डीएसपी वविंदर महाजन की गिरफ्तारी के लिए अमृतसर और बॉर्डर रेंज में रेड अलर्ट जारी किया गया है। बुधवार को एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) ने बीते साल एनडीपीएस केस में भ्रष्टाचार के आरोपों में डीएसपी वविंदर महाजन पर एसटीएफ मोहाली थाने में केस किया गया है। डीएसपी महाजन को अपने ऊपर होने वाली करवाई के बारे में जानकारी मिल गई थी, जिसके बाद वो सरकारी गाड़ी और गनमैन छोड़कर फरार हो गए हैं। उनके दोनों फोन भी बंद हैं। डीएसपी वविंदर महाजन इस समय 5 आई आर बी अमृतसर के हेडक्वार्टर में तैनात हैं। वो पिछले कई महीनों से विवादों में घिरे थे, जिसके कारण एसटीएफ की टीम ने इन पर नजर बनाए रखी थी। गिरफ्तारी के लिए बुधवार को एएनटीएफ टीम ने मून एवेन्यू स्थित घर पर सुबह साढ़े 4 बजे रेड की। सूत्रों के मुताबिक घर में रेड से भारी मात्रा में नशीले पदार्थ और नगदी बरामद हुई। दिसंबर 2023 में डीएसपी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा
मई में हिमाचल के बद्दी जिले में एक नेटवर्क का पर्दाफाश डीएसपी महाजन की ओर से किया गया था। जिसमें तकरीबन 70 लाख के करीब नशीली गोलियां बरामद हुई थीं। उसके बाद इसमें पैसों के लेन देन की भी बात सामने आई थी। इसके अलावा इंटरनेशनल स्मगलिंग के नेटवर्क का भी खुलासा हुआ था। इन मामलों में बहुत सारी लापरवाही सामने आई थी, जिसके बाद डीएसपी महाजन चर्चा में थे। 2 महीने पहले पंजाब पुलिस ने एसटीएफ का नाम बदलकर एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) रखा था। इससे पहले आरोपी डीएसपी अमृतसर एसटीएफ में तैनात था। डीएसपी को 2 महीने पहले उसे पीएपी की 9वीं बटालियन में भेजा गया। 4 साल पहले वह इंस्पेक्टर से प्रमोट होकर डीएसपी बना था। तभी से एसटीएफ में नारकोटिक्स से जुड़े मामलों को हैंडल कर रहा था। मगर बीते साल दिसंबर में दर्ज एनडीपीएस के मामले की जांच में डीएसपी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा। जांच के तहत दो माह पहले उसे एसटीएफ से हटाया गया। फिर जांच के बाद केस दर्ज कर बुधवार को गिरफ्तारी का प्रयास किया। डीएसपी वविंदर महाजन की गिरफ्तारी के लिए अमृतसर और बॉर्डर रेंज में रेड अलर्ट जारी किया गया है। बुधवार को एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) ने बीते साल एनडीपीएस केस में भ्रष्टाचार के आरोपों में डीएसपी वविंदर महाजन पर एसटीएफ मोहाली थाने में केस किया गया है। डीएसपी महाजन को अपने ऊपर होने वाली करवाई के बारे में जानकारी मिल गई थी, जिसके बाद वो सरकारी गाड़ी और गनमैन छोड़कर फरार हो गए हैं। उनके दोनों फोन भी बंद हैं। डीएसपी वविंदर महाजन इस समय 5 आई आर बी अमृतसर के हेडक्वार्टर में तैनात हैं। वो पिछले कई महीनों से विवादों में घिरे थे, जिसके कारण एसटीएफ की टीम ने इन पर नजर बनाए रखी थी। गिरफ्तारी के लिए बुधवार को एएनटीएफ टीम ने मून एवेन्यू स्थित घर पर सुबह साढ़े 4 बजे रेड की। सूत्रों के मुताबिक घर में रेड से भारी मात्रा में नशीले पदार्थ और नगदी बरामद हुई। दिसंबर 2023 में डीएसपी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा
मई में हिमाचल के बद्दी जिले में एक नेटवर्क का पर्दाफाश डीएसपी महाजन की ओर से किया गया था। जिसमें तकरीबन 70 लाख के करीब नशीली गोलियां बरामद हुई थीं। उसके बाद इसमें पैसों के लेन देन की भी बात सामने आई थी। इसके अलावा इंटरनेशनल स्मगलिंग के नेटवर्क का भी खुलासा हुआ था। इन मामलों में बहुत सारी लापरवाही सामने आई थी, जिसके बाद डीएसपी महाजन चर्चा में थे। 2 महीने पहले पंजाब पुलिस ने एसटीएफ का नाम बदलकर एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) रखा था। इससे पहले आरोपी डीएसपी अमृतसर एसटीएफ में तैनात था। डीएसपी को 2 महीने पहले उसे पीएपी की 9वीं बटालियन में भेजा गया। 4 साल पहले वह इंस्पेक्टर से प्रमोट होकर डीएसपी बना था। तभी से एसटीएफ में नारकोटिक्स से जुड़े मामलों को हैंडल कर रहा था। मगर बीते साल दिसंबर में दर्ज एनडीपीएस के मामले की जांच में डीएसपी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा। जांच के तहत दो माह पहले उसे एसटीएफ से हटाया गया। फिर जांच के बाद केस दर्ज कर बुधवार को गिरफ्तारी का प्रयास किया। पंजाब | दैनिक भास्कर