जालंधर| जिला स्तरीय योग दिवस समारोह की तैयारी फाइनल कर ली गई हैं। डिप्टी कमिश्नर डा. हिमांशु अग्रवाल ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस से संबंधित जिला स्तरीय समागम 21 जून को ईएसआई अस्पताल कांप्लेक्स उधम सिंह नगर जालंधर में सुबह 5:30 बजे से शाम 6:30 बजे तक मनाया जा रहा है। उन्होंने सभी विभागों के अधिकारियों को योग दिवस समागम में शामिल होने का आदेश दिया है। जालंधर| जिला स्तरीय योग दिवस समारोह की तैयारी फाइनल कर ली गई हैं। डिप्टी कमिश्नर डा. हिमांशु अग्रवाल ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस से संबंधित जिला स्तरीय समागम 21 जून को ईएसआई अस्पताल कांप्लेक्स उधम सिंह नगर जालंधर में सुबह 5:30 बजे से शाम 6:30 बजे तक मनाया जा रहा है। उन्होंने सभी विभागों के अधिकारियों को योग दिवस समागम में शामिल होने का आदेश दिया है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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पंजाब में सरहद पार से तस्करी रोकने की तैयारी:बॉर्डर से लगते 5 किमी एरिया पर फोकस, 40 करोड़ से कैमरे और अन्य इंतजाम
पंजाब में सरहद पार से तस्करी रोकने की तैयारी:बॉर्डर से लगते 5 किमी एरिया पर फोकस, 40 करोड़ से कैमरे और अन्य इंतजाम पंजाब पुलिस सीमा पार से ड्रोन व अन्य माध्यमों से हो रही नशे व हथियारों की तस्करी को रोकने के लिए नई रणनीति पर काम कर रही है। पंजाब की पाकिस्तान के साथ 553 किलोमीटर लंबी सीमा लगती है। अब सीमा से सटे पांच किलोमीटर एरिया पर फोकस है। यहां 40 करोड़ की लागत से काम हो रहा है। इसमें 20 करोड़ की लागत से रणनीतिक प्वाइंटों पर कैमरे लगाए जा रहे हैं। दस करोड़ से मोबिलिटी बढ़ाने और दस करोड़ से इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत करने के प्रोजेक्ट पर काम शुरू हो गया है। पंजाब पुलिस के स्पेशल डीजीपी अर्पित शुक्ला ने बताया कि नशे की चेन तोड़ने के लिए काम किया जा रहा है। उम्मीद है कि इस बार प्रोजेक्ट में सफलता मिलेगी। चेहरा और नंबर पहचान सकेंगे पंजाब में भारत-पाकिस्तान सीमा पर स्थित छह जिलों के विभिन्न गांवों में 585 स्थानों पर पुलिस ये कैमरे लगा रही है। ये कैमरे चेहरा पहचानने में सक्षम हैं। साथ ही, ये वाहनों की नंबर प्लेट पहचान (एएनपीआर) करने में भी सक्षम हैं। 2000 से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं। साथ ही, सीमावर्ती इलाकों में ही कंट्रोल रूम बनाए जा रहे हैं। वहीं, गांव की कमेटियां गठित कर दी गई हैं। साथ ही, इन कैमरों तक मुख्य अधिकारियों की भी पहुंच होगी। साथ ही, अगर कोई हलचल या हंगामा होता है, तो पुलिस पहल के आधार पर कार्रवाई करेगी। 150 ड्रोन गिराने में मिली कामयाबी पाकिस्तान साइड से ड्रोन के जरिए होने वाली तस्करी बड़ी चुनौती है। हालांकि ड्रोन पर नजर रखने के लिए बीएसएफ भी काम कर रही है। ड्रोन से होने वाली वाली सप्लाई को लोगों तक पहुंचाने वाले तस्कर पुलिस के बड़ी चुनौती है। पुलिस द्वारा उस दिशा में मजबूत किया जा रहा है। अधिकारियों की माने तो गत दो साल में 287 से अधिक बार ड्रोन ने भारत के एरिया में घुसने की कोशिश की है। इसमें पुलिस व एजेंसियां 150 से अधिक ड्रोन पकड़ने में कामयाब रहे हैं। जबकि सरहद पार वापस जाने में कामयाब रहे हैं। हालांकि पंजाब पुलिस की गृह विभाग की रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि हो चुकी है कि पुलिस के वाहन काफी पुराने है। ऐसे में अब पुलिस को नए वाहन तक दिए गए है।
पीएपी सर्विस लेन से 7 मीटर चौड़ा 250 मीटर लंबा नया रैंप बनेगा
पीएपी सर्विस लेन से 7 मीटर चौड़ा 250 मीटर लंबा नया रैंप बनेगा वारिस मलिक| जालंधर पीएपी की बंद पड़ी सर्विस लेन को खोलने के लिए नई ड्राइंग तैयार की गई है। 7 मीटर चौड़ा और 250 मीटर लंबा नया रैप तैयार करके डेंजर जोन बने फ्लाईओवर और सर्विस रोड का हल निकाला जा रहा है। इसके लिए डिप्टी कमिश्नर डॉ. हिमांशु अग्रवाल ने नेशनल हाईवे अथारिटी के अधिकारियों के साथ मीटिंग करने के बाद इसका स्थाई हल निकाला है। जिस पर अब एनएचएआई की तरफ से फाइनल प्रोजेक्ट को तैयार करने के बाद डीसी पीएपी के अधिकारियों के साथ मीटिंग कर इसे फाइनल करेंगे। पीएपी में यहां पर मौजूदा जगह से क्रैश बैरियर लगाकर मर्ज हुई जगह को ब्लाक किया गया है। वहां से नई लैग को करीब 7 मीटर चौड़ा करते हुए पीएपी फ्लाईओवर के साथ उठाया जाएगा। यहां से आगे 250 मीटर तक फाइनल में 5.50 मीटर तक करते हुए उसे मुख्य फ्लाईओवर के साथ मर्ज किया जाएगा। इससे पीएपी की तरफ जाने वाली सर्विस रोड़ का इस्तेमाल किया जाएगा। इससे रामामंडी चौक पर बढ़ा हुआ ट्रैफिक का बोझ कम किया जाएगा। लोगों को अमृतसर, करतारपुर जाने के लिए करीब 4 किलोमीटर अतिरिक्त नहीं जाना पड़ेगा। इस नई व्यवस्था के बाद पीएपी फ्लाईओवर के नीचे लाइटों पर लगने वाला जाम भी कम होगा। गौर है कि फ्लाईओवर को चौड़ा करने और सर्विस रोड को खोलने के लिए 6 से अधिक बार ड्राइंग बन चुकी है। लेकिन रेलवे की तरफ से फाइनल नहीं की गई। लेकिन अब इसका हल निकाला गया है। इससे जमीन भी एक्वायर नहीं करनी पड़ेगी और न मिनिस्ट्री आफ रोड़ ट्रांसपोर्ट से इसकी मंजूरी की जरूरत है। सिर्फ एनएचएआई की मंजूरी के बाद इसे शुरू किया जाएगा। हालांकि, शुरूआत में यह भी कहा जा रहा था कि पीएपी फ्लाईओवर के साथ एक नया रेलवे ओवर ब्रिज तैयार किया जाना था। जिसके लिए पीएपी की जमीन एक्वायर करने के साथ रेलवे, पीएसपीसीएल सहित रोड़ ट्रांसपोर्ट मिनिस्ट्री से मंजूरी की जरूरत थी। इसके लिए करीब 16 करोड़ रुपए का प्रस्ताव था। लेकिन पीएपी फ्लाईओवर पार करने पर बीबीएमबी का 220 केवी की तारें गुजर रही है, जिन्हें शिफ्ट करने पर ही 18 करोड़ रुपए का खर्चा है। इसके अलावा पीएपी की ट्री लाइन जिसे वह नेचुरल डिफेंस लाइन मानते हैं। उसे भी एक्वायर किया जाना था। जिस पर काफी खर्च होना था। लेकिन नई व्यवस्था के बाद करीब 3 से 4 करोड़ की लागत से 250 मीटर की नई लैग तैयार कर ट्रैफिक को मर्ज किया जाएगा। 