अलीगढ़ में मंगलवार की देर शाम बवाल हो गया। अंबेडकर की मूर्ति हटाने पहुंचे पुलिसकर्मियों पर लोगों ने हमला कर दिया। पुलिस पर पत्थर फेंके और उनके साथ मारपीट की। पुलिस की 4 बाइकों को फूंक दिया। फायर ब्रिगेड की गाड़ी में भी तोड़फोड़ की। घटना में 6 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। सूचना पाकर 4 थानों की फोर्स मौके पर पहुंची। लाठी चार्ज कर बवाल करने वालों को खदेड़ा। पुलिस गांव के प्रधान और पूर्व प्रधान को घसीटकर ले गई। घटना रोरावर थाना क्षेत्र के भीमपुर इब्राहिमपुर गांव की है। देखिए 3 तस्वीरें… जानिए पूरा विवाद
भीमपुर इब्राहिमपुर में जाटव समाज ने 25 जनवरी को ग्राम समाज की जमीन पर डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की मूर्ति लगाई थी। इसी जमीन पर बघेल समाज मंदिर बनवाने की मांग कर रहा था। इस पर गांव के दो पक्षों में पिछले 3 दिनों से तनाव की स्थिति थी। आपस में बातचीत भी हुई, लेकिन समस्या का कोई हल नहीं निकला। बघेल समाज अंबेडकर मूर्ति का लगातार विरोध कर रहा था। उन्होंने घटना की सूचना पुलिस को दी। पुलिस की टीम मंगलवार को मूर्ति हटाने पहुंची। लेकिन जाटव समाज ने इसका विरोध किया। पुलिस लोगों को मूर्ति के पास से हटाने लगी तो भीड़ उग्र हो गई। लोग मूर्ति को घेरकर बैठ गए। जब उन्हें हटाने की कोशिश की तो वह पुलिस से ही भिड़ गए। इसके बाद 4 थानों की पुलिस फोर्स को बुलाकर लोगों को जबरन हटाया गया। पुलिस ने वर्तमान प्रधान निर्देश लोधी और पूर्व प्रधान छत्रपाल को हिरासत में ले लिया है। गांव में हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। रात को जाटव समाज के लोगों नेलगा दी अंबेडकर की प्रतिमा
पुलिस-प्रशासन ने तीन दिन पहले दोपहर में जहां बघेल समाज के मंदिर का निर्माण कार्य रुकवा दिया। वहीं, उसी रात को जाटव समाज के लोगों ने दूसरे खाली पड़े ग्राम समाज के प्लॉट पर अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित कर दी। सुबह जब बघेल समाज के लोगों को इसकी जानकारी हुई, तो उन्होंने इसका विरोध शुरू कर दिया। लोगों ने बिना अनुमति सरकारी भूमि में लगाई गई प्रतिमा को हटवाने के लिए पुलिस-प्रशासन से शिकायत की। इसके बाद 27 जनवरी को पुलिस और प्रशासन के अधिकारी गांव में पहुंचे और दोनों पक्षों को समझाकर अंबेडकर की प्रतिमा को हटाने के लिए कहा। प्रतिमा को घेरकर बैठ गए जाटव समाज के लोग
जब पुलिस-प्रशासन ने प्रतिमा को हटाने के लिए कहा तो जाटव समाज के लोग प्रतिमा को घेरकर बैठ गए। इसके चलते गांव में तनाव का माहौल पैदा हो गया। इसके चलते 27 जनवरी को दोबारा पुलिस-प्रशासनिक अधिकारी गांव में पहुंचे और लोगों को समझाने की कोशिश की। अधिकारियों ने जाटव समाज को स्वयं प्रतिमा हटाने को समय देने के साथ ही गांव में एहतियातन पुलिस बल भी तैनात कर दिया। प्रतिमा हटाते ही मचा बवाल
28 जनवरी की शाम को पुलिसकर्मी जैसे ही प्रतिमा को हटाकर ले जाने लगे, वैसे ही प्रतिमा स्थल को घेरकर बैठे लोग भडक़ गए। उन्होंने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। इसमें पुलिस के साथ हाथापाई भी की गई। पथराव और हाथापाई में आधा दर्जन से अधिक पुलिसकर्मी घायल भी हो गए। उस समय पुलिसकर्मियों की संख्या कम भी इसीलिए उन्होंने वहां से भागकर खुद को बचाया। जानबचाकर भागे पुलिसकर्मियों के वाहनों को आक्रोशित भीड़ ने आग के हवाले कर दिया। पुलिस के पहुंचने पर हुई फायरिंग
पुलिसकर्मियों पर जानलेवा हमले की सूचना पर थोड़ी ही देर में गांव मे कई थानों की पुलिस पहुंच गई। इसके अलावा पुलिस और प्रशासन के अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। पुलिस बवाल बढ़ता देख अलीगढ़-गोंडा रोड पर ट्रैफिक रोक दिया। इसी दौरान करीब छह-साल राउंड फायरिंग भी की गई। भीड़ को कंट्रोल करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले भी दागने पड़े। बाद में पुलिस ने गांव में तलाशी अभियान भी चलाया, लेकिन अधिकांश लोग घरों को बंद करके भाग गए। एहतियातन गांव में भारी पुलिसबल तैनात कर दिया गया है। एसएसपी बोले- घटना में लोकल नेता शामिल
SSP संजीव सुमन ने बताया, पुलिस ने मूर्ति स्थापित करने से मना किया था। दोनों पक्ष के लोग एक दिन पहले SDM से मिलने आए थे। तब मूर्ति न लगाने पर सहमत थे। आज शाम को पुलिस पहुंची तो कुछ लोगों ने फोर्स पर पथराव किया। कई पुलिस कर्मी घायल हुए हैं। जो भी दोषी होगा, उन पर कार्रवाई होगी। घटना में लोकल नेता भी शामिल हैं। उनकी भूमिका की जांच की जा रही है। कई दिनों से सुलग रहा मामला
अंबेडकर मूर्ति लगाए जाने का मामला कई दिनों से सुलग रहा था। बहुजन समता दल के फाउंडर अभिषेक कुमार जाटव ने X पर प्रशासन को चेतावनी दी थी। उन्होंने कहा था, प्रशासन का रवैया हमें अलीगढ़ कूच करने पर मजबूर करेगा। ——————————- ये भी पढ़ें: बीएससी पास बना फर्जी दरोगा, दहेज में ली कार:अमेठी में लोगों से वसूली करता; पुलिस पहुंची तो बोला- फतेहपुर में पोस्टिंग अमेठी पुलिस ने एक फर्जी दरोगा को गिरफ्तार किया है। वह तीन साल से न सिर्फ रौब गांठ कर अवैध वसूली कर रहा था, बल्कि परिवार को भी अंधेरे में रखा। झूठ बोलकर उसने ढाई महीने पहले शादी कर ली। ससुराल वालों से बताया कि वह यूपी पुलिस में दरोगा है। शादी में उसने दहेज में ब्रेजा कार और 10 लाख रुपए नगद लिए…(पढ़ें पूरी खबर) अलीगढ़ में मंगलवार की देर शाम बवाल हो गया। अंबेडकर की मूर्ति हटाने पहुंचे पुलिसकर्मियों पर लोगों ने हमला कर दिया। पुलिस पर पत्थर फेंके और उनके साथ मारपीट की। पुलिस की 4 बाइकों को फूंक दिया। फायर ब्रिगेड की गाड़ी में भी तोड़फोड़ की। घटना में 6 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। सूचना पाकर 4 थानों की फोर्स मौके पर पहुंची। लाठी चार्ज कर बवाल करने वालों को खदेड़ा। पुलिस गांव के प्रधान और पूर्व प्रधान को घसीटकर ले गई। घटना रोरावर थाना क्षेत्र के भीमपुर इब्राहिमपुर गांव की है। देखिए 3 तस्वीरें… जानिए पूरा विवाद
भीमपुर इब्राहिमपुर में जाटव समाज ने 25 जनवरी को ग्राम समाज की जमीन पर डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की मूर्ति लगाई थी। इसी जमीन पर बघेल समाज मंदिर बनवाने की मांग कर रहा था। इस पर गांव के दो पक्षों में पिछले 3 दिनों से तनाव की स्थिति थी। आपस में बातचीत भी हुई, लेकिन समस्या का कोई हल नहीं निकला। बघेल समाज अंबेडकर मूर्ति का लगातार विरोध कर रहा था। उन्होंने घटना की सूचना पुलिस को दी। पुलिस की टीम मंगलवार को मूर्ति हटाने पहुंची। लेकिन जाटव समाज ने इसका विरोध किया। पुलिस लोगों को मूर्ति के पास से हटाने लगी तो भीड़ उग्र हो गई। लोग मूर्ति को घेरकर बैठ गए। जब उन्हें हटाने की कोशिश की तो वह पुलिस से ही भिड़ गए। इसके बाद 4 थानों की पुलिस फोर्स को बुलाकर लोगों को जबरन हटाया गया। पुलिस ने वर्तमान प्रधान निर्देश लोधी और पूर्व प्रधान छत्रपाल को हिरासत में ले लिया है। गांव में हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। रात को जाटव समाज के लोगों नेलगा दी अंबेडकर की प्रतिमा
पुलिस-प्रशासन ने तीन दिन पहले दोपहर में जहां बघेल समाज के मंदिर का निर्माण कार्य रुकवा दिया। वहीं, उसी रात को जाटव समाज के लोगों ने दूसरे खाली पड़े ग्राम समाज के प्लॉट पर अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित कर दी। सुबह जब बघेल समाज के लोगों को इसकी जानकारी हुई, तो उन्होंने इसका विरोध शुरू कर दिया। लोगों ने बिना अनुमति सरकारी भूमि में लगाई गई प्रतिमा को हटवाने के लिए पुलिस-प्रशासन से शिकायत की। इसके बाद 27 जनवरी को पुलिस और प्रशासन के अधिकारी गांव में पहुंचे और दोनों पक्षों को समझाकर अंबेडकर की प्रतिमा को हटाने के लिए कहा। प्रतिमा को घेरकर बैठ गए जाटव समाज के लोग
जब पुलिस-प्रशासन ने प्रतिमा को हटाने के लिए कहा तो जाटव समाज के लोग प्रतिमा को घेरकर बैठ गए। इसके चलते गांव में तनाव का माहौल पैदा हो गया। इसके चलते 27 जनवरी को दोबारा पुलिस-प्रशासनिक अधिकारी गांव में पहुंचे और लोगों को समझाने की कोशिश की। अधिकारियों ने जाटव समाज को स्वयं प्रतिमा हटाने को समय देने के साथ ही गांव में एहतियातन पुलिस बल भी तैनात कर दिया। प्रतिमा हटाते ही मचा बवाल
28 जनवरी की शाम को पुलिसकर्मी जैसे ही प्रतिमा को हटाकर ले जाने लगे, वैसे ही प्रतिमा स्थल को घेरकर बैठे लोग भडक़ गए। उन्होंने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। इसमें पुलिस के साथ हाथापाई भी की गई। पथराव और हाथापाई में आधा दर्जन से अधिक पुलिसकर्मी घायल भी हो गए। उस समय पुलिसकर्मियों की संख्या कम भी इसीलिए उन्होंने वहां से भागकर खुद को बचाया। जानबचाकर भागे पुलिसकर्मियों के वाहनों को आक्रोशित भीड़ ने आग के हवाले कर दिया। पुलिस के पहुंचने पर हुई फायरिंग
पुलिसकर्मियों पर जानलेवा हमले की सूचना पर थोड़ी ही देर में गांव मे कई थानों की पुलिस पहुंच गई। इसके अलावा पुलिस और प्रशासन के अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। पुलिस बवाल बढ़ता देख अलीगढ़-गोंडा रोड पर ट्रैफिक रोक दिया। इसी दौरान करीब छह-साल राउंड फायरिंग भी की गई। भीड़ को कंट्रोल करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले भी दागने पड़े। बाद में पुलिस ने गांव में तलाशी अभियान भी चलाया, लेकिन अधिकांश लोग घरों को बंद करके भाग गए। एहतियातन गांव में भारी पुलिसबल तैनात कर दिया गया है। एसएसपी बोले- घटना में लोकल नेता शामिल
SSP संजीव सुमन ने बताया, पुलिस ने मूर्ति स्थापित करने से मना किया था। दोनों पक्ष के लोग एक दिन पहले SDM से मिलने आए थे। तब मूर्ति न लगाने पर सहमत थे। आज शाम को पुलिस पहुंची तो कुछ लोगों ने फोर्स पर पथराव किया। कई पुलिस कर्मी घायल हुए हैं। जो भी दोषी होगा, उन पर कार्रवाई होगी। घटना में लोकल नेता भी शामिल हैं। उनकी भूमिका की जांच की जा रही है। कई दिनों से सुलग रहा मामला
अंबेडकर मूर्ति लगाए जाने का मामला कई दिनों से सुलग रहा था। बहुजन समता दल के फाउंडर अभिषेक कुमार जाटव ने X पर प्रशासन को चेतावनी दी थी। उन्होंने कहा था, प्रशासन का रवैया हमें अलीगढ़ कूच करने पर मजबूर करेगा। ——————————- ये भी पढ़ें: बीएससी पास बना फर्जी दरोगा, दहेज में ली कार:अमेठी में लोगों से वसूली करता; पुलिस पहुंची तो बोला- फतेहपुर में पोस्टिंग अमेठी पुलिस ने एक फर्जी दरोगा को गिरफ्तार किया है। वह तीन साल से न सिर्फ रौब गांठ कर अवैध वसूली कर रहा था, बल्कि परिवार को भी अंधेरे में रखा। झूठ बोलकर उसने ढाई महीने पहले शादी कर ली। ससुराल वालों से बताया कि वह यूपी पुलिस में दरोगा है। शादी में उसने दहेज में ब्रेजा कार और 10 लाख रुपए नगद लिए…(पढ़ें पूरी खबर) उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर