सीएम योगी ने रविवार को अयोध्या के मिल्कीपुर में चुनावी रैली की। उन्होंने अयोध्या में दलित युवती की हत्या पहली बार बयान दिया। सीएम गुस्से में नजर आए। कहा- बेटी की हत्या में सपा का ही दरिंदा शामिल होगा। घटना पर सांसद नौटंकी कर रहे। ये लोग (सपाई) सुधरेंगे नहीं, क्योंकि कुत्ते की पूंछ कभी सीधी नहीं हो सकती है। सीएम ने कहा- सपा को गाजी-पाजी प्यारे हैं। इनको मिल्कीपुर का मोईद खान और कन्नौज का नवाब यादव प्यारा है। जो एक बेटी पर सीधे-सीधे हाथ डालता है। सपा विकास विरोधी है। इनकी दृष्टि सैफई से बाहर नहीं जाती। ये सैफई के बाहर नहीं सोच सकते हैं। मिल्कीपुर विधानसभा में 5 फरवरी को उपचुनाव है। 8 को नतीजे आएंगे। योगी ने 10 दिन में दूसरी बार मिल्कीपुर में रैली की। वह 6 महीने में 6वीं बार मिल्कीपुर पहुंचे थे। आज प्रेस कॉन्फ्रेंस में रोने लगे थे सपा सांसद सपा सांसद अवधेश प्रसाद ने सुबह 10 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई थी। मीडिया कर्मियों के सामने फूट-फूटकर रोने लगे। कहा- इस मुद्दे को लोकसभा में मोदी के सामने उठाऊंगा। न्याय नहीं मिला तो इस्तीफा दूंगा। हम बेटी की इज्जत बचाने में नाकामयाब हो रहे हैं। इतिहास क्या कहेगा? कैसे बिटिया के साथ ये हो गया। हे राम…माथा पीटते हुए कहा- प्रभु राम कहां हैं, सीता मां कहां हैं? हम इस्तीफा दे देंगे। पढ़ें पूरी खबर अब सीएम योगी की बड़ी बातें पढ़िए 1- सपा अध्यक्ष के 2 महीने के ट्वीट देखिए, सिर्फ महाकुंभ का विरोध
आप सपा अध्यक्ष के 2 महीने के ट्वीट्स को देखिए। इन्होंने जितने भी बयान दिए हैं। सभी महाकुंभ का विरोध में दिए हैं। ये वही लोग हैं, जिन्होंने यूपी के विकास को बाधित किया। इन पर विश्वास नहीं कर सकते हैं। 2- बेटी की घटना पर सांसद नौटंकी कर रहा
अयोध्या में दलित युवती की हत्या में सपा का ही दरिंदा शामिल होगा। बेटी की घटना पर सांसद नौटंकी कर रहा। जब हम इंटरनेशनल एयरपोर्ट का नाम महर्षि वाल्मीकि के नाम पर रख रहे थे, तो सपा विरोध कर रही थी। जब मां शबरी के नाम पर भोजनालय का नामकरण किया, तब भी सपा को पीड़ा हो रही थी। 3- सपा को मोईद खान और नवाब सिंह प्यारा
ये वही सपा है, जिसने बहराइच में महाराज सुहेलदेव के विजय स्मारक का विरोध किया। ये कहते हैं- वहां गाजी का स्मारक होना चाहिए। इन्हें गाजी-पाजी प्यारे हैं। इनको मिल्कीपुर का मोईद खान और कन्नौज का नवाब यादव प्यारा है। जो एक बेटी पर सीधे-सीधे हाथ डालता है। 4- सपा सनातन विरोधी, ये मोईद खान को गले लगाती है
सपा सनातन विरोधी है। यह भारत विरोधी तत्वों और माफिया को गले लगाती है। ये मोईद खान और नवाब सिंह जैसे दुष्कर्मियों को गले लगाती है। याद करिए, विधानसभा उपचुनाव के दौरान मैनपुरी में इन्हीं के नेता ने दलित बेटी की गला घोंटकर हत्या कर दी थी। 5- सपा ने रामभक्तों पर गोलियां चलवाईं
