मेरठ हापुड़ लोकसभा सीट के सांसद अरुण गोविल के आयोजन में राष्ट्रध्वज अचानक पोल से नीचे गिर पड़ा। सांसद समारोह में ध्वजारोहण कर रहे थे, लेकिन झंडा फहराया नहीं बल्कि पोल से नीचे गिर गया। आनन-फानन में समारोह में मौजूद भाजपा नेताओं ने राष्ट्रध्वज को पकड़ा और हाथों में सांकेतिक रूप से फहरा दिया। लेकिन इस पूरे घटनाक्रम का एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है। दरअसल जो वीडियो शेयर हो रहा है वो 15 अगस्त के समारोह का है। समारोह में सांसद अरुण गोविल के साथ अन्य भाजपा नेता उन्हें घेरे खड़े हैं। अरुण गोविल जैसे ही ध्वजारोहण के लिए झंडे की रस्सी खींचते हैं रस्सी खिंचती नहीं हैं। बल्कि ध्वज नीचे खिसकने लगता है। राष्ट्रध्वज को पोल पर सही तरह से नहीं बांधा गया था। झंडा फहरता नहीं बल्कि खुलकर पोल से नीचे गिर जाता है। गनीमत रही कि भीड़ होने के कारण जैसे ही झंडा पोल से गिरा तो वो एक व्यक्ति के सिर पर गिर गया। जमीन पर गिरने से बच गया। उसे तुरंत भाजपाइयों ने हाथ में लेकर फहरा हुआ दिखा दिया। अब यह वीडियो काफी शेयर किया जा रहा है। इस घटना के दौरान अरुण गोविल भी असहज हो गए। देखिए 3 तस्वीरें… मेरठ हापुड़ लोकसभा सीट के सांसद अरुण गोविल के आयोजन में राष्ट्रध्वज अचानक पोल से नीचे गिर पड़ा। सांसद समारोह में ध्वजारोहण कर रहे थे, लेकिन झंडा फहराया नहीं बल्कि पोल से नीचे गिर गया। आनन-फानन में समारोह में मौजूद भाजपा नेताओं ने राष्ट्रध्वज को पकड़ा और हाथों में सांकेतिक रूप से फहरा दिया। लेकिन इस पूरे घटनाक्रम का एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है। दरअसल जो वीडियो शेयर हो रहा है वो 15 अगस्त के समारोह का है। समारोह में सांसद अरुण गोविल के साथ अन्य भाजपा नेता उन्हें घेरे खड़े हैं। अरुण गोविल जैसे ही ध्वजारोहण के लिए झंडे की रस्सी खींचते हैं रस्सी खिंचती नहीं हैं। बल्कि ध्वज नीचे खिसकने लगता है। राष्ट्रध्वज को पोल पर सही तरह से नहीं बांधा गया था। झंडा फहरता नहीं बल्कि खुलकर पोल से नीचे गिर जाता है। गनीमत रही कि भीड़ होने के कारण जैसे ही झंडा पोल से गिरा तो वो एक व्यक्ति के सिर पर गिर गया। जमीन पर गिरने से बच गया। उसे तुरंत भाजपाइयों ने हाथ में लेकर फहरा हुआ दिखा दिया। अब यह वीडियो काफी शेयर किया जा रहा है। इस घटना के दौरान अरुण गोविल भी असहज हो गए। देखिए 3 तस्वीरें… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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आगरा में बच्ची का शव मिलने से हड़कंप, परिजनों ने लगाया बलि का आरोप, पुलिस जांच में जुटी
आगरा में बच्ची का शव मिलने से हड़कंप, परिजनों ने लगाया बलि का आरोप, पुलिस जांच में जुटी <p style=”text-align: justify;”><strong>Agra News Today:</strong> आगरा में बीते दिनों एक 10 वर्षीय बच्ची लापता हो गई थी, आज यानी शुक्रवार (1 नवंबर) को बच्ची का शव मिलने से हड़कंप मच गया. इस घटना के बाद नाराज परिजनों और ग्रामीणों ने रोड जाम कर दिया. सूचना मिलते ही पुलिस के आलाधिकारी मौके पर पहुंचे और परिजनों को उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया. </p>
<p style=”text-align: justify;”>बीते दिनों लापता हुई 10 वर्षीय बच्ची का शव प्लास्टिक के बोरे में बंद मिला. लापता बच्ची का शव मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया. क्षेत्र में चर्चा है कि मासूम की हत्या बलि देने के लिए की गई है. हालांकि पुलिस की जांच के बाद ही घटना की सच्चाई सामने आएगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>यह पूरा मामला आगरा के मलपुरा थाना क्षेत्र का है, जहां से मासूम बच्ची अचानक लापता हो गई थी. परिजनों ने बच्ची को काफी तलाश किया पर कोई सुराग नहीं मिला. इसके बाद परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दी. पुलिस ने भी मासूम को ढूंढने के लिए कड़ी मशक्कत की पर कामयाबी हाथ नहीं लगी और आज उसका शव झाड़ियों में प्लास्टिक के बंद बोरे में मिला.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ग्रामीणों ने किया सड़क जाम</strong><br />मासूम बच्ची की हत्या की से नाराज ग्रामीणों ने शव को सड़क पर रखकर जाम कर दिया. सूचना मिलते ही भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंच गया और मासूम के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. ग्रामीणों चाह रहे थे कि बंद बोरे को खोलकर बच्ची के शव को पुलिस दिखाए.</p>
<p style=”text-align: justify;”>ग्रामीणों में चर्चा है मासूम का शव बंद बोरे में निर्वस्त्र नहीं है और शरीर पर कटे होने के निशान है. ग्रामीणों में यह भी चर्चा है कि मासूम की हत्या तंत्र मंत्र के चलते की गई है. दूसरी तरफ पुलिस ने कहा है कि मासूम की हत्या की हर एंगल से जांच की जा रही है, जल्द आरोपी पुलिस की गिरफ्त में होगा. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सीसीटीवी से मिला सुराग</strong><br />पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे एसीपी देवेश कुमार ने बताया कि कल शाम को बच्ची लापता हो गई थी. इस बारे में परिजनों ने पुलिस को भी सूचना दी थी. पुलिस जांच में सीसीटीवी में बच्ची झाड़ियों की ओर जाती हुई नजर आ रही है. उन्होंने बताया कि जब पुलिस ने सर्च किया तो बंद बोरे में बच्ची का शव मिला है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>एसीपी देवेश कुमार ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज की मदद से आरोपी की पहचान की जा रही है. उन्होंने बताया कि फिलहाल शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही साफ हो पाएगा कि बच्ची की हत्या कैसे की गई है. एसीपी ने दावा किया कि जल्द ही आरोपी पुलिस की गिरफ्त में होगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”Mahakumbh 2025: ‘अतिथि देवो भवः’ के रंग में रंगेगा प्रयागराज, 65 प्रोजेक्ट्स पर तेजी से काम जारी” href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/mahakumbh-2025-in-prayagraj-decorated-on-atithi-devo-bhavah-pda-on-hanuman-mandir-corridor-ann-2814884″ target=”_blank” rel=”noopener”>Mahakumbh 2025: ‘अतिथि देवो भवः’ के रंग में रंगेगा प्रयागराज, 65 प्रोजेक्ट्स पर तेजी से काम जारी</a></strong></p>
धान लिफ्टिंग पर केंद्र और पंजाब सरकार की मीटिंग:इस मामले को लेकर हाईकोर्ट भी सख्त, सहमति से मामला सुलझाने के आदेश
धान लिफ्टिंग पर केंद्र और पंजाब सरकार की मीटिंग:इस मामले को लेकर हाईकोर्ट भी सख्त, सहमति से मामला सुलझाने के आदेश पंजाब में धान की लिफ्टिंग का मामला गर्माया हुआ है। इसी मामले को लेकर आज (वीरवार) को केंद्र और पंजाब सरकार के अधिकारियों की मीटिंग होने जा रही है। इस दौरान दोनों की तरफ से इस मुद्दे पर स्ट्रेटजी बनाई जाएगी। हालांकि इस मामले को लेकर पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट भी सख्त है। 29 अक्टूबर को हाईकोर्ट ने इसी मामले से जुड़ी याचिका की सुनवाई करते हुए कहा था कि इस मसले को आपसी सहमति से हल किया जाए। यह मामला पूरे पंजाब से जुड़ा हुआ है। पंजाब कृषि प्रधान राज्य है। पहले भी पंजाब और केंद्र में मीटिंग हो चुकी है धान की लिफ्टिंग के मामले को लेकर पंजाब और केंद्र सरकार के बीच इससे पहले भी कई मीटिंग हो चुकी हैं। कुछ दिन पहले ही पंजाब के सीएम भगवंत मान अपनी पूरी टीम के साथ दिल्ली गए थे। वहां पर केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी की अगुआई में मीटिंग हुई थी।मीटिंग में केंद्रीय राज्यमंत्री रवनीत सिंह बिट्टू भी उपस्थित थे। इसके अलावा केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के समक्ष भी सीएम मान इस मामले को उठा चुके हैं। आरोप है कि शैलरों में पहले से खरीदा हुआ चावल पड़ा हुआ है। जिसे केंद्र सरकार द्वारा उठाया नहीं जा रहा है। इस वजह से यह दिक्कत आ रही है। वहीं, पंजाब सरकार दावा कर रही है कि वह मार्च से अब तक 15 पत्र केंद्र को लिख चुकी हैं, लेकिन इसके बाद भी धान की लिफ्टिंग नहीं हो रही है। एक हफ्ते से AAP और भाजपा आमने सामने करीब एक हफ्ते से इस मामले को लेकर पंजाब की आम आदमी पार्टी (AAP) और भाजपा आमने सामने आ गए हैं। यह स्थिति उस समय बनी जब पंजाब के विधायक और मंत्री इसके लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार बता रहे थे, तो भाजपा नेता आगे आए। इसका आगाज भी थोड़ा हटकर था। दो साल से सक्रिय राजनीति से दूर चल रहे पूर्व सीएम और भाजपा नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह ने 26 अक्टूबर को खन्ना मंडी में पहुंचकर धान खरीद का जायजा लिया और किसानों की दिक्कतें सुनीं। 27 अक्टूबर को भाजपा नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने पंजाब गवर्नर गुलाब चंद कटारिया से मुलाकात की और खरीद में तेजी लाने के लिए पंजाब सरकार को आदेश देने की मांग रखी। इसी दिन केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने चंडीगढ़ पहुंचकर एफसीआई अधिकारियों से मीटिंग की। इसके बाद AAP ने जवाबी हमला बोला। वित्तमंत्री हरपाल चीमा की अगुआई में एक प्रतिनिधि मंडल ने सोमवार को गवर्नर से मुलाकात की और केंद्र सरकार से खरीद तेज करने की मांग रखी। इसके बाद फगवाड़ा पहुंचकर AAP सरकार के दो मंत्रियों ने किसानों से मीटिंग कर पांच हाईवे खुलवाएं और 30 अक्टूबर को चंडीगढ़ में केंद्र सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया।
शाही जामा मस्जिद बनाम हरिहर मंदिर मामले में सुप्रीम कोर्ट ने बढ़ाई तारीख, 5 मार्च को अगली सुनवाई
शाही जामा मस्जिद बनाम हरिहर मंदिर मामले में सुप्रीम कोर्ट ने बढ़ाई तारीख, 5 मार्च को अगली सुनवाई <p style=”text-align: justify;”><strong>Sambhal News:</strong> उत्तर प्रदेश के संभल की शाही जामा मस्जिद बनाम हरिहर मंदिर मामले की सुनवाई संभल के जिला न्यायालय के सिविल जज सीनियर डिविजन कोर्ट में होनी थी, लेकिन सुप्रीम कोर्ट की रोक के कारण सुनवाई 5 मार्च तक के लिए टल गयी है. आज शाही जामा मस्जिद की तरफ से मुस्लिम पक्ष ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश की कॉपी कोर्ट में दाखिल कर दी. जिसके बाद सुनवाई की अगली तारीख 5 मार्च की गयी है. जामा मस्जिद पक्ष ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश की प्रति स्थानीय कोर्ट में प्रस्तुत की और कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार अभी इस मामले पर कोई सुनवाई नहीं हो सकती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इसके बाद कोर्ट ने अगली सुनवाई के लिए 5 मार्च की तारीख तय की है. संभल के जिला न्यायालय चंदौसी में 19 नवंबर 2024 को हिंदू पक्ष की ओर से सिविल जज सीनियर डिवीजन कोर्ट में दावा किया था, कि संभल की शाही जामा मस्जिद श्री हरिहर मंदिर है, 19 नवंबर की शाम को ही अदालत के आदेश पर मस्जिद का पहले चरण का सर्वे हुआ था और दूसरे चरण का सर्वे 24 नवंबर को हुआ था. मस्जिद में चल रहे सर्वे के दौरान जमा हुई भीड़ ने पुलिस पर पथराव और फायरिंग शुरू कर दी थी. इस हिंसा में अधिकारिक रूप से 04 लोगों की मौतें हो गईं थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सुप्रीम कोर्ट ने 5 मार्च को सुनवाई नियत की<br /></strong>पुलिस ने अब तक 50 से अधिक आगजनी और पथराव के आरोपियों को चिह्नित करके गिरफ्तार भी किया गया है. शाही जामा मस्जिद की तरफ से एडवोकेट शकील अहमद वारसी ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट की तरफ से एक आदेश पारित हुआ है, जब तक वरशिप एक्ट पर कोई फाइंडिंग सुप्रीम कोर्ट में नहीं आती है, तब तक लोवर कोर्ट कोई सुनवाई नहीं करेगी. सुप्रीम कोर्ट के उक्त आदेश की प्रति हमने कोर्ट में दाखिल की है. कोर्ट ने 5 मार्च 2025 को सुनवाई नियत की है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>हिन्दू पक्ष मंदिर होने का दावा कर रहा है इस पर उन्होंने कहा है कि यह बात अदालत तय करेगी. हम पर पूरे साक्ष्य है, हम पूरी तरह तैयार है कोर्ट में हम यह साबित कर देंगे कि यह हरिहर मंदिर नहीं जामा मस्जिद है. हिन्दू पक्ष के अधिवक्ता गोपाल शर्मा ने बताया कि मुस्लिम पक्ष को अपना जवाब लिखित में दाखिल करना था लेकिन उन्होंने अपना जवाब दाखिल नहीं किया. अब हमने प्रार्थना पत्र देकर उनका जवाब दाखिल करने का अवसर समाप्त करने की मांग करेंगे. अब हाई कोर्ट की जो भी गाइड लाईन होगी उसे मानेंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>हिन्दू शक्ति दल ने भी याचिका दाखिल की<br /></strong>इस बीच आज हिन्दू शक्ति दल की तरफ से भी संभल की जिला अदालत में शाही जामा मस्जिद को श्री हरी हर मन्दिर बताने वाली एक याचिका दाखिल करते हुए उसमे पक्षकार बनाने की मांग अदालत से की गयी. हिन्दू शक्ति दल के अध्यक्ष सिमरन गुप्ता के मुताबिक अदालत ने उन्हें भी 5 मार्च की तारीख दी है. हालांकि सुप्रीम कोर्ट की तरफ से 1991 वरशिप एक्ट में जब तक कोई फाईडिंग नहीं आती है तब तक किसी भी प्रकार की सुनवाई और नये वाद दाखिल करने पर रोक लगी हुई है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>यह भी पढ़ें- <strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/cm-yogi-adityanath-says-whether-waqf-board-or-board-of-land-mafia-we-take-back-every-land-2858825″>सीएम योगी बोले-‘वक्फ है या भू-माफियाओं का बोर्ड, एक-एक इंच लैंड वापस लेंगे'</a></strong></p>