समय : दोपहर 11.45 बजे स्पॉट : बालाजी ज्वेलर्स, कारगिल चौराहा, आगरा मुंह पर कपड़ा बांधे हुए दो बदमाश शोरूम की सीढ़ी चढ़ते हैं। उस वक्त एक महिला झुमके खरीद रही थी। महिला स्टाफ उन्हें झुमके दिखा रही थी। अंदर दाखिल होते ही बदमाश तमंचा तान लेते हैं। दोनों महिलाओं को धमकी देते हैं- हल्ला किया तो जान से मार देंगे। सिर्फ 3 मिनट में दोनों बदमाश करीब 8 से 10 लाख की लूट को अंजाम देते हैं। मगर भागने के दौरान शोरूम के मालिक योगेंद्र चौधरी वहां पहुंच जाते हैं। लुटेरों को देखकर वह भिड़ जाते हैं। बदमाशों को मालूम था कि ये व्यस्त बाजार है, यहां से भागने के लिए उनके पास समय कम है, इसलिए एक बदमाश तमंचा योगेंद्र के सीने पर सटा देता है, फिर लोगों को गोली चलने की आवाज सुनाई देती है। लहूलुहान योगेंद्र सड़क पर गिर जाते हैं। बदमाश सिकंदरा-बोधला रोड की तरफ भाग निकलते हैं। जांच कर रही पुलिस के सामने 3 सवाल हैं, जिनके जवाब तलाशे जा रहे हैं- पहला- इस वारदात के वक्त कोई तीसरा साथी भी मौजूद था? क्योंकि उन्हें पुलिस का डर नहीं था। दूसरा- बाइक पर नंबर प्लेट नहीं थी, मुंह ढके थे, लूट के दौरान दोनों आपस में बात नहीं कर रहे थे, इस तरह से क्राइम सिर्फ प्रोफेशनल क्रिमिनल करते हैं। तीसरा- उन्हें ज्वेलर के बारे में पूरी जानकारी थी। लूट का समय वो चुना गया, जब शोरूम में ग्राहक कम थे। लूट और हत्या की इस वारदात की कड़ियां जोड़ने के लिए दैनिक भास्कर ऐप ने एक बार फिर वारदात की एकमात्र चश्मदीद सेल्सगर्ल रेनू से बात की। वह बहुत सहमी हुई थीं। दहशत के वो 10 मिनट में क्या-कुछ हुआ, उन्होंने हमें बताया… अंकल लेट आए, दुकान मैं ही खोलती हूं
रेनू ने कहा- दुकान रोज मैं ही खोलती हूं। अंकल (योगेंद्र) ने एक चाबी मुझे दे रखी थी। करीब 10.15 बजे मैं शोरूम पर पहुंच गई थी। शटर के लॉक खोलकर मैं अंदर आ गई। सामान व्यवस्थित करते-करते 10.45 बज गए। रोज तो अंकल जाते थे, मगर शुक्रवार को वह लेट हो गए। 11 बजे एक महिला कस्टमर शॉप पर आईं। उन्होंने कहा- सोने की बाली खरीदनी है। मैंने वैराइटी पूछी और शॉप के अंदर रखे सोने की झुमकियों के बॉक्स को लाकर काउंटर पर रखा। एक-एक करके उन्हें दिखाने लगी। कस्टमर की चॉइस के हिसाब से झुमकियां दिखाते-दिखाते करीब 45 मिनट गुजर गए। 11.45 बजे मैंने देखा कि दो लड़के शोरूम के अंदर आ रहे हैं। उन्होंने मुंह कपड़ा से ढका हुआ था। मगर गर्मियों में यह सब सामान्य है, लोग चेहरा ढककर ही आते हैं, इसलिए उस वक्त मुझे कुछ समय में नहीं आया। हमें तमंचा दिखाकर कहा- साइड में खड़ी हो जाओ, शोर मत करना
