अयोध्या में बहनोई की हत्या करने वाले साले सहित 3 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। घटना में इस्तेमाल हथियार और गाड़ी बरामद की है। गिरफ्तार अपराधियों कोर्ट में पेश कर किया जहां से तीनों को जेल भेज दिया गया। झाड़ियों में मिला था युवक का शव बीते रविवार को थाना कोतवाली इनायत नगर अंतर्गत पुलिस चौकी हैरिंग्टनगंज क्षेत्र के किसान इंटर कॉलेज कल्याणपुर के पास झाड़ियों में 35 वर्षीय युवक के शव मिला था। पुलिस ने शव की पहचान बृजेश यादव के रूप में की। मृतक बृजेश के पिता की तहरीर पर कोतवाली पुलिस ने सुरजीत, सूबेदार, मनीषा और चार अज्ञात के खिलाफ दर्ज कराया था। जिसके बाद पुलिस इनकी तलाश कर रही थी। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राज करन नय्यर ने बताया कि मृतक बृजेश यादव का साला रिंकू यादव घटना का मुख्य आरोपी है। जिसने हत्या कि साजिश रची थी। उनके साथ अभिषेक यादव, सचिन यादव घटना में शामिल थे। इंश्योरेंस के पैसों के लिए की हत्या मुख्य आरोपी द्वारा बताया गया कि बृजेश यादव के नाम रिंकू यादव के साथ मिलकर दो ट्रक लिए थे। जिनका लोन कराया गया था। साजिश इसलिए रखी गई थी कि बृजेश यादव को मारकर दोनों ट्रकों के लोन को माफ करा लिया जाएगा। साथ ट्रकों के इंश्योरेंस का पैसा भी मिल जाएगा अयोध्या में बहनोई की हत्या करने वाले साले सहित 3 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। घटना में इस्तेमाल हथियार और गाड़ी बरामद की है। गिरफ्तार अपराधियों कोर्ट में पेश कर किया जहां से तीनों को जेल भेज दिया गया। झाड़ियों में मिला था युवक का शव बीते रविवार को थाना कोतवाली इनायत नगर अंतर्गत पुलिस चौकी हैरिंग्टनगंज क्षेत्र के किसान इंटर कॉलेज कल्याणपुर के पास झाड़ियों में 35 वर्षीय युवक के शव मिला था। पुलिस ने शव की पहचान बृजेश यादव के रूप में की। मृतक बृजेश के पिता की तहरीर पर कोतवाली पुलिस ने सुरजीत, सूबेदार, मनीषा और चार अज्ञात के खिलाफ दर्ज कराया था। जिसके बाद पुलिस इनकी तलाश कर रही थी। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राज करन नय्यर ने बताया कि मृतक बृजेश यादव का साला रिंकू यादव घटना का मुख्य आरोपी है। जिसने हत्या कि साजिश रची थी। उनके साथ अभिषेक यादव, सचिन यादव घटना में शामिल थे। इंश्योरेंस के पैसों के लिए की हत्या मुख्य आरोपी द्वारा बताया गया कि बृजेश यादव के नाम रिंकू यादव के साथ मिलकर दो ट्रक लिए थे। जिनका लोन कराया गया था। साजिश इसलिए रखी गई थी कि बृजेश यादव को मारकर दोनों ट्रकों के लोन को माफ करा लिया जाएगा। साथ ट्रकों के इंश्योरेंस का पैसा भी मिल जाएगा उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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Rajasthan: ’97 फीसदी निजी स्कूल ऐसे हैं जो…’, फीस बढ़ोतरी पर शिक्षा मंत्री मदन दिलावर का बड़ा बयान <p style=”text-align: justify;”><strong>Rajasthan Education News:</strong> समर वेकेशन के बाद अब स्कूल खुलने वाले है. स्कूल खुलने के बाद हर साल निजी स्कूलों की फीस बढ़ोतरी का मुद्दा उठता है. अभिभावक विरोध भी करते हैं. लेकिन शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने उदयपुर दौरे के दौरान फीस बढ़ोतरी पर ऐसा बयान दिया कि चर्चाएं होने लगी है. शिक्षा मंत्री ने कहा कि 97% निजी स्कूल सेवा का काम कर रहे हैं. सरकार का सहयोग भी कर रहे हैं. साथ ही आदिवासी हिंदू विवाद मामले में भी सफाई देते हुए नजर आए. जानिए उदयपुर दौरे पर क्या कहा शिक्षा मंत्री ने. </p>
<div dir=”auto” style=”text-align: justify;”>शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि डोटासरा कहते हैं कि मदन दिलावर का दिमाग दिव्यांग हो गया है. कल एक पत्रकार ने इंटरव्यू के दौरान कहा था कि कुछ लोग अपने आप को हिन्दू नहीं मानते. मैंने कहा था कि उनकी वंशावली और डीएनए से पता कराया जा सकता है. उन्होंने इस बात को आदिवासियों से जोड़ दिया. देश में आदिवासी हो, अनुसूचित, ओबीसी या महिला पुरुष हो, सभी सम्मानित है. विशेषकर आदिवासी लोग हमारी श्रेष्ठतम लोग है, जो जंगलों की रक्षा कर हमें प्राणवायु देते हैं. इसलिए कहने में अतिशयोक्ति नहीं कि हिन्दू समाज में आदिवासी श्रेष्ठतम है. </div>
<div dir=”auto” style=”text-align: justify;”> </div>
<div dir=”auto” style=”text-align: justify;”><strong>निजी स्कूलों को क्लीन चिट</strong></div>
<div dir=”auto” style=”text-align: justify;”>निजी स्कूलों में फीस बढ़ोतरी मामले में शिक्षा मंत्री दिलावर ने कहा कि 97% निजी स्कूल ऐसे हैं जो सब सेवा का काम कर रहे हैं. उनके घर चलाना मुश्किल हो रहा है. ये बच्चों को पढ़कर समाज का भी भला कर रहे हैं और सरकार का सहयोग कर रहे हैं. मैं ये नहीं कह सकता कि जो सेवा कर रहे हैं वह भी गड़बड़ है. सरकार 82 लाख बच्चों को पढ़ा रही और निजी स्कूल 85 लाख बच्चों को. अब अनावश्यक रूप में उनके ऊपर दोषारोपण नहीं कर सकता. कुछ दो से तीन प्रतिशत ऐसे हैं जो ज्यादा फीस ले रहे हैं. उनसे प्रेम से बात करेंगे, नहीं तो कानून का सहारा लेंगे.</div>
<div dir=”auto” style=”text-align: justify;”> </div>
<div dir=”auto” style=”text-align: justify;”><strong>अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोलना कांग्रेस का मूर्खतापूर्ण निर्णय</strong></div>
<div dir=”auto” style=”text-align: justify;”>शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कांग्रेस सरकार द्वारा अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोलने के निर्णय को मूर्खतापूर्ण बताया. उन्होंने कहा राजस्थान के बच्चों का भविष्य बर्बाद करने के लिए यह मूर्खतापूर्ण निर्णय लिया. उन्होंने कहा कि अंग्रेजी माध्यम स्कूल का हम स्वागत करते हैं लेकिन कांग्रेस ने क्या किया, स्कूल खोले नहीं, हिंदी माध्यम स्कूल पर बोर्ड लटका कर परिवर्तित कर अंग्रेजी माध्यम कर दिया. सोचने वाली बात है एक बच्चा 10वीं तक हिंदी माध्यम में पढ़ा वह 11वीं ने अंग्रेजी माध्यम में कैसे पढ़ेगा. उन्हीं चाहिए था कि पहले कक्षा से खोलने. बच्चे उसी अनुसार पढ़ते.</div>
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<div dir=”auto” style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”डिप्टी सीएम दीया कुमारी ने राजस्थान का रखा पक्ष, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से की ये मांग” href=”https://www.abplive.com/states/rajasthan/diya-kumari-demands-finance-minister-nirmala-sitharaman-in-pre-budget-consultation-meeting-ann-2721137″ target=”_self”>डिप्टी सीएम दीया कुमारी ने राजस्थान का रखा पक्ष, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से की ये मांग</a></strong></div>
राम रहीम ने फरलो मांगी, कहा- इसी महीने चाहिए:HC ने कहा- पहले कार्यक्रम रखा, फिर शामिल होने के लिए दबाव डालते हो
राम रहीम ने फरलो मांगी, कहा- इसी महीने चाहिए:HC ने कहा- पहले कार्यक्रम रखा, फिर शामिल होने के लिए दबाव डालते हो डेरा सच्चा प्रमुख राम रहीम ने पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में फिर से 21 दिन की फरलो मांगी है। इसे लेकर उसने हाईकोर्ट में अर्जी लगाई। राम रहीम ने अपनी फरलो याचिका में कहा कि इसी महीने डेरा सच्चा सौदा का कार्यक्रम है, जिसमें उसे शामिल होना है। इसके जवाब में हाईकोर्ट ने कहा कि वह कार्यक्रम को स्थगित कर लें। हाईकोर्ट ने नाराजगी भरे लहजे में यह भी कहा कि पहले कार्यक्रम रख लेते हो, फिर कोर्ट में आकर याचिका लगा इसमें शामिल होने का दबाव डालते हो। एक्टिंग चीफ जस्टिस की बेंच अब इस अर्जी पर जुलाई में सुनवाई करेगी, क्योंकि यह केस उसी बेंच में चल रहा है। लोकसभा चुनाव से पहले भी डेरा प्रमुख ने फरलो की मांग की थी। उसने कहा था कि मैं 14 दिन की फरलो का हकदार हूं, लेकिन कोर्ट ने अनुमति नहीं दी। पहली बार बिना राम रहीम हुए आम चुनाव
यह पहली बार हुआ है जब हरियाणा, पंजाब और राजस्थान में आम चुनाव बिना राम रहीम के हुए। हाईकोर्ट की सख्ती के बाद सरकार की ओर से डेरा प्रमुख राम रहीम को इस बार चुनाव में पैरोल नहीं दी गई। जबकि, अब तक वह 2022 से 6 बार फरलो और 3 पैरोल लेकर 192 दिन के लिए बाहर आ चुका है। लगभग 200 दिन डेरा प्रमुख 3 राज्यों के पंचायत चुनावों से लेकर विधानसभा चुनाव में एक्टिव रह चुका है। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) ने हाईकोर्ट में याचिका लगाकर राम रहीम को बार-बार जेल से बाहर लाने का विरोध जताया था। इसके बाद 29 फरवरी को हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को आदेश दिए थे कि कोर्ट की परमिशन के बिना डेरा प्रमुख की पैरोल के आवेदन पर विचार न किया जाए। हाईकोर्ट ने सरकार को जारी किया नोटिस
हाईकोर्ट ने राम रहीम की अर्जी पर SGPC सहित हरियाणा सरकार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। साथ ही कहा है कि जुलाई में जब छुट्टियां खत्म हो जाएंगी तो एक्टिंग चीफ जस्टिस की बेंच ही इस अर्जी पर सुनवाई करेगी। हरियाणा सरकार ने हाईकोर्ट में दाखिल अपने जवाब में बताया है कि डेरा मुखी की एप्लिकेशन आई है, लेकिन अभी तक इस पर कोई निर्णय नहीं लिया गया है। हाईकोर्ट के आदेश के बाद ही निर्णय लिया जाएगा। इसके बाद सुनवाई 2 जुलाई तक स्थगित कर दी गई। एक केस में बरी हो चुका राम रहीम
पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट डेरा प्रमुख सहित 5 लोगों को डेरा मैनेजर रणजीत सिंह हत्याकांड में बरी कर चुका है। राम रहीम समेत 5 आरोपियों को CBI कोर्ट ने उम्रकैद की सजा दी थी। राम रहीम इस वक्त रोहतक की सुनारिया जेल में बंद है। उसे 3 मामलों में सजा हुई थी। इनमें रणजीत हत्याकांड के अलावा पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या और साध्वियों के यौन शोषण का केस भी शामिल है। पत्रकार की हत्या में उसे उम्रकैद और यौन शोषण के 2 केसों में 10-10 साल की कैद हुई थी। इस केस में बरी होने के बावजूद राम रहीम को अभी जेल में ही रहेगा।
मेरठ के चर्चित ट्रिपल मर्डर केस में 10 हत्यारों को उम्रकैद, 16 साल पहले हुई थी हत्या
मेरठ के चर्चित ट्रिपल मर्डर केस में 10 हत्यारों को उम्रकैद, 16 साल पहले हुई थी हत्या <p style=”text-align: justify;”><strong>Meerut Triple Murder Case News:</strong> मेरठ के गुदड़ी बाजार ट्रिपल मर्डर केस में सोमवार (5 अगस्त) को कोर्ट ने अपना फैसला सुना दिया है. कोर्ट ने हत्या के आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है. साथ ही 50 हजार रुपये का जुर्माना भी लाया है.<span class=”Apple-converted-space”> </span></p>
<p style=”text-align: justify;”>गुदड़ी बाजार ट्रिपल मर्डर केस के मुख्य आरोपी इजलाल, गर्लफ्रेंड शीबा सिरोही, महाराजा समेत 10 आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है. दरअसल, कोर्ट में आज मेरठ के ट्रिपल मर्डर केस की सुनवाई चल रही थी, सुनवाई के बाद कोर्ट ने अपना फैसला दिया. जज ने लंच के बाद अपना फैसला सुनाया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>16 </strong><strong>साल</strong> <strong>बाद</strong> <strong>दोषियों</strong> <strong>को</strong> <strong>उम्रकैद</strong> <strong>की</strong> <strong>सजा</strong><strong><span class=”Apple-converted-space”> </span></strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>सुनवाई के दौरान कोर्ट में भारी भीड़ मौजूद थी. मेरठ के स्पेशल कोर्ट ने ऐसी एक्ट 2 के जज पवन कुमार शुक्ला ने सजा सुनाई. 16 साल बाद ट्रिपल मर्डर केस में दोषियों को सजा मिली है. हाई प्रोफाइल केस की सुनवाई को सुनने के लिए कई वकील और आम जनता पहुंचे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>16 </strong><strong>साल</strong> <strong>पहले</strong> <strong>हुई</strong> <strong>थी</strong> <strong>हत्या</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>मेरठ में 23 मई 2008 को सुनील ढाका, सुधीर उज्जवल और पुनीत गिरी का बेरहमी से कत्ल कर दिया गया था. हत्यारों ने गर्दन काटने के बाद आंखे निकाल दी थी. हत्या करने के बाद तीनों के शव को बागपत में हिंडन नदी के पास फेंक दिया गया था, जिसके बात तीनों का शव कर में मिला था.<span class=”Apple-converted-space”> </span></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मेरठ</strong> <strong>ट्रिपल</strong> <strong>मर्डर</strong> <strong>केस</strong> <strong>के</strong> <strong>ये</strong> <strong>हैं</strong> <strong>दोषी</strong><strong><span class=”Apple-converted-space”> </span></strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>मेरठ के चर्चित गुदड़ी बाजार ट्रिपल मर्डर केस के मुख्य आरपी इजलाल कुरैशी और उसकी गर्लफ्रेंड शीबा सिरोही है. इस केस में अन्य आरोपी, देवेंद्र आहूजा, अफजाल, वसीम,रिजवान, बदरुद्दीन, महाराज, इजहार और अब्दुल रहमान उर्फ कलुवा हैं. इन सभी को कोर्ट ने 31 जुलाई 2024 को हत्या में शामिल होने पर दोषी करार दिया था.<span class=”Apple-converted-space”> </span></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ट्रिपल</strong> <strong>मर्डर</strong> <strong>केस</strong> <strong>में</strong> <strong>आजीवन</strong> <strong>कारावास</strong> <strong>की</strong> <strong>सजा</strong><strong><span class=”Apple-converted-space”> </span></strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>मेरठ में हुए ट्रिपल मर्डर में कोर्ट ने अपना फैसला 16 साल बाद सुनाया है. 16 साल बाद मुख्य आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी. इन तीन आरोपियों ने मेरठ को 2008 में हिला कर रख दिया है. इन लोगों ने अपने बाकी साथियों के साथ मिलकर बेरहमी से तीन लोगों की हत्या के वारदात को अंजाम दिया था. आज एंटी करप्शन कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया है, जिससे पीड़ित परिजनों के लोग काफी खुश हैं. उनका जख्म तो नहीं भर सकता, लेकिन उनके घर को उजाड़ने वालों को कोर्ट की तरफ से आज आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है. <span class=”Apple-converted-space”> </span></p>
<p style=”text-align: justify;”>मेरठ ट्रिपल मर्डर केस में 14 आरोपियों पर चार्जशीट लगी थी, जिसमें से दो की पहले ही मौत हो चुकी है. एक नामजद पहले ही छूट चुका है. एक की फाइल विचाराधीन है. बाकी बचे 10 को कोर्ट की तरफ से दोषी करार दिया गया. इस केस में करीब 33 लोगों ने गवाही दी है. लव अफेयर में ये हत्या हुई थी.<span class=”Apple-converted-space”> </span></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये</strong> <strong>भी</strong> <strong>पढ़ें</strong><strong>: </strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/up-teachers-not-recruited-in-basic-schools-for-the-last-six-years-candidates-protest-ann-2754171″><strong>UP Jobs News: </strong><strong>यूपी</strong> <strong>में</strong> <strong>छह</strong> <strong>साल</strong> <strong>से</strong> <strong>नहीं</strong> <strong>हुई</strong> <strong>बेसिक</strong> <strong>स्कूलों</strong> <strong>में</strong> <strong>टीचर</strong> <strong>की</strong> <strong>भर्ती</strong><strong>, </strong><strong>अभ्यर्थियों</strong> <strong>ने</strong> <strong>किया</strong> <strong>जोरदार</strong> <strong>प्रदर्शन</strong></a></p>
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