‘हम भाई के सिर पर सेहरा बांधने की तैयारी कर रही थीं। पुलिस वालों ने हमारे भाई को ही मार डाला। हम 6 बहनें हैं, पुलिस वालों ने हमें अनाथ कर दिया।’ यह कहना है सलमान की छोटी बहन अमरीन का। वह रोते हुए कहती हैं- हमारी कोई सुनने वाला नहीं। हम हाथ जोड़कर इंसाफ चाहते हैं। सलमान के पिता कहते हैं- हम मुस्लिम हैं, इसलिए हमारे बेटे को मार डाला। पुलिस ने शिकायत तक बदलवा दी। दरअसल, बरेली के भुता इलाके में रहने वाले सलमान पर एक लड़की को भगाने का आरोप था। लड़की 40Km दूर क्योलड़िया इलाके के सतमन गांव की रहने वाली है। 26 अप्रैल को पुलिस ने सलमान की पिटाई की थी। इससे परेशान होकर उसने 1 मई को सुसाइड कर लिया। इस घटना के बाद SSP ने नवाबपुरा चौकी प्रभारी राजकुमार सिंह को सस्पेंड कर दिया गया। दैनिक भास्कर ऐप टीम ने भुता के गांव म्यूड़ी खुर्द परिवार का दर्द बांटने पहुंची। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… लोग बोले- पुलिस उसे धमकाती थी, तुझे काला पानी भेजेंगे
गांव में सलमान (18) की मौत होने के बाद दहशत का माहौल दिखा। लोगों ने डर भी था और पुलिस को लेकर गुस्सा भी। लोगों के बीच चर्चा चल रही थी कि लड़के का दोष सिर्फ इतना था कि उसकी कॉल रिकॉर्डिंग में लड़की का नंबर आ रहा था। लोगों ने बताया कि पुलिस ने उसे इतनी बेरहमी से पीटा कि उसके पूरे शरीर पर चोटों के निशान पड़ गए थे। पूरा शरीर नीला पड़ गया था। थाने में पिछले 10 दिनों से सलमान को रोज पीटा जाता था। 1 मई को भी पुलिस ने उसे थाने बुलाया था। सलमान कह रहा था कि मुझे धमकाते थे, तुझे काला पानी भेज देंगे, तेरी खाल खींच लेंगे, जेल भेज देंगे। इसलिए सलमान डर गया। उसे लग रहा होगा कि शायद पुलिस उसे फिर से मारेगी और जेल भी भेज देगी। इसीलिए परेशान होकर सुसाइड कर लिया। पिता बोले- मेरा बेटा बेकसूर, पुलिस ने मार दिया
सलमान के पिता अशफाक ने कहा- मेरा बेटा बेकसूर था। फिर भी पुलिस वाले उसे परेशान कर रहे थे। उसे इतना मारा कि उसकी खाल तक खींच ली। मेरा बेटा कहता रहा कि मैं उस लड़की के बारे में नहीं जानता। फिर भी पुलिस वालों ने कहा कि इसकी हड्डियां तोड़ देंगे। मैं भी अपने बेटे को लेकर डरा हुआ था। मैंने दरोगा को 2 बार रिश्वत दी। पहली बार- 6500 रुपए दिए। दूसरी बार- 50 हजार रुपए दिए। इसके लिए मुझे उधार लेना पड़ा। लेकिन, कोई सुनने वाला नहीं था। पैसे लेने के बाद भी वो लोग मेरे बच्चे को परेशान करते रहे। दफनाने के लिए भी मुझे उधार लेना पड़ा
पिता ने बताया- बेटे के सुपुर्द-ए-खाक (अंतिम संस्कार) करने के लिए मैने रिश्तेदारों से उधार रुपए लिए। तब जाकर मैंने उसको सुपुर्द-ए-खाक किया। वो हमारे बुढ़ापे का सहारा था। सिलाई करके घर का गुजारा करता था। उसके ऊपर 8 भाई-बहनों और मां बाप की जिम्मेदारी थी। सलमान के 6 बहनें और दो भाई हैं। बेटा कहता था, पुलिस वाले बहुत मारते हैं
