हिमाचल प्रदेश के चार सीनियर पुलिस ऑफिसर को विशेष ड्यूटी पदक से सम्मानित किया गया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय (MHA) ने हिमाचल के 2 IAS और 2 HPS को इस अवार्ड से सम्मानित किया है। पुलिस मुख्यालय ने MHA के निर्देशों पर पुरस्कार की घोषणा कर दी है। पुरस्कार वितरण समारोह बाद में आयोजित किया जाएगा। आज के बाद अब भविष्य में हिमाचल के किसी भी पुलिस ऑफिसर को यह अवार्ड नहीं मिलेगा, क्योंकि क्योंकि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस पदक को बंद कर दिया है। इन अधिकारियों को किया गया सम्मानित MHA द्वारा सम्मानित अधिकारियों में एआईजी पुलिस मुख्यालय मानव वर्मा, पुलिस अधीक्षक (SP) अशोक रतन, उप पुलिस अधीक्षक रोहित मृगपुरी और एसडीपीओ रामपुर नरेश शर्मा शामिल हैं। इसमें IPS मानव वर्मा ने लाहौल-स्पीति में ढाई साल से अधिक समय तक सेवाएं दीं। उन्हें यह पदक पहली बार मिला है। वहीं अशोक रतन ने किन्नौर में एक साल तक पुलिस अधीक्षक के रूप में काम किया। इसी तरह HPS रोहित मृगपुरी ने काजा में एसडीपीओ के रूप में डेढ़ साल से अधिक समय तक सेवाएं दीं। नरेश शर्मा ने किन्नौर मुख्यालय में डेढ़ साल से अधिक समय तक उप पुलिस अधीक्षक के रूप में काम किया। दुर्गम क्षेत्रों में सेवाओं के लिए सम्मान यह सम्मान इन अधिकारियों को हिमाचल के दुर्गम और उच्च पर्वतीय सीमावर्ती क्षेत्रों में कानून-व्यवस्था बनाए रखने में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए दिया गया है। यह पदक उनके साहस, धैर्य और कर्तव्य के प्रति प्रतिबद्धता का सम्मान है। MHA ने अवार्ड दे दिए है। हिमाचल प्रदेश के चार सीनियर पुलिस ऑफिसर को विशेष ड्यूटी पदक से सम्मानित किया गया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय (MHA) ने हिमाचल के 2 IAS और 2 HPS को इस अवार्ड से सम्मानित किया है। पुलिस मुख्यालय ने MHA के निर्देशों पर पुरस्कार की घोषणा कर दी है। पुरस्कार वितरण समारोह बाद में आयोजित किया जाएगा। आज के बाद अब भविष्य में हिमाचल के किसी भी पुलिस ऑफिसर को यह अवार्ड नहीं मिलेगा, क्योंकि क्योंकि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस पदक को बंद कर दिया है। इन अधिकारियों को किया गया सम्मानित MHA द्वारा सम्मानित अधिकारियों में एआईजी पुलिस मुख्यालय मानव वर्मा, पुलिस अधीक्षक (SP) अशोक रतन, उप पुलिस अधीक्षक रोहित मृगपुरी और एसडीपीओ रामपुर नरेश शर्मा शामिल हैं। इसमें IPS मानव वर्मा ने लाहौल-स्पीति में ढाई साल से अधिक समय तक सेवाएं दीं। उन्हें यह पदक पहली बार मिला है। वहीं अशोक रतन ने किन्नौर में एक साल तक पुलिस अधीक्षक के रूप में काम किया। इसी तरह HPS रोहित मृगपुरी ने काजा में एसडीपीओ के रूप में डेढ़ साल से अधिक समय तक सेवाएं दीं। नरेश शर्मा ने किन्नौर मुख्यालय में डेढ़ साल से अधिक समय तक उप पुलिस अधीक्षक के रूप में काम किया। दुर्गम क्षेत्रों में सेवाओं के लिए सम्मान यह सम्मान इन अधिकारियों को हिमाचल के दुर्गम और उच्च पर्वतीय सीमावर्ती क्षेत्रों में कानून-व्यवस्था बनाए रखने में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए दिया गया है। यह पदक उनके साहस, धैर्य और कर्तव्य के प्रति प्रतिबद्धता का सम्मान है। MHA ने अवार्ड दे दिए है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
