इलाहाबाद हाईकोर्ट जज के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाने की तैयारी:​​​​​​​जस्टिस शेखर ने कहा था- कठमुल्ले घातक और भड़काऊ, देश बहुसंख्यकों की इच्छा से चलेगा

इलाहाबाद हाईकोर्ट जज के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाने की तैयारी:​​​​​​​जस्टिस शेखर ने कहा था- कठमुल्ले घातक और भड़काऊ, देश बहुसंख्यकों की इच्छा से चलेगा

इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज शेखर यादव के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाने की तैयारी है। जज शेखर यादव ने विश्व हिंदू परिषद के कार्यक्रम में विवादित बयान दिया था। आज बुधवार को संसद के शीतकालीन सत्र का आज 13वां दिन है। विपक्षी दलों ने महाभियोग प्रस्ताव पेश करने के लिए नोटिस देने की प्रक्रिया शुरू कर दी। जस्टिस ने कहा था- कठमुल्ले घातक और भड़काऊ चार दिन पहले रविवार को प्रयागराज में विश्व हिंदू परिषद (VHP) की लीगल सेल का एक कार्यक्रम था। इसमें जस्टिस शेखर यादव ने कहा- मुझे यह कहने में कोई हिचक नहीं है कि यह हिंदुस्तान है और यह देश यहां रहने वाले बहुसंख्यकों की इच्छा से चलेगा। उन्होंने कहा- यह जो कठमुल्ला हैं, यह सही शब्द नहीं है। लेकिन कहने में परहेज नहीं है, क्योंकि वह देश के लिए बुरा है। घातक है। देश के खिलाफ है। जनता को भड़काने वाले लोग हैं। देश आगे न बढ़े, ऐसा सोचने वाले लोग हैं। उनसे सावधान रहने की जरूरत है। नोटिस के लिए राज्यसभा के 50 सांसदों के साइन जरूरी
सूत्रों के मुताबिक, नोटिस के लिए राज्यसभा के 50 सांसदों के साइन की जरूरत है, जिसमें से 38 सांसदों ने इस नोटिस पर साइन किए हैं। राज्यसभा की कार्यवाही स्थगित होने के चलते बाकी सांसदों के साइन नहीं कराए जा सके। ये साइन आज करा लिए जाएंगे। इसके बाद अगले कुछ दिन में नोटिस पेश किया जाएगा। जस्टिस के बयान पर किसने क्या कहा?
चंद्रशेखर आजाद: आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और नगीना से सांसद चंद्रशेखर आजाद ने कहा- कठमुल्ला जैसे अपमानजनक शब्दों का प्रयोग न केवल असंवेदनशील है, बल्कि यह न्यायपालिका की निष्पक्षता पर भी प्रश्न चिह्न लगाता है। ऐसे बयान समाज में सांप्रदायिक वैमनस्य को बढ़ावा देते हैं, जो न्यायपालिका जैसे पवित्र संस्थान के लिए अक्षम्य है। शलभमणि त्रिपाठी: देवरिया से भाजपा विधायक शलभमणि त्रिपाठी ने कहा, हमारे यहां बच्चा जन्म लेता है तो उसे ईश्वर की तरफ़ ले जाते हैं, वेद मंत्र बताते हैं, उनके यहां बच्चों के सामने बेजुबानों का बेरहमी से वध होता है, सैल्यूट है जस्टिस शेखर यादव, सच बोलने के लिए। महुआ मोइत्रा: पश्चिम बंगाल से टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने X पर लिखा, वीएचपी के कार्यक्रम में शामिल हुए हाई कोर्ट के मौजूदा जज, कहा- देश हिंदुओं के मुताबिक चलेगा और हम अपने संविधान के 75 वर्ष का जश्न मना रहे हैं! सुप्रीम कोर्ट, माननीय सीजेआई- क्या किसी ने स्वतः संज्ञान लिया? कपिल सिब्बल: राज्यसभा सांसद और वकील कपिल सिब्बल ने दिल्ली में कहा- यह भारत को तोड़ने वाला बयान है। जज के खिलाफ महाभियोग प्रस्‍ताव लाएंगे। राजनेता भी ऐसी बात नहीं करते। वे संविधान की रक्षा के लिए बैठे हैं। उनको ये शब्द शोभा नहीं देते। सुप्रीम कोर्ट के कॉलेजियम को देखना चाहिए कि ऐसे लोग जज न बनें। इससे पहले भी जस्टिस शेखर यादव चर्चा में रहे, उनकी 3 सलाह…. 1.) गोरक्षा ‘हिंदुओं का मौलिक अधिकार’ घोषित हो1 सितंबर को 2021 को जस्टिस शेखर यादव ने कहा था- वैज्ञानिकों का मानना है कि गाय ही एकमात्र जानवर है जो ऑक्सीजन छोड़ती है। उन्होंने संसद से गाय को राष्ट्रीय पशु बनाने और गोरक्षा को “हिंदुओं का मौलिक अधिकार” घोषित करने का भी आह्वान किया था। 2.) हिंदू धर्म पर बड़ा सुझाव देकर खड़ा किया था विवादअक्टूबर 2021 में जस्टिस शेखर यादव ने एक फैसले में विवादित सुझाव दिया था। सरकार से राम, कृष्ण, रामायण, गीता, महर्षि वाल्मीकि और वेद व्यास को राष्ट्रीय सम्मान और विरासत का दर्जा देने के लिए एक कानून लाने पर विचार करने के लिए कहा था। यह भी कहा था कि भगवान राम हर नागरिक के दिल में निवास करते हैं और भारत उनके बिना अधूरा है। वह देवताओं की अश्लील तस्वीरें बनाने के आरोपी को जमानत पर फैसला दे रहे थे। उनका सुझाव यह भी था कि भारत की सांस्कृतिक विरासत पर बच्चों के लिए स्कूलों में अनिवार्य पाठ होने चाहिए। 3.) अकबर-जोधाबाई अंतरधार्मिक विवाह के अच्छे उदाहरणअंतर-धार्मिक विवाह पर उनकी टिप्पणी सुर्खियां बन गईं थीं। जून 2021 में वह धर्मांतरण विरोधी कानून के तहत एक आरोपी की जमानत याचिका पर सुनवाई कर रहे थे। उस पर एक लड़की के अपहरण और जबरन मुस्लिम धर्म कबूल कराने का आरोप था। जज ने कहा था कि अगर बहुसंख्यक समुदाय का कोई व्यक्ति अपमान के बाद अपने धर्म से धर्मांतरण करता है, तो देश कमजोर हो जाता है। अकबर और जोधाबाई को अंतरधार्मिक विवाह के अच्छे उदाहरण के रूप में बताया था। अब जस्टिस शेखर यादव के बारे में जानिए…
वर्तमान में शेखर कुमार यादव इलाहाबाद हाईकोर्ट में न्यायाधीश हैं। इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से 1988 में लॉ ग्रेजुएट शेखर कुमार यादव ने 1990 में वकील के रूप में अपना रजिस्ट्रेशन कराया था। उन्हें 12 दिसंबर, 2019 को इलाहाबाद हाईकोर्ट के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किया गया था। 26 मार्च 2021 को उन्होंने स्थायी न्यायाधीश के रूप में शपथ ली थी। अपनी पदोन्नति से पहले उत्तर प्रदेश राज्य के लिए स्थायी वकील रहे। भारत संघ के लिए अतिरिक्त स्थायी वकील रहे। यूपी की अदालतों में रेलवे के लिए स्थायी वकील का पद संभाला था। ———————- ये खबर भी पढ़िए- राहुल ने अचानक बनाया हाथरस आने का कार्यक्रम: सुबह घर से निकले, चर्चित गैंगरेप केस में पीड़ित के परिवार से मिलेंगे लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी यूपी के हाथरस आ रहे हैं। राहुल ने अचानक यह दौरा बनाया। सुबह तक इसकी किसी को कोई जानकारी नहीं थी। राहुल हाथरस के बूलगढ़ी में गैंगरेप पीड़िता के परिवार से मुलाकात करेंगे। राहुल के संभावित दौरे को देखते हुए गांव में सुरक्षा बढ़ा दी गई। पुलिस तैनात कर दी गई है। पढ़ें पूरी खबर… इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज शेखर यादव के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाने की तैयारी है। जज शेखर यादव ने विश्व हिंदू परिषद के कार्यक्रम में विवादित बयान दिया था। आज बुधवार को संसद के शीतकालीन सत्र का आज 13वां दिन है। विपक्षी दलों ने महाभियोग प्रस्ताव पेश करने के लिए नोटिस देने की प्रक्रिया शुरू कर दी। जस्टिस ने कहा था- कठमुल्ले घातक और भड़काऊ चार दिन पहले रविवार को प्रयागराज में विश्व हिंदू परिषद (VHP) की लीगल सेल का एक कार्यक्रम था। इसमें जस्टिस शेखर यादव ने कहा- मुझे यह कहने में कोई हिचक नहीं है कि यह हिंदुस्तान है और यह देश यहां रहने वाले बहुसंख्यकों की इच्छा से चलेगा। उन्होंने कहा- यह जो कठमुल्ला हैं, यह सही शब्द नहीं है। लेकिन कहने में परहेज नहीं है, क्योंकि वह देश के लिए बुरा है। घातक है। देश के खिलाफ है। जनता को भड़काने वाले लोग हैं। देश आगे न बढ़े, ऐसा सोचने वाले लोग हैं। उनसे सावधान रहने की जरूरत है। नोटिस के लिए राज्यसभा के 50 सांसदों के साइन जरूरी
सूत्रों के मुताबिक, नोटिस के लिए राज्यसभा के 50 सांसदों के साइन की जरूरत है, जिसमें से 38 सांसदों ने इस नोटिस पर साइन किए हैं। राज्यसभा की कार्यवाही स्थगित होने के चलते बाकी सांसदों के साइन नहीं कराए जा सके। ये साइन आज करा लिए जाएंगे। इसके बाद अगले कुछ दिन में नोटिस पेश किया जाएगा। जस्टिस के बयान पर किसने क्या कहा?
चंद्रशेखर आजाद: आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और नगीना से सांसद चंद्रशेखर आजाद ने कहा- कठमुल्ला जैसे अपमानजनक शब्दों का प्रयोग न केवल असंवेदनशील है, बल्कि यह न्यायपालिका की निष्पक्षता पर भी प्रश्न चिह्न लगाता है। ऐसे बयान समाज में सांप्रदायिक वैमनस्य को बढ़ावा देते हैं, जो न्यायपालिका जैसे पवित्र संस्थान के लिए अक्षम्य है। शलभमणि त्रिपाठी: देवरिया से भाजपा विधायक शलभमणि त्रिपाठी ने कहा, हमारे यहां बच्चा जन्म लेता है तो उसे ईश्वर की तरफ़ ले जाते हैं, वेद मंत्र बताते हैं, उनके यहां बच्चों के सामने बेजुबानों का बेरहमी से वध होता है, सैल्यूट है जस्टिस शेखर यादव, सच बोलने के लिए। महुआ मोइत्रा: पश्चिम बंगाल से टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने X पर लिखा, वीएचपी के कार्यक्रम में शामिल हुए हाई कोर्ट के मौजूदा जज, कहा- देश हिंदुओं के मुताबिक चलेगा और हम अपने संविधान के 75 वर्ष का जश्न मना रहे हैं! सुप्रीम कोर्ट, माननीय सीजेआई- क्या किसी ने स्वतः संज्ञान लिया? कपिल सिब्बल: राज्यसभा सांसद और वकील कपिल सिब्बल ने दिल्ली में कहा- यह भारत को तोड़ने वाला बयान है। जज के खिलाफ महाभियोग प्रस्‍ताव लाएंगे। राजनेता भी ऐसी बात नहीं करते। वे संविधान की रक्षा के लिए बैठे हैं। उनको ये शब्द शोभा नहीं देते। सुप्रीम कोर्ट के कॉलेजियम को देखना चाहिए कि ऐसे लोग जज न बनें। इससे पहले भी जस्टिस शेखर यादव चर्चा में रहे, उनकी 3 सलाह…. 1.) गोरक्षा ‘हिंदुओं का मौलिक अधिकार’ घोषित हो1 सितंबर को 2021 को जस्टिस शेखर यादव ने कहा था- वैज्ञानिकों का मानना है कि गाय ही एकमात्र जानवर है जो ऑक्सीजन छोड़ती है। उन्होंने संसद से गाय को राष्ट्रीय पशु बनाने और गोरक्षा को “हिंदुओं का मौलिक अधिकार” घोषित करने का भी आह्वान किया था। 2.) हिंदू धर्म पर बड़ा सुझाव देकर खड़ा किया था विवादअक्टूबर 2021 में जस्टिस शेखर यादव ने एक फैसले में विवादित सुझाव दिया था। सरकार से राम, कृष्ण, रामायण, गीता, महर्षि वाल्मीकि और वेद व्यास को राष्ट्रीय सम्मान और विरासत का दर्जा देने के लिए एक कानून लाने पर विचार करने के लिए कहा था। यह भी कहा था कि भगवान राम हर नागरिक के दिल में निवास करते हैं और भारत उनके बिना अधूरा है। वह देवताओं की अश्लील तस्वीरें बनाने के आरोपी को जमानत पर फैसला दे रहे थे। उनका सुझाव यह भी था कि भारत की सांस्कृतिक विरासत पर बच्चों के लिए स्कूलों में अनिवार्य पाठ होने चाहिए। 3.) अकबर-जोधाबाई अंतरधार्मिक विवाह के अच्छे उदाहरणअंतर-धार्मिक विवाह पर उनकी टिप्पणी सुर्खियां बन गईं थीं। जून 2021 में वह धर्मांतरण विरोधी कानून के तहत एक आरोपी की जमानत याचिका पर सुनवाई कर रहे थे। उस पर एक लड़की के अपहरण और जबरन मुस्लिम धर्म कबूल कराने का आरोप था। जज ने कहा था कि अगर बहुसंख्यक समुदाय का कोई व्यक्ति अपमान के बाद अपने धर्म से धर्मांतरण करता है, तो देश कमजोर हो जाता है। अकबर और जोधाबाई को अंतरधार्मिक विवाह के अच्छे उदाहरण के रूप में बताया था। अब जस्टिस शेखर यादव के बारे में जानिए…
वर्तमान में शेखर कुमार यादव इलाहाबाद हाईकोर्ट में न्यायाधीश हैं। इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से 1988 में लॉ ग्रेजुएट शेखर कुमार यादव ने 1990 में वकील के रूप में अपना रजिस्ट्रेशन कराया था। उन्हें 12 दिसंबर, 2019 को इलाहाबाद हाईकोर्ट के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किया गया था। 26 मार्च 2021 को उन्होंने स्थायी न्यायाधीश के रूप में शपथ ली थी। अपनी पदोन्नति से पहले उत्तर प्रदेश राज्य के लिए स्थायी वकील रहे। भारत संघ के लिए अतिरिक्त स्थायी वकील रहे। यूपी की अदालतों में रेलवे के लिए स्थायी वकील का पद संभाला था। ———————- ये खबर भी पढ़िए- राहुल ने अचानक बनाया हाथरस आने का कार्यक्रम: सुबह घर से निकले, चर्चित गैंगरेप केस में पीड़ित के परिवार से मिलेंगे लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी यूपी के हाथरस आ रहे हैं। राहुल ने अचानक यह दौरा बनाया। सुबह तक इसकी किसी को कोई जानकारी नहीं थी। राहुल हाथरस के बूलगढ़ी में गैंगरेप पीड़िता के परिवार से मुलाकात करेंगे। राहुल के संभावित दौरे को देखते हुए गांव में सुरक्षा बढ़ा दी गई। पुलिस तैनात कर दी गई है। पढ़ें पूरी खबर…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर