कानपुर में सपा विधायक इरफान के पार्टनर शौकत पहलवान का एक आलीशान पैंटहाउस भी पुलिस कुर्क करेगी। जाजमऊ पुलिस ने इसमें रहने वाले किराएदार को 24 घंटे के भीतर खाली कराने का नोटिस दिया है। रविवार को शौकत की इस संपत्ति को गैंगस्टर एक्ट के तहत सीज किया जा सकता है। इसकी कीमत 1.36 करोड़ रुपए है। जांच के दौरान पेंट हाउस होने की पुलिस को मिली थी भनक एडिशनल पुलिस कमिश्नर हरीश चंदर ने बताया कि जेल में बंद समाजवादी पार्टी के विधायक इरफान सोलंकी के गैंग पर गैंगस्टर की कार्रवाई की गई थी। गैंग में शामिल और इरफान के पार्टनर शौकत पहलवान की भी काली कमाई से खड़ी की गई। संपत्ति को गैंगस्टर एक्ट के तहत कुर्क करने की कार्रवाई की जा रही है। इसी क्रम में ग्वालटोली थाना क्षेत्र के सिविल लाइंस स्थित अपार्टमैंट के टॉप फ्लोर पर बने शौकत पहलवान की पत्नी आयशा बेगम के नाम पेंटहाउस को भी सीज किया जाना है। इसमें रहने वाले किराएदार नदीम को शनिवार को 24 घंटे के भीतर पेंटहाउस खाली करने का नोटिस अल्टीमेटम के साथ दिया गया है। अगर निर्धारित समय पर पेंट हाउस खाली नहीं किया तो जबरन सामान बाहर निकालकर संपत्ति को गैंगस्टर एक्ट के 14-ए की कार्रवाई के तहत अटैच कर लिया जाएगा। शौकत पहलवान ने इरफान के साथ मिलकर अरबों की संपत्ति खड़ी की थी। मुखबिर के जरिए पैंटहाउस की जानकारी पुलिस को मिली शौकत पहलवान के पास अरबों की संपत्ति है। पुलिस अब तक 50 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति गैंगस्टर एक्ट के तहत सीज कर चुकी है। इस पेंटहाउस की जानकारी पुलिस को नहीं थी। लेकिन, जांच के दौरान एक मुखबिर ने पुलिस को पत्नी के नाम पर पैंटहाउस होने की जानकारी भी दी। इसके बाद पुलिस ने एक्शन लेते हुए शनिवार को इसे सीज करने के लिए किराएदार को नोटिस थमा दिया है। इरफान के गैंग से जुड़कर अरबों का मालिक बना शौकत इरफान के गैंग से जुड़कर शौकत पहलवान अरबों का मालिक बन बैठा। एक साधारण का आदमी शौकत पहलवान ने सिविल लाइंस ग्वालटोली क्षेत्र में एक के बाद एक एक दर्जन से ज्याद अपार्टमैंट खड़े किए। विवादित जमीनों की खरीद फरोख्त और बिल्डिंग बनाकर अरबों की संपत्ति खड़ी कर दी। क्या होता है पेंटहाउस पैंटहाउस का मतलब अपार्टमैंट या ऊंची इमारत के टॉप पर बना एक आरामदायक बड़े-बड़े कमरों का फ्लैट. 3BHK और 4 बीएचके फ्लैट से पेंटहाउस में जगह कहीं ज्यादा होती है। यही वजह है कि इसे ज्यादातर अमीर लोग ही खरीदते हैं। दरअसल, यह एक बिल्डिंग में सबसे टॉप का फ्लोर होता है, इस वजह से पूरी बिल्डिंग में सिर्फ एक ही पैंटहाउस बन सकता है। इसकी वजह से पैंटहाउस की कीमत अन्य फ्लैट और घरों के मुकाबले काफी ज्यादा होती है। कानपुर में सपा विधायक इरफान के पार्टनर शौकत पहलवान का एक आलीशान पैंटहाउस भी पुलिस कुर्क करेगी। जाजमऊ पुलिस ने इसमें रहने वाले किराएदार को 24 घंटे के भीतर खाली कराने का नोटिस दिया है। रविवार