रेनू ने कहा- बदमाशों ने अंदर आने के बाद कमर से तमंचे निकाल लिए। तब हमें पता चला कि कुछ गलत होने जा रहा है। हम भागना चाहते थे, मगर वह लोग दरवाजे पर खड़े थे। एक बदमाश ने तमंचा दिखाकर पूछा- मालिक कहां है? मैंने जवाब दिया- अभी वो नहीं आए हैं। इसके बाद उन्होंने एक-दूसरे को देखा। एक बदमाश ने तमंचा दिखाकर हमें साइड में खड़े होने का इशारा किया। धमकाया- चुपचाप किनारे खड़ी हो जाओ। अगर शोर किया तो गोली मार दूंगा। हम पहले से डरे हुए थे। चुपचाप किनारे खड़े हो गए। एक बदमाश ने काउंटर पर रखा झुमके का बॉक्स अपने बैग में रख लिया। काउंटर में चांदी के जेवर रखे थे। वह भी बटोर लिए। जो लड़का हमारी तरफ तमंचा ताने हुए था। वह बार-बार दरवाजा देख रहा था। बाहर के मूवमेंट पर नजर रखे हुए था। जब उन्हें लगा कि वो पूरा सामान ले चुके हैं। तब वह बाहर की तरफ जाने लगे। पलटकर धमकी भी दी कि अगर शोर मचाया तो वापस आकर गोली मारेंगे। इसके बाद वो दोनों तेजी से नीचे की ओर भागे। यह सब 5 से 7 मिनट में हो गया। अंकल को देखकर मैं चिल्लाई, ये लोग चोर हैं…
मैं डरी जरूर थी, मगर उनके बाहर जाते ही जैसे हिम्मत आ गई। मैं उनके पीछे-पीछे बाहर की ओर भागी। वो बस सीढ़ियों पर ही थे, मैंने देखा कि नीचे अंकल स्कूटी खड़ी कर रहे हैं। मैंने शोर मचाया। अंकल…ये दोनों चोरी करके भाग रहे हैं। इतना सुनते ही अंकल ने एक लड़के को पकड़ लिया। दोनों में गुत्थम गुत्था हो गई। तभी अचानक से गोली चलने की आवाज आई। अंकल की चीख निकल पड़ी। वो जमीन पर गिर पडे़। इसके बाद दोनों बदमाश बाइक पर सवार होकर भाग गए। मैंने जोर-जोर से शोर मचाया। पास के रेस्टोरेंट में सागर भैया (योगेंद्र का बेटा) थे, उन्हें जानकारी दी। वो तुरंत आ भी गए। अंकल खून से लथपथ थे। सागर भैया ने अंकल को अपनी कार में डाला, उन्हें हॉस्पिटल ले गए। घटना के बाद मैं बहुत डर गई। मैंने तुरंत शोरूम का शटर गिराया और अंकल के घर पर चली गई। उस समय तक मुझे नहीं पता था कि अंकल की मौत हो गई है। करीब आधे घंटे बाद पुलिस आई। हमको लेकर शोरूम पहुंची। मैंने उन्हें पूरी घटना बताई। योगेश की आखिरी बार बात भतीजे से हुई
योगेश चौधरी की आखिरी बार बात अपने भतीजे सोनू चौधरी से हुई थी। सोनू ने कहा- चाचा ने 11.41 बजे फोन किया था। उन्होंने कहा कि शाम को घर आना, कुछ बात करनी है। इसके बाद 12.07 मिनट पर सागर का फोन आया कि भइया जल्दी प्रभा हॉस्पिटल पहुंच जाइए, किसी ने पापा को गोली मार दी है। 15 साल पहले खोला था शोरूम
परिजनों ने बताया, योगेश चौधरी ने कारगिल चौराहे पर 2011 में शोरूम खोला था। इससे पहले वो पीछे बाजार में छोटी दुकान चलाते थे। 2005 से वो इस कारोबार में थे। वो अकेले ही शोरूम संभालते थे। बेटे आशीष और सागर रेस्टोरेंट और होटल कारोबार में है। व्यापारी एसोसिएशन से लेकर बाजार के दूसरे व्यापारियों के बीच उनका सम्मान था। बदमाशों की CCTV सामने आई, पूरे स्टेट में तस्वीर सर्कुलेट हुई
घटना के सवा 9 घंटे बाद रात 9 बजे लुटेरों की तस्वीर सामने आई है। इसमें एक बदमाश ने अपने चेहरे को गमछे से छिपा रखा है। दूसरे ने काले रंग का मास्क लगाया है। दोनों 18 से 25 साल के लग रहे हैं। एक बदमाश ने नीले रंग की जींस और सफेद शर्ट पहनी है। दूसरे ने काले रंग की शर्ट और जींस पहनी है। जो CCTV मिली है, उसमें काले रंग की स्पलेंडर तो दिख रही है, मगर नंबर प्लेट नहीं है। आगरा पुलिस ने 100 से ज्यादा CCTV फुटेज देखे हैं। इसके बाद यह कामयाबी मिली है। योगेंद्र अकेले यह शोरूम चलाते थे
योगेंद्र चौधरी (60) कारगिल चौराहे के पास पश्चिमपुरी के रामा एनक्लेव में रहते थे। परिवार में पत्नी उर्मिला और 3 बच्चे हैं। बड़ा बेटा सागर (32) और छोटा बेटा आशीष (30) कारोबार में उनका साथ देते थे। एक 27 साल की बेटी भी है, उसकी शादी हो चुकी है। योगेंद्र के घर से 600 मीटर दूरी पर उनका ज्वेलरी का शोरूम है। इसका नाम बालाजी ज्वेलर्स है। उसके बगल में रेस्टोरेंट स्काई है, जो उनके बेटे सागर और आशीष चलाते हैं। वह वारदात के वक्त अपने रेस्टोरेंट में मौजूद थे। शोरूम व्यस्त बाजार में स्थित है। व्यापारियों में नाराजगी, बोले- BJP के शासन में व्यापारी सुरक्षित नहीं
दिनदहाडे़ ज्वेलर की हत्या से व्यापारियों में आक्रोश फैल गया। वो पुलिस अधिकारियों के सामने आ गए। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में यह सब हो रहा है। 26 अप्रैल को ही यहां से कुछ दूरी पर दिनदहाड़े एक लड़के को गोली मार दी गई थी। उसके बाद आज एक और हत्या कर दी गई। इतने शॉर्ट टाइम में दूसरी घटना हो गई। व्यापारियों ने कहा- भाजपा के शासनकाल में व्यापारी सुरक्षित नहीं है। ऐसा तो सपा के शासनकाल में होता था। चौराहे पर पुलिस फोर्स नहीं थी, वरना क्या ये वारदात होती। 10 दिन पहले दबंगों ने गाड़ी खड़ी कर दी थी। चौकी इंचार्ज को बताया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। चौकी इंचार्ज पदम प्राइड लाइन हाजिर
सिकंदरा थाने की पदम प्राइड चौकी क्षेत्र में लूट-हत्या की वारदात को पुलिस आयुक्त दीपक कुमार ने गंभीरता से लिया है। शुरुआती जांच में चौकी प्रभारी सुमित मलिक की लापरवाही उजागर हुई है। पुलिस आयुक्त के निर्देश पर डीसीपी सिटी सोनम कुमार ने चौकी इंचार्ज को लाइन हाजिर किया है। उसके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश भी दिए गए हैं। …………………….. यह पढ़े : आगरा में दिनदहाड़े ज्वेलर्स की गोली मारकर हत्या:गन पॉइंट पर शोरूम लूटा, मालिक भिड़ा तो सीने पर गोली मारी, देखिए लुटेरों की पहली तस्वीर आगरा में लुटेरों ने ज्वेलर्स की गोली मारकर हत्या कर दी। बाइक से दो युवक आए, शोरूम के अंदर घुसे। स्टाफ से पूछा- यहां का मालिक कहां है? इसके बाद बैग निकाला। शोरूम में काम कर रही महिला कर्मचारी को गन पॉइंट पर ले लिया। दुकान में रखी ज्वेलरी और पैसे भरे। बोले- मेरे नीचे जाने तक शांत रहना…वरना जान से मार दूंगा। लुटेरे जैसे ही सीढ़ी से नीचे उतरे, शोरूम मालिक आ गए और बदमाशों को पकड़ लिया। पढ़िए पूरी खबर… समय : दोपहर 11.45 बजे स्पॉट : बालाजी ज्वेलर्स, कारगिल चौराहा, आगरा मुंह पर कपड़ा बांधे