हमने घर में मौजूद मां मेहरून निशा से बात की। पूछा- बेटा आपसे क्या कहता था? वह कहती हैं- सलमान मेरे कलेजे का टुकड़ा था। वो मुझे बहुत प्यार करता था। वो कह रहा था मां पुलिस वाले मुझे बहुत मारते है। मैं बहुत परेशान हो गया हूं। पुलिस ने मेरी जिंदगी खराब कर दी है। मुझे जेल भेजने की धमकी दे रहे हैं। मां, मुझे इन पुलिस वालों से बचा लो। ये कहते-कहते सलमान की मां बेहोश हो गई। उन्हें सलमान की बहनें संभालती रहीं। उनका भी रो-रोकर बुरा हाल था। बहनें कहती हैं- अब हमारा क्या होगा? मेरा भाई ही हमारा सहारा था। नहीं पता, अब क्या होगा? अब पूरा मामला समझिए… जयपुर से जनवरी में वापस आया था सलमान
भुता का रहने वाला सलमान जयपुर काम करता था। वह जनवरी में घर आया था। सलमान के पिता अशफाक ने बताया- क्योलड़िया थाने के इंस्पेक्टर क्राइम श्रवण कुमार ने बेटे को 26 अप्रैल को थाने बुलाया था। पूछताछ के लिए अंदर ले जाकर पीटा। जिस वक्त इंस्पेक्टर बेटे को पीट रहे थे, उस समय थाना प्रभारी जितेंद्र कुमार भी मौजूद थे। उन्होंने भी बेटे को धमकाया। प्रधान के साथ मैं थाने गया, तो उसे पुलिस ने छोड़ दिया। बेटे की पीठ और कंधे काले निशान पड़ गए थे। पिटाई के गहरे जख्म दिख रहे थे। 3 दिन तक बेटा गुमसुम रहा। 1 मई की शाम फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। अशफाक ने कहा- लड़की के घरवाले भी आकर धमकाते थे। लड़की को बरामद कराने का दबाव बनाते थे। जबकि, मेरा बेटा लड़की को भगा कर नहीं ले गया था। वह लड़की क्योलड़िया थाना के एक गांव में रहती है। उनके घरवालों ने थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी। 4 महीने बाद भी लड़की का कोई सुराग नहीं मिला, तो मामले की जांच क्योलड़िया थाने के इंस्पेक्टर क्राइम श्रवण कुमार को दी गई थी। युवक की मौत के बाद ग्रामीण और परिजनों ने हंगामा कर दिया। पुलिस पर हत्या का आरोप लगाकर कार्रवाई की मांग करने लगे। अब पुलिस के अधिकारियों की बात पढ़िए… SP बोले- इंस्पेक्टर पर लगे आरोपों की जांच हो रही
SP नार्थ मुकेश मिश्र ने बताया- नाबालिग लड़की के गायब होने के बाद जब उसके नंबर की CDR निकाली गई, तो उसमें सलमान का नंबर मिला था। वह अलग-अलग नंबरों से लड़की से बात करता था। इसी बारे में पूछताछ के लिए उसे 27 अप्रैल को परिवार के साथ थाने बुलाया गया था। इंस्पेक्टर पर लगे आरोपों की जांच कराई जाएगी। जांच में देरी और लापरवाही के आरोपों में 1 मई की देर रात नवाबपुरा चौकी प्रभारी राजकुमार सिंह को सस्पेंड कर दिया गया। वहीं, CO संदीप सिंह ने बताया कि सलमान के साथ थाने में मारपीट नहीं की गई। उसके शरीर पर जो निशान हैं, वो सुसाइड के बाद बॉडी पर आ जाते हैं। इस मामले में लड़की पक्ष पर मुकदमा दर्ज किया गया है। ……………………. यह भी पढ़ें : आगरा में दिनदहाड़े ज्वेलर्स की गोली मारकर हत्या:गन पॉइंट पर शोरूम लूटा, मालिक भिड़ा तो सीने पर गोली मारी, देखिए लुटेरों की पहली तस्वीर आगरा में लुटेरों ने ज्वेलर्स की गोली मारकर हत्या कर दी। बाइक से दो युवक आए, शोरूम के अंदर घुसे। स्टाफ से पूछा- यहां का मालिक कहां है? इसके बाद बैग निकाला। शोरूम में काम कर रही महिला कर्मचारी को गन पॉइंट पर ले लिया। दुकान में रखी ज्वेलरी और पैसे भरे। बोले- मेरे नीचे जाने तक शांत रहना…वरना जान से मार दूंगा। लुटेरे जैसे ही सीढ़ी से नीचे उतरे, शोरूम मालिक आ गए और बदमाशों को पकड़ लिया। पढ़िए पूरी खबर… ‘हम भाई के सिर पर सेहरा बांधने की तैयारी कर रही थीं। पुलिस वालों ने हमारे भाई को ही मार डाला। हम 6 बहनें हैं, पुलिस वालों ने हमें अनाथ कर दिया।’ यह कहना है सलमान की छोटी बहन अमरीन का। वह रोते हुए कहती हैं- हमारी कोई सुनने वाला नहीं। हम हाथ जोड़कर इंसाफ चाहते हैं। सलमान के पिता कहते हैं- हम मुस्लिम हैं, इसलिए हमारे बेटे को मार डाला। पुलिस ने शिकायत तक बदलवा दी। दरअसल, बरेली के भुता इलाके में रहने वाले सलमान पर एक लड़की को भगाने का आरोप था। लड़की 40Km दूर क्योलड़िया इलाके के सतमन गांव की रहने वाली है। 26 अप्रैल को पुलिस ने सलमान की पिटाई की थी। इससे परेशान होकर उसने 1 मई को सुसाइड कर लिया। इस घटना के बाद SSP ने नवाबपुरा चौकी प्रभारी राजकुमार सिंह को सस्पेंड कर दिया गया। दैनिक भास्कर ऐप टीम ने भुता के गांव म्यूड़ी खुर्द परिवार का दर्द बांटने पहुंची। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… लोग बोले- पुलिस उसे धमकाती थी, तुझे काला पानी भेजेंगे
गांव में सलमान (18) की मौत होने के बाद दहशत का माहौल दिखा। लोगों ने डर भी था और पुलिस को लेकर गुस्सा भी। लोगों के बीच चर्चा चल रही थी कि लड़के का दोष सिर्फ इतना था कि उसकी कॉल रिकॉर्डिंग में लड़की का नंबर आ रहा था। लोगों ने बताया कि पुलिस ने उसे इतनी बेरहमी से पीटा कि उसके पूरे शरीर पर चोटों के निशान पड़ गए थे। पूरा शरीर नीला पड़ गया था। थाने में पिछले 10 दिनों से सलमान को रोज पीटा जाता था। 1 मई को भी पुलिस ने उसे थाने बुलाया था। सलमान कह रहा था कि मुझे धमकाते थे, तुझे काला पानी भेज देंगे, तेरी खाल खींच लेंगे, जेल भेज देंगे। इसलिए सलमान डर गया। उसे लग रहा होगा कि शायद पुलिस उसे फिर से मारेगी और जेल भी भेज देगी। इसीलिए परेशान होकर सुसाइड कर लिया। पिता बोले- मेरा बेटा बेकसूर, पुलिस ने मार दिया
सलमान के पिता अशफाक ने कहा- मेरा बेटा बेकसूर था। फिर भी पुलिस वाले उसे परेशान कर रहे थे। उसे इतना मारा कि उसकी खाल तक खींच ली। मेरा बेटा कहता रहा कि मैं उस लड़की के बारे में नहीं जानता। फिर भी पुलिस वालों ने कहा कि इसकी हड्डियां तोड़ देंगे। मैं भी अपने बेटे को लेकर डरा हुआ था। मैंने दरोगा को 2 बार रिश्वत दी। पहली बार- 6500 रुपए दिए। दूसरी बार- 50 हजार रुपए दिए। इसके लिए मुझे उधार लेना पड़ा। लेकिन, कोई सुनने वाला नहीं था। पैसे लेने के बाद भी वो लोग मेरे बच्चे को परेशान करते रहे। दफनाने के लिए भी मुझे उधार लेना पड़ा
पिता ने बताया- बेटे के सुपुर्द-ए-खाक (अंतिम संस्कार) करने के लिए मैने रिश्तेदारों से उधार रुपए लिए। तब जाकर मैंने उसको सुपुर्द-ए-खाक किया। वो हमारे बुढ़ापे का सहारा था। सिलाई करके घर का गुजारा करता था। उसके ऊपर 8 भाई-बहनों और मां बाप की जिम्मेदारी थी। सलमान के 6 बहनें और दो भाई हैं। बेटा कहता था, पुलिस वाले बहुत मारते हैं
हमने घर में मौजूद मां मेहरून निशा से बात की। पूछा- बेटा आपसे क्या कहता था? वह कहती हैं- सलमान मेरे कलेजे का टुकड़ा था। वो मुझे बहुत प्यार करता था। वो कह रहा था मां पुलिस वाले मुझे बहुत मारते है। मैं बहुत परेशान हो गया हूं। पुलिस ने मेरी जिंदगी खराब कर दी है। मुझे जेल भेजने की धमकी दे रहे हैं। मां, मुझे इन पुलिस वालों से बचा लो। ये कहते-कहते सलमान की मां बेहोश हो गई। उन्हें सलमान की बहनें संभालती रहीं। उनका भी रो-रोकर बुरा हाल था। बहनें कहती हैं- अब हमारा क्या होगा? मेरा भाई ही हमारा सहारा था। नहीं पता, अब क्या होगा? अब पूरा मामला समझिए… जयपुर से जनवरी में वापस आया था सलमान
भुता का रहने वाला सलमान जयपुर काम करता था। वह जनवरी में घर आया था। सलमान के पिता अशफाक ने बताया- क्योलड़िया थाने के इंस्पेक्टर क्राइम श्रवण कुमार ने बेटे को 26 अप्रैल को थाने बुलाया था। पूछताछ के लिए अंदर ले जाकर पीटा। जिस वक्त इंस्पेक्टर बेटे को पीट रहे थे, उस समय थाना प्रभारी जितेंद्र कुमार भी मौजूद थे। उन्होंने भी बेटे को धमकाया। प्रधान के साथ मैं थाने गया, तो उसे पुलिस ने छोड़ दिया। बेटे की पीठ और कंधे काले निशान पड़ गए थे। पिटाई के गहरे जख्म दिख रहे थे। 3 दिन तक बेटा गुमसुम रहा। 1 मई की शाम फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। अशफाक ने कहा- लड़की के घरवाले भी आकर धमकाते थे। लड़की को बरामद कराने का दबाव बनाते थे। जबकि, मेरा बेटा लड़की को भगा कर नहीं ले गया था। वह लड़की क्योलड़िया थाना के एक गांव में रहती है। उनके घरवालों ने थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी। 4 महीने बाद भी लड़की का कोई सुराग नहीं मिला, तो मामले की जांच क्योलड़िया थाने के इंस्पेक्टर क्राइम श्रवण कुमार को दी गई थी। युवक की मौत के बाद ग्रामीण और परिजनों ने हंगामा कर दिया। पुलिस पर हत्या का आरोप लगाकर कार्रवाई की मांग करने लगे। अब पुलिस के अधिकारियों की बात पढ़िए… SP बोले- इंस्पेक्टर पर लगे आरोपों की जांच हो रही
SP नार्थ मुकेश मिश्र ने बताया- नाबालिग लड़की के गायब होने के बाद जब उसके नंबर की CDR निकाली गई, तो उसमें सलमान का नंबर मिला था। वह अलग-अलग नंबरों से लड़की से बात करता था। इसी बारे में पूछताछ के लिए उसे 27 अप्रैल को परिवार के साथ थाने बुलाया गया था। इंस्पेक्टर पर लगे आरोपों की जांच कराई जाएगी। जांच में देरी और लापरवाही के आरोपों में 1 मई की देर रात नवाबपुरा चौकी प्रभारी राजकुमार सिंह को सस्पेंड कर दिया गया। वहीं, CO संदीप सिंह ने बताया कि सलमान के साथ थाने में मारपीट नहीं की गई। उसके शरीर पर जो निशान हैं, वो सुसाइड के बाद बॉडी पर आ जाते हैं। इस मामले में लड़की पक्ष पर मुकदमा दर्ज किया गया है। ……………………. यह भी पढ़ें : आगरा में दिनदहाड़े ज्वेलर्स की गोली मारकर हत्या:गन पॉइंट पर शोरूम लूटा, मालिक भिड़ा तो सीने पर गोली मारी, देखिए लुटेरों की पहली तस्वीर आगरा में लुटेरों ने ज्वेलर्स की गोली मारकर हत्या कर दी। बाइक से दो युवक आए, शोरूम के अंदर घुसे। स्टाफ से पूछा- यहां का मालिक कहां है? इसके बाद बैग निकाला। शोरूम में काम कर रही महिला कर्मचारी को गन पॉइंट पर ले लिया। दुकान में रखी ज्वेलरी और पैसे भरे। बोले- मेरे नीचे जाने तक शांत रहना…वरना जान से मार दूंगा। लुटेरे जैसे ही सीढ़ी से नीचे उतरे, शोरूम मालिक आ गए और बदमाशों को पकड़ लिया। पढ़िए पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
हम मुस्लिम हैं, इसलिए हमारे बेटे को मार डाला:बरेली में पिता ने कहा- रोज थाने बुलाकर पीटते, धमकी देते- काला पानी भेज देंगे
