अयोध्या पहुंचे छत्तीसगढ़ के सीएम:साय बोले- रामलला के ननिहाल से शबरी के बेर लाया हूं

अयोध्या पहुंचे छत्तीसगढ़ के सीएम:साय बोले- रामलला के ननिहाल से शबरी के बेर लाया हूं

छत्तीसगढ़ सीएम विष्णु देव साय अपने मंत्रिमंडल के साथ आज दोपहर 12:15 बजे अयोध्या पहुंचे। महर्षि वाल्मीकि इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उनका स्वागत किया गया। सीएम साय ने कहा- पूरा मंत्रिमंडल भगवान रामलला के दर्शन के लिए आया है। हम रामलला से अपने राज्य की खुशहाली की प्रार्थना करेंगे। छत्तीसगढ़ माता कौशल्या की नगरी है। ननिहाल की ओर से प्रभु श्रीराम के चरणों में शबरी के बेर और जल, महुआ के फल सहित अन्य चीजें प्रसाद के रूप में अर्पित करूंगा। हम सब भांचा राम के दर्शन करेंगे। सीएम साय ने छत्तीसगढ़ से रवाना होते समय जय श्रीराम का जयकारा लगाया। साय ने सोशल मीडिया पर शेयर की तस्वीरें मुख्यमंत्री साय ने अयोध्या पहुंचने की तस्वीरें सोशल मीडिया X पर शेयर करते हुए लिखा- चेहरे पर मुस्कान, जिह्वा पर प्रभु श्रीराम का नाम लेकर प्रभु श्रीराम की जन्मभूमि पहुंच चुका हूं। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद CM साय ने कहा था- जल्द ही पूरे मंत्रिमंडल के साथ हम अयोध्या जाएंगे। साय सरकार का एक दिन का अयोध्या दर्शन कार्यक्रम है। आज शाम 5:15 बजे तक सीएम साय अपने मंत्रिमंडल के साथ छत्तीसगढ़ के लिए रवाना होंगे। वहीं, छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने इसे नौटंकी बताया है। पहले 3 तस्वीरें देखिए- शिवरीनारायण की ये है मान्यता
मुख्यमंत्री जिस शिवरीनारायण (शबरी) से बेर की टोकरी लेकर आए हैं, वहां की मान्यता रामायण से जुड़ी है। कहा जाता है कि प्रभु श्रीराम ने शिवरीनारायण में ही माता शबरी के जूठे बेर खाए थे। इसलिए ननिहाल से अपने भांचा राम को यह भेंट दी जाएगी। प्रभु राम महानदी के रास्ते शिवरीनारायण पहुंचे
मान्यता के मुताबिक, प्रभु राम वनवास के दौरान मांड नदी से चंद्रपुर, फिर महानदी मार्ग से शिवरीनारायण पहुंचे थे। छत्तीसगढ़ में कोरिया जिले के भरतपुर तहसील में मवाई नदी से होकर जनकपुर से लगभग 26 किलोमीटर की दूरी पर सीतामढ़ी-हरचौका है। यहां से प्रभु राम ने छत्तीसगढ़ में प्रवेश किया था। प्रभु राम ने अपने वनवास के 14 साल में से लगभग 10 साल से ज्यादा का समय छत्तीसगढ़ में कई जगहों पर बिताया था। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा पर शिवरीनारायण राममय रहा
अयोध्या में प्रभु राम की प्राण प्रतिष्ठा के समय शिवरीनारायण में सभी मंदिरों को दूधिया रोशनी और झालर के अलावा दीपों से सजाया गया। कई दिन भजन-कीर्तन और भंडारा चला। शिवरीनारायण राममय रहा। छत्तीसगढ़ सरकार की रामलला दर्शन योजना
वहीं, छत्तीसगढ़ सरकार ने रामलला दर्शन योजना भी शुरू की है। इसके तहत प्रदेशभर के श्रद्धालु आस्था स्पेशल ट्रेन से अयोध्या धाम के साथ काशी के भी दर्शन करने जाते हैं। इस योजना से हजारों श्रद्धालु अब तक रामलला के दर्शन कर चुके हैं। छत्तीसगढ़ सीएम विष्णु देव साय अपने मंत्रिमंडल के साथ आज दोपहर 12:15 बजे अयोध्या पहुंचे। महर्षि वाल्मीकि इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उनका स्वागत किया गया। सीएम साय ने कहा- पूरा मंत्रिमंडल भगवान रामलला के दर्शन के लिए आया है। हम रामलला से अपने राज्य की खुशहाली की प्रार्थना करेंगे। छत्तीसगढ़ माता कौशल्या की नगरी है। ननिहाल की ओर से प्रभु श्रीराम के चरणों में शबरी के बेर और जल, महुआ के फल सहित अन्य चीजें प्रसाद के रूप में अर्पित करूंगा। हम सब भांचा राम के दर्शन करेंगे। सीएम साय ने छत्तीसगढ़ से रवाना होते समय जय श्रीराम का जयकारा लगाया। साय ने सोशल मीडिया पर शेयर की तस्वीरें मुख्यमंत्री साय ने अयोध्या पहुंचने की तस्वीरें सोशल मीडिया X पर शेयर करते हुए लिखा- चेहरे पर मुस्कान, जिह्वा पर प्रभु श्रीराम का नाम लेकर प्रभु श्रीराम की जन्मभूमि पहुंच चुका हूं। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद CM साय ने कहा था- जल्द ही पूरे मंत्रिमंडल के साथ हम अयोध्या जाएंगे। साय सरकार का एक दिन का अयोध्या दर्शन कार्यक्रम है। आज शाम 5:15 बजे तक सीएम साय अपने मंत्रिमंडल के साथ छत्तीसगढ़ के लिए रवाना होंगे। वहीं, छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने इसे नौटंकी बताया है। पहले 3 तस्वीरें देखिए- शिवरीनारायण की ये है मान्यता
मुख्यमंत्री जिस शिवरीनारायण (शबरी) से बेर की टोकरी लेकर आए हैं, वहां की मान्यता रामायण से जुड़ी है। कहा जाता है कि प्रभु श्रीराम ने शिवरीनारायण में ही माता शबरी के जूठे बेर खाए थे। इसलिए ननिहाल से अपने भांचा राम को यह भेंट दी जाएगी। प्रभु राम महानदी के रास्ते शिवरीनारायण पहुंचे
मान्यता के मुताबिक, प्रभु राम वनवास के दौरान मांड नदी से चंद्रपुर, फिर महानदी मार्ग से शिवरीनारायण पहुंचे थे। छत्तीसगढ़ में कोरिया जिले के भरतपुर तहसील में मवाई नदी से होकर जनकपुर से लगभग 26 किलोमीटर की दूरी पर सीतामढ़ी-हरचौका है। यहां से प्रभु राम ने छत्तीसगढ़ में प्रवेश किया था। प्रभु राम ने अपने वनवास के 14 साल में से लगभग 10 साल से ज्यादा का समय छत्तीसगढ़ में कई जगहों पर बिताया था। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा पर शिवरीनारायण राममय रहा
अयोध्या में प्रभु राम की प्राण प्रतिष्ठा के समय शिवरीनारायण में सभी मंदिरों को दूधिया रोशनी और झालर के अलावा दीपों से सजाया गया। कई दिन भजन-कीर्तन और भंडारा चला। शिवरीनारायण राममय रहा। छत्तीसगढ़ सरकार की रामलला दर्शन योजना
वहीं, छत्तीसगढ़ सरकार ने रामलला दर्शन योजना भी शुरू की है। इसके तहत प्रदेशभर के श्रद्धालु आस्था स्पेशल ट्रेन से अयोध्या धाम के साथ काशी के भी दर्शन करने जाते हैं। इस योजना से हजारों श्रद्धालु अब तक रामलला के दर्शन कर चुके हैं।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर