आजमगढ़ DIG सीओ से बोले-पैसे लेते हो, शर्म नहीं आती:जमीर झांककर देखो; रक्षक बनकर आए, भक्षक बने बैठे हो, वर्दी खूंटी पर टांग दो

आजमगढ़ DIG सीओ से बोले-पैसे लेते हो, शर्म नहीं आती:जमीर झांककर देखो; रक्षक बनकर आए, भक्षक बने बैठे हो, वर्दी खूंटी पर टांग दो

आजमगढ़ मंडल के DIG बुधवार देर रात से बलिया में छापेमारी के बाद से कैंप किए हैं। शुक्रवार रात उन्होंने पुलिस अफसरों की बैठक बुलाई। DIG वैभव कृष्ण ने बलिया के एसपी विक्रांत वीर और पुलिस के आला अधिकारियों के साथ पहली ही बैठक में जमकर क्लास लगाई। कहा- अपनी जमीर झांककर देखो। रक्षक बनकर आए हो, भक्षक बने बैठे हो। बैरिया के सीओ उस्मान को फटकार लगाते हुए कहा- पैसा लेते आपको शर्म नहीं आती। खूंटी पर टांग दो अपनी वर्दी। आने वाली पीढ़ी को आप क्या देंगे। किस मुंह से आप लोग अपना आइना देख पाते हैं। आप सभी लोग समझदार हैं। सतर्क हो जाइए। कार्यप्रणाली में सुधार नहीं हुआ तो कार्रवाई चलती रहेगी। मैं किसी को भी छोड़ने वाला नहीं हूं। आप लोग अपनी कार्य प्रणाली में सुधार नहीं किए तो कार्रवाई चलती रहेगी और मैं तो कार्रवाई करके ही मानूंगा। DIG बोले- फरसा, यादव और शिकारी गैंग पर कार्रवाई करें
DIG ने कहा- बलिया पुलिस की कार्यप्रणाली के कारण आज किसी से निगाह नहीं मिल पा रही है। सभी थाना प्रभारी अपने क्षेत्र में जो नाबालिग फरसा गैंग, यादव गैंग और शिकारी गैंग चला रहे हैं। इन सभी पर कड़ी कार्रवाई करें। बलिया में बुधवार देर रात वाराणसी ADG पीयूष मोर्डिया और आजमगढ़ के DIG वैभव कृष्ण ने सिविल ड्रेस में नरही थाने में छापेमारी की। बड़ा भ्रष्टाचार सामने आया। सिलसिलेवार पढ़िए- बलिया में पुलिसवाले कर रहे थे अवैध वसूली
बलिया में यूपी-बिहार बॉर्डर पर पुलिसवाले ही पैसे लेकर शराब, मवेशी और बालू लदे ट्रकों को बॉर्डर पार कराते थे। इनपुट के आधार पर ADG वाराणसी पीयूष मोर्डिया ने STF टीम के साथ सिविल ड्रेस में छापा मारा। ADG बुधवार रात 12 बजे पहुंचे। उन्होंने 2 पुलिसकर्मियों सहित 18 लोगों को रंगे हाथों पकड़ लिया। इनमें 16 दलाल शामिल हैं। 7 पुलिसकर्मियों समेत 23 के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। थानाध्यक्ष नरही समेत 5 पुलिसकर्मी मौके से फरार हो गए। ADG ने तत्काल एक्शन लेते हुए कोरंटाडीह चौकी के सभी 6 पुलिसकर्मियों और थानाध्यक्ष नरही पन्ने लाल को सस्पेंड कर दिया। इनके खिलाफ वहीं एफआईआर दर्ज हुई, जहां से ड्यूटी करते थे। पूरा मामला भरौली बिहार-यूपी बॉर्डर का है। जहां से रोजाना 1000 ट्रक गुजरते हैं, वहां वसूली
डीआईजी आजमगढ़ वैभव कृष्ण ने बताया- इस एंट्री-एग्जिट पाॅइंट से रोजाना रात में 1000 ट्रक गुजरते हैं। पुलिस वाले हर ट्रक से 500 रुपए की वसूली करते थे। हर रोज करीब 5 लाख की वसूली थी। मामले पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा- ये अपराध के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस’ का भंडाफोड़ है। DIG ने पहले रेकी की, फिर रेड डाली
डीआईजी आजमगढ़ वैभव कृष्ण ने बताया- कुछ समय से हमें सूचना मिल रही थी कि नरही क्षेत्र के भरौली तिराहे पर यूपी-बिहार के एंट्री-एग्जिट पॉइंट पर ट्रकों से अवैध वसूली चल रही है। इसके बाद एडीजी जोन वाराणसी और मैंने सिविल ड्रेस में यहां की रेकी की। इसके बाद अच्छे से प्लान करके बुधवार देर रात रेड डाली गई। वैभव कृष्ण ने बताया- अधिकारियों की टीम जब भरौली तिराहे पर पहुंची तो वहां 2 पुलिसकर्मी अवैध वसूली कर रहे थे। टीम ने उन्हें हिरासत में लिया। 5 पुलिसकर्मी मौके से फरार हो गए। टीम को देखते ही भागे पुलिसकर्मी
इसके बाद टीम भरौली तिराहे के आगे कोरंटाडीह चौकी पर पहुंची। चौकी के पुलिसकर्मी भी यहां अवैध वसूली कर रहे थे। यहां से एसटीएफ की टीम ने एक सिपाही और एक स्थानीय युवक को गिरफ्तार किया है। जबकि कुछ पुलिसकर्मी फरार हो गए। STF की टीम ने कुल मिलाकर 16 दलालों और 2 पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया है। टीम ने पुलिसकर्मियों से 37500 रुपए और 14 बाइक बरामद की। गुरुवार सुबह सभी आरोपियों को बॉर्डर से कैदी वाहन में नरही थाने पर लाया गया। टीम ने 50 मोबाइल और वसूली रजिस्टर जब्त किया है। SO के सरकारी आवास को भी सील कर दिया गया। बाइक, रजिस्टर और मोबाइल भी बरामद
यहां तस्करी के ट्रकों से अवैध वसूली के कारण बलिया से गाजीपुर के पूर्वांचल एक्सप्रेस वे तक 18 किमी जाम लगता था। शिकायत यह भी थी कि पुलिस ने वसूली के लिए यहां निजी लोगों को कमीशन पर लगा रखा था। फिलहाल हिरासत में लिए पुलिसकर्मियों से पूछताछ जारी है। पांच पुलिस वाले फरार
थाना इंचार्ज नरहीं पन्ने लाल, चौकी इंचार्ज कोरंटाडीह SI राजेश कुमार प्रभाकर, हेड कांस्टेबल विष्णु यादव, सिपाही दीपक मिश्रा और सिपाही बलराम सिंह फरार हैं। ये भी पढ़ें: बलिया में पुलिसवाले कर रहे थे अवैध वसूली: बिहार बॉर्डर पर CO समेत पूरी चौकी सस्पेंड; SP-ASP हटे योगी सरकार ने बलिया के एसपी देवरंजन वर्मा और एएसपी दुर्गा प्रसाद तिवारी को हटा दिया है। दोनों वेटिंग में रखे गए हैं। सीओ सदर शुभ सुचित को सस्पेंड किया गया है। सरकार ने CO, SHO और चौकी इंचार्ज के खिलाफ विजिलेंस जांच शुरू कराई है, जो उनकी संपत्ति की जांच करेगी। SP देवरंजन की जगह PAC 37वीं वाहिनी से विक्रांत वीर को बलिया भेजा गया है। ये कार्रवाई बलिया में यूपी-बिहार बॉर्डर पर अवैध वसूली की पुष्टि होने के बाद की गई। पढ़ें पूरी खबर… आजमगढ़ मंडल के DIG बुधवार देर रात से बलिया में छापेमारी के बाद से कैंप किए हैं। शुक्रवार रात उन्होंने पुलिस अफसरों की बैठक बुलाई। DIG वैभव कृष्ण ने बलिया के एसपी विक्रांत वीर और पुलिस के आला अधिकारियों के साथ पहली ही बैठक में जमकर क्लास लगाई। कहा- अपनी जमीर झांककर देखो। रक्षक बनकर आए हो, भक्षक बने बैठे हो। बैरिया के सीओ उस्मान को फटकार लगाते हुए कहा- पैसा लेते आपको शर्म नहीं आती। खूंटी पर टांग दो अपनी वर्दी। आने वाली पीढ़ी को आप क्या देंगे। किस मुंह से आप लोग अपना आइना देख पाते हैं। आप सभी लोग समझदार हैं। सतर्क हो जाइए। कार्यप्रणाली में सुधार नहीं हुआ तो कार्रवाई चलती रहेगी। मैं किसी को भी छोड़ने वाला नहीं हूं। आप लोग अपनी कार्य प्रणाली में सुधार नहीं किए तो कार्रवाई चलती रहेगी और मैं तो कार्रवाई करके ही मानूंगा। DIG बोले- फरसा, यादव और शिकारी गैंग पर कार्रवाई करें
DIG ने कहा- बलिया पुलिस की कार्यप्रणाली के कारण आज किसी से निगाह नहीं मिल पा रही है। सभी थाना प्रभारी अपने क्षेत्र में जो नाबालिग फरसा गैंग, यादव गैंग और शिकारी गैंग चला रहे हैं। इन सभी पर कड़ी कार्रवाई करें। बलिया में बुधवार देर रात वाराणसी ADG पीयूष मोर्डिया और आजमगढ़ के DIG वैभव कृष्ण ने सिविल ड्रेस में नरही थाने में छापेमारी की। बड़ा भ्रष्टाचार सामने आया। सिलसिलेवार पढ़िए- बलिया में पुलिसवाले कर रहे थे अवैध वसूली
बलिया में यूपी-बिहार बॉर्डर पर पुलिसवाले ही पैसे लेकर शराब, मवेशी और बालू लदे ट्रकों को बॉर्डर पार कराते थे। इनपुट के आधार पर ADG वाराणसी पीयूष मोर्डिया ने STF टीम के साथ सिविल ड्रेस में छापा मारा। ADG बुधवार रात 12 बजे पहुंचे। उन्होंने 2 पुलिसकर्मियों सहित 18 लोगों को रंगे हाथों पकड़ लिया। इनमें 16 दलाल शामिल हैं। 7 पुलिसकर्मियों समेत 23 के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। थानाध्यक्ष नरही समेत 5 पुलिसकर्मी मौके से फरार हो गए। ADG ने तत्काल एक्शन लेते हुए कोरंटाडीह चौकी के सभी 6 पुलिसकर्मियों और थानाध्यक्ष नरही पन्ने लाल को सस्पेंड कर दिया। इनके खिलाफ वहीं एफआईआर दर्ज हुई, जहां से ड्यूटी करते थे। पूरा मामला भरौली बिहार-यूपी बॉर्डर का है। जहां से रोजाना 1000 ट्रक गुजरते हैं, वहां वसूली
डीआईजी आजमगढ़ वैभव कृष्ण ने बताया- इस एंट्री-एग्जिट पाॅइंट से रोजाना रात में 1000 ट्रक गुजरते हैं। पुलिस वाले हर ट्रक से 500 रुपए की वसूली करते थे। हर रोज करीब 5 लाख की वसूली थी। मामले पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा- ये अपराध के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस’ का भंडाफोड़ है। DIG ने पहले रेकी की, फिर रेड डाली
डीआईजी आजमगढ़ वैभव कृष्ण ने बताया- कुछ समय से हमें सूचना मिल रही थी कि नरही क्षेत्र के भरौली तिराहे पर यूपी-बिहार के एंट्री-एग्जिट पॉइंट पर ट्रकों से अवैध वसूली चल रही है। इसके बाद एडीजी जोन वाराणसी और मैंने सिविल ड्रेस में यहां की रेकी की। इसके बाद अच्छे से प्लान करके बुधवार देर रात रेड डाली गई। वैभव कृष्ण ने बताया- अधिकारियों की टीम जब भरौली तिराहे पर पहुंची तो वहां 2 पुलिसकर्मी अवैध वसूली कर रहे थे। टीम ने उन्हें हिरासत में लिया। 5 पुलिसकर्मी मौके से फरार हो गए। टीम को देखते ही भागे पुलिसकर्मी
इसके बाद टीम भरौली तिराहे के आगे कोरंटाडीह चौकी पर पहुंची। चौकी के पुलिसकर्मी भी यहां अवैध वसूली कर रहे थे। यहां से एसटीएफ की टीम ने एक सिपाही और एक स्थानीय युवक को गिरफ्तार किया है। जबकि कुछ पुलिसकर्मी फरार हो गए। STF की टीम ने कुल मिलाकर 16 दलालों और 2 पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया है। टीम ने पुलिसकर्मियों से 37500 रुपए और 14 बाइक बरामद की। गुरुवार सुबह सभी आरोपियों को बॉर्डर से कैदी वाहन में नरही थाने पर लाया गया। टीम ने 50 मोबाइल और वसूली रजिस्टर जब्त किया है। SO के सरकारी आवास को भी सील कर दिया गया। बाइक, रजिस्टर और मोबाइल भी बरामद
यहां तस्करी के ट्रकों से अवैध वसूली के कारण बलिया से गाजीपुर के पूर्वांचल एक्सप्रेस वे तक 18 किमी जाम लगता था। शिकायत यह भी थी कि पुलिस ने वसूली के लिए यहां निजी लोगों को कमीशन पर लगा रखा था। फिलहाल हिरासत में लिए पुलिसकर्मियों से पूछताछ जारी है। पांच पुलिस वाले फरार
थाना इंचार्ज नरहीं पन्ने लाल, चौकी इंचार्ज कोरंटाडीह SI राजेश कुमार प्रभाकर, हेड कांस्टेबल विष्णु यादव, सिपाही दीपक मिश्रा और सिपाही बलराम सिंह फरार हैं। ये भी पढ़ें: बलिया में पुलिसवाले कर रहे थे अवैध वसूली: बिहार बॉर्डर पर CO समेत पूरी चौकी सस्पेंड; SP-ASP हटे योगी सरकार ने बलिया के एसपी देवरंजन वर्मा और एएसपी दुर्गा प्रसाद तिवारी को हटा दिया है। दोनों वेटिंग में रखे गए हैं। सीओ सदर शुभ सुचित को सस्पेंड किया गया है। सरकार ने CO, SHO और चौकी इंचार्ज के खिलाफ विजिलेंस जांच शुरू कराई है, जो उनकी संपत्ति की जांच करेगी। SP देवरंजन की जगह PAC 37वीं वाहिनी से विक्रांत वीर को बलिया भेजा गया है। ये कार्रवाई बलिया में यूपी-बिहार बॉर्डर पर अवैध वसूली की पुष्टि होने के बाद की गई। पढ़ें पूरी खबर…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर