पंजाब में राजनीति का गढ़ माने जाने वाले अमृतसर में बैलेट पेपर की गिनती होने के बाद ईवीएम खोल दी गई है। प्रारंभिक रुझानों के अनुसार इस सीट पर भाजपा के कैंडिडेट तरनजीत संधु आगे चल रहे हैं। अमृतसर की बात करें तो यहां कुल वोटरों की गिनती 16 लाख 11 हजार 263 है। जिनमें से 56.06% वोटरों ने लोकसभा चुनाव 2024 के लिए मतदान किया। इनमें 4 लाख 87 हजार 101 पुरुषों, 4 लाख 16 हजार 86 महिलाओं और 19 ट्रांसजेंडर्स ने वोट किया है। वोटर टर्नआउट की बात करें तो पूरे पंजाब में अमृतसर सबसे पीछे रहा है, जहां सबसे कम वोटिंग हुई है। अमृतसर में कुल 30 प्रत्याशी मैदान में हैं। औजला मजबूत, भाजपा को गांवों में नुकसान
बीते चुनावों में जीत मार्जिन पर नजर दौड़ाएं तो औजला तकरीबन 1 लाख वोटों से जीत गए थे। अकाली दल व भाजपा के अलग-अलग चुनाव लड़ने की स्थिति में औजला फिर से स्ट्रॉन्ग उम्मीदवार के तौर पर सामने आए हैं। भाजपा शहरों में मजबूत है, लेकिन गांवों में उन्हें नुकसान झेलना पड़ सकता है। वहीं अकाली दल के अनिल जोशी और कुलदीप सिंह धालीवाल भी कड़ी टक्कर दे रहे हैं। पंजाब में राजनीति का गढ़ माने जाने वाले अमृतसर में बैलेट पेपर की गिनती होने के बाद ईवीएम खोल दी गई है। प्रारंभिक रुझानों के अनुसार इस सीट पर भाजपा के कैंडिडेट तरनजीत संधु आगे चल रहे हैं। अमृतसर की बात करें तो यहां कुल वोटरों की गिनती 16 लाख 11 हजार 263 है। जिनमें से 56.06% वोटरों ने लोकसभा चुनाव 2024 के लिए मतदान किया। इनमें 4 लाख 87 हजार 101 पुरुषों, 4 लाख 16 हजार 86 महिलाओं और 19 ट्रांसजेंडर्स ने वोट किया है। वोटर टर्नआउट की बात करें तो पूरे पंजाब में अमृतसर सबसे पीछे रहा है, जहां सबसे कम वोटिंग हुई है। अमृतसर में कुल 30 प्रत्याशी मैदान में हैं। औजला मजबूत, भाजपा को गांवों में नुकसान
बीते चुनावों में जीत मार्जिन पर नजर दौड़ाएं तो औजला तकरीबन 1 लाख वोटों से जीत गए थे। अकाली दल व भाजपा के अलग-अलग चुनाव लड़ने की स्थिति में औजला फिर से स्ट्रॉन्ग उम्मीदवार के तौर पर सामने आए हैं। भाजपा शहरों में मजबूत है, लेकिन गांवों में उन्हें नुकसान झेलना पड़ सकता है। वहीं अकाली दल के अनिल जोशी और कुलदीप सिंह धालीवाल भी कड़ी टक्कर दे रहे हैं। पंजाब | दैनिक भास्कर