सपा को अयोध्या के विकास से पीड़ा होती है। इन्होंने रामभक्तों पर गोलियां चलवाई थीं। महाकुंभ का विरोध किया। समाजवादियों का नारा है- खाली प्लॉट हमारा है। विपक्ष को सिर्फ अपने परिवार की चिंता है। एक बार आप लोग आत्ममंथन कीजिए। 2014 के पहले और 2017 के बाद की अयोध्या में जमीन-आसमान का अंतर दिखाई दे रहा। मैं परसों यहां से हेलिकॉप्टर से एक कार्यक्रम में जा रहा था। जैसा जनसैलाब आज दिखाई दे रहा है। वैसा ही जनसैलाब मुझे अयोध्या धाम में भी दिखाई दिया था। 6- महाकुंभ में दुनियाभर के लोग आ रहे, इससे सपा को पीड़ा
महाकुंभ में अब तक 34 करोड़ लोग डुबकी लगा चुके हैं। दुनियाभर से पूज्य संतों और आचार्यगण के साथ श्रद्धालु और पर्यटक आए हैं, लेकिन सपा को पीड़ा हो रही है। जब भी हमने अयोध्या के विकास की कार्ययोजना बनाई, सपा ने विरोध किया। हम सड़कों को चौड़ा कर रहे थे। 1700 करोड़ रुपए केवल मुआवजे में दिए। तब भी सपा विरोध कर रही थी। 500 साल बाद अपने राम मंदिर में रामलला विराजमान हुए, तब भी सपा विरोध कर रही थी। 7- सपा की दृष्टि सैफई से बाहर नहीं जाती
सपा विकास विरोधी है। इनकी दृष्टि सैफई से बाहर नहीं जाती। ये सैफई के बाहर नहीं सोच सकते हैं। जब सत्ता में आते हैं तो परिवार के लिए काम करते हैं। वोट मांगने के लिए जाति का सहारा लेते हैं। जब सत्ता में आते हैं तो अपने परिवार के भरण-पोषण करते हैं। सारे पद एक परिवार को दिए जाते हैं, इसलिए मिल्कीपुर का चुनाव भी राष्ट्रवाद VS परिवारवाद का है। 8- ये सुधरेंगे नहीं, क्योंकि कुत्ते की पूंछ कभी सीधी नहीं होती
याद रखना, ये कितना भी गिड़गिड़ाए, लेकिन इनकी असलियत आपके सामने आएगी ही। सबकुछ सुधर सकता है, लेकिन व्यक्ति की प्रवृत्ति नहीं। एक पुरानी कहावत है- कुत्ते की पूंछ कभी सीधी नहीं होती है। ये सुधरेंगे नहीं, क्योंकि इनका पेशा अपराध करना है। बेटी और व्यापारी की सुरक्षा में सेंध लगाना है। योगी ने मिल्कीपुर में 7 मंत्री और 40 विधायक उतारे
पॉलिटिकल एक्सपर्ट का कहना है कि मिल्कीपुर उपचुनाव को भाजपा हर हाल में जीतना चाहती है। इससे वह पूरे देश को एक संदेश देना चाहती है। सपा पर मनोवैज्ञानिक बढ़त हासिल करना चाहती है। मुख्यमंत्री खुद मिल्कीपुर में चुनाव प्रचार की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। उन्होंने अपने सात मंत्रियों और 40 विधायकों की फौज मैदान में उतारी है, जो जातिगत समीकरणों को भी साध रही है। ————- यह खबर भी पढ़िए:- गैंगरेप के बाद दलित युवती की हत्या, पैर तोड़े:अयोध्या में बिना कपड़ों के लाश मिली; आंखों पर जख्म, बॉडी देखकर महिलाएं बेहोश अयोध्या में 22 साल की एक दलित युवती की हत्या कर दी गई। उसकी न्यूड लाश मिली है। वह गुरुवार रात से लापता थी। परिजन ढूंढ रहे थे, शनिवार यानी 1 फरवरी की सुबह लड़की के जीजा ने गांव की सूखी नहर में उसकी लाश पड़ी देखी। पढ़ें पूरी खबर… सीएम योगी ने रविवार को अयोध्या के मिल्कीपुर में चुनावी रैली की। उन्होंने अयोध्या में दलित युवती की हत्या पहली बार बयान दिया। सीएम गुस्से में नजर आए। कहा- बेटी की हत्या में सपा का ही दरिंदा शामिल होगा। घटना पर सांसद नौटंकी कर रहे। ये लोग (सपाई) सुधरेंगे नहीं, क्योंकि कुत्ते की पूंछ कभी सीधी नहीं हो सकती है। सीएम ने कहा- सपा को गाजी-पाजी प्यारे हैं। इनको मिल्कीपुर का मोईद खान और कन्नौज का नवाब यादव प्यारा है। जो एक बेटी पर सीधे-सीधे हाथ डालता है। सपा विकास विरोधी है। इनकी दृष्टि सैफई से बाहर नहीं जाती। ये सैफई के बाहर नहीं सोच सकते हैं। मिल्कीपुर विधानसभा में 5 फरवरी को उपचुनाव है। 8 को नतीजे आएंगे। योगी ने 10 दिन में दूसरी बार मिल्कीपुर में रैली की। वह 6 महीने में 6वीं बार मिल्कीपुर पहुंचे थे। आज प्रेस कॉन्फ्रेंस में रोने लगे थे सपा सांसद सपा सांसद अवधेश प्रसाद ने सुबह 10 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई थी। मीडिया कर्मियों के सामने फूट-फूटकर रोने लगे। कहा- इस मुद्दे को लोकसभा में मोदी के सामने उठाऊंगा। न्याय नहीं मिला तो इस्तीफा दूंगा। हम बेटी की इज्जत बचाने में नाकामयाब हो रहे हैं। इतिहास क्या कहेगा? कैसे बिटिया के साथ ये हो गया। हे राम…माथा पीटते हुए कहा- प्रभु राम कहां हैं, सीता मां कहां हैं? हम इस्तीफा दे देंगे। पढ़ें पूरी खबर अब सीएम योगी की बड़ी बातें पढ़िए 1- सपा अध्यक्ष के 2 महीने के ट्वीट देखिए, सिर्फ महाकुंभ का विरोध
आप सपा अध्यक्ष के 2 महीने के ट्वीट्स को देखिए। इन्होंने जितने भी बयान दिए हैं। सभी महाकुंभ का विरोध में दिए हैं। ये वही लोग हैं, जिन्होंने यूपी के विकास को बाधित किया। इन पर विश्वास नहीं कर सकते हैं। 2- बेटी की घटना पर सांसद नौटंकी कर रहा
अयोध्या में दलित युवती की हत्या में सपा का ही दरिंदा शामिल होगा। बेटी की घटना पर सांसद नौटंकी कर रहा। जब हम इंटरनेशनल एयरपोर्ट का नाम महर्षि वाल्मीकि के नाम पर रख रहे थे, तो सपा विरोध कर रही थी। जब मां शबरी के नाम पर भोजनालय का नामकरण किया, तब भी सपा को पीड़ा हो रही थी। 3- सपा को मोईद खान और नवाब सिंह प्यारा
ये वही सपा है, जिसने बहराइच में महाराज सुहेलदेव के विजय स्मारक का विरोध किया। ये कहते हैं- वहां गाजी का स्मारक होना चाहिए। इन्हें गाजी-पाजी प्यारे हैं। इनको मिल्कीपुर का मोईद खान और कन्नौज का नवाब यादव प्यारा है। जो एक बेटी पर सीधे-सीधे हाथ डालता है। 4- सपा सनातन विरोधी, ये मोईद खान को गले लगाती है
सपा सनातन विरोधी है। यह भारत विरोधी तत्वों और माफिया को गले लगाती है। ये मोईद खान और नवाब सिंह जैसे दुष्कर्मियों को गले लगाती है। याद करिए, विधानसभा उपचुनाव के दौरान मैनपुरी में इन्हीं के नेता ने दलित बेटी की गला घोंटकर हत्या कर दी थी। 5- सपा ने रामभक्तों पर गोलियां चलवाईं
सपा को अयोध्या के विकास से पीड़ा होती है। इन्होंने रामभक्तों पर गोलियां चलवाई थीं। महाकुंभ का विरोध किया। समाजवादियों का नारा है- खाली प्लॉट हमारा है। विपक्ष को सिर्फ अपने परिवार की चिंता है। एक बार आप लोग आत्ममंथन कीजिए। 2014 के पहले और 2017 के बाद की अयोध्या में जमीन-आसमान का अंतर दिखाई दे रहा। मैं परसों यहां से हेलिकॉप्टर से एक कार्यक्रम में जा रहा था। जैसा जनसैलाब आज दिखाई दे रहा है। वैसा ही जनसैलाब मुझे अयोध्या धाम में भी दिखाई दिया था। 6- महाकुंभ में दुनियाभर के लोग आ रहे, इससे सपा को पीड़ा
महाकुंभ में अब तक 34 करोड़ लोग डुबकी लगा चुके हैं। दुनियाभर से पूज्य संतों और आचार्यगण के साथ श्रद्धालु और पर्यटक आए हैं, लेकिन सपा को पीड़ा हो रही है। जब भी हमने अयोध्या के विकास की कार्ययोजना बनाई, सपा ने विरोध किया। हम सड़कों को चौड़ा कर रहे थे। 1700 करोड़ रुपए केवल मुआवजे में दिए। तब भी सपा विरोध कर रही थी। 500 साल बाद अपने राम मंदिर में रामलला विराजमान हुए, तब भी सपा विरोध कर रही थी। 7- सपा की दृष्टि सैफई से बाहर नहीं जाती
सपा विकास विरोधी है। इनकी दृष्टि सैफई से बाहर नहीं जाती। ये सैफई के बाहर नहीं सोच सकते हैं। जब सत्ता में आते हैं तो परिवार के लिए काम करते हैं। वोट मांगने के लिए जाति का सहारा लेते हैं। जब सत्ता में आते हैं तो अपने परिवार के भरण-पोषण करते हैं। सारे पद एक परिवार को दिए जाते हैं, इसलिए मिल्कीपुर का चुनाव भी राष्ट्रवाद VS परिवारवाद का है। 8- ये सुधरेंगे नहीं, क्योंकि कुत्ते की पूंछ कभी सीधी नहीं होती
याद रखना, ये कितना भी गिड़गिड़ाए, लेकिन इनकी असलियत आपके सामने आएगी ही। सबकुछ सुधर सकता है, लेकिन व्यक्ति की प्रवृत्ति नहीं। एक पुरानी कहावत है- कुत्ते की पूंछ कभी सीधी नहीं होती है। ये सुधरेंगे नहीं, क्योंकि इनका पेशा अपराध करना है। बेटी और व्यापारी की सुरक्षा में सेंध लगाना है। योगी ने मिल्कीपुर में 7 मंत्री और 40 विधायक उतारे
पॉलिटिकल एक्सपर्ट का कहना है कि मिल्कीपुर उपचुनाव को भाजपा हर हाल में जीतना चाहती है। इससे वह पूरे देश को एक संदेश देना चाहती है। सपा पर मनोवैज्ञानिक बढ़त हासिल करना चाहती है। मुख्यमंत्री खुद मिल्कीपुर में चुनाव प्रचार की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। उन्होंने अपने सात मंत्रियों और 40 विधायकों की फौज मैदान में उतारी है, जो जातिगत समीकरणों को भी साध रही है। ————- यह खबर भी पढ़िए:- गैंगरेप के बाद दलित युवती की हत्या, पैर तोड़े:अयोध्या में बिना कपड़ों के लाश मिली; आंखों पर जख्म, बॉडी देखकर महिलाएं बेहोश अयोध्या में 22 साल की एक दलित युवती की हत्या कर दी गई। उसकी न्यूड लाश मिली है। वह गुरुवार रात से लापता थी। परिजन ढूंढ रहे थे, शनिवार यानी 1 फरवरी की सुबह लड़की के जीजा ने गांव की सूखी नहर में उसकी लाश पड़ी देखी। पढ़ें पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर