में श्री अकाल तख्त पर पेशी का नया विवाद:जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने माना भाजपा से संबंध, वल्टोहा ने शेयर किया वीडियो

अमृतसर में श्री अकाल तख्त पर पेशी का नया विवाद:जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने माना भाजपा से संबंध, वल्टोहा ने शेयर किया वीडियो

अमृतसर में श्री अकाल तख्त साहिब पर एक नया विवाद सामने आया है। अक्टूबर 2024 में हुई पेशी का एक नया वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें तख्त दमदमा साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह और निष्कासित अकाली नेता विरसा सिंह वल्टोहा के बीच हुई बहस दिखाई गई है। वीडियो में एक महत्वपूर्ण खुलासा हुआ है, जहां ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने स्वीकार किया कि उनके भाजपा और उसके राजनीतिक नेताओं से संबंध हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वे फोन पर बातचीत और मुलाकातें करते हैं। इस दौरान अन्य सिंह साहिबानों ने स्पष्ट किया कि उनका ऐसा कोई संबंध नहीं है। विरसा सिंह वल्टोहा ने सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर करते हुए बताया कि उन्हें इस वायरल क्लिप की जानकारी एक पंजाबी न्यूज चैनल से मिली। वल्टोहा ने 15 अक्टूबर से लगातार मांग कर रहे हैं कि पेशी के सभी रिकॉर्ड किए गए वीडियो सार्वजनिक किए जाएं।। विवाद तब और गहरा गया जब ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि उनके भाजपा से संबंध उनकी “क्षमता” के कारण हैं। वल्टोहा ने इस बयान को लेकर सवाल उठाया है कि क्या इस तरह के बयान से अन्य सिंह साहिबानों का अपमान नहीं हुआ है। हालांकि, इस वीडियो के स्रोत की पुष्टि नहीं हो पाई है। (इस क्लिप को पोस्ट करने का मेरा उद्देश्य केवल यह स्पष्ट करना है कि यह क्लिप वास्तव में मेरी उपस्थिति से है) इससे पहले भी 17 दिसंबर को एक वीडियो क्लिप वायरल हुआ था। जिसमें भी ज्ञानी हरप्रीत सिंह पर बीजेपी से संबंधों के आरोप लगे थे। उसके बाद उनके चरित्र पर आरोप लगे थे और फिर जब एसजीपीसी के प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने फिर से कुर्सी संभाली तो ज्ञानी हरप्रीत सिंह को तख्त सिंह दमदमा साहिब के जत्थेदार की कुर्सी से हटा दिया गया था अमृतसर में श्री अकाल तख्त साहिब पर एक नया विवाद सामने आया है। अक्टूबर 2024 में हुई पेशी का एक नया वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें तख्त दमदमा साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह और निष्कासित अकाली नेता विरसा सिंह वल्टोहा के बीच हुई बहस दिखाई गई है। वीडियो में एक महत्वपूर्ण खुलासा हुआ है, जहां ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने स्वीकार किया कि उनके भाजपा और उसके राजनीतिक नेताओं से संबंध हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वे फोन पर बातचीत और मुलाकातें करते हैं। इस दौरान अन्य सिंह साहिबानों ने स्पष्ट किया कि उनका ऐसा कोई संबंध नहीं है। विरसा सिंह वल्टोहा ने सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर करते हुए बताया कि उन्हें इस वायरल क्लिप की जानकारी एक पंजाबी न्यूज चैनल से मिली। वल्टोहा ने 15 अक्टूबर से लगातार मांग कर रहे हैं कि पेशी के सभी रिकॉर्ड किए गए वीडियो सार्वजनिक किए जाएं।। विवाद तब और गहरा गया जब ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि उनके भाजपा से संबंध उनकी “क्षमता” के कारण हैं। वल्टोहा ने इस बयान को लेकर सवाल उठाया है कि क्या इस तरह के बयान से अन्य सिंह साहिबानों का अपमान नहीं हुआ है। हालांकि, इस वीडियो के स्रोत की पुष्टि नहीं हो पाई है। (इस क्लिप को पोस्ट करने का मेरा उद्देश्य केवल यह स्पष्ट करना है कि यह क्लिप वास्तव में मेरी उपस्थिति से है) इससे पहले भी 17 दिसंबर को एक वीडियो क्लिप वायरल हुआ था। जिसमें भी ज्ञानी हरप्रीत सिंह पर बीजेपी से संबंधों के आरोप लगे थे। उसके बाद उनके चरित्र पर आरोप लगे थे और फिर जब एसजीपीसी के प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने फिर से कुर्सी संभाली तो ज्ञानी हरप्रीत सिंह को तख्त सिंह दमदमा साहिब के जत्थेदार की कुर्सी से हटा दिया गया था   पंजाब | दैनिक भास्कर