दिल्ली के पूर्व उप-मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के सीनियर नेता मनीष सिसोदिया आज पंजाब दौरे पर आने वाले हैं। शराब घोटाले में बेल मिलने के बाद ये पहला मौका है, जब वे पंजाब आ रहे हैं। मनीष सिसोदिया आज अमृतसर में लैंड होंगे और सीधा स्वर्ण मंदिर का रुख करेंगे। स्वर्ण मंदिर में माथा टेक गुरुओं का आशीर्वाद प्राप्त करेंगे। मनीष सिसोदिया को दो सप्ताह पहले ही 17 महीने जेल में रहने के बाद शराब घोटाले में बेल मिली थी। इसके बाद पंजाब के अधिकतर सभी नेता उनसे मिलने दिल्ली पहुंचे थे। मुख्यमंत्री भगवंत मान भी खुद उनका हालचाल जानने के लिए दिल्ली पहुंचे और पंजाब आने का न्योता दिया था। आज वे सीधा दिल्ली से अमृतसर पहुंच रहे हैं। फरवरी 2023 को हुई थी गिरफ्तारी मनीष सिसोदिया को दिल्ली शराब नीति केस को लेकर 26 फरवरी 2023 को CBI ने और 9 मार्च 2023 को ED ने गिरफ्तार किया था। जेल में जाने के दो दिन बाद सिसोदिया ने 28 फरवरी 2023 को मंत्री पद से इस्तीफा दिया था। 17 महीने बाद 9 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें दोनों मामलों में जमानत दी थी। जेल से बाहर आते ही सिसोदिया ने कहा था कि सुप्रीम कोर्ट ने संविधान का इस्तेमाल करते हुए तानाशाही को कुचला। केजरीवाल भी जल्द बाहर आएंगे। भगवान के घर में देर है, अंधेर नहीं है। दिल्ली के पूर्व उप-मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के सीनियर नेता मनीष सिसोदिया आज पंजाब दौरे पर आने वाले हैं। शराब घोटाले में बेल मिलने के बाद ये पहला मौका है, जब वे पंजाब आ रहे हैं। मनीष सिसोदिया आज अमृतसर में लैंड होंगे और सीधा स्वर्ण मंदिर का रुख करेंगे। स्वर्ण मंदिर में माथा टेक गुरुओं का आशीर्वाद प्राप्त करेंगे। मनीष सिसोदिया को दो सप्ताह पहले ही 17 महीने जेल में रहने के बाद शराब घोटाले में बेल मिली थी। इसके बाद पंजाब के अधिकतर सभी नेता उनसे मिलने दिल्ली पहुंचे थे। मुख्यमंत्री भगवंत मान भी खुद उनका हालचाल जानने के लिए दिल्ली पहुंचे और पंजाब आने का न्योता दिया था। आज वे सीधा दिल्ली से अमृतसर पहुंच रहे हैं। फरवरी 2023 को हुई थी गिरफ्तारी मनीष सिसोदिया को दिल्ली शराब नीति केस को लेकर 26 फरवरी 2023 को CBI ने और 9 मार्च 2023 को ED ने गिरफ्तार किया था। जेल में जाने के दो दिन बाद सिसोदिया ने 28 फरवरी 2023 को मंत्री पद से इस्तीफा दिया था। 17 महीने बाद 9 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें दोनों मामलों में जमानत दी थी। जेल से बाहर आते ही सिसोदिया ने कहा था कि सुप्रीम कोर्ट ने संविधान का इस्तेमाल करते हुए तानाशाही को कुचला। केजरीवाल भी जल्द बाहर आएंगे। भगवान के घर में देर है, अंधेर नहीं है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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चंडीगढ़ में आज डॉक्टर हड़ताल पर:पीजीआई ओपीडी में नहीं देखे जाएंगे नए मरीज, सीनियर डॉक्टर और कंसलटेंट को दी जिम्मेदारी चंडीगढ़ के स्वास्थ्य सेवाओं के लिए तीन प्रमुख संस्थान पीजीआई, गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल 32 (GMCH), गवर्नमेंट मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल 16 (GMSH) में आज रेजिडेंट डॉक्टर हड़ताल पर है। जिसके कारण चंडीगढ़ पीजीआई में आज ओपीडी के लिए नए कार्ड नहीं बनाए जाएंगे। अगर कोई पुराना मरीज फॉलोअप में दिखाने के लिए आता है, तो उसे सीनियर डॉक्टर और कंसल्टेंट की तरफ से देखा जाएगा। वहीं गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल 32 के डॉक्टर दोपहर बाद 1:00 बजे से हड़ताल पर जाएंगे। तब तक ओपीडी का समय समाप्त हो चुका होगा। कोलकाता की घटना का विरोध हड़ताल करने वाले रेजिडेंट डॉक्टर कोलकाता की घटना का विरोध कर रहे हैं। जहां मेडिकल कॉलेज में एक महिला डॉक्टर के साथ रेप कर उसकी हत्या कर दी गई है। डॉक्टरों की मांग है कि उसके परिवार को न्याय मिलना चाहिए और इस मामले में सीबीआई जांच होनी चाहिए। देश में रेजिडेंट डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए सख्त कानून की व्यवस्था की जानी चाहिए। डॉक्टरों की तरफ से देशभर में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए देश में CPA या इसी तरह के कानून के तत्काल कार्यान्वयन की मांग की जा रही है। कोलकाता मामले की उचित और पारदर्शी जांच होनी चाहिए। अभी तक की जांच संदेश पैदा कर रही है। वहीं मेडिकल कॉलेज के जिम्मेदार अधिकारियों का इस्तीफा भी होना चाहिए। मरीजों को न आने की अपील चंडीगढ़ पीजीआई के चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर विपिन कौशल ने बताया कि हड़ताल के मद्देनजर यह सुनिश्चित करने के लिए सभी उपलब्ध संसाधनों को जुटाया है कि मरीजों की सेवाओं पर कोई प्रभाव न पड़े। इमरजेंसी ऑपरेशन थिएटर सेवाओं, आईसीयू सेवाओं सहित दूसरी इमरजेंसी सेवाएं हमेशा की तरह चलती रहेंगी। गंभीर मामलों को संभालने के लिए रेजिडेंट डॉक्टर भी मौजूद रहेंगे। लेकिन ओपीडी में रेजिडेंट डॉक्टर न होने के कारण आज ज्यादा मरीज नहीं देखे जाएंगे। इसलिए जिनको जरूरत न हो, वह आज न आए। आज सिर्फ पुराने मरीजों का फॉलोअप ही किया जाएगा।
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वडिंग की जीत में बैंस बंधु नहीं दिखा सके दम:आत्म नगर में 30696 की बढ़त, दक्षिणी में भी भाजपा 4396 से आगे पंजाब के लुधियाना लोकसभा चुनाव में पूर्व विधायक सिमरजीत सिंह और उनके भाई पूर्व विधायक बलविंदर सिंह बैंस पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजा वड़िंग की जीत में कोई खास योगदान नहीं दे पाए। लुधियाना दक्षिण विधानसभा क्षेत्र से वड़िंग पीछे चल रहे हैं, जबकि आत्म नगर विधानसभा क्षेत्र से उन्हें कुछ बढ़त मिली है, हालांकि दोनों विधानसभा क्षेत्र बैंस बंधुओं का गढ़ माने जाते हैं। बैंस बंधुओं के शामिल होने के बाद कई कांग्रेसियों ने सदस्यता छोड़ी बलात्कार के मामले में जमानत पर बाहर चल रहे सिमरजीत सिंह बैंस और उनके भाई बलविंदर सिंह, जो शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के सदस्य भी हैं, मतदान से ठीक पहले अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और पंजाब कांग्रेस प्रभारी देवेंद्र यादव की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल हो गए थे। बैंस बंधुओं ने अपनी लोक इंसाफ पार्टी (एलआईपी) का भी कांग्रेस में विलय कर दिया है। बैंस बंधुओं को पार्टी में शामिल किए जाने पर कांग्रेस में नाराजगी देखी गई, जिसके चलते पार्षद परविंदर सिंह लापरान समेत कई नेताओं को पार्टी से निकाल दिया गया। बलविंदर बैंस के गढ़ में भाजपा को 4396 की बढ़त
बलविंदर सिंह बैंस के गढ़ लुधियाना दक्षिण विधानसभा क्षेत्र से वड़िंग 32982 वोट हासिल करने में सफल रहे, जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार रवनीत सिंह बिट्टू 37378 वोटों के साथ आगे चल रहे हैं। आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार अशोक पराशर पप्पी को 19289 और शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) के उम्मीदवार रंजीत सिंह ढिल्लों को 4939 वोट मिले। आत्म नगर से मिली सिर्फ 30696 वोटों से बढ़त
आत्म नगर से, जिसने सिमरजीत सिंह बैंस को दो बार राज्य विधानसभा में भेजा, राजा वड़िंग ने 30696 वोटों के साथ बढ़त हासिल की। आप के पप्पी को यहां से 25600 वोट मिले। बिट्टू को 22753 वोट मिले, जबकि ढिल्लों को निर्वाचन क्षेत्र के मतदाताओं से ठंडी प्रतिक्रिया मिली और वे केवल 6060 वोट ही हासिल कर पाए। बैंस बंधुओं ने वड़िंग के साथ चुनाव से पहले निर्वाचन क्षेत्रों में रोड शो किया। 2022 विधानसभा में अपनी सीटें हार गए थे बैंस बंधु 2022 के पंजाब विधानसभा चुनावों में बैंस बंधुओं को अपनी सीटें हारनी पड़ी थीं। बैंस खुद का किला आप की लहर का आगे नहीं बचा पाए थे। बलविंदर सिंह बैंस को केवल 11906 वोट मिले थे, जबकि आप की राजिंदरपाल कौर छिन्ना 43811 वोटों के साथ विजयी रहीं। कांग्रेस उम्मीदवार ईश्वरजोत चीमा दक्षिण निर्वाचन क्षेत्र से 15604 वोट पाने में सफल रहे। 2022 के विधानसभा चुनाव में सिमरजीत सिंह बैंस आप के कुलवंत सिंह सिद्धू से हार गए। बैंस को केवल 12720 वोट मिले, जबकि कांग्रेस उम्मीदवार कमलजीत सिंह कड़वल इस सीट से 28247 वोट पाने में सफल रहे। सिद्धू 44601 वोटों के साथ विजेता रहे।