अमेरिका से डिपोर्ट होकर कैथल पहुंचे एक युवक के परिजनों ने बड़ा खुलासा किया है। बेटे से उनको बताया कि अमृतसर एयरपोर्ट से अंबाला तक उनको हथकड़ी लगा कर लाया गया। पंजाब पुलिस गांव में छोड़ कर गई है। उनके परिजनों के कुछ कागजातों पर हस्ताक्षर भी कराए गए हैं। युवक फिलहाल डिप्रेशन में है और उसे घर की बजाय दोस्तों के पास छोड़ा गया है, ताकि उसे कुछ रिलेक्स मिले। बेटे के भविष्य को लेकर परिजन चिंतित हैं। कैथल के धुंधरेड़ी गांव का साहिल भी हरियाणा के उन 33 युवकों में से एक है, जिनको अमेरिका से डिपोर्ट किया गया है। उसे पंजाब पुलिस गांव तक छोड़ कर गई है। साहिल के पिता चरण सिंह ने बताया कि पंजाब पुलिस के जवान गुरुवार सुबह साहिल को लेकर घर आए। उन्होंने कुछ दस्तावेजों पर हस्ताक्षर कराए और फिर साहिल की फोटो लेकर वापस लौट गए। इस पूरी प्रक्रिया के दौरान जिला प्रशासन या स्थानीय पुलिस को को कोई सूचना नहीं दी गई। चरण सिंह ने दावा किया कि पंजाब पुलिस के जवान अमृतसर एयरपोर्ट से युवाओं को हथकड़ी लगा कर अपराधी की तरह लेकर आए हैं। अंबाला में आने के बाद ही उनकी हथकड़ियां खोली गई। फिर युवकों को उनके गांवों तक छोड़ा गया। कैथल जिले में साहिल (गांव धुंधरेड़ी), अभिषेक (गांव प्यौड़ा), अंकित (गांव कसान) और अमन (गांव अटेला) अमेरिका से डिपोर्ट होने के बाद अपने घर पहुंचे हैं। चारों युवक मानसिक तनाव में हैं और घर की बजाय दोस्तों और रिश्तेदारों के पास समय बिता रहे हैं। पंजाब पुलिस उनको गांवों तक छोड़ गई, लेकिन स्थानीय पुलिस ने अभी तक इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की है। पुलिस अब अपने स्तर पर इन युवाओं के बारे में जानकारी जुटा रही है। 17 फरवरी को आएगा एक और विमान डिपोर्ट होकर लौटे युवाओं के परिजनों की माने तो उनके बेटों ने बताया कि अमेरिका में भारतीयों की धरपकड़ जारी है। उन्हें वहां सूचना मिली कि 17 फरवरी को एक और विमान अवैध प्रवासियों को लेकर भारत पहुंचेगा। अमेरिकी सरकार, खासकर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रभाव के चलते, अवैध प्रवासियों पर सख्ती बरत रही है। साहिल के पिता चरण सिंह ने बताया कि साहिल 7 महीने पहले अमेरिका के लिए गया था। उसको वहां पहुंचने में 6 महीने से अधिक का समय लगा। वह अभी 15 दिन से जेल में ही बंद था। उसे कोई कानूनी अधिकार का इस्तेमाल नहीं करने दिया गया। जब घर लाया जा रहा था तब साहिल ने बताया कि अंबाला तक पुलिस ने उसको हाथ और पैरों में हथकड़ियां लगाई हुई थी। पंजाब पुलिस ने घर छोड़ा, प्रशासन को खबर नहीं धुंधरेड़ी निवासी साहिल के परिवार ने बताया कि पंजाब पुलिस के जवान सुबह उसे घर छोड़कर गए। उन्होंने कुछ दस्तावेजों पर हस्ताक्षर कराए और फिर साहिल की फोटो लेकर वापस लौट गए। लेकिन इस पूरी प्रक्रिया की जानकारी न तो जिला प्रशासन को दी गई और न ही स्थानीय पुलिस को। डिप्रेशन में युवा, परिवारों पर कर्ज चुकाने का दबाव डिपोर्ट होकर लौटे ये युवा गहरे मानसिक तनाव में हैं। वे घर जाने की बजाय रिश्तेदारों और दोस्तों के पास रह रहे हैं। गांव वाले उनके हालचाल लेने पहुंच रहे हैं, लेकिन परिवारों में इस घटना से मायूसी छा गई है। युवाओं के माता-पिता ने विदेश में नौकरी की उम्मीद में मोटा कर्ज लिया था, लेकिन अब चिंता इस बात की है कि इस कर्ज को कैसे चुकाया जाएगा। अमेरिका से डिपोर्ट होकर कैथल पहुंचे एक युवक के परिजनों ने बड़ा खुलासा किया है। बेटे से उनको बताया कि अमृतसर एयरपोर्ट से अंबाला तक उनको हथकड़ी लगा कर लाया गया। पंजाब पुलिस गांव में छोड़ कर गई है। उनके परिजनों के कुछ कागजातों पर हस्ताक्षर भी कराए गए हैं। युवक फिलहाल डिप्रेशन में है और उसे घर की बजाय दोस्तों के पास छोड़ा गया है, ताकि उसे कुछ रिलेक्स मिले। बेटे के भविष्य को लेकर परिजन चिंतित हैं। कैथल के धुंधरेड़ी गांव का साहिल भी हरियाणा के उन 33 युवकों में से एक है, जिनको अमेरिका से डिपोर्ट किया गया है। उसे पंजाब पुलिस गांव तक छोड़ कर गई है। साहिल के पिता चरण सिंह ने बताया कि पंजाब पुलिस के जवान गुरुवार सुबह साहिल को लेकर घर आए। उन्होंने कुछ दस्तावेजों पर हस्ताक्षर कराए और फिर साहिल की फोटो लेकर वापस लौट गए। इस पूरी प्रक्रिया के दौरान जिला प्रशासन या स्थानीय पुलिस को को कोई सूचना नहीं दी गई। चरण सिंह ने दावा किया कि पंजाब पुलिस के जवान अमृतसर एयरपोर्ट से युवाओं को हथकड़ी लगा कर अपराधी की तरह लेकर आए हैं। अंबाला में आने के बाद ही उनकी हथकड़ियां खोली गई। फिर युवकों को उनके गांवों तक छोड़ा गया। कैथल जिले में साहिल (गांव धुंधरेड़ी), अभिषेक (गांव प्यौड़ा), अंकित (गांव कसान) और अमन (गांव अटेला) अमेरिका से डिपोर्ट होने के बाद अपने घर पहुंचे हैं। चारों युवक मानसिक तनाव में हैं और घर की बजाय दोस्तों और रिश्तेदारों के पास समय बिता रहे हैं। पंजाब पुलिस उनको गांवों तक छोड़ गई, लेकिन स्थानीय पुलिस ने अभी तक इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की है। पुलिस अब अपने स्तर पर इन युवाओं के बारे में जानकारी जुटा रही है। 17 फरवरी को आएगा एक और विमान डिपोर्ट होकर लौटे युवाओं के परिजनों की माने तो उनके बेटों ने बताया कि अमेरिका में भारतीयों की धरपकड़ जारी है। उन्हें वहां सूचना मिली कि 17 फरवरी को एक और विमान अवैध प्रवासियों को लेकर भारत पहुंचेगा। अमेरिकी सरकार, खासकर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रभाव के चलते, अवैध प्रवासियों पर सख्ती बरत रही है। साहिल के पिता चरण सिंह ने बताया कि साहिल 7 महीने पहले अमेरिका के लिए गया था। उसको वहां पहुंचने में 6 महीने से अधिक का समय लगा। वह अभी 15 दिन से जेल में ही बंद था। उसे कोई कानूनी अधिकार का इस्तेमाल नहीं करने दिया गया। जब घर लाया जा रहा था तब साहिल ने बताया कि अंबाला तक पुलिस ने उसको हाथ और पैरों में हथकड़ियां लगाई हुई थी। पंजाब पुलिस ने घर छोड़ा, प्रशासन को खबर नहीं धुंधरेड़ी निवासी साहिल के परिवार ने बताया कि पंजाब पुलिस के जवान सुबह उसे घर छोड़कर गए। उन्होंने कुछ दस्तावेजों पर हस्ताक्षर 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सिरसा के 83 वर्षीय लालचंद ने जीते 3 गोल्ड मेडल:चंडीगढ़ में हुई हरियाणा मास्टर ऐथ्लैटिक्स चैम्पियनशिप, 6.90 मीटर तक फेंका गोला 33वीं हरियाणा मास्टर ऐथ्लैटिक्स चैम्पियनशिप में सिरसा निवासी 83 वर्षीय वरिष्ठ नागरिक लालचंद गोदारा ने तीन गोल्ड मेडल जीतकर सिरसा जिले का नाम रोशन किया है। लालचंद गोदारा को इस उपलब्धि पर सिरसा के वरिष्ठ नागरिकों व युवा खिलाड़ियों ने बधाई दी है। प्रथम स्थान किया हासिल हरियाणा मास्टर ऐथ्लैटिक्स एसोसिएशन की ओर से चंडीगढ़ सेक्टर 7 स्थित स्टेडियम में 33वीं हरियाणा मास्टर ऐथ्लैटिक्स चैम्पियनशिप का आयोजन करवाया गया था, जिसमें प्रदेश भर से सैकड़ों खिलाड़ियों ने अलग-अलग आयु वर्ग में भाग लेकर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। सिरसा निवासी लाल चंद गोदारा ने चैम्पियनशिप के 80 से अधिक आयु वर्ग में तीन इवेंट में भाग लिया। उन्होंने शॉटपुट में प्रदर्शन कर 6.90 मीटर तक गोला फेंककर प्रथम स्थान पाया। 100 मीटर दौड़ 17.6 सेकेंड में पूरी इसी प्रकार डिस्कस थ्रो की इवेंट में उन्होंने 16.58 मीटर तक थ्रो करके प्रथम स्थान हासिल किया। इसी आयु वर्ग में 100 मीटर दौड़ उन्होंने महज 17.6 सेकेंड में पूरी करके प्रथम स्थान प्राप्त किया। तीनों इवेंट में प्रथम रहने पर उन्हें गोल्ड मेडल देकर सम्मानित किया। सिरसा आगमन पर वरिष्ठ नागरिक एसोसिएशन के सदस्यों ने उन्हें बधाई दी है। अब तक 100 से अधिक मेडल जीत चुके उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व भी गोदारा जिला, प्रदेश व राष्ट्र स्तरीय प्रतियोगिताओं में 100 से अधिक मेडल जीत चुके हैं। वे खेल के अलावा पौधा रोपण, शिक्षा, नशा मुक्ति अभियान, स्वच्छता अभियान में भी बढ़ चढ़ कर भाग लेते हैं। युवाओं को खेलों के प्रति जागरूक करते हैं। बुजुर्गों की समस्याओं के समाधान के लिए उन्होंने वरिष्ठ नागरिक एसोसिएशन का गठन किया हुआ है। सरकार ने दिया लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड उनके नेतृत्व में ही जिला स्तर पर होने वाले स्वतंत्रता दिवस व गणतंत्र दिवस पर वरिष्ठ नागरिकों की परेड शुरू की गई थी। गोदारा की उपलब्धियों को देखते हुए ही हरियाणा सरकार उन्हें लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित कर चुकी है। खेल के साथ ही शिक्षा प्राप्त करने का जज्बा भी उनके अंदर है। उम्र के इस पड़ाव पर भी वे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। हाल ही में उन्होंने बीए की डिग्री हासिल की है और अब मास्टर डिग्री के लिए पढ़ाई कर रहे हैं।