आगरा में इंजीनियरिंग की छात्रा से चलती कार में रेप का मामला सामने आया है। विरोध करने पर छात्रा की पिटाई की गई। उसे अर्द्धनग्न हालत में सड़क पर फेंक दिया। किसी तरह से छात्रा थाने पहुंची। पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर FIR दर्ज कर ली है। मामला सिकंदरा थाना क्षेत्र का है। पीड़िता ने बताया कि वह लखनऊ की रहने वाली है। यहां एक कॉलेज में इंजीनियरिंग अंतिम वर्ष की छात्रा है। 10 अगस्त की शाम को वह कारगिल चौराहे पर थी। इसी दौरान कॉलेज में पढ़ने वाला उसका सीनियर शिवांश कार लेकर पहुंचा। शिवांश ने हाथ पकड़कर उसे कार में जबरदस्ती बैठा लिया। कार में पर्दे लगे थे। उसने मेरे हाथ-पैर बांध दिए। फिर मुझे पीटने लगा और मेरे साथ रेप किया। शिवांश ने मेरे साथ गलत काम करने के बाद मुझे सड़क पर धक्का देकर वहां से भाग गया। मेरी झूठी शिकायत की, मार्कशीट रुकवा दी
पीड़िता ने पुलिस को बताया- शिवांश सिंह की पढ़ाई पूरी हो चुकी है। वो मुझसे एक साल सीनियर है। विश्वविद्यालय में कई लड़कियों को बहलाकर संबंध बना चुका है। कई बार मुझसे भी दोस्ती का प्रयास किया, लेकिन मैंने मना कर दिया। उसने विभाग अध्यक्ष से मेरी झूठी शिकायत की। इस कारण मेरी मार्कशीट अभी नहीं मिल पाई। रविवार को थाने पहुंची पीड़िता, पुलिस ने कराया मेडिकल
पुलिस ने पीड़िता का मेडिकल करवाकर मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस का कहना है कि जांच-पड़ताल की जा रही है। थाना प्रभारी नीरज शर्मा ने बताया कि युवती की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। प्राथमिक जांच में आरोपी की लोकेशन जम्मू के कॉलेज में मिली है। सभी पॉइंट को ध्यान में रखते हुए जांच की जा रही है। 29 जुलाई को भी युवती ने युवक पर मारपीट का आरोप लगाया था। इसकी जांच भी की जा रही है। डिप्रेशन में छात्रा आई
पीड़ित घटना के बाद से अवसाद में है। तहरीर में उसने लिखा कि अब मैं शादी के लायक नहीं रही। मैं अपने माता-पिता पर बोझ नहीं बनूंगी। आरोपी को सख्त सजा मिले। जैसे उसने मेरी जिंदगी खराब की है, वैसे उसकी भी लाइफ खराब हो। यह खबर भी पढ़ें साइको किलर बोला- मुझे दूल्हा बनना है: महिला सिपाही की फोटो देख शादी को तैयार हुआ; पुलिसकर्मी दोस्त बनकर रहे तब कबूली हत्याएं बरेली के साइको किलर को पकड़ने के लिए पुलिस ने डेढ़ लाख से ज्यादा नंबर ट्रेस किए। 150 जगहों पर दबिश दी, लेकिन कामयाबी नहीं मिली, क्योंकि कुलदीप न मोबाइल चलाता था और न ही किसी एक जगह पर ज्यादा दिन रुकता था। पढ़ें पूरी खबर… आगरा में इंजीनियरिंग की छात्रा से चलती कार में रेप का मामला सामने आया है। विरोध करने पर छात्रा की पिटाई की गई। उसे अर्द्धनग्न हालत में सड़क पर फेंक दिया। किसी तरह से छात्रा थाने पहुंची। पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर FIR दर्ज कर ली है। मामला सिकंदरा थाना क्षेत्र का है। पीड़िता ने बताया कि वह लखनऊ की रहने वाली है। यहां एक कॉलेज में इंजीनियरिंग अंतिम वर्ष की छात्रा है। 10 अगस्त की शाम को वह कारगिल चौराहे पर थी। इसी दौरान कॉलेज में पढ़ने वाला उसका सीनियर शिवांश कार लेकर पहुंचा। शिवांश ने हाथ पकड़कर उसे कार में जबरदस्ती बैठा लिया। कार में पर्दे लगे थे। उसने मेरे हाथ-पैर बांध दिए। फिर मुझे पीटने लगा और मेरे साथ रेप किया। शिवांश ने मेरे साथ गलत काम करने के बाद मुझे सड़क पर धक्का देकर वहां से भाग गया। मेरी झूठी शिकायत की, मार्कशीट रुकवा दी
पीड़िता ने पुलिस को बताया- शिवांश सिंह की पढ़ाई पूरी हो चुकी है। वो मुझसे एक साल सीनियर है। विश्वविद्यालय में कई लड़कियों को बहलाकर संबंध बना चुका है। कई बार मुझसे भी दोस्ती का प्रयास किया, लेकिन मैंने मना कर दिया। उसने विभाग अध्यक्ष से मेरी झूठी शिकायत की। इस कारण मेरी मार्कशीट अभी नहीं मिल पाई। रविवार को थाने पहुंची पीड़िता, पुलिस ने कराया मेडिकल
पुलिस ने पीड़िता का मेडिकल करवाकर मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस का कहना है कि जांच-पड़ताल की जा रही है। थाना प्रभारी नीरज शर्मा ने बताया कि युवती की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। प्राथमिक जांच में आरोपी की लोकेशन जम्मू के कॉलेज में मिली है। सभी पॉइंट को ध्यान में रखते हुए जांच की जा रही है। 29 जुलाई को भी युवती ने युवक पर मारपीट का आरोप लगाया था। इसकी जांच भी की जा रही है। डिप्रेशन में छात्रा आई
पीड़ित घटना के बाद से अवसाद में है। तहरीर में उसने लिखा कि अब मैं शादी के लायक नहीं रही। मैं अपने माता-पिता पर बोझ नहीं बनूंगी। आरोपी को सख्त सजा मिले। जैसे उसने मेरी जिंदगी खराब की है, वैसे उसकी भी लाइफ खराब हो। यह खबर भी पढ़ें साइको किलर बोला- मुझे दूल्हा बनना है: महिला सिपाही की फोटो देख शादी को तैयार हुआ; पुलिसकर्मी दोस्त बनकर रहे तब कबूली हत्याएं बरेली के साइको किलर को पकड़ने के लिए पुलिस ने डेढ़ लाख से ज्यादा नंबर ट्रेस किए। 150 जगहों पर दबिश दी, लेकिन कामयाबी नहीं मिली, क्योंकि कुलदीप न मोबाइल चलाता था और न ही किसी एक जगह पर ज्यादा दिन रुकता था। पढ़ें पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर