भास्कर न्यूज | लुधियाना आरटीओ ऑफिस द्वारा पिछले लंबे समय से स्कूल बसों की चेकिंग में सिर्फ खानापूर्ति ही की जा रही थी। परंतु मानवाधिकार आयोग द्वारा लगी फटकार के बाद कमर्शियल वाहनों के अलावा स्कूल वाहनों की चेकिंग में भी तेजी लाई गई है। इसके बाद दो दिन में ही आरटीओ द्वारा 20 के करीब स्कूल बसों के चालान किए गए हैं। हालांकि चालान के दौरान जिन स्कूल बसों चालकों के पास डॉक्यूमेंट नहीं थे उन्हें वार्निंग दी गई कि वह डॉक्यूमेंट जल्द से जल्द पूरे कर लें। बतां दे कि आरटीओ द्वारा लंबे समय से बिना कागजों के चल रही स्कूल बसों को बंद इसलिए नहीं किया गया क्योंकि उसमें बच्चे बैठे हुए थे। आरटीओ द्वारा स्कूल बसों की चेकिंग सुबह के समय की जानी थी। चेकिंग के दौरान ऑटो के भी चालान किए गए जिसमें स्कूल के बच्चे बैठे थे। वहीं एटीओ राम मूर्त ने बताया कि स्कूल की छुट्टी के समय बसों की चेकिंग की गई जिस कारण स्कूल बसों को बंद नहीं किया गया। यह चेकिंग आगे भी जारी रहेगी और जिन्हें वार्निंग दी गई है अगर डॉक्यूमेंट पूरे नहीं किए गए तो बसें बंद की जाएगी। जानकारी के मुताबिक दो दिन बीवीएम स्कूल उधम सिंह नगर, केवीएम स्कूल, सरस्वती स्कूल की बसों के चालान किए गए हैं। इसमें बसों के परमिट, इंश्योरेंस, पाल्यूशन, फिटनेस आदि डॉक्यूमेंट पूरे नहीं थे। हालांकि बसों में बच्चे बैठे होने के कारण किसी भी बस को बंद नहीं किया गया और वार्निंग देकर भी छोड़ा गया कि कागज जल्द पूरे किए जाएं अन्यथा अगली बार बसों को बंद कर दिया जाएगा। मंत्री की शरण में पहुंचे बस चालक सूत्रों के मुताबिक आरटीओ द्वारा स्कूल बसों के चालान में तेजी लाने पर स्कूल चालक मंत्री की शरण में पहुंचना शुरू हो गए है। ताकि चालान से बच सके। वहीं आरटीओ ने भी बस चालकों को बसों के डॉक्यूमेंट जल्द से जल्द पूरे करने के लिए कहा है। क्योंकि बसों के बच्चे सफर करते है और इनके कागज पूरे होना बहुत जरूरी है। भास्कर न्यूज | लुधियाना आरटीओ ऑफिस द्वारा पिछले लंबे समय से स्कूल बसों की चेकिंग में सिर्फ खानापूर्ति ही की जा रही थी। परंतु मानवाधिकार आयोग द्वारा लगी फटकार के बाद कमर्शियल वाहनों के अलावा स्कूल वाहनों की चेकिंग में भी तेजी लाई गई है। इसके बाद दो दिन में ही आरटीओ द्वारा 20 के करीब स्कूल बसों के चालान किए गए हैं। हालांकि चालान के दौरान जिन स्कूल बसों चालकों के पास डॉक्यूमेंट नहीं थे उन्हें वार्निंग दी गई कि वह डॉक्यूमेंट जल्द से जल्द पूरे कर लें। बतां दे कि आरटीओ द्वारा लंबे समय से बिना कागजों के चल रही स्कूल बसों को बंद इसलिए नहीं किया गया क्योंकि उसमें बच्चे बैठे हुए थे। आरटीओ द्वारा स्कूल बसों की चेकिंग सुबह के समय की जानी थी। चेकिंग के दौरान ऑटो के भी चालान किए गए जिसमें स्कूल के बच्चे बैठे थे। वहीं एटीओ राम मूर्त ने बताया कि स्कूल की छुट्टी के समय बसों की चेकिंग की गई जिस कारण स्कूल बसों को बंद नहीं किया गया। यह चेकिंग आगे भी जारी रहेगी और जिन्हें वार्निंग दी गई है अगर डॉक्यूमेंट पूरे नहीं किए गए तो बसें बंद की जाएगी। जानकारी के मुताबिक दो दिन बीवीएम स्कूल उधम सिंह नगर, केवीएम स्कूल, सरस्वती स्कूल की बसों के चालान किए गए हैं। इसमें बसों के परमिट, इंश्योरेंस, पाल्यूशन, फिटनेस आदि डॉक्यूमेंट पूरे नहीं थे। हालांकि बसों में बच्चे बैठे होने के कारण किसी भी बस को बंद नहीं किया गया और वार्निंग देकर भी छोड़ा गया कि कागज जल्द पूरे किए जाएं अन्यथा अगली बार बसों को बंद कर दिया जाएगा। मंत्री की शरण में पहुंचे बस चालक सूत्रों के मुताबिक आरटीओ द्वारा स्कूल बसों के चालान में तेजी लाने पर स्कूल चालक मंत्री की शरण में पहुंचना शुरू हो गए है। ताकि चालान से बच सके। वहीं आरटीओ ने भी बस चालकों को बसों के डॉक्यूमेंट जल्द से जल्द पूरे करने के लिए कहा है। क्योंकि बसों के बच्चे सफर करते है और इनके कागज पूरे होना बहुत जरूरी है। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts

मोगा में एक लाख रुपए की चोरी:घूमने गया था परिवार; घर आकर देखा तो टूटे मिले ताले, बिखरा हुआ था सामान
मोगा में एक लाख रुपए की चोरी:घूमने गया था परिवार; घर आकर देखा तो टूटे मिले ताले, बिखरा हुआ था सामान मोगा जिले के कस्बा धर्मकोट में अज्ञात चोरों ने सूने घर को निशाना बनाया। आरोपी चोर घर की अलमारी से एक लाख रुपए, तीन सिलेंडर, एक एलईडी समेत अन्य समान चोरी कर ले गए। पीड़ित ने धर्मकोट थाने में अज्ञात चोरों पर मामला दर्ज कराया है। घूमने गया था परिवार मामले की जानकारी देते हुए जांच अधिकारी गुरदीप सिंह ने कहा कि हमारे पास अनुराग वासी धर्मकोट ने शिकायत दी थी है कि वह अपने परिवार के साथ घूमने के लिए गया था। जब कल शाम को घर आ कर देखा तो घर के ताले टूटे हुए थे। घर का सारा समान बिखरा मिला। आरोपियों की तलाश में जुटी पुलिस अलमारी से एक लाख रुपए, तीन सिलेंडर, एक एलईडी समेत अन्य समान चोरी हो चुका। उसने आस पास पूछताछ की, लेकिन चोरों का पता नही चला। पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है।

कंगना को थप्पड़ मारने वाली CISF कांस्टेबल सस्पेंड:किसान नेताओं की मांग- एक्ट्रेस का डोप टेस्ट हो; महिला आयोग बोला- जिम्मेदार ही उल्लंघन कर रहे
कंगना को थप्पड़ मारने वाली CISF कांस्टेबल सस्पेंड:किसान नेताओं की मांग- एक्ट्रेस का डोप टेस्ट हो; महिला आयोग बोला- जिम्मेदार ही उल्लंघन कर रहे बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनोट को चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर महिला CISF जवान ने थप्पड़ मार दिया। कंगना हाल ही में हिमाचल प्रदेश की मंडी सीट से BJP की टिकट पर सांसद चुनी गई हैं। इसके बाद वह दिल्ली जा रही थीं। इसी दौरान यह घटना घटी। थप्पड़ मारने का पता चलते ही CISF अधिकारियों ने महिला जवान को हिरासत में ले लिया। इसके बाद उसे सस्पेंड कर दिया गया। आगे की कार्रवाई के लिए CISF के कमांडेंट ने पुलिस को बुलाया। जिस महिला जवान ने कंगना को थप्पड़ मारा, उसका नाम कुलविंदर कौर बताया जा रहा है। इस घटना के बाद किसान संगठनों में मांग की है कि कंगना का डोप टेस्ट होना चाहिए। वहीं, घटना पर हैरानी जताते हुए राष्ट्रीय महिला आयोग ने कहा है कि सुरक्षा के जिम्मेदार लोग ही इसका उल्लंघन कर रहे हैं। झगड़ालू महिला हैं कंगना
जत्थेबंदी शहीद भगत सिंह के एक किसना नेता ने कहा है कि एयरपोर्ट पर कंगना वाला जो घटनाक्रम है, वहां एक लड़की पर दोष लगाया जा रहा है। जो हिस्ट्री है कंगना रनोट की, वह झगड़ालू हैं और जो बयानबाजी है, बहुत ही नेगेटिव है, समाज को तोड़ने वाली है। अब तथ्यों की जांच अच्छे अधिकारियों की निगरानी में होनी चाहिए। वहीं, शहीद भगत सिंह तेजवीर सिंह जत्थेबंदी की ओर से मांग की गई है कि मामले की पूरी जांच की जाए। कहा कि आज तक का कंगना का रिकॉर्ड रहा है, इन्होंने शेखर सुमन के बेटे पर आरोप लगाए तो उसने सुसाइड कर लिया। इन्होंने ऋतिक रोशन पर आरोप लगाए। ड्रग्स लेती हैं कंगना, इनका टेस्ट हो
आगे कहा कि जैसे इन्होंने बयानबाजी भी है, इसके बाद कंगना माफी के लायक नहीं हैं। हम चाहते हैं कि इनका डोपिंग टेस्ट होना चाहिए। जिस तरह की शब्दावली का यह उपयोग करती हैं, हमें पक्का यकीन है कि कंगना ड्रग्स लेती हैं। इसकी जांच होनी चाहिए। वहीं, किसान नेता सरवण सिंह पंधेर ने एक वीडियो जारी कर कहा है कि कुलविंदर कौर को गिरफ्तार कर उसके बच्चों को गायब कर दिया गया है। उन्होंने सरकार को चेतावनी दी है कि कुलविंदर के परिवार को मामले की सही जानकारी दी जाए। अगर ऐसा नहीं हुआ तो हम सरकार के खिलाफ जबरदस्त विरोध करेंगे। महिला आयोग ने मामले को गंभीर बताया
उधर, राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने भी इस घटना को गंभीर बताया है। उन्होंने आरोपी सुरक्षाकर्मी पर कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि आयोग ने इस मामले को लेकर CISF अफसरों से बात की है। सोशल मीडिया पर लिए पोस्ट में उन्होंने कहा है कि एयरपोर्ट पर सुरक्षा के लिए जिम्मेदार लोग खुद ही सुरक्षा का उल्लंघन कर रहे हैं। SGPC प्रमुख ने कहा- कंगना माहौल को दूषित कर रहीं
पूरे मामले पर SGPC प्रधान हरजिंदर सिंह धामी का कहना है कि कंगना रनोट का लगातार पंजाब और पंजाबियों को निशाना बनाना दुर्भाग्यपूर्ण है। कंगना का यह कहना कि पंजाब में आतंकवाद बढ़ रहा है, उनकी बीमार मानसिकता की अभिव्यक्ति है। जबकि, सच्चाई यह है कि उनकी अपनी जुबान से फैलाया जा रहा आतंकवाद देश के माहौल को प्रदूषित कर रहा है। धामी ने कहा कि इतिहास को भूल कर केवल लोकप्रिय होने के लिए देश में लोगों के आपसी सौहार्द को नजरअंदाज करना देश के लिए अच्छा नहीं है। कंगना जानबूझकर इस रास्ते पर चल रही हैं। भाजपा के प्रमुख नेताओं से अपील है कि वे कंगना को संयम और नैतिक मूल्यों का पाठ पढ़ाएं। हरसिमरत बोलीं- पंजाब देशभक्त
वहीं, बठिंडा से सांसद हरसिमरत कौर बादल ने कहा, ‘मैं केंद्र सरकार से किसानों की शिकायतों पर ध्यान देने और वादों को पूरा करने का आग्रह करती हूं। हमें किसी को भी पंजाबियों को आतंकवादी कहने और सांप्रदायिक बंटवारे को बढ़ावा देने की अनुमति नहीं देनी चाहिए। पंजाबी देशभक्त हैं, जो सीमाओं पर और अन्नदाता के रूप में देश की सेवा कर रहे हैं। हम बेहतर के पात्र हैं।’ कंगना रनोट को थप्पड़ मारने से जुड़े PHOTOS.. दिल्ली जाते समय हुआ वाकया
यह वाकया उस वक्त हुआ, जब कंगना गुरुवार दोपहर 3.30 बजे चंडीगढ़ एयरपोर्ट से दिल्ली जा रही थीं। इस घटना के बाद कंगना दिल्ली रवाना हो गई। दिल्ली पहुंचकर कंगना रनोट ने CISF की महानिदेशक नीना सिंह को शिकायत की है। इसमें कंगना ने कहा कि एयरपोर्ट के कर्टन एरिया में कॉन्स्टेबल कुलविंदर कौर ने उनसे बहस की और थप्पड़ मारा। कंगना ने महिला जवान को नौकरी से बर्खास्त करने की मांग की है। वहीं, इस घटना से एयरपोर्ट पर 10 से 15 मिनट तक हंगामा चलता रहा। इस पूरे मामले की डिपार्टमेंटल इन्क्वायरी के लिए CISF के 4 अधिकारियों की टीम बनाई गई है, जो चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर लगे CCTV कैमरों की भी जांच कर रही है। CISF सूत्रों के मुताबिक सिक्योरिटी चेक के दौरान कंगना ने मोबाइल ट्रे में रखने से इनकार कर दिया। वहीं, कंगना रनोट से बहस का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें कंगना सिक्योरिटी चेक-इन के पास हैं। तब एक आवाज सुनाई दे रही है कि मैडम इंतजार करो। वहीं, कॉन्स्टेबल कुलविंदर कौर कह रही है कि जिस वक्त किसानों को लेकर कंगना रनोट ने बयानबाजी की, मेरी मां वहां आंदोलन में बैठी हुई थी। कुलविंदर का भाई बोला- उसका पति भी CISF में
थप्पड़ मारने वाली किसान कुलविंदर कौर कपूरथला जिले के सुल्तानपुर लोधी की माहीवाल की रहने वाली है। उसके भाई शेर सिंह ने कहा कि अभी हमें पूरे मामले का पता नहीं कि उसने ऐसा क्यों किया? कुलविंदर से बात करने के बाद ही मैं कुछ कह सकता हूं। वह करीब 2 साल से चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर तैनात है। उन्होंने कहा कि मैं सरवण पंधेर और सतनाम पन्नू की किसान मजदूर संघर्ष कमेटी से जुड़ा हुआ हूं। कुलविंदर के पति भी CISF में हैं। उसके 2 छोटे बच्चे (बेटा-बेटी) हैं। वहीं, कुलविंदर कौर के थप्पड़ मारने का पता चलते ही किसान संगठन सम्मानित करने के लिए एयरपोर्ट की तरफ रवाना हो गए। सिक्योरिटी चेक-इन के वक्त हुआ वाकया
शुरूआती जानकारी के मुताबिक, नवनिर्वाचित सांसद कंगना रनोट फ्लाइट संख्या UK-707 से चंडीगढ़ से दिल्ली जा रही थीं। सिक्योरिटी चेक-इन के बाद जब वह बोर्डिंग के लिए जा रही थीं, इसी दौरान चंडीगढ़ एयरपोर्ट की CISF यूनिट की लेडी कॉन्स्टेबल कुलविंदर कौर ने उन्हें थप्पड़ मारा। इसके बाद कंगना रनोट के साथ यात्रा कर रहे मयंक मधुर नाम के व्यक्ति ने कुलविंदर कौर को थप्पड़ मारने की कोशिश की। कंगना बोली- मुझे हिट गया, गालियां दी
कंगना रनोट ने वीडियो जारी कर कहा- ‘चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर जो हादसा हुआ, वह सिक्योरिटी चेक के साथ में हुआ। वहां मैं जैसे ही सिक्योरिटी चेक करके निकली, दूसरे केबिन में जो महिला थी, CISF की कर्मचारी थी। उसने साइड से आकर मेरे फेस पर हिट गया और गालियां देने लगी। जब मैंने पूछा कि ऐसा क्यों किया तो उसने कहा कि मैं फार्मर प्रोटेस्ट को सपोर्ट करती हूं। मैं सेफ हूं लेकिन मेरी चिंता यह है कि जो आतंकवाद और उग्रवाद पंजाब में बढ़ रहा है, उसे हम कैसे हैंडल करेंगे।’ DSP एयरपोर्ट बोले- गलत व्यवहार की सूचना मिली, CISF जांच कर रही
इस बारे में पंजाब पुलिस के DSP (एयरपोर्ट) कुलजिंदर सिंह ने बताया कि उनके पास अभी थप्पड़ मारने की शिकायत नहीं आई है, लेकिन CISF की एक महिला जवान ने कंगना रनोट के साथ गलत व्यवहार किया है। इसकी सूचना आई है। इस मामले में अभी CISF जांच कर रही है। जो महिला कर्मचारी है, उससे पूछताछ कर रही है। यह मामला किसान आंदोलन से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है। जब इस मामले में कोई शिकायत आएगी तो वह इस पर कार्रवाई करेंगे। थाना प्रभारी बोले- लिखित शिकायत आएगी तो कार्रवाई करेंगे
एयरपोर्ट थाना प्रभारी पैरी बिंकल ने बताया कि उनके पास लिखित में इस तरह की कोई शिकायत नहीं है। मगर, उन्हें जानकारी मिली है। उस जानकारी के हिसाब से वह इस मामले की जांच कर रहे हैं। अगर कोई लिखित शिकायत आती है, तो उस पर कार्रवाई की जाएगी। हरियाणा के CM बोले- जांच के बाद कार्रवाई होगी
सीएम नायब सैनी ने कहा कि उसकी जांच चल रही है। जिस किसी ने भी इस घटना को अंजाम दिया है, उसके खिलाफ जांच के बाद कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि सुरक्षा के अंदर लगा हुआ व्यक्ति अगर इस तरह की घटना को अंजाम देता है तो वह दुर्भाग्यपूर्ण है। यह ठीक बात नहीं है। उन्होंने कहा कि जो भी हुआ, गलत हुआ है। किसानों के कुलविंदर कौर को समर्थन के सवाल पर सीएम सैनी ने कहा कि इस तरह की बातें नहीं होनी चाहिए। हिमाचल के मंत्री बोले- दुर्भाग्यपूर्ण, कार्रवाई हो
कंगना रनोट को थप्पड़ मारने के मामले में हिमाचल के मंत्री विक्रमादित्य ने कहा- “यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। ऐसा किसी के साथ नहीं होना चाहिए, खासकर उस महिला के साथ जो अब संसद सदस्य है। CISF कॉन्स्टेबल की किसानों के प्रदर्शन को लेकर कुछ शिकायतें थी लेकिन इस तरह किसी के साथ मारपीट करना दुर्भाग्यपूर्ण है और सरकार को इसके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए”। कंगना रनोट विक्रमादित्य सिंह को हराकर ही मंडी से सांसद बनी है। हिमाचल के पूर्व CM बोले- किसी को हाथ उठाने का हक नहीं
इस मामले में हिमाचल के पूर्व CM जयराम ठाकुर ने कहा कि किसी को भी किसी के ऊपर हाथ उठाने का हक नहीं है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है। मंडी सीट पर चुनाव के दौरान जयराम ठाकुर ने कंगना रनोट की जीत में अहम भूमिका निभाई थी। महिला किसान को 100-100 रुपए में धरनेवाली कहा था
कंगना ने पंजाब की बुजुर्ग महिला मोहिंदर कौर से जुड़ी एक पोस्ट शेयर की थी। जिसमें लिखा था, “हाहाहा वह वही दादी है, जिसे टाइम मैगजीन के कवर पर सबसे पावरफुल इंडियन बताया गया था और वह 100 रुपए में उपलब्ध है। कंगना ने बिना नाम लिए मोहिंदर कौर को शाहीन बाग में CAA और NRC के विरोध में शामिल हुईं बिलकिस बानो बताया था। जिसके बाद बठिंडा की रहने वाली मोहिंदर कौर ने कोर्ट में मानहानि का केस दायर किया था।

रोडवेज की संयुक्त एक्शन कमेटी ने उठाई डायरेक्टर स्टेट ट्रांसपोर्ट को बदलने की मांग
रोडवेज की संयुक्त एक्शन कमेटी ने उठाई डायरेक्टर स्टेट ट्रांसपोर्ट को बदलने की मांग जालंधर| रोडवेज की संयुक्त एक्शन कमेटी ने स्टेट ट्रांसपोर्ट डायरेक्टर को बदलने की मांग की है। वीरवार को पंजाब रोडवेज के मुलाजिमों की लंबित मांगों को लेकर रोडवेज की संयुक्त एक्शन कमेटी की मीटिंग डायरेक्टर स्टेट ट्रांसपोर्ट राजीव कुमार के साथ हुई। कमेटी ने डायरेक्टर स्टेट ट्रांसपोर्ट कुमार पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने मुलाजिमों की किसी भी मांग को गंभीरता से नहीं लिया है। इसके साथ ही कमेटी के पदाधिकारियों द्वारा सवाल पूछने पर उन्होंने पर्चे दर्ज करवाने की धमकी दी और बीच में ही मीटिंग को छोड़कर चले गए। इस दौरान कमेटी ने दफ्तर में ही डायरेक्टर स्टेट ट्रांसपोर्ट के खिलाफ नारेबाजी की। कमेटी का कहना है कि एक तरफ पंजाब सरकार मुलाजिमों की मांगों को हल नहीं कर रही है, वहीं दूसरी तरफ सरकार ने ऐसे अधिकारियों को विभाग की जिम्मेदारी दी है जो मुलाजिमों के साथ सही व्यवहार नहीं करते। संयुक्त एक्शन कमेटी ने सरकार से कर्जा मुक्त बसों को रोडवेज में शामिल करने की मांग की है।