अलीगढ़ में पतंजलि योगपीठ के सचिव बालकृष्ण समेत दो लोगों के खिलाफ ऑनलाइन ठगी का मामला दर्ज किया गया। गांधीपार्क थाने में अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अशोक पांडेय ने शुक्रवार को केस दर्ज करवाया।
उनका आरोप है कि योग शिविर के नाम पर उनसे रुपए लिए गए और जब उन्होंने पतंजलि के सचिव और अन्य अधिकारियों से बात करने की कोशिश की तो उन लोगों ने बात करने से इनकार कर दिया। तब उन्हें ठगी का पता चला। गूगल से निकाले थे ऑनलाइन नंबर
अशोक पांडेय ने बताया कि उन्होंने पतंजलि के नेचुरोपैथी शिविर में शामिल होने के लिए 10 जून को गूगल से नंबर लेकर फोन किया था। पतंजलि की ओर से उनसे संपर्क किया गया। आरोपियों ने पहले फॉर्म भेजा और फिर 29,400 रुपए जमा कराने की बात कही। जो उन्होंने बंधन बैंक के खाते में जमा करा दिए। कुछ दिन बाद दूसरा फोन आया और फिर 45,000 रुपए की मांग की गई। तब मुझे संदेह हुआ और मैंने रुपए वापस मांगे। जिसके बाद रुपए वापस करने से इनकार कर दिया। फार्म पर सचिव बालकृष्ण के साइन और मुहर मिले
अशोक पांडेय ने बताया कि 10 जून को उनके नंबर पर फोन आया। फोन करने वाले व्यक्ति ने खुद का नाम पंकज गुप्ता बताया। उसने एक फॉर्म भेजा, जिस पर पतंजलि के सचिव बालकृष्ण के साइन और मुहर लगी थी। फिर उन्होंने रुपए जमा कर दिए थे। दूसरी कॉल आने पर भी व्यक्ति ने उन्हें यह फॉर्म भेजा और 45 हजार रुपए की मांग की। तब उन्होंने सचिव बालकृष्ण से बात करने की कोशिश की, लेकिन बात नहीं करवाई गई। पतंजलि के रजिस्टर्ड नंबरों पर भी उन्हें कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। एसपी से मिलकर की कार्रवाई की मांग
पीड़ित की तहरीर पर पुलिस ने IT एक्ट और ठगी की धाराओं में बाल कृष्ण और डॉ. पंकज गुप्ता के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। वहीं, अशोक पांडेय ने एसपी ग्रामीण से मिलकर मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की। जिसके बाद उन्हें आश्वासन दिया गया कि जल्द ही मामले में कार्रवाई की जाएगी। सीओ सेकंड आरके सिसौदिया ने बताया कि गांधीपार्क थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है। जांच के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी। अलीगढ़ में पतंजलि योगपीठ के सचिव बालकृष्ण समेत दो लोगों के खिलाफ ऑनलाइन ठगी का मामला दर्ज किया गया। गांधीपार्क थाने में अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अशोक पांडेय ने शुक्रवार को केस दर्ज करवाया।
उनका आरोप है कि योग शिविर के नाम पर उनसे रुपए लिए गए और जब उन्होंने पतंजलि के सचिव और अन्य अधिकारियों से बात करने की कोशिश की तो उन लोगों ने बात करने से इनकार कर दिया। तब उन्हें ठगी का पता चला। गूगल से निकाले थे ऑनलाइन नंबर
अशोक पांडेय ने बताया कि उन्होंने पतंजलि के नेचुरोपैथी शिविर में शामिल होने के लिए 10 जून को गूगल से नंबर लेकर फोन किया था। पतंजलि की ओर से उनसे संपर्क किया गया। आरोपियों ने पहले फॉर्म भेजा और फिर 29,400 रुपए जमा कराने की बात कही। जो उन्होंने बंधन बैंक के खाते में जमा करा दिए। कुछ दिन बाद दूसरा फोन आया और फिर 45,000 रुपए की मांग की गई। तब मुझे संदेह हुआ और मैंने रुपए वापस मांगे। जिसके बाद रुपए वापस करने से इनकार कर दिया। फार्म पर सचिव बालकृष्ण के साइन और मुहर मिले
अशोक पांडेय ने बताया कि 10 जून को उनके नंबर पर फोन आया। फोन करने वाले व्यक्ति ने खुद का नाम पंकज गुप्ता बताया। उसने एक फॉर्म भेजा, जिस पर पतंजलि के सचिव बालकृष्ण के साइन और मुहर लगी थी। फिर उन्होंने रुपए जमा कर दिए थे। दूसरी कॉल आने पर भी व्यक्ति ने उन्हें यह फॉर्म भेजा और 45 हजार रुपए की मांग की। तब उन्होंने सचिव बालकृष्ण से बात करने की कोशिश की, लेकिन बात नहीं करवाई गई। पतंजलि के रजिस्टर्ड नंबरों पर भी उन्हें कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। एसपी से मिलकर की कार्रवाई की मांग
पीड़ित की तहरीर पर पुलिस ने IT एक्ट और ठगी की धाराओं में बाल कृष्ण और डॉ. पंकज गुप्ता के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। वहीं, अशोक पांडेय ने एसपी ग्रामीण से मिलकर मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की। जिसके बाद उन्हें आश्वासन दिया गया कि जल्द ही मामले में कार्रवाई की जाएगी। सीओ सेकंड आरके सिसौदिया ने बताया कि गांधीपार्क थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है। जांच के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर