अयोध्या में 12 साल की बच्ची से रेप मामले में पुलिस ने 3 और सपा नेताओं पर FIR दर्ज की। पुलिस का कहना है- तीनों नेता अस्पताल में भर्ती बच्ची से मुलाकात के नाम पर पहुंचे। वहां परिवार से मामले में सुलह करने का दबाव बनाया। परिवार ने इनकार किया, तो भड़क गए। परिजनों को धमकाते हुए जान से मारने की धमकी दी। पुलिस ने बताया कि आरोपियों में भदरसा नगर पंचायत के चेयरमैन मोहम्मद राशिद, सपा नेता जय सिंह राणा और एक अन्य है। अयोध्या नगर कोतवाली प्रभारी अश्विनी पांडेय ने बताया-परिजनों की एप्लिकेशन पर मुकदमा दर्ज किया गया। परिवार ने आरोप लगाया कि इससे पहले भी पीड़िता के घर पहुंचकर मामले में समझौता करने का दबाव बना चुके हैं। कोतवाली प्रभारी ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है। अयोध्या में 12 साल की बच्ची से रेप मामले में पुलिस ने 3 और सपा नेताओं पर FIR दर्ज की। पुलिस का कहना है- तीनों नेता अस्पताल में भर्ती बच्ची से मुलाकात के नाम पर पहुंचे। वहां परिवार से मामले में सुलह करने का दबाव बनाया। परिवार ने इनकार किया, तो भड़क गए। परिजनों को धमकाते हुए जान से मारने की धमकी दी। पुलिस ने बताया कि आरोपियों में भदरसा नगर पंचायत के चेयरमैन मोहम्मद राशिद, सपा नेता जय सिंह राणा और एक अन्य है। अयोध्या नगर कोतवाली प्रभारी अश्विनी पांडेय ने बताया-परिजनों की एप्लिकेशन पर मुकदमा दर्ज किया गया। परिवार ने आरोप लगाया कि इससे पहले भी पीड़िता के घर पहुंचकर मामले में समझौता करने का दबाव बना चुके हैं। कोतवाली प्रभारी ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
Related Posts
आजादी के 77 सालों में देश में कितना हुआ विकास, जानिए क्या हैं कहते हैं BHU के छात्र नेता
आजादी के 77 सालों में देश में कितना हुआ विकास, जानिए क्या हैं कहते हैं BHU के छात्र नेता <p style=”text-align: justify;”><strong>Independence Day 2024:</strong> स्वतंत्रता दिवस को लेकर देश भर में उत्साह देखा जा रहा है. सरकारी विभाग शिक्षण संस्थान प्रशासनिक दफ्तर में जोर-शोर से स्वतंत्रता दिवस को भव्य स्तर पर मनाने की तैयारी की जा रही है. आजादी के 77 वर्ष पूरे होने पर देश के विभिन्न क्षेत्रों में राष्ट्रभक्ति से जुड़े कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं. इसी क्रम में एबीपी लाइव ने BHU छात्रों से स्वतंत्रता दिवस के 77 वर्ष पूरे होने पर खास बातचीत की है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>BHU के NSUI छात्र रोहित राणा आजादी के 77 वर्ष सफर पूरे होने पर कहते हैं कि इस 77 साल के भीतर भारत ने विकास के कई आयाम को सुनिश्चित किया हैं. हजारों चुनौतियों को पार करते हुए अपनी विकास यात्रा को स्तत आगे बढ़ने के लक्ष्य के तरफ बढ़ा हैं. हमें सोचना होगा कि जिस देश ने अपनी पहली बजट की शुरुआत मात्र 200 करोड़ के करीब से शुरू की थी आज वो 32 लाख के आंकड़ों को पार करने के साथ दुनिया के शीर्ष अर्थव्यस्था वाली श्रृंखला में पहुंच रहा हैं. जिस देश में आजादी के साथ मात्र 12 प्रतिशत की साक्षरता दर थी वो शिक्षा के अधिकार और तमाम सकारात्मक प्रयासों के साथ 75 प्रतिशत के करीब पहुंच चुका हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>जीवन यापन और चिकित्सा की बुनियादी सुविधा के लिए परेशान देश, जहां जीवन प्रत्याशा की औसत उम्र 32 साल थी. आज प्राथमिक चिकत्सा से लेकर तमाम AIIMS के नेटवर्क की सुविधा के बदौलत 70 वर्ष की औसत आयु तक पहुंचा हैं. अनाज के लिए कभी दूसरे देशों के तरफ देखने वाला भारत हरित क्रांति और दूसरे तकनीकी विकास के साथ आज न सिर्फ स्वालंबी हैं बल्कि दर्जनों उत्पादन में दुनिया के शीर्ष पर हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>बुनियादी लोकतांत्रिक अधिकारों के लिए संघर्ष और जेल की यातना से निकलकर आज लाखों संस्थानों की निगरानी करने वाला देश भारत हैं. शुरुआती वर्षों से ही वैज्ञानिक दृष्टिकोण को अपना कर नीति नियंताओं ने भारत को संपेरों के देश की छवि से बाहर निकाला जिसके फलस्वरूप आज भारत तकनीकी के क्षेत्र में एक अग्रणी भूमिका में खड़ा है. ये विकास किसी एक दिन का घटना मात्र नहीं हैं, ये 77 साल के सभी सरकारों की स्तत प्रयास का नतीजा हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>साक्षरता दर के साथ लोगों की आय भी बढ़ी</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><a title=”स्वतंत्रता दिवस” href=”https://www.abplive.com/topic/independence-day-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>स्वतंत्रता दिवस</a> के अवसर पर BHU के शोध छात्र अभिषेक सिंह ने कहा कि आजादी के बाद इन 77 वर्षों में भारत के भौगोलिक, राजनैतिक, सामाजिक, सीमा सुरक्षा जैसे मामलों में काफी कुछ बदलाव हुआ है. देश की भौगोलिक स्थिति अर्थात भारत के नक्शे और उसकी सीमाओं की बात करें तो 77 साल के सफर में काफी कुछ बदला है. समय के साथ लगातार इसमें बदलाव आते रहे. हालांकि अंतरराष्ट्रीय सीमा की बात करें तो भारतीय मानचित्र में बहुत बदलाव नहीं आया, लेकिन देश के भीतर राज्यों की सीमाओं में परिवर्तन की प्रक्रिया आजादी के बाद से ही चलती रही. </p>
<p style=”text-align: justify;”>अभिषेक ने कहा कि जरूरत और मांग के हिसाब से नए-नए राज्यों का गठन होता रहा. हाल ही में जम्मू कश्मीर और लद्दाख को अलग कर उन्हें केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा दिया गया. वर्तमान में देश में 28 राज्य और 8 केंद्र शासित प्रदेश हैं. देश के नेताओं ने एजुकेशन फॉर आल का नारा दिया जो भिन्न-भिन्न कार्यक्रमों और संस्थाओं के माध्यम से अपने लक्ष्य की ओर अग्रसर है. तब देश की साक्षरता दर 18 फीसदी थी और अब 78 फीसदी है. यानी चार गुना से भी अधिक वहीं आर्थिक स्थिति में भी काफी सुधार आया है पहले देश की प्रति व्यक्ति वार्षिक आय 274 रुपये थी, आज 1.72 लाख प्रति व्यक्ति आय है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं सीमा सुरक्षा के मामले में सीमा सुरक्षा बल के साथ-साथ लेजर सुरक्षा तकनीक और अधिक से अधिक मारक क्षमता वाले मिसाइल को विकसित किया गया. वर्तमान सरकार द्वारा चलाए जा रहे योजना (मेक इन इंडिया, स्किल इंडिया, प्रधान मंत्री उज्ज्वला योजना, पीएम किसान सम्मान निधि, सुकन्या समृद्धि योजना, आयुष्मान भारत योजना, जननी सुरक्षा योजना) ने भी देश को विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन कर रही है. वहीं दूसरा कुछ बदलाव भारत के लिए हितकारी नहीं है जैसे बढ़ती जनसंख्या और अपराध, 40 करोड़ वाला भारत देश आज 140 करोड़ आबादी वाला देश हो गया. तब देश में प्रति लाख 152 संज्ञेय अपराध दर्ज थे अब 232 हो गया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>भारत ने विकास की नई ऊंचाइयों को छुआ</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>BHU के ABVP से जुड़े शोध छात्र पतंजलि पांडे ने कहा कि भारत ने 77 सालों में ऐतिहासिक सफर तय किया है. 70 के दशक में भारत को आपातकालीन व्यवस्था से भी जूझना पड़ा लेकिन भारत का संविधान डिगा नहीं. आज भारत गणित, साइंस एंड टेक्नोलॉजी, खेल जैसे क्षेत्रों में तेज गति से आगे बढ़ने के साथ-साथ दुनिया के गंभीर परिस्थितियों में नेतृत्व भी कर रहा है और दुनिया के ताकतवर शक्तिशाली देश अपने देश की समस्या सुलझाने के लिए भारत की तरफ देखते हैं. यह मजबूत भारत की छवि को दर्शाता है. सबसे अधिक युवा आबादी वाले देश में अलग-अलग सीमाओं पर अनेक चुनौतियां होने के बावजूद आज भारत निडर होकर विकसित मार्ग पर आगे बढ़ रहा है. आने वाला सफर भारत के लिए और भी सुखद होगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/independence-day-2024-kanpur-mayor-pramila-pandey-tricolor-yatra-by-riding-on-a-bulldozer-ann-2761231″>कानपुर की मेयर प्रमिला पांडे का फिर दिखा अनोखा अंदाज, बुलडोजर पर चढ़कर निकाली तिरंगा यात्रा</a></strong></p>
जालंधर में चाचा की हत्या करने वाला भतीजा गिरफ्तार:जमीन विवाद में उतारा मौत के घाट, परिवार समेत था फरार, साथियों की तलाश जारी
जालंधर में चाचा की हत्या करने वाला भतीजा गिरफ्तार:जमीन विवाद में उतारा मौत के घाट, परिवार समेत था फरार, साथियों की तलाश जारी पंजाब के जालंधर में शाहकोट कस्बे के पास जमीनी विवाद में एक भतीजे ने अपने चाचा की हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपी भतीजे को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि उसके तीन साथी अभी भी फरार हैं। पुलिस जल्द ही गिरफ्तार आरोपी को कोर्ट में पेश कर पूछताछ के लिए रिमांड पर लेगी। आरोपी अपने चाचा लखवीर सिंह उर्फ लक्खा (65) की हत्या कर परिवार समेत फरार हो गया था। आरोपियों की गिरफ्तारी का आश्वासन मिलने के बाद परिवार ने उसका अंतिम संस्कार कर दिया। खेत में खून से लथपथ मिला था लक्खा लखवीर सिंह उर्फ लक्खा का अपने बड़े भाई के बेटों से जमीन का विवाद चल रहा था। भतीजा जसविंदर सिंह चाचा लखवीर सिंह को खेतों में पानी लगाने और कुएं पर जाने से रोकता था। जमीन विवाद को लेकर दोनों के बीच केस भी चल रहा था। कल सुबह करीब 10 बजे लखवीर सिंह खेतों में घूम रहा था, तभी अचानक मक्के के खेत से निकल रहे उसके भतीजों ने उस पर हमला कर दिया। आरोपी भतीजे ने उस पर चाकू से कई बार वार कर उसे घायल कर दिया। घटना के बाद आरोपी वहां से फरार हो गया। शाहकोट से उसे निजी अस्पताल में रेफर किया गया जानकारी के अनुसार, जब ग्रामीणों ने लक्खा को घायल अवस्था में देखा तो उन्होंने तुरंत मामले की सूचना परिजनों को दी। जिसके बाद लक्खा को उपचार के लिए शाहकोट के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उसकी गंभीर हालत को देखते हुए उसे तुरंत निजी अस्पताल में रेफर कर दिया गया। अस्पताल में उपचार के दौरान लखवीर सिंह की मौत हो गई। इस मामले में पुलिस ने भतीजे तीर्थ राम और सरबजीत (दोनों), उनकी मां इंद्रजीत कौर और सुखजीत सिंह के खिलाफ मामला दर्ज किया था।
मध्य प्रदेश उपचुनाव: बीजेपी के लिए प्रतिष्ठा और कांग्रेस लिए जमीन बचाने की लड़ाई, क्या हैं समीकरण?
मध्य प्रदेश उपचुनाव: बीजेपी के लिए प्रतिष्ठा और कांग्रेस लिए जमीन बचाने की लड़ाई, क्या हैं समीकरण? <p style=”text-align: justify;”><strong>MP By Election 2024:</strong> मध्य प्रदेश उपचुनावों के लिए प्रचार अब आखिरी दौर में है, बीजेपी और कांग्रेस दोनों ने चुनाव में जीत के लिए अपनी ताकत झोंक दी है, और दोनों ही पार्टियों के नेता अपनी अपनी जीत का दावा कर रहे हैं. राज्य की बुधनी और विजयपुर विधानसभा सीट पर 13 नवंबर को चुनाव होना है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>शिवराज सिंह चौहान के विदिशा से <a title=”लोकसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/lok-sabha-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>लोकसभा चुनाव</a> लड़ने के बाद बुधनी सीट खाली हुई थी जिस पर अब पूर्व सांसद रमाकांत भार्गव भारतीय जनता पार्टी की तरफ से मैदान में हैं, जिनके सामने कांग्रेस के राजकुमार पटेल की चुनौती है. वहीं विजयपुर विधानसभा सीट में कांग्रेस से बीजेपी में आए रामनिवास रावत के सामने कांग्रेस की मुकेश मल्होत्रा हैं . </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>प्रचार में जुटे दिग्गज</strong><br />बीजेपी और कांग्रेस दोनों की ही तरफ से बड़े नेता प्रचार के लिए दोनों सीटों पर जुटे हैं. बुधनी में शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव के साथ कई मंत्री लगातार प्रचार कर रहे हैं वहीं कांग्रेस की तरफ से भी प्रदेश अध्यक्ष के साथ-साथ पार्टी के कई बड़े नेता लगातार कर रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>’बीजेपी हासिल करेगी जीत'</strong><br />हाल ही में जीतू पटवारी ने दावा किया की विजयपुर विधानसभा सीट में कांग्रेस 50,000 वोटों से अधिक के अंतर से जीत हासिल करेगी, जिस पर टिप्पणी करते हुए बीजेपी की प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा ने कहा कि बीजेपी प्रचंड बहुमत से जीत हासिल करेगी. कांग्रेस पहले भी चुनाव में बड़े-बड़े दावे करती रही है और नतीजा सब ने देखा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>दोनों सीटों पर कांटे की टक्कर</strong><br />कुल मिलाकर प्रदेश की दोनों विधानसभा सीटों पर कांटे की टक्कर नजर आ रही है, बीजेपी के सामने बड़ी अंतर से दोनों सीटें जीतकर अपनी प्रतिष्ठा को कायम रखने की चुनौती है तो वहीं कांग्रेस चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करके अपनी खोई हुई जमीन और आत्मविश्वास हासिल करना चाहती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>(अंबुज कुमार पांडेय की रिपोर्ट)</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”खरगोन: स्कूल में सेल्फी लेने से रोका तो नाराज हुआ छात्र, उठाया ये खौफनाक कदम” href=”https://www.abplive.com/states/madhya-pradesh/khargone-news-student-committed-suicide-after-being-stopped-from-taking-selfie-in-school-madhya-pradesh-2819183″ target=”_blank” rel=”noopener”>खरगोन: स्कूल में सेल्फी लेने से रोका तो नाराज हुआ छात्र, उठाया ये खौफनाक कदम</a></strong></p>