को शौकत की इस संपत्ति को गैंगस्टर एक्ट के तहत सीज किया जा सकता है। इसकी कीमत 1.36 करोड़ रुपए है। जांच के दौरान पेंट हाउस होने की पुलिस को मिली थी भनक एडिशनल पुलिस कमिश्नर हरीश चंदर ने बताया कि जेल में बंद समाजवादी पार्टी के विधायक इरफान सोलंकी के गैंग पर गैंगस्टर की कार्रवाई की गई थी। गैंग में शामिल और इरफान के पार्टनर शौकत पहलवान की भी काली कमाई से खड़ी की गई। संपत्ति को गैंगस्टर एक्ट के तहत कुर्क करने की कार्रवाई की जा रही है। इसी क्रम में ग्वालटोली थाना क्षेत्र के सिविल लाइंस स्थित अपार्टमैंट के टॉप फ्लोर पर बने शौकत पहलवान की पत्नी आयशा बेगम के नाम पेंटहाउस को भी सीज किया जाना है। इसमें रहने वाले किराएदार नदीम को शनिवार को 24 घंटे के भीतर पेंटहाउस खाली करने का नोटिस अल्टीमेटम के साथ दिया गया है। अगर निर्धारित समय पर पेंट हाउस खाली नहीं किया तो जबरन सामान बाहर निकालकर संपत्ति को गैंगस्टर एक्ट के 14-ए की कार्रवाई के तहत अटैच कर लिया जाएगा। शौकत पहलवान ने इरफान के साथ मिलकर अरबों की संपत्ति खड़ी की थी। मुखबिर के जरिए पैंटहाउस की जानकारी पुलिस को मिली शौकत पहलवान के पास अरबों की संपत्ति है। पुलिस अब तक 50 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति गैंगस्टर एक्ट के तहत सीज कर चुकी है। इस पेंटहाउस की जानकारी पुलिस को नहीं थी। लेकिन, जांच के दौरान एक मुखबिर ने पुलिस को पत्नी के नाम पर पैंटहाउस होने की जानकारी भी दी। इसके बाद पुलिस ने एक्शन लेते हुए शनिवार को इसे सीज करने के लिए किराएदार को नोटिस थमा दिया है। इरफान के गैंग से जुड़कर अरबों का मालिक बना शौकत इरफान के गैंग से जुड़कर शौकत पहलवान अरबों का मालिक बन बैठा। एक साधारण का आदमी शौकत पहलवान ने सिविल लाइंस ग्वालटोली क्षेत्र में एक के बाद एक एक दर्जन से ज्याद अपार्टमैंट खड़े किए। विवादित जमीनों की खरीद फरोख्त और बिल्डिंग बनाकर अरबों की संपत्ति खड़ी कर दी। क्या होता है पेंटहाउस पैंटहाउस का मतलब अपार्टमैंट या ऊंची इमारत के टॉप पर बना एक आरामदायक बड़े-बड़े कमरों का फ्लैट. 3BHK और 4 बीएचके फ्लैट से पेंटहाउस में जगह कहीं ज्यादा होती है। यही वजह है कि इसे ज्यादातर अमीर लोग ही खरीदते हैं। दरअसल, यह एक बिल्डिंग में सबसे टॉप का फ्लोर होता है, इस वजह से पूरी बिल्डिंग में सिर्फ एक ही पैंटहाउस बन सकता है। इसकी वजह से पैंटहाउस की कीमत अन्य फ्लैट और घरों के मुकाबले काफी ज्यादा होती है। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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हिमाचल की जेलों में बंद कैदी बने कुशल कामगार:कमा रहे 35 हजार; समाज की मुख्यधारा से जोड़ने की पहल, परिवार का बने सहारा शिमला की कैंथू जेल में बंद कैदी गुड्डू हर महीने 25 से 35 हजार रुपए की कमाई कर रहा हैं। यह पैसा वह अपने परिवार को भेजता हैं। इससे गुड्डू जेल में बंद होकर भी अपने परिवार का पालन-पोषण कर रहा हैं। सजा पूरी होने के बाद उन्हें रोजगार की चिंता भी नहीं होगी। शिमला के रामपुर के रहने वाले गुड्डू रेप मामले में 14 साल की सजा काट रहे हैं। वह 11 साल से जेल में बंद है। उन्हें अपनी गलती पर पछतावा है, लेकिन वह हिमाचल पुलिस की ‘हर हाथ को काम दो मुहिम’ से खुश है, जिसके तहत उन्होंने ट्रेनिंग लेकर फर्नीचर बनाना सीखा। इससे अब वह अच्छी कमाई कर रहा हैं। गुड्डू ने बताया वह लकड़ी से हर प्रकार का सामान तैयार करता हैं। उनकी तरह जेल में दूसरे कैदी भी कुशल कारीगर बन चुके हैं। शिमला में कैदियों के उत्पादों की प्रदर्शनी दरअसल, शिमला के रोटरी क्लब हॉल में सोमवार से 3 दिवसीय प्रदर्शन शुरू हुआ है। इसमें कैदियों द्वारा बनाया गया खूबसूरत फर्नीचर आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। कैदियों द्वारा बनाए फर्नीचर की अच्छी मांग है। लोग इनकी जमकर खरीदारी कर रहे हैं। इस प्रदर्शनी में बेड, सोफा, सेंटर टेबल, डाइनिंग टेबल, पूजा टैंपल, चेयर जैसे उत्पाद कैदियों द्वारा बनाए गए हैं। दूसरी जेलों में भी कैदी सीख रहे विभिन्न उत्पाद बनाना कैंथू के अलावा प्रदेश की दूसरी जेल में बंद कैदियों को भी जेल विभाग को भी फर्नीचर बनाने के अलावा बेकरी उत्पाद और ऊनी कपड़े बनाने की ट्रेनिंग दी जा रही है। इनके बने उत्पादों की बिक्री के लिए पुलिस महकमा समय समय पर प्रदेश के अलग अलग क्षेत्रों में कैदियों द्वारा बनाए गए उत्पादों की प्रदर्शनी लगाता है। इनमें कैदी अपने उत्पाद बेचते हैं, जिससे उनके व्यवहार में भी सुधार हो रहा है। इस पहल के जरिए पुलिस महकमा कैदियों को जेल से छूटने के बाद समाज की मुख्य धारा से जोड़ना चाहता है। कैदियों में कौशल प्रशिक्षण पैदा करना उद्देश्य: एसआर ओझा रोटरी क्लब हॉल में शुरू प्रदर्शनी का शुभारंभ हिमाचल कारगर एवं सुधार सेवाएं महानिदेशक एसआर ओझा ने सोमवार को किया था। एसआर ओझा ने कहा हिमाचल की जेल में कैद कैदियों के उत्थान और उन्हें समाज से वापस जोड़ने के उद्देश्य से जेल के वर्कशॉप में विभिन्न उत्पादों का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने सुधार और पुनर्वास के आदर्श वाक्य पर जोर देते हुए कहा कि इस पहल का उद्देश्य कैदियों को कौशल प्रशिक्षण और अपने प्रतिभा दिखाने का अवसर प्रदान करना है। ओझा ने आगे कहा कि इस पहल से न केवल कैदियों को उनके पुनर्वास की यात्रा में सहायता करती है,बल्कि समाज की मुख्य धारा में शामिल होने का अवसर भी देती है। लोगों को अधिक से अधिक सामान इनसे खरीदना चाहिए। जेल में रहकर कर रहे परिवार की मदद: अनिल मर्डर मामले में सजा काट रहे अनिल कुमार ने बताया, अदालत ने उन्हें उम्र कैद की सजा सुनाई है। उन्होंने नशे की हालत में गंभीर जुर्म किया। अब वह कैंथू जेल में बंद है। लेकिन जेल में रहकर भी वह फर्नीचर बनाकर अपने परिवार की मदद कर रहे हैं।
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लखनऊ में अतिक्रमण हटाओ अभियान जारी, कुकरैल नदी के किनारे 50 मीटर दायरे में नए निर्माण पर रोक
लखनऊ में अतिक्रमण हटाओ अभियान जारी, कुकरैल नदी के किनारे 50 मीटर दायरे में नए निर्माण पर रोक <p style=”text-align: justify;”><strong>Kukrail Nadi Latest News:</strong> राजधानी लखनऊ में कुकरैल नदी को उसके पुराने अस्तित्व में वापस लाने के साथ ही अगल-बगल बने प्रतिष्ठानों, मकानों पर हो रही कार्रवाइयों के बीच अब कुकरैल के नदी के दोनों तरफ 50-50 मीटर की दूरी तक हर तरीके के नक्शे पास करने पर रोक लग गई है. अब दोनों तरफ किसी भी तरीके का कोई नया कंस्ट्रक्शन नहीं हो सकता है और अगर किसी ने कोई मकान, दुकान बना भी ली तो उसे न बिजली, पानी का कनेक्शन नहीं दिया जाएगा न ही राशन कार्ड समेत अन्य सरकारी सुविधाएं दी जायेंगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सिंचाई विभाग में इस संबंध में आदेश जारी करते हुए कहा कि शासन के मंशा अनुरूप कुकरैल नदी को संवारने का काम तेजी से चल रहा है. आपको बता दें कि कुकरैल के किनारे सरकारी जमीन पर अवैध निर्माणों को हटाया जा रहा है. कुछ दिनों पहले अकबरनगर प्रथम और द्वितीय में करीब 1400 अवैध कब्जों को ध्वस्त किया गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>नदी के 50 मीटर तक नए काम पर रोक</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>कुकरैल नदी बीकेटी के अस्ति गांव से निकलकर निशातगंज के पेपर मिल के पास गोमती नदी में जाकर मिलती है. उसकी कुल लंबाई 28 किलोमीटर है. इस पूरे 28 किलोमीटर के नदी के रास्ते में नदी के दोनों तरफ 50 मीटर तक किसी भी तरीके के निर्माण पर रोक लगा दी गई है. इस संबंध में सिंचाई विभाग शारदा सहायक खंड के मुख्य अभियंता ने आदेश जारी किया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>अधिकारी फ्लड जोन चिन्हित करने में जुटे</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>कुकरैल नदी के दोनों तरफ अभी तक फ्लड जोन को लेकर संशय बरकरार है. अधिकारी नक्शे पर फ्लड जोन जनहित कर रहे हैं. इसको लेकर अभी फिलहाल 50 मीटर तक सभी निर्माण, अतिक्रमण, व्यावसायिक गतिविधियां, पट्टे नीलामी और प्रदूषण फैलाने वाली गतिविधियों पर रोक लगा दी गई है. इसके साथ ही इन जगहों पर पहले से चली आ रही गतिविधियों को बंद करने के भी आदेश दिए जा रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”हाथरस के बाबा नारायण साकार हरि की हादसे पर पहली प्रतिक्रिया, जारी की चिट्ठी, जानें क्या कहा?” href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/hathras-baba-narayan-sakar-hari-first-reaction-after-stamped-wrote-letter-2729297″ target=”_self”>हाथरस के बाबा नारायण साकार हरि की हादसे पर पहली प्रतिक्रिया, जारी की चिट्ठी, जानें क्या कहा?</a></strong></p>