हुए दो बदमाश शोरूम की सीढ़ी चढ़ते हैं। उस वक्त एक महिला झुमके खरीद रही थी। महिला स्टाफ उन्हें झुमके दिखा रही थी। अंदर दाखिल होते ही बदमाश तमंचा तान लेते हैं। दोनों महिलाओं को धमकी देते हैं- हल्ला किया तो जान से मार देंगे। सिर्फ 3 मिनट में दोनों बदमाश करीब 8 से 10 लाख की लूट को अंजाम देते हैं। मगर भागने के दौरान शोरूम के मालिक योगेंद्र चौधरी वहां पहुंच जाते हैं। लुटेरों को देखकर वह भिड़ जाते हैं। बदमाशों को मालूम था कि ये व्यस्त बाजार है, यहां से भागने के लिए उनके पास समय कम है, इसलिए एक बदमाश तमंचा योगेंद्र के सीने पर सटा देता है, फिर लोगों को गोली चलने की आवाज सुनाई देती है। लहूलुहान योगेंद्र सड़क पर गिर जाते हैं। बदमाश सिकंदरा-बोधला रोड की तरफ भाग निकलते हैं। जांच कर रही पुलिस के सामने 3 सवाल हैं, जिनके जवाब तलाशे जा रहे हैं- पहला- इस वारदात के वक्त कोई तीसरा साथी भी मौजूद था? क्योंकि उन्हें पुलिस का डर नहीं था। दूसरा- बाइक पर नंबर प्लेट नहीं थी, मुंह ढके थे, लूट के दौरान दोनों आपस में बात नहीं कर रहे थे, इस तरह से क्राइम सिर्फ प्रोफेशनल क्रिमिनल करते हैं। तीसरा- उन्हें ज्वेलर के बारे में पूरी जानकारी थी। लूट का समय वो चुना गया, जब शोरूम में ग्राहक कम थे। लूट और हत्या की इस वारदात की कड़ियां जोड़ने के लिए दैनिक भास्कर ऐप ने एक बार फिर वारदात की एकमात्र चश्मदीद सेल्सगर्ल रेनू से बात की। वह बहुत सहमी हुई थीं। दहशत के वो 10 मिनट में क्या-कुछ हुआ, उन्होंने हमें बताया… अंकल लेट आए, दुकान मैं ही खोलती हूं
रेनू ने कहा- दुकान रोज मैं ही खोलती हूं। अंकल (योगेंद्र) ने एक चाबी मुझे दे रखी थी। करीब 10.15 बजे मैं शोरूम पर पहुंच गई थी। शटर के लॉक खोलकर मैं अंदर आ गई। सामान व्यवस्थित करते-करते 10.45 बज गए। रोज तो अंकल जाते थे, मगर शुक्रवार को वह लेट हो गए। 11 बजे एक महिला कस्टमर शॉप पर आईं। उन्होंने कहा- सोने की बाली खरीदनी है। मैंने वैराइटी पूछी और शॉप के अंदर रखे सोने की झुमकियों के बॉक्स को लाकर काउंटर पर रखा। एक-एक करके उन्हें दिखाने लगी। कस्टमर की चॉइस के हिसाब से झुमकियां दिखाते-दिखाते करीब 45 मिनट गुजर गए। 11.45 बजे मैंने देखा कि दो लड़के शोरूम के अंदर आ रहे हैं। उन्होंने मुंह कपड़ा से ढका हुआ था। मगर गर्मियों में यह सब सामान्य है, लोग चेहरा ढककर ही आते हैं, इसलिए उस वक्त मुझे कुछ समय में नहीं आया। हमें तमंचा दिखाकर कहा- साइड में खड़ी हो जाओ, शोर मत करना
रेनू ने कहा- बदमाशों ने अंदर आने के बाद कमर से तमंचे निकाल लिए। तब हमें पता चला कि कुछ गलत होने जा रहा है। हम भागना चाहते थे, मगर वह लोग दरवाजे पर खड़े थे। एक बदमाश ने तमंचा दिखाकर पूछा- मालिक कहां है? मैंने जवाब दिया- अभी वो नहीं आए हैं। इसके बाद उन्होंने एक-दूसरे को देखा। एक बदमाश ने तमंचा दिखाकर हमें साइड में खड़े होने का इशारा किया। धमकाया- चुपचाप किनारे खड़ी हो जाओ। अगर शोर किया तो गोली मार दूंगा। हम पहले से डरे हुए थे। चुपचाप किनारे खड़े हो गए। एक बदमाश ने काउंटर पर रखा झुमके का बॉक्स अपने बैग में रख लिया। काउंटर में चांदी के जेवर रखे थे। वह भी बटोर लिए। जो लड़का हमारी तरफ तमंचा ताने हुए था। वह बार-बार दरवाजा देख रहा था। बाहर के मूवमेंट पर नजर रखे हुए था। जब उन्हें लगा कि वो पूरा सामान ले चुके हैं। तब वह बाहर की तरफ जाने लगे। पलटकर धमकी भी दी कि अगर शोर मचाया तो वापस आकर गोली मारेंगे। इसके बाद वो दोनों तेजी से नीचे की ओर भागे। यह सब 5 से 7 मिनट में हो गया। अंकल को देखकर मैं चिल्लाई, ये लोग चोर हैं…
मैं डरी जरूर थी, मगर उनके बाहर जाते ही जैसे हिम्मत आ गई। मैं उनके पीछे-पीछे बाहर की ओर भागी। वो बस सीढ़ियों पर ही थे, मैंने देखा कि नीचे अंकल स्कूटी खड़ी कर रहे हैं। मैंने शोर मचाया। अंकल…ये दोनों चोरी करके भाग रहे हैं। इतना सुनते ही अंकल ने एक लड़के को पकड़ लिया। दोनों में गुत्थम गुत्था हो गई। तभी अचानक से गोली चलने की आवाज आई। अंकल की चीख निकल पड़ी। वो जमीन पर गिर पडे़। इसके बाद दोनों बदमाश बाइक पर सवार होकर भाग गए। मैंने जोर-जोर से शोर मचाया। पास के रेस्टोरेंट में सागर भैया (योगेंद्र का बेटा) थे, उन्हें जानकारी दी। वो तुरंत आ भी गए। अंकल खून से लथपथ थे। सागर भैया ने अंकल को अपनी कार में डाला, उन्हें हॉस्पिटल ले गए। घटना के बाद मैं बहुत डर गई। मैंने तुरंत शोरूम का शटर गिराया और अंकल के घर पर चली गई। उस समय तक मुझे नहीं पता था कि अंकल की मौत हो गई है। करीब आधे घंटे बाद पुलिस आई। हमको लेकर शोरूम पहुंची। मैंने उन्हें पूरी घटना बताई। योगेश की आखिरी बार बात भतीजे से हुई
योगेश चौधरी की आखिरी बार बात अपने भतीजे सोनू चौधरी से हुई थी। सोनू ने कहा- चाचा ने 11.41 बजे फोन किया था। उन्होंने कहा कि शाम को घर आना, कुछ बात करनी है। इसके बाद 12.07 मिनट पर सागर का फोन आया कि भइया जल्दी प्रभा हॉस्पिटल पहुंच जाइए, किसी ने पापा को गोली मार दी है। 15 साल पहले खोला था शोरूम
परिजनों ने बताया, योगेश चौधरी ने कारगिल चौराहे पर 2011 में शोरूम खोला था। इससे पहले वो पीछे बाजार में छोटी दुकान चलाते थे। 2005 से वो इस कारोबार में थे। वो अकेले ही शोरूम संभालते थे। बेटे आशीष और सागर रेस्टोरेंट और होटल कारोबार में है। व्यापारी एसोसिएशन से लेकर बाजार के दूसरे व्यापारियों के बीच उनका सम्मान था। बदमाशों की CCTV सामने आई, पूरे स्टेट में तस्वीर सर्कुलेट हुई
घटना के सवा 9 घंटे बाद रात 9 बजे लुटेरों की तस्वीर सामने आई है। इसमें एक बदमाश ने अपने चेहरे को गमछे से छिपा रखा है। दूसरे ने काले रंग का मास्क लगाया है। दोनों 18 से 25 साल के लग रहे हैं। एक बदमाश ने नीले रंग की जींस और सफेद शर्ट पहनी है। दूसरे ने काले रंग की शर्ट और जींस पहनी है। जो CCTV मिली है, उसमें काले रंग की स्पलेंडर तो दिख रही है, मगर नंबर प्लेट नहीं है। आगरा पुलिस ने 100 से ज्यादा CCTV फुटेज देखे हैं। इसके बाद यह कामयाबी मिली है। योगेंद्र अकेले यह शोरूम चलाते थे
योगेंद्र चौधरी (60) कारगिल चौराहे के पास पश्चिमपुरी के रामा एनक्लेव में रहते थे। परिवार में पत्नी उर्मिला और 3 बच्चे हैं। बड़ा बेटा सागर (32) और छोटा बेटा आशीष (30) कारोबार में उनका साथ देते थे। एक 27 साल की बेटी भी है, उसकी शादी हो चुकी है। योगेंद्र के घर से 600 मीटर दूरी पर उनका ज्वेलरी का शोरूम है। इसका नाम बालाजी ज्वेलर्स है। उसके बगल में रेस्टोरेंट स्काई है, जो उनके बेटे सागर और आशीष चलाते हैं। वह वारदात के वक्त अपने रेस्टोरेंट में मौजूद थे। शोरूम व्यस्त बाजार में स्थित है। व्यापारियों में नाराजगी, बोले- BJP के शासन में व्यापारी सुरक्षित नहीं
दिनदहाडे़ ज्वेलर की हत्या से व्यापारियों में आक्रोश फैल गया। वो पुलिस अधिकारियों के सामने आ गए। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में यह सब हो रहा है। 26 अप्रैल को ही यहां से कुछ दूरी पर दिनदहाड़े एक लड़के को गोली मार दी गई थी। उसके बाद आज एक और हत्या कर दी गई। इतने शॉर्ट टाइम में दूसरी घटना हो गई। व्यापारियों ने कहा- भाजपा के शासनकाल में व्यापारी सुरक्षित नहीं है। ऐसा तो सपा के शासनकाल में होता था। चौराहे पर पुलिस फोर्स नहीं थी, वरना क्या ये वारदात होती। 10 दिन पहले दबंगों ने गाड़ी खड़ी कर दी थी। चौकी इंचार्ज को बताया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। चौकी इंचार्ज पदम प्राइड लाइन हाजिर
सिकंदरा थाने की पदम प्राइड चौकी क्षेत्र में लूट-हत्या की वारदात को पुलिस आयुक्त दीपक कुमार ने गंभीरता से लिया है। शुरुआती जांच में चौकी प्रभारी सुमित मलिक की लापरवाही उजागर हुई है। पुलिस आयुक्त के निर्देश पर डीसीपी सिटी सोनम कुमार ने चौकी इंचार्ज को लाइन हाजिर किया है। उसके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश भी दिए गए हैं। …………………….. यह पढ़े : आगरा में दिनदहाड़े ज्वेलर्स की गोली मारकर हत्या:गन पॉइंट पर शोरूम लूटा, मालिक भिड़ा तो सीने पर गोली मारी, देखिए लुटेरों की पहली तस्वीर आगरा में लुटेरों ने ज्वेलर्स की गोली मारकर हत्या कर दी। बाइक से दो युवक आए, शोरूम के अंदर घुसे। स्टाफ से पूछा- यहां का मालिक कहां है? इसके बाद बैग निकाला। शोरूम में काम कर रही महिला कर्मचारी को गन पॉइंट पर ले लिया। दुकान में रखी ज्वेलरी और पैसे भरे। बोले- मेरे नीचे जाने तक शांत रहना…वरना जान से मार दूंगा। लुटेरे जैसे ही सीढ़ी से नीचे उतरे, शोरूम मालिक आ गए और बदमाशों को पकड़ लिया। पढ़िए पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
आगरा में ज्वेलर की हत्या, 10 लाख लूट की आंखों-देखी:सेल्सगर्ल ने कहा- बदमाश शातिर थे, एक जेवर बटोरता रहा, दूसरा मूवमेंट देखता रहा
