ईरान-इजरायल युद्ध में गाजियाबाद का बेटा फंसा, पिता बोले- मोदी जी, बचा लीजिए

ईरान-इजरायल युद्ध में गाजियाबाद का बेटा फंसा, पिता बोले- मोदी जी, बचा लीजिए

<p style=”text-align: justify;”><strong>Israel Iran War</strong><strong>:</strong> मिडिल ईस्ट में इजरायल और ईरान की जंग अब तेज होती जा रही है. दोनों देशों के तरफ से लगातार मिसाइल और ड्रोन अटैक जारी है. इसके बीच गाजियाबाद के एक परिवार ने प्रधानमन्त्री <a title=”नरेंद्र मोदी” href=”https://www.abplive.com/topic/narendra-modi” data-type=”interlinkingkeywords”>नरेंद्र मोदी</a> से गुहार लगाईं है. जिसमें ईरान में मेडिकल की पढ़ाई करने गए उनके बेटे को सकुशल देश वापस लाया जाया. परिवार ने बताया कि उनका बेटा जैसे ही खाना खाने हॉस्टल से निकला तभी वहां मिसाइल अटैक हो गया. तभी से परिवार दहशत में है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>जानकारी के मुताबिक गाजियाबाद के बेहटा हाजीपुर में मोहम्मद अली अपने परिवार के साथ रहते हैं. मोहम्मद अली का बेटा रिजवान एमबीबीएस करने के लिए ईरान के तेहरान में है. मोहम्मद अली बताते