आगरा में मोहर्रम जुलूस के दौरान फिलिस्तीन का झंडा फहराने का मामला सामने आया है। साथ ही युवकों ने आपत्तिजनक टिप्पणी भी की। बता दें कि दो दिन में दो ऐसे वीडियो सामने आ चुके हैं। पहला धनौती और दूसरा फतेहर सीकरी का। वीडियो में कुछ युवक झंडा लहराते हुए दिखाई दे रहे हैं। पुलिस ने स्वत: संज्ञान लेकर FIR दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। धनौती में एक के हाथ में फिलिस्तीन का झंडा लहराते हुए जा रहा था। रोड पर लगे सीसीटीवी कैमरा में फिलिस्तीन के झंडे लहराते हुए युवक कैद हो गए। यह वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो गया। मलपुरा पुलिस ने वीडियो के आधार पर आनन-फानन में मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। एसीपी सैया देवेश सिंह ने बताया है कि आरोपियों की तलाश की जा रही है। कुछ लोगों को पूछताछ के लिए उठाया भी गया है। एक दिन पहले भी वायरल हुआ था वीडियो आगरा के फतेहपुर सीकरी में मोहर्रम के जुलूस के दौरान ‘फिलिस्तीन जिंदाबाद’ के नारे लगे। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। पुलिस ने वीडियो का संज्ञान लेते हुए 7 युवकों को चिह्नित किया। देर रात इन युवकों को अरेस्ट कर लिया गया। बुधवार शाम 6.30 बजे बुलंद दरवाजा के पास स्थित बस्ती के युवक ताजिए लेकर तेहरा गेट कर्बला जा रहे थे। मुख्य बाजार में पहुंचते ही युवक रुक जाते हैं। पहले या हुसैन के नारे लगाते हैं। फिर इसी बीच फिलिस्तीन जिंदाबाद के नारे लगाए। कुछ सेकेंड तक फिलिस्तीन जिंदाबाद का नारे लगाते-लगाते युवक आगे बढ़ जाते हैं। 1.05 मिनट का यह वीडियो देर रात सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। आगरा में मोहर्रम जुलूस के दौरान फिलिस्तीन का झंडा फहराने का मामला सामने आया है। साथ ही युवकों ने आपत्तिजनक टिप्पणी भी की। बता दें कि दो दिन में दो ऐसे वीडियो सामने आ चुके हैं। पहला धनौती और दूसरा फतेहर सीकरी का। वीडियो में कुछ युवक झंडा लहराते हुए दिखाई दे रहे हैं। पुलिस ने स्वत: संज्ञान लेकर FIR दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। धनौती में एक के हाथ में फिलिस्तीन का झंडा लहराते हुए जा रहा था। रोड पर लगे सीसीटीवी कैमरा में फिलिस्तीन के झंडे लहराते हुए युवक कैद हो गए। यह वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो गया। मलपुरा पुलिस ने वीडियो के आधार पर आनन-फानन में मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। एसीपी सैया देवेश सिंह ने बताया है कि आरोपियों की तलाश की जा रही है। कुछ लोगों को पूछताछ के लिए उठाया भी गया है। एक दिन पहले भी वायरल हुआ था वीडियो आगरा के फतेहपुर सीकरी में मोहर्रम के जुलूस के दौरान ‘फिलिस्तीन जिंदाबाद’ के नारे लगे। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। पुलिस ने वीडियो का संज्ञान लेते हुए 7 युवकों को चिह्नित किया। देर रात इन युवकों को अरेस्ट कर लिया गया। बुधवार शाम 6.30 बजे बुलंद दरवाजा के पास स्थित बस्ती के युवक ताजिए लेकर तेहरा गेट कर्बला जा रहे थे। मुख्य बाजार में पहुंचते ही युवक रुक जाते हैं। पहले या हुसैन के नारे लगाते हैं। फिर इसी बीच फिलिस्तीन जिंदाबाद के नारे लगाए। कुछ सेकेंड तक फिलिस्तीन जिंदाबाद का नारे लगाते-लगाते युवक आगे बढ़ जाते हैं। 1.05 मिनट का यह वीडियो देर रात सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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दिल्ली एम्स के सॉफ्टवेयर से अब दूर बैठकर भी हो सकेगा इन बीमारियों का इलाज, जानें पूरी डिटेल
दिल्ली एम्स के सॉफ्टवेयर से अब दूर बैठकर भी हो सकेगा इन बीमारियों का इलाज, जानें पूरी डिटेल <p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi News:</strong> राजधानी दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ने एक ऐसा सॉफ्टवेयर विकसित किया है, जिसकी सहायता से डायबिटीज के इलाज को और भी बेहतर और गुणवत्तापूर्ण तरीके से किया जा सकेगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस सॉफ्टवेयर की सहायता से दूरदराज के इलाकों और छोटे स्वास्थ्य केंद्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाया जा सकेगा. इसके माध्यम से डायबिटीज के कारण होने वाली आंख, किडनी और तंत्रिका तत्रों की बीमारियों को नियंत्रित किया जा सकेगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”>एम्स के एंडोक्रिनोलॉजी डिपार्टमेंट के प्रमुख डॉ. निखिल टंडन ने बताया कि सेंटर फार कार्डियोवस्कुलर रिस्क रिडक्शन इन साउथ एशिया (सीएआरआरएस) के तहत टाइप टू डायबिटीज के मरीजों को शामिल कर 10 वर्षों तक अध्ययन किया गया. उन्होंने कहा, सॉफ्टवेयर को कंप्यूटर दक्षता वाला कोई भी व्यक्ति ऑपरेट कर सकता है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सॉफ्टवेयर बता देगा कि मरीज को कितनी मात्रा में कौन सी दवा दी जानी चाहिए</strong><br />मरीज की जांच में ब्लड प्रेशर या डायबिटीज पाये जाने पर उसके अनुपात को साफ्टवेयर पर डालते ही, यह सॉफ्टवेयर बता देगा कि मरीज को कितनी मात्रा में कौन सी दवा दी जानी चाहिए और अगर कोई मरीज पहले से दवा का सेवन कर रहे हैं, तो इससे यह भी पता चल जाएगा कि क्या उनके डोज को बढ़ाने या घटाने की जरूरत है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>जिसके बाद डॉक्टर को मरीज की बीमारी की हिस्ट्री जानने में ज्यादा समय नहीं लगेगा और उन्हें सिर्फ उपचार संबंधी सलाह देने की जरूरत होगी. उन्होंने बताया कि वर्तमान में पंजाब में नर्स के जरिये ऐसे सीडीएसएस का संचालन किया जा रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>हार्ट की समस्याओं में भी लायी जा सकती है 28 प्रतिशत तक की कमी</strong><br />डॉ. टंडन ने कहा कि अध्ययन में टाइप 2 डायबिटीज वाले 1146 रोगियों को शामिल किया गया था. जिसमें पाया गया कि इस तकनीक की मदद से डायबिटीज की वजह से होने वाली किडनी, आंख और तंत्रिका तंत्रों की गंभीर बीमारियों को 32 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है. यही नहीं, इसकी सहायता से ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल को भी नियंत्रित किया जा सकता है. वहीं, इससे हार्ट की समस्याओं में भी 28 प्रतिशत तक की कमी लायी जा सकती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>देश में डायबिटीज की जांच, इलाज और प्रबंधन में कई स्तर पर कमियां</strong><br />उन्होंने कहा कि देश में डायबिटीज की जांच, इलाज और प्रबंधन में कई स्तर पर कमियां हैं. 50 प्रतिशत लोगों को अपनी बीमारी के बारे में पता ही नहीं होता है, इनमें 50 प्रतिशत ऐसे होते हैं, जो इलाज भी नहीं करवाते हैं. जबकि इलाज करवाने वाले कई मरीज बीच में ही दवा खाना छोड़ देते हैं. ऐसे में कई बार जब मरीज डॉक्टर के पास जाते हैं, तो डॉक्टर का काफी समय मरीज की जानकारी, मरीज की बीमारी का इतिहास, उनकी जांच रिपोर्ट आदि पता करने में ही निकल जाता है, नतीजन सही समय पर मरीज को सही सलाह नहीं मिल पाती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>वहीं, दूसरे डॉक्टर से कंसल्ट करने पर मरीज का इलाज और जांच फिर नए सिरे से शुरू होता है. मरीजों की इन्हीं समस्याओं को दूर करने के लिए सीडीएसएस लाया गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>10 वर्षो तक किया गया अध्ययन</strong><br />डॉ. निखिल टंडन ने बताया कि यह अध्ययन 2011 जनवरी में शुरू हुआ और सितंबर 2019 में पूरा हुआ. दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद, चेन्नई, गोवा समेत 10 शहरों के मरीजों को अध्ययन में शामिल किया गया. जिसमें आधे अपने पुराने तरीके से इलाज पर थे और आधे को इस तकनीक के जरिये उपचार दिया गया. साढ़े छह साल तक इनका फालोअप किया गया. जिसमें पाया गया कि मरीज का शुगर का स्तर, ब्लड प्रेशर और एलडीएल कोलेस्ट्रॉल नियंत्रण में रहा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ताकि मिल सके हर तरह की स्थिति में मरीज के लिए बेहतर सुझाव</strong><br />डॉ. टंडन ने बताया कि यह साउथ एशिया का पहला इतना लंबा शोध अध्ययन है. उन्होंने बताया कि, पहले एक निजी कंपनी की मदद से सीडीएसएस तैयार किया. इसमें दो हजार से भी ज्यादा संभावनाओं को फीड किया गया एवं उसके अनुसार तैयार किए गए सुझाव अपलोड किए गए, ताकि हर तरह की स्थिति में मरीज के लिए बेहतर सुझाव उपलब्ध हो.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा संचालित एनसीडी के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम में पहले से ही एक कार्यात्मक पोर्टल है, जो इलेक्ट्रॉनिक स्वास्थ्य रिकॉर्ड कार्यक्षमता प्रदान करता है. इस पोर्टल में सीडीएसएस को एकीकृत करने से राष्ट्रीय कार्यक्रम के प्रभाव में महत्वपूर्ण लाभ मिलेगा और डायबिटीज एवं ब्लड प्रेशर के संकट को कम किया जा सकेगा. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम में इसे शामिल कर लिया गया है, और भविष्य में इसे राज्यों में लागू करने में हर प्रकार की मदद की जाएगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”‘राज्यों का हक मारा, हमारे साथ…’, बजट पर इंडिया गठबंधन की बैठक के बाद बोले संजय सिंह” href=”https://www.abplive.com/states/delhi-ncr/union-budget-2024-india-aap-mp-sanjay-singh-india-alliance-sanjay-singh-accused-center-of-discrimination-2744307″ target=”_self”>’राज्यों का हक मारा, हमारे साथ…’, बजट पर इंडिया गठबंधन की बैठक के बाद बोले संजय सिंह</a></strong></p>
सपा कुत्ते को पट्टा पहना देगी, वो भी जीत जाएगा…:ऐसा कहने वाले सपा प्रत्याशी की जमानत जब्त; 60% मुस्लिम वाले कुंदरकी को BJP ने कैसे जीता