2018 में जब पीएपी फ्लाईओवर बनकर तैयार हुआ था और एक दिन बाद ही उसे बंद करना पड़ा था क्योंकि यहां से जालंधर का ट्रैफिक मर्ज किया हुआ था वहां पर लगातार एक्सीडेंट होने लगे थे। उसके बाद प्रशासन ने सर्विस रोड खोलने के लिए एनएचएआई से सुझाव मांगे थे। तब एनएचएआई ने जिस कंपनी को ठेका दिया था। तब उसने 7 मीटर चौड़ा और 250 मीटर लंबा रैंप तैयार करने की बात कही गई थी, जिस पर तब सहमति नहीं बनी थी और नया आरओबी बनाने के लिए कहा जा रहा था लेकिन अब दोबारा से शुरु पांच साल पहले वाली प्रपोजल को ही अपनाया जा रहा है। पीएपी के अधिकारियों का कहना है कि जिस ड्राइंग के हिसाब से इस सर्विस रोड को खोलने के की तैयारी की जा रही है। वह स्थाई हल नहीं है। इसके लिए अलग से लैग तैयार करनी है या फिर फोर लेन फ्लाईओवर को चौड़ा दोनों तरफ से करना होगा। इसके लिए पीएपी की जगह एक्वायर करते हुए नया प्रोजेक्ट तैयार किया जा सकता है। इसके अलावा फ्लाईओवर के उपर ग्रीन बेल्ट जो करीब 6 फुट चौड़ी है उसको छोटा करके भी मौजूदा फ्लाईओवर को चौड़ा किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि ऐसा करने से लाभ मिलेगा।
पंजाब के मंत्री गुरमीत हेयर ने विधायक पद से दिया:संगरूर से लोकसभा चुनाव जीता है, बरनाला सीट से थे AAP विधायक
पंजाब के मंत्री गुरमीत हेयर ने विधायक पद से दिया:संगरूर से लोकसभा चुनाव जीता है, बरनाला सीट से थे AAP विधायक संगरूर लोकसभा सीट से चुनाव जीतने वाले बरनाला से आम आदमी पार्टी के विधायक व पंजाब के कैबिनेट मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर ने भी इस्तीफा दे दिया है। इसके साथ ही अब उनकी सीट भी खाली हो गई। ऐसे में उनकी सीट पर भी उप चुनाव होगा। वहीं, इस इस्तीफे को जल्दी ही स्पीकर द्वारा मंजूर कर लिया जाएगा। इससे पहले तीन चुनाव जीतने वाले तीन विधायकों के इस्तीफे मंजूर कर लिए गए हैं। 2017 में पहली बार चुनाव जीता था गुरमीत सिंह का जन्म 1989 में हुआ था। वह मात्र 35 साल के हैं। वह बरनाला विधानसभा क्षेत्र से दो बार विधायक चुने गए हैं। उन्होंने पहली बार 2017 में चुनाव लड़ा था। उस समय वह कांग्रेस नेता केवल सिंह ढिल्लों को हराकर विधानसभा पहुंचे थे। 2022 के विधानसभा चुनावों में उन्होंने बरनाला क्षेत्र के 50 फीसदी वोट हासिल कर जीत हासिल की थी। वहीं, सरकार में उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गया था। उन्हें शुरू में पांच विभाग दिए गए थे । वहीं, 2024 में गुरमीत सिंह मीत हेयर कांग्रेस के सुखपाल सिंह खैरा को 172560 मतों के अंतर से हराकर संगरूर लोकसभा से लोकसभा जीते है।