कोलकाता अस्पताल में डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या के विरोध में अमृतसर मेडिकल कॉलेज और गुरु नानक देव अस्पताल में रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल आज तीसरे दिन भी जारी है। गुरु नानक देव अस्पताल की ओपीडी में बैठे डॉक्टरों ने सुरक्षा की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। वहीं दूरदराज से आए मरीजों को सोमवार को बिना इलाज के लौटना पड़ा। सोमवार को डॉक्टरों ने काली पट्टी बांधकर और हाथों में न्याय के पोस्टर लेकर विरोध प्रदर्शन किया। आज ओपीडी बंद रखी गई, जबकि एजेंसी में आए मरीजों का ही इलाज किया गया। डॉक्टर मांग कर रहे हैं कि केंद्रीय सुरक्षा अधिनियम लागू किया जाए। ताकि कोलकाता जैसी घटनाओं को अंजाम देने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके। वहीं घटना का शिकार बने डॉक्टर के आरोपियों को सख्त सजा देने की मांग की है। शाम को डॉक्टरों की ओर से कैंडल मार्च निकाला जाएगा। बीते दिन डॉ. निज्जर ने किया अस्पताल का दौरा पंजाब में रविवार आम आदमी पार्टी के विधायकों ने गवर्नमेंट कॉलेजों का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने कॉलेजों में सुरक्षा का जायजा भी लिया। डॉक्टर्स को विश्वास दिलाया कि उनकी सुरक्षा को हमेशा पहल पर रखा जाएगा। पंजाब के पूर्व कैबिनेट मिनिस्टर व विधायक डॉ. इंद्रबीर सिंह निज्जर अमृतसर मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों से मिलने पहुंचे थे। स्टूडेंट्स को दिलाया सुरक्षा का अहसास डॉ. निज्जर ने डॉक्टरों और विद्यार्थियों को आश्वासन दिया कि पंजाब सरकार आपकी सुरक्षा की गारंटी लेती है और कल पंजाब के मुख्यमंत्री के निर्देश पर स्वास्थ्य मंत्री ने सभी कॉलेजों की सुरक्षा को लेकर एक विशेष बैठक बुलाई है। स्थानीय स्तर पर जो भी समस्याएं हैं उन्हें पुलिस कमिश्नर रणजीत सिंह के साथ बैठकर सुलझाया जाएगा। राज्य स्तर की समस्याओं का समाधान स्वास्थ्य मंत्री द्वारा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य हमारी सरकार की पहली प्राथमिकता है। इस क्षेत्र में प्रगति तभी हो सकती है जब हमारे डॉक्टर और हमारे शिक्षक एक मजबूत टीम के रूप में काम करेंगे। पंजाब गुरुओं और पीरों की धरती है, यहां डॉक्टर को भगवान माना जाता है । 16 अगस्त से हड़ताल पर हैं डॉक्टर्स अमृतसर रेजिडेंट डॉक्टर असोसिएशन ने भी कोलकाता की घटना के विरोध में हड़ताल रखी हुई है। सभी गैर जरूरी सेवाओं,ओपीडी ओटी, वार्ड में सेवाओं को 16 अगस्त से अगले आदेश तक बहिष्कार करने का ऐलान किया गया है। डॉक्टर्स का कहना है कि पहले पढ़ाई के दौरान डॉक्टर्स सुरक्षित नहीं है। पढ़ाई के बाद अगर अस्पताल खोले जाते हैं तो वहां आए दिन उन्हें मुसीबतों का सामना करना पड़ता है। कोलकाता अस्पताल में डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या के विरोध में अमृतसर मेडिकल कॉलेज और गुरु नानक देव अस्पताल में रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल आज तीसरे दिन भी जारी है। गुरु नानक देव अस्पताल की ओपीडी में बैठे डॉक्टरों ने सुरक्षा की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। वहीं दूरदराज से आए मरीजों को सोमवार को बिना इलाज के लौटना पड़ा। सोमवार को डॉक्टरों ने काली पट्टी बांधकर और हाथों में न्याय के पोस्टर लेकर विरोध प्रदर्शन किया। आज ओपीडी बंद रखी गई, जबकि एजेंसी में आए मरीजों का ही इलाज किया गया। डॉक्टर मांग कर रहे हैं कि केंद्रीय सुरक्षा अधिनियम लागू किया जाए। ताकि कोलकाता जैसी घटनाओं को अंजाम देने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके। वहीं घटना का शिकार बने डॉक्टर के आरोपियों को सख्त सजा देने की मांग की है। शाम को डॉक्टरों की ओर से कैंडल मार्च निकाला जाएगा। बीते दिन डॉ. निज्जर ने किया अस्पताल का दौरा पंजाब में रविवार आम आदमी पार्टी के विधायकों ने गवर्नमेंट कॉलेजों का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने कॉलेजों में सुरक्षा का जायजा भी लिया। डॉक्टर्स को विश्वास दिलाया कि उनकी सुरक्षा को हमेशा पहल पर रखा जाएगा। पंजाब के पूर्व कैबिनेट मिनिस्टर व विधायक डॉ. इंद्रबीर सिंह निज्जर अमृतसर मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों से मिलने पहुंचे थे। स्टूडेंट्स को दिलाया सुरक्षा का अहसास डॉ. निज्जर ने डॉक्टरों और विद्यार्थियों को आश्वासन दिया कि पंजाब सरकार आपकी सुरक्षा की गारंटी लेती है और कल पंजाब के मुख्यमंत्री के निर्देश पर स्वास्थ्य मंत्री ने सभी कॉलेजों की सुरक्षा को लेकर एक विशेष बैठक बुलाई है। स्थानीय स्तर पर जो भी समस्याएं हैं उन्हें पुलिस कमिश्नर रणजीत सिंह के साथ बैठकर सुलझाया जाएगा। राज्य स्तर की समस्याओं का समाधान स्वास्थ्य मंत्री द्वारा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य हमारी सरकार की पहली प्राथमिकता है। इस क्षेत्र में प्रगति तभी हो सकती है जब हमारे डॉक्टर और हमारे शिक्षक एक मजबूत टीम के रूप में काम करेंगे। पंजाब गुरुओं और पीरों की धरती है, यहां डॉक्टर को भगवान माना जाता है । 16 अगस्त से हड़ताल पर हैं डॉक्टर्स अमृतसर रेजिडेंट डॉक्टर असोसिएशन ने भी कोलकाता की घटना के विरोध में हड़ताल रखी हुई है। सभी गैर जरूरी सेवाओं,ओपीडी ओटी, वार्ड में सेवाओं को 16 अगस्त से अगले आदेश तक बहिष्कार करने का ऐलान किया गया है। डॉक्टर्स का कहना है कि पहले पढ़ाई के दौरान डॉक्टर्स सुरक्षित नहीं है। पढ़ाई के बाद अगर अस्पताल खोले जाते हैं तो वहां आए दिन उन्हें मुसीबतों का सामना करना पड़ता है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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गोल्डन टेंपल योग विवाद, SGPC ने नियम जारी किए:परिक्रमा में फोटोग्राफी बैन, सिर्फ प्लाजा-गलियारे में इजाजत; मकवाना को नोटिस भेजेगी पुलिस
गोल्डन टेंपल योग विवाद, SGPC ने नियम जारी किए:परिक्रमा में फोटोग्राफी बैन, सिर्फ प्लाजा-गलियारे में इजाजत; मकवाना को नोटिस भेजेगी पुलिस पंजाब में अमृतसर के गोल्डन टेंपल में योग करने वाली सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर अर्चना मकवाना की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रहीं। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) की शिकायत पर थाना ई-डिवीजन में दर्ज शिकायत के बाद अब पंजाब पुलिस अर्चना मकवाना को नोटिस भेजने की तैयारी में है। ADCP सिटी-1 दर्पण आहलूवालिया ने बताया है कि अभी अर्चना मकवाना को सीधा अरेस्ट नहीं करेंगे। उन्हें नोटिस भेजने की तैयारी की जा रही है। उसका जवाब देने के लिए उन्हें यहां आना होगा। इन्क्वायरी पूरी होने और दोषी साबित होने के बाद ही उन पर अगली कार्रवाई की जाएगी। सोशल मीडिया पोस्ट के बाद SGPC हरकत में आई
बता दें कि अर्चना को SGPC ने गोल्डन टेंपल में योग करने का दोषी माना है। इसकी फोटो अर्चना ने सोशल मीडिया पर पोस्ट की थी। इसके बाद संस्था हरकत में आई। गोल्डन टेंपल में बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। 21 जून को यहां सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर ने योग किया, जिसका सिखों ने कड़ा विरोध किया। गोल्डन टेंपल आने वाले श्रद्धालुओं के लिए SGPC ने कुछ नियम बनाए हैं। इन नियमों का पालन करना हर श्रद्धालु के लिए जरूरी है। ये नियम इसलिए बनाए गए हैं, ताकि सिखों की भावनाओं को ठेस न पहुंचे। जानें गोल्डन टेंपल में आने वालों के लिए बनाए नियम जानें, क्या है मामला
20 जून को गुजरात निवासी सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर अर्चना मकवाना अमृतसर पहुंची थीं। यहां उन्होंने गोल्डन टेंपल में माथा टेका और सेवा भी की। अगले दिन 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस था। अर्चना उस दिन दोबारा गोल्डन टेंपल आईं और उन्होंने परिक्रमा में योग किया। योग करते हुए उन्होंने कुछ तस्वीरें भी लीं, जिनमें से 2 को उन्होंने सोशल मीडिया पर शेयर किया। इनमें एक फोटो ध्यान मुद्रा थी और दूसरी शीर्ष आसन था। इसे लेकर सिख संगठनों और SGPC ने ऐतराज जताया। सोशल मीडिया पर विरोध के बाद SGPC ने इसकी शिकायत पुलिस को भेजी और अर्चना के खिलाफ अमृतसर में FIR दर्ज कर दी गई। अर्चना के गलती के लिए माफी मांगी
अर्चना ने इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर माफी भी मांगी। उसने कहा, ‘मुझे अभी पता चला है कि मेरे खिलाफ SGPC अमृतसर ने FIR दर्ज कर दी है। मुझे दुख हो रहा है कि जो मैंने गुड फेथ में किया है, उसका गलत तरीके से प्रचार किया जा रहा है। मैं 20 जून को वहां माथा टेकने गई, मैंने सेवा भी की। 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस था। जैसे दिलजीत दोसांझ मशहूर हैं और वह योग को जिंदगी का हिस्सा बनाने के लिए कहते हैं। मैंने भी पंजाब के लोगों में योग का संदेश पहुंचाने के लिए योग किया। मेरी तस्वीर खींचने वाले भी सिख थे। उन्होंने भी मुझे नहीं रोका या गलत नहीं कहा। मुझे नहीं पता था कि यह गलत है। मुझे बुरा लग रहा है कि मैंने किसी को हर्ट किया। मुझे किसी को हर्ट नहीं करना था। कृपया इसे राजनीतिक या धार्मिक रूप न दीजिए। वहां एक ओंकार का संदेश दिया जाता है, सब एक है। जो लोग बोल रहे हैं कि मैं गलत मंशा लेकर वहां आई थी, वह पॉसिबल ही नहीं है। उनके हुकुम (गुरुओं) के बिना ये पॉसिबल ही नहीं है। मैंने गुड फेथ में ऐसा किया और मुझे बुरा लग रहा है।’ CCTV निकालकर जांचने को कहा
अर्चना ने कहा, ‘मैं SGPC अमृतसर और पंजाब पुलिस को कहना चाहूंगी कि दोनों दिन की CCTV निकाल जांच की जाए। अगर आप CCTV कैमरों की फुटेज पब्लिक में डाल दोगे तो भी कोई दिक्कत नहीं। मैंने ये गुड फेथ में किया। अगर फिर भी किसी को बुरा लग रहा है तो सॉरी। मैं इससे ज्यादा कर भी क्या सकती हूं। आप मुझे जेल में डाल दोगे क्या, लेकिन क्यों? मैंने ऐसा कुछ गलत नहीं किया। मैंने अपने अनुसार सब गुड फेथ में किया। बाकी वाहेगुरु जी की इच्छा। उनको पता है कि मेरे दिल में क्या है। कृपया इसे धर्म से न जोड़ें और राजनीतिक रूप भी न दें। कृपया सोशल मीडिया इसे अपने व्यूज बढ़ाने के लिए खाली मेरे बारे में रील मत बनाएं। ये आपको फनी लगता है, ये नाजुक मामला है। मुझे इसके लिए डेथ थ्रेट, रेप थ्रेट मिल चुका है। मुझे गुजरात पुलिस ने पुलिस प्रोटेक्शन दे दी। ये बुरा है कि लोगों ने अपने अनुसार इसे सोचा। मेरा जो नजरिया था, वह किसी को दिख नहीं रहा। अगर लोगों को बुरा लगा तो मैं माफी मांगती हूं। किसी को हर्ट करना मेरा इंटेंशन था ही नहीं। इतना बड़ा गुनाह मैंने नहीं किया कि मुझे मारने व रेप की धमकी दी जा रही है। मेरे खिलाफ FIR हो गई है तो क्या कर सकते हैं। मैं यह डिजर्व नहीं करती।’ अपना पक्ष रखने के लिए योग की तस्वीरों को साझा किया
अर्चना ने इंस्टाग्राम पर गोल्डन टेंपल में दूसरे लोगों के योग करने की फोटो पोस्ट की हैं। अर्चना ने एक फोटो साल 1905 और दूसरी कुछ साल पहले की बताई है। साथ ही लिखा है कि उन लोगों को इन फोटो पर कोई आपत्ति नहीं हुई। इनके खिलाफ कोई एक्शन क्यों नहीं लिया गया। इसके अलावा, अर्चना ने खुद की गोल्डन टेंपल में सेवा करने की वीडियो भी पोस्ट की।
प्रवासियों को गांव से निकलने का फरमान मामला:पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने पंजाब सरकार से मांगा जवाब; अधिकारों का हनन बताया
प्रवासियों को गांव से निकलने का फरमान मामला:पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने पंजाब सरकार से मांगा जवाब; अधिकारों का हनन बताया पंजाब के जिला मोहाली स्थित गांव मुद्दों संगतियां में कुछ दिन पहले एक विवादित प्रस्ताव पास किया था। प्रवासी लोगों को गांव से बाहर निकलने का फरमान सुनाया गया था। अब यह मामला पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में पहुंच गया है। इस मामले में हाईकोर्ट ने पंजाब सरकार से जवाब तलब कर लिया है। अगली सुनवाई पर सरकार को इस बारे में अपना पक्ष अदालत में रखना होगा। इस बारे में अदालत में याचिका एडवोकेट वैभव वत्स की तरफ से दाखिल की गई है। उनका कहना है कि संविधान प्रत्येक नागरिक को मर्जी के स्थान पर रहने का अधिकार देता है। इस प्रकार गांव निकाला देकर प्रवासी मजदूरों के अधिकारों का हनन हो रहा है। प्रवासी लोग उठा रहे हैं कई दिक्कतें उन्होंने अदालत को मीडिया में आई खबरों का हवाला दिया। उनका कहना है कि एक अगस्त को उनके ध्यान में यह मामला आया था। उन्हें पता चला था कि गांव में एक प्रस्ताव पास किया गया है। इसमें प्रवासी लोगों को गांव छोड़ने के लिए कहा गया है। हालांकि गांव के सरपंच इस पर नहीं थे। वहीं, इस वजह से वह परिवार मुश्किल में हैं। उन्हें कई तरह की दिक्कतें आ रही है। बच्चों की पढ़ाई से लेकर अन्य चीजों पर असर पड़ रहा है। लोगों को रोजगार तक मिलने में दिक्कतें आ रही है। प्रस्ताव पास करने को दिया था यह तर्क याची ने गांव में जब यह प्रस्ताव पास गया तो यह तर्क दिया गया था कि गांव कुछ आपराधिक घटनाएं हुई है। इसमें प्रवासी लोगों को संलिप्तता पाई गई थी। ऐसे में गांव वालों ने मजबूतरी प्रस्ताव पास किया गया है। ऐसे में जो लोग काफी समय से गांव में रह रहे थे। उनका आचरण भी अच्छा है। उन्हें भी गांव छोड़ने के लिए कहा दिया है। जो कि बिल्कुल भी उचित नहीं है। इस मामले में तुरंत दखल दिए जाने की मांग है।
लुधियाना के घाटी चौक पर हंगामा:इंस्टाग्राम रील्स के कारण युवक पर तेजधार हथियारों से किया हमला,सिर पर लगे 23 टांके
लुधियाना के घाटी चौक पर हंगामा:इंस्टाग्राम रील्स के कारण युवक पर तेजधार हथियारों से किया हमला,सिर पर लगे 23 टांके पंजाब के लुधियाना में देर रात घाटी चौक मोहल्ला भगवान वाल्मीकि नगर में एक युवक पर 20 से अधिक युवकों ने धावा बोल दिया। घर के बाहर बैठे युवक पर अज्ञात लोगों ने धावा बोल दिया। पता चला है कि बदमाशों ने पीटना किसी युवक को था वह गलती से दूसरे युवक को पीट कर फरार हो गए। इलाके के कुछ युवक इंस्टाग्राम रील्स पर एक दूसरे कमेंट्स बाजी करते थे। इसी रंजिश के कारण रात करीब 10.30 बजे घाटी चौक नजदीक हंगामा हो गया। घर के बाहर खड़े होने पर किया हमला जानकारी देते हुए घायल दिनेश ने कहा कि वह अपने घर के बाहर खड़ा था। कुछ युवकों ने इलाके में हमला कर दिया। हमलावरों को वह जानता तक नहीं है। हमलावरों के पास तेजधार हथियार और पिस्टल था। दिनेश कहा कि वह ड्राइवरी का काम करता है। उसे अब घर से बाहर निकलते समय भी डर लग रहा है। सिर पर लगे 23 से अधिक टांकें दिनेश ने कहा कि उसके सिर पर 23 से अधिक टांके लगे है। खून से लथपथ हालत में उसे इलाके के लोग सिविल अस्पताल लेकर आए है। बदमाशों ने उसके कंधे, पीठ पर भी तेजधार हथियार मारे है। इस संबंधी वह थाना डिवीजन नंबर 4 की पुलिस को शिकायत देगा। उधर, इस मामले में देर रात पुलिस ने इलाके के लोगों से भी पूछताछ की। इलाके में लगे सीसीटीवी पुलिस चैक कर रही है।