सपा कुत्ते को पट्टा पहना देगी, वो भी जीत जाएगा…:ऐसा कहने वाले सपा प्रत्याशी की जमानत जब्त; 60% मुस्लिम वाले कुंदरकी को BJP ने कैसे जीता ‘यहां कुंदरकी में भाजपा का है क्या? ये तो सपा की सीट है। सपा यहां कुत्ते के गले में भी पट्टा डाल देगी, तो वो भी जीत जाएगा।’ इस तरह के बड़े-बड़े दावे करने वाले सपा प्रत्याशी हाजी मोहम्मद रिजवान अपनी जमानत तक नहीं बचा सके। भाजपा ने सपा के इस ओवर-कॉन्फिडेंस का फायदा उठाया। भाजपा प्रत्याशी ठाकुर रामवीर सिंह ने मुस्लिम मतदाताओं के बीच जालीदार मुस्लिम टोपी पहनकर पूरे चुनाव का रुख बदल दिया। 60 फीसदी से ज्यादा मुस्लिम वोटर वाली मुरादाबाद की इस सीट को भाजपा ने रिकॉर्ड 1 लाख 43 हजार 465 वोटों से जीता। भाजपा यहां 31 साल बाद जीती है। यह वो सीट है, जिसे भाजपा संगठन खुद भी वोटिंग वाले दिन के पहले तक हारी हुई सीटों में शुमार कर रहा था। इस सीट पर अब तक कुल 16 बार चुनाव हुए हैं। 1993 में यहां भाजपा के राजा चंद्र विजय सिंह उर्फ बेबी राजा ने जीत दर्ज की थी। आज 31 साल बाद यहां फिर से कमल खिला। भाजपा की इस सीट पर यह दूसरी जीत है। सपा की पारंपरिक सीट कुंदरकी पर BJP ने कैसे सेंध लगाई, BJP कैंडिडेट ने क्या स्ट्रैटजी अपनाई, CM और डिप्टी CM के कौन से डायलॉग विनिंग शॉट साबित हुए, दैनिक भास्कर ने डिटेल में जाना… कुंदरकी में BJP का सीक्रेट प्लान क्या रहा, 8 पॉइंट में पढ़िए… 1. जालीदार टोपी पहन मुस्लिम वोटर में सेंधमारी की
भाजपा प्रत्याशी ठाकुर रामवीर सिंह मुस्लिमों में अच्छी पकड़ है। पिछले चुनावों में भी उन्हें मुस्लिमों का वोट मिलता रहा है। भाजपा सरकार में उन्होंने मुस्लिमों के लिए खूब काम कराए। इसी नाते मुस्लिमों का उनसे व्यक्तिगत जुड़ाव है। प्रचार के दौरान रामवीर ने मुस्लिम मतदाताओं के बीच जालीदार मुस्लिम टोपी पहनकर पूरे चुनाव का रुख बदल दिया। यह पॉलिटिकल स्टंट खूब चर्चा में रहा। 2. तुर्क बहुल सीट पर शेखजादा बिरादरी और पठानों को साधा
कुंदरकी में कुल 60% मुस्लिम वोटर हैं। इनमें से भी 80 हजार तुर्क हैं। यही वजह है कि सपा और बसपा हमेशा से ही तुर्क प्रत्याशी यहां उतारती रही हैं। पिछले 3 दशक में यहां सिर्फ तुर्क नेता ही चुनाव जीते। इनमें से 5 बार बसपा के पूर्व मंत्री हाजी अकबर, तीन बार सपा के हाजी मोहम्मद रिजवान और एक बार सपा के जियाउर्रहमान ने जीत दर्ज की। ये सभी तुर्क थे। भाजपा ने इस बात मुद्दा बनाया कि तुर्कों की तुलना में सपा-बसपा ने बाकी मुस्लिम बिरादरियों की अनदेखी की है। तुर्कों के बाद यहां सबसे अधिक शेखजादा वोटर हैं। शेखजादा वोटर्स की संख्या करीब 60 हजार है। सपा सरकार में इनकी उपेक्षा होती रही। रामवीर सिंह ने सबसे ज्यादा शेखजादा बिरादरी को भाजपा से जोड़ने पर काम किया। 3. सपा प्रत्याशी के बेटे की गुंडई से मुस्लिमों में नाराजगी
कुरैशी बिरादरी के 10 हजार लोग पोलिंग के दिन बहिष्कार करके बूथ पर ही नहीं गए। इसकी बड़ी वजह रही कुरैशी बिरादरी की सपा से नाराजगी। पूर्व सपा विधायक हाजी रिजवान के बेटे कल्लन से बड़ी संख्या में मुस्लिम नाराज थे। सपा सरकार में कल्लन ने शेखजादा और कुरैशी बिरादरी का जमकर उत्पीड़न किया। भाजपा ने इस नाराजगी को भांपकर कुरैशी बिरादरी के नेताओं को साधा। इनमें कई पूर्व सपा नेता भी हैं, जो अपनी बिरादरी के अपमान से आहत थे। चुनाव में उन्होंने इसका बदला लिया। इन्होंने भाजपा को वोट तो नहीं दिया, लेकिन सपा को भी इनका वोट नहीं मिला। इन्होंने चुनाव का बहिष्कार कर दिया, जबकि पठान बिरादरी अच्छी तादाद में भाजपा के साथ कनेक्ट हुई। 4. CM योगी का बयान…ईद भी धूमधाम से होगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कुंदरकी सीट को पर्सनली मॉनिटर कर रहे थे। उन्होंने कुंदरकी के लिए जो प्लान बनाए, उन्हें शत-प्रतिशत लागू कराया। चुनाव की घोषणा के ठीक पहले सीएम योगी ने यहां पहुंचकर 200 करोड़ से अधिक की विकास परियोजनाओं की सौगात दी। चुनाव प्रचार करने आए तो अपने चिर-परिचित कट्टर हिंदुत्व के एजेंडे से इतर सीएम योगी ने कहा- दिवाली हर्षोल्लास से मनाई गई है, ईद भी धूमधाम से मनाई जाएगी। योगी के इस बयान ने मुस्लिम वोटर्स में गहरा असर छोड़ा। भाजपा मुस्लिमों को इस बयान के जरिए ये समझाने में कामयाब रही कि भाजपा सरकार में किसी भी मुस्लिम का अहित नहीं होगा। 5. भाजपा को वोट दो, आपका बाल भी बांका नहीं होगा
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कुंदरकी में मुस्लिम सम्मेलन किया। वोटिंग से ऐन पहले हुए इस सम्मेलन में ब्रजेश पाठक ने मुस्लिमों से कहा- आप भाजपा को वोट दीजिए। मैं गारंटी देता हूं, आपका बाल भी बांका नहीं होगा। डिप्टी सीएम ने कहा था कि सपा ने आपको बिरियानी में तेजपत्ते की तरह हमेशा इस्तेमाल किया। आपको कभी सीएम नहीं बनाया, कोई बड़ा पद नहीं दिया। 6. सपा प्रत्याशी के बयानों ने मुस्लिमों को नाराज किया
सपा प्रत्याशी हाजी मोहम्मद रिजवान शुरू से ही ओवर-कॉन्फिडेंस में नजर आए। 60 फीसदी मुस्लिम वोट और कुंदरकी सीट के इतिहास को देखते हुए उन्हें लगता था कि यहां तो सपा ही जीतेगी। दरअसल, रिजवान इस बात को लेकर आश्वस्त थे कि मुसलमान किसी भी कीमत पर भाजपा को वोट नहीं देगा। इसी ओवर-कॉन्फिडेंस में उन्होंने एक के बाद एक मुस्लिमों को लेकर कई खराब बयान दिए। रिजवान के बयान ही मुस्लिम वोटों में विभाजन का बड़ा कारण बने। हाजी रिजवान ने कहा- यहां कुंदरकी में भाजपा का है क्या? ये तो सपा की सीट है। सपा यहां कुत्ते के गले में भी पट्टा डाल देगी, तो वो भी जीत जाएगा। रिजवान के इस बयान को मुस्लिमों ने अपनी तौहीन माना। भाजपा मुस्लिमों को ये समझाने में कामयाब रही कि सपा की नजर में उनके कुत्ते के पट्टे की अहमियत मुसलमानों से ज्यादा है। हाजी रिजवान ने अपने बयान से तुर्क वोटर्स को भी नाराज किया। उन्होंने कहा कि बसपा प्रत्याशी रफत उल्ला तो झोझे हैं। हम झोझों को तुर्क नहीं मानते। असली तुर्क मैं हूं, जबकि वो नकली तुर्क हैं। 7. प्रचार में बर्क नहीं नजर नहीं आए
मुरादाबाद मंडल को सपा का गढ़ माना जाता है। अकेले मुरादाबाद जिले की बात करें तो यहां सपा के 3 सांसद और 5 विधायक हैं। सपा सांसद रुचिवीरा, संभल के सांसद जियाउर्रहमान बर्क (जिनके इस्तीफे से कुंदरकी सीट खाली हुई), राज्यसभा सांसद जावेद अली के अलावा जिले में सपा के 5 विधायक हैं। पूरे चुनाव में ये नेता सिर्फ अखिलेश के मंच पर चेहरा दिखाते नजर आए। इसके बाद प्रचार में कोई खास मेहनत करते नहीं दिखे। सपा प्रत्याशी हाजी मोहम्मद रिजवान पूरे चुनाव में अलग-थलग दिखे। इसे सपा की आपसी फूट के साथ ही भाजपा की सीक्रेट प्लानिंग का हिस्सा भी माना जा सकता है। 8. लाल पर्ची का आरोप, लेकिन सपा साबित नहीं कर सकी
इस चुनाव में सपा ने लाल पर्ची के जरिए चुनावों में गड़बड़ी के आरोप लगाए। सपा प्रत्याशी हाजी मोहम्मद रिजवान ने कहा कि भाजपा ने अपने वोटर्स को लाल पर्ची जारी की है। प्रशासन सिर्फ लाल पर्ची वालों को ही बूथ तक जाने दे रहा। हालांकि, रिजवान न तो ऐसी कोई लाल पर्ची दिखा सके और न ही अपने आरोपों को साबित कर पाए। खास फैक्ट : सबसे ज्यादा मतदान, डंडा तक फटकारना नहीं पड़ा
कुंदरकी सीट पर यूपी उपचुनाव में सभी 9 सीटों में से सबसे ज्यादा मतदान हुआ था। यहां करीब 58% वोटिंग हुई। लेकिन, इस सीट पर पुलिस को डंडा तक फटकारने की नौबत नहीं आई। जबकि, उपचुनाव में कई सीटों पर पुलिस को पिस्टल लहराते और लाठीचार्ज करते देखा गया। यह भी अपने आप में एक रिकॉर्ड है। पिछले ढाई दशक में कुंदरकी में कोई ऐसा चुनाव नहीं हुआ था, जिसमें हिंसा न हुई हो। कुंदरकी सीट का रोचक फैक्ट ———————— यह खबर भी पढ़ें यूपी उपचुनाव-भास्कर का एग्जिट पोल 100% सही, सिर्फ हमने बताया था- BJP+ को 7 सीटें; हर सीट पर बिल्कुल सटीक नतीजे यूपी उपचुनाव के नतीजों की तस्वीर साफ हो चुकी है। सभी 9 सीटों पर भास्कर रिपोर्टर्स का एग्जिट पोल 100% सही रहा। एक-एक सीट पर हमारे रिपोर्टर ने जो एग्जिट पोल किया, नतीजे भी बिल्कुल वैसे ही रहे। एग्जिट पोल में हमने बताया था कि 9 में से 7 सीटें BJP+ को मिलेंगी। इनमें 6 पर भाजपा, एक सीट पर रालोद, जबकि 2 सीटें सपा जीतेगी। रिजल्ट में ऐसा ही हुआ। सपा सिर्फ 2 सीटें जीती। भाजपा ने 6 और उसकी सहयोगी रालोद ने मीरापुर में जीत दर्ज की। यूपी में सिर्फ दैनिक भास्कर ही था, जिसने एक-एक सीट पर एग्जिट पोल किया था। बाकी मीडिया हाउस ने सिर्फ कुल सीटों का आंकड़ा देकर एग्जिट पोल किया था। यहां पढ़ें पूरी खबर
फाजिल्का के विधायक सीढ़ियों से गिरकर घायल:विकास कार्यों की नींव रखने के लिए घर से निकले, पैर में लिगामेंट इंजरी
फाजिल्का के विधायक सीढ़ियों से गिरकर घायल:विकास कार्यों की नींव रखने के लिए घर से निकले, पैर में लिगामेंट इंजरी फाजिल्का से आम आदमी पार्टी के विधायक नरेंद्रपाल सवना को आज सुबह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना का सामना करना पड़ा। गांव में विकास कार्यों के नींव पत्थर रखने के लिए घर से निकलते समय वे सीढ़ियों से फिसल गए। पैर में चोट आने के कारण घायल हो गए। घटना के तुरंत बाद विधायक को फाजिल्का के सरकारी अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल में हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉक्टर निशांत सेतिया ने उनकी जांच की। जांच में पता चला कि विधायक के पैर में लिगामेंट इंजरी हुई है। डॉक्टरों ने उनके पैर का एक्स-रे करवाया और आवश्यक दवाएं देकर पट्टी बांधी। डॉक्टर सेतिया ने विधायक को पूर्ण स्वास्थ्य लाभ के लिए पांच दिन तक आराम करने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि पांच दिन बाद फॉलो-अप के लिए विधायक को फिर से अस्पताल आना होगा। चोट के बावजूद विधायक की स्थिति स्थिर बनी हुई है और उनका इलाज सही तरीके से चल रहा है।