लुधियाना| छठे पातशाह श्री गुरु हरगोबिंद साहिब जी की प्रेरणा से मनाए जाने वाले बंदी छोड़ दिवस को अमृत सागर परिवार ने खास तरीके से समर्पित किया। इस दिन गुरु का अटूट लंगर पक्खोवाल रोड पर स्थित अमृत सागर परिवार की ओर से लगाया गया, जिसमें सभी समुदाय के लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। गुरु हरगोबिंद साहिब जी ने 52 राजाओं को ग्वालियर किले से मुक्त कराकर न केवल उन्हें स्वतंत्रता दी, बल्कि एक महान संदेश भी दिया। इस बार लंगर का उद्घाटन इंद्रजीत मक्कड़ प्रधान गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा मॉडल ने किया। उन्होंने कहा कि अमृत सागर परिवार गुरबाणी के माध्यम से लोगों को जोड़ने का प्रयास कर रहा है और हर महीने गुरु के लंगर की सेवा अपने दसवंत से करता है। लंगर सेवा में बलबीर भाटिया, करणप्रीत भाटिया और उनके परिवार के सदस्यों ने सक्रिय भाग लिया, जिन्होंने सभी को प्रेम और सम्मान के साथ भोजन कराया। इस अवसर पर कई गणमान्य व्यक्तियों ने भी शिरकत की, जिनमें प्रिंसिपल बलबीर सिंह, कंवलजीत कौर, दलजीत कौर, जैस्मीन कौर, जसविंदर कौर, रिपन टंडन और निवाज भाटिया शामिल थे। इस आयोजन ने समुदाय में एकता और भाईचारे का संदेश फैलाया, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि गुरु की शिक्षाएं आज भी लोगों के दिलों में जिंदा हैं। अमृत सागर परिवार की लंगर सेवा न केवल भक्ति का प्रतीक है, बल्कि समाज में सहयोग और समर्पण का भी उदाहरण प्रस्तुत करती है। लुधियाना| छठे पातशाह श्री गुरु हरगोबिंद साहिब जी की प्रेरणा से मनाए जाने वाले बंदी छोड़ दिवस को अमृत सागर परिवार ने खास तरीके से समर्पित किया। इस दिन गुरु का अटूट लंगर पक्खोवाल रोड पर स्थित अमृत सागर परिवार की ओर से लगाया गया, जिसमें सभी समुदाय के लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। गुरु हरगोबिंद साहिब जी ने 52 राजाओं को ग्वालियर किले से मुक्त कराकर न केवल उन्हें स्वतंत्रता दी, बल्कि एक महान संदेश भी दिया। इस बार लंगर का उद्घाटन इंद्रजीत मक्कड़ प्रधान गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा मॉडल ने किया। उन्होंने कहा कि अमृत सागर परिवार गुरबाणी के माध्यम से लोगों को जोड़ने का प्रयास कर रहा है और हर महीने गुरु के लंगर की सेवा अपने दसवंत से करता है। लंगर सेवा में बलबीर भाटिया, करणप्रीत भाटिया और उनके परिवार के सदस्यों ने सक्रिय भाग लिया, जिन्होंने सभी को प्रेम और सम्मान के साथ भोजन कराया। इस अवसर पर कई गणमान्य व्यक्तियों ने भी शिरकत की, जिनमें प्रिंसिपल बलबीर सिंह, कंवलजीत कौर, दलजीत कौर, जैस्मीन कौर, जसविंदर कौर, रिपन टंडन और निवाज भाटिया शामिल थे। इस आयोजन ने समुदाय में एकता और भाईचारे का संदेश फैलाया, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि गुरु की शिक्षाएं आज भी लोगों के दिलों में जिंदा हैं। अमृत सागर परिवार की लंगर सेवा न केवल भक्ति का प्रतीक है, बल्कि समाज में सहयोग और समर्पण का भी उदाहरण प्रस्तुत करती है। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
क्रिकेटर युवराज सिंह की बायोपिक का ऐलान:सिनेमाघरों में दिखेंगे 2011 वर्ल्ड कप हीरो के ‘सिक्स सिक्सेज’; कैंसर से जूझने की कहानी भी होगी
क्रिकेटर युवराज सिंह की बायोपिक का ऐलान:सिनेमाघरों में दिखेंगे 2011 वर्ल्ड कप हीरो के ‘सिक्स सिक्सेज’; कैंसर से जूझने की कहानी भी होगी क्रिकेट वर्ल्ड कप 2011 के हीरो रहे पूर्व भारतीय क्रिकेटर युवराज सिंह का संघर्ष जल्द ही बड़े पर्दे पर नजर आने वाला है। उनके जीवन पर, विशेष रूप से उनके क्रिकेट करियर और कैंसर से जूझने की घटनाओं को केंद्र में रखते हुए युवराज की बायोपिक अनाउंस हुई है। इसे प्रोडक्शन कंपनी टी-सीरीज बनाएगी और इसके प्रोड्यूसर भूषण कुमार और रवि भागचंदका होंगे। हालांकि, फिल्म का टाइटल अभी फाइनल नहीं हुआ है, लेकिन फिलहाल के लिए ‘सिक्स सिक्सेज’ इसका नाम माना जा रहा है। साथ ही फिल्म में युवराज सिंह का रोल निभाने वाले एक्टर का नाम भी अभी फाइनल नहीं हुआ है। यह जानकारी प्रोडक्शन कंपनी के अलावा फिल्म क्रिटिक तरन आदर्श ने X पर पोस्ट कर दी है। युवराज बोले- क्रिकेट मेरा सबसे बड़ा प्यार
अपनी बायोपिक को लेकर युवराज सिंह ने कहा है, ‘मैं बहुत सम्मानित महसूस कर रहा हूं। मेरी कहानी दुनिया भर में लाखों प्रशंसकों को दिखाई जाएगी। क्रिकेट मेरे लिए सबसे बड़ा प्यार और जीवन के उतार-चढ़ावों के दौरान ताकत का जरिया रहा है। मुझे उम्मीद है कि यह फिल्म दूसरों को चुनौतियों से उबरने और जुनून के साथ सपनों को साकार करने के लिए प्रेरित करेगी।’ एक ओवर में लगाए 6 छक्के
क्रिकेटर युवराज सिंह कई युवाओं के लिए प्रेरणा के स्त्रोत हैं। 2007 में शुरू हुए पहले टी-20 वर्ल्ड कप में उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ एक ओवर में 6 छक्के मारने का कारनामा किया था। ये 6 छक्के युवराज ने इंग्लैंड के बेस्ट बॉलर स्टुअर्ट ब्रॉड के ओवर में मारे थे। युवराज के इस कारनामे की चर्चा पूरे क्रिकेट वर्ल्ड में हुई। इस तरह लगे थे शॉट पहला छ्क्का- स्टुअर्ट ब्रॉड की पहली गेंद को युवराज ने काऊ कॉर्नर के ऊपर से मारा।
दूसरा छ्क्का- फ्लिक शॉट खेला और गेंद बैकवर्ड स्क्वेयर लेग के ऊपर से गई।
तीसरा छ्क्का- स्टंप्स की लाइन पर आती इस गेंद को युवराज ने जगह बनाकर एक्स्ट्रा कवर के ऊपर बाउंड्री पार किया।
चौथा छ्क्का- खड़े-खड़े बैकवर्ड पॉइंट के ऊपर से खेला और छक्का लगाया।
पांचवां छ्क्का- एक घुटना जमीन पर टिकाया और मिड विकेट के ऊपर से छक्का जड़ा।
छठा छ्क्का- युवराज ने आखिरी गेंद को वाइड मिड ऑन के ऊपर से खेला और छह गेंदों पर छह छक्के पूरे किए। 2011 के विश्व कप में प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट रहे
इसके अलावा, वर्ष 2011 के ODI क्रिकेट विश्व कप को भारत की झोली में डालने का सबसे बड़ा क्रेडिट युवराज को रही जाता है। विश्व स्तरीय इस टूर्नामेंट में युवराज को प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुना गया था। उन्होंने पूरे विश्व कप में बल्ले के अलावा फील्डिंग और बॉलिंग में कमाल दिखाया था। इसी टूर्नामेंट के दौरान मैदान पर बैटिंग करते हुए युवराज को खून की उल्टियां हुई थीं, लेकिन वह बिना हार माने खेले रहे और देश को वर्ल्ड कप दिलाने के बाद ही कैंसर के इलाज के लिए विदेश गए थे। तब उन्हें ट्रू फाइटर कहा जाने लगा था। चंडीगढ़ और पंजाब से गहरा नाता
युवराज का चंडीगढ़ और पंजाब से गहरा रिश्ता है। उन्होंने चंडीगढ़ में अपनी पढ़ाई की है। साथ ही किक्रेट की ABC यहीं सीखी है। वह चंडीगढ़ के दूसरे खिलाड़ी बनने जा रहे है, जिनकी बायोपिक बन रही है। इससे पहले साल 2012 में आई फिल्म ‘भाग मिल्खा भाग’ भारतीय धावक मिल्खा सिंह की बायोपिक थी। मिल्खा सिंह का जन्म तो बंटवारे से पहले पाकिस्तान में हुआ था, लेकिन उन्होंने अपनी जीवन की अंतिम सांसें चंडीगढ़ में ही ली थीं। उनकी बायोपिक को दर्शकों का खूब प्यार मिला था। कौन हैं युवराज सिंह
युवराज सिंह पूर्व भारतीय क्रिकेटर है। उनका जन्म 12 दिसंबर 1981 को हुआ था। उनके पिता पूर्व क्रिकेटर योगराज सिंह और मां शबनम कौर हैं। भारतीय क्रिकेट के इतिहास में युवराज सिंह सबसे बेहतरीन ऑलराउंडरों में से एक रहे हैं। उन्होंने क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में हाथ आजमाया और नाम कमाया। वह मध्य क्रम में बाएं हाथ के बल्लेबाज और धीमी गति के गेंदबाज रहे। उन्होंने वनडे इंटरनेशनल (ODI) क्रिकेट में 7 प्लेयर ऑफ द सीरीज अवॉर्ड जीते हैं। युवराज 2000 से 2017 तक वनडे में भारतीय क्रिकेट टीम के सदस्य रहे। उन्होंने अपना पहला टेस्ट मैच अक्टूबर 2003 में खेला था। वह 2007 से 2008 के बीच भारतीय वनडे टीम के उप-कप्तान थे। 2007 में टी-20 में इंग्लैंड के खिलाफ 6 छक्के लगाए थे। टी-20 में उन्होंने 12 गेंदों में फिफ्टी लगाई, जो कि अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे तेज अर्धशतक का रिकॉर्ड है।
जालंधर में 21 वर्षीय युवक का शव मिला:आइलेट्स कर चुका था, बहन के पास जाना था कनाडा; शरीर पर चोट के निशान
जालंधर में 21 वर्षीय युवक का शव मिला:आइलेट्स कर चुका था, बहन के पास जाना था कनाडा; शरीर पर चोट के निशान पंजाब के जालंधर में पठानकोट चौक के पास राजकीय श्मशान घाट के पास 21 वर्षीय युवक का शव मिलने से सनसनी फैल गई। मिली जानकारी के अनुसार परिजनों ने एक दिन पहले पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि उनका बेटा संदिग्ध परिस्थितियों में घर से लापता हो गया है। संतोखपुरा एक नंबर गली निवासी करण उर्फ नन्नू के रूप में हुई है। पंचर का काम करता था। तीन दिन से उसकी दुकान बंद थी। बच्चा तीन बहनों का अकेला भाई था। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है कि यह हत्या है या फिर कुछ और। करण आइलेट्स कर चुका था, उसने विदेश कनाडा में रह रही अपनी बहन के पास ही जाना था। पुलिस कंट्रोल रूम में दी गई थी सूचना थाना डिवीजन नंबर-8 के एसएचओ गुरमीत सिंह ने बताया कि दोपहर के वक्त पुलिस कंट्रोल रूम से थाने में सूचना मिली थी कि उक्त जगह पर किसी 21 वर्षीय युवक की लाश पड़ी हुई है। जिसके बाद तुरंत टीमें जांच के लिए मौके पर पहुंच गई थी। मृतक के आसपास पुलिस को कोई संदिग्ध चीज नहीं मिली। हालांकि शरीर पर कुछ संदिग्ध जख्म मिले हैं। जिससे लग रहा है कि उक्त युवक को घसीटा गया है। पुलिस ने मृतक के दोस्त राजा की तलाश कर रही है। क्योंकि आखिरी बार करण को उसी के साथ देखा गया था। परिवार बोला- दोस्त के साथ घर से निकला था मृतक मिली जानकारी के अनुसार परिवार ने पुलिस को कहा था कि उनका बेटा घर से अपने दोस्तों के साथ निकला था। जिसके बाद से उसका कोई अता पता नहीं था। पुलिस ने कहा- फिलहाल मामले में कुछ भी कहना सही नहीं है, क्योंकि उक्त युवक के शरीर पर कुछ जख्म भी हैं। वहीं, ये केस ओवरडोज का भी हो सकता है। मगर पोस्टमार्टम के बाद मौत का कारण स्पष्ट हो पाएगा। जांच के बाद पुलिस अगली कार्रवाई करेगी। वहीं, मृतक के दोस्तों से पुलिस पूछताछ की जाएगी।
लुधियाना में सीपी दफ्तर के बाहर हंगामा:MLA का पुतला फूंका; पुलिस की गाड़ी के आगे लेटे, विधायक पति बोले-3 मेंबरी कमेटी हो गठित
लुधियाना में सीपी दफ्तर के बाहर हंगामा:MLA का पुतला फूंका; पुलिस की गाड़ी के आगे लेटे, विधायक पति बोले-3 मेंबरी कमेटी हो गठित लुधियाना में आज पुलिस कमिश्नर दफ्तर के बाहर हंगामा हो गया। रेप पीड़ित किशोरी और उसके समर्थन में आए लोगों ने विधायक राजिंदर पाल कौर छीना का पुतला फूंका। विधायक के खिलाफ उन्होंने नारेबाजी भी की। हंगामा कर रहे लोगों को रोकने के लिए पुलिस भी मौके पर पहुंची। पुलिस और प्रदर्शनकारियों में खींचतान भी हुई। कुछ प्रदर्शनकारी पुलिस की गाड़ी के आगे भी लेट गए। जिसके बाद विधायक राजिंदर पाल कौर छीना के पति हरप्रीत सिंह छीना ने प्रेस कान्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि बच्ची के साथ जिन लोगों ने रेप किया है उनके बारे उन्हें कुछ पता नहीं है। बाकी अभी तक पीड़ित परिवार उनके पास नहीं आया। जिस दिन पीड़ित परिवार उनके पास आएगा तो जरूर उनकी समस्या का समाधान करवाया जाएगा। शरारती लोग कर रहे विधायक छीना की छवि खराब हरप्रीत सिंह के मुताबिक, पुलिस कमिश्नर से बात की जाएगी कि बच्ची को इंसाफ दिलवाने के लिए विशेष 3 मेंबरी कमेटी का गठन किया जाए। आम आदमी पार्टी पीड़ित बच्ची और उसके परिवार के साथ है। कुछ शरारती लोग विधायक राजिंदर पाल कौर छीना की छवि खराब करना चाहता है। पुलिस प्रशासन से भी आग्रह किया जा रहा है कि शरारती लोगों पर नकेल कसे। वहीं पीड़ित परिवार को विधायक छीना की तरफ से हर संभव मदद की जाएगी। इस मामले में समाजसेवी अमित कुमार ने कहा कि पीड़ित बच्ची के परिवार को कुछ लोग बहला फुसला रहे हैं। माहौल खराब करने वालों पर पुलिस को सख्त एक्शन लेना चाहिए। बच्ची को इंसाफ दिलवाने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगाा। पीड़ित बच्ची को जगह-जगह लेकर घुमना ठीक नहीं है। परिवार को यह बात समझनी चाहिए कि कानून से ऊपर कुछ नहीं है। पढ़े क्या था पूरा मामला पीड़ित बच्ची की मां का आरोप है कि उसकी 13 वर्षीय बेटी के साथ 4 लोगों ने मिलकर गैंग रेप किया है। ह्यूमन राइट्स दफ्तर नजदीक चंडीगढ़ में आरोपियों ने उसकी बेटी को किडनैप करने की कोशिश की। जिसकी वीडियो भी उसके पास है, जिसमें आरोपी भागते नजर आ रहे हैं। महिला ने कहा कि आज वह थानों के चक्कर लगाकर परेशान हो गई है। इस कारण आज अपनी पीड़ित बेटी को साथ लेकर धरना दे रही है। महिला ने कहा कि आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं। उन लोगों ने 4 आरोपियों का नाम पुलिस को बताया था। लेकिन पुलिस ने सिर्फ दो लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। मृत बच्ची को किशोरी ने दिया था जन्म पीड़िता मां ने कहा कि चंडीगढ़ हाईकोर्ट के आदेश के बाद उसकी बेटी की डिलीवरी करवाई गई थी। उसने मरी हुई बच्ची को जन्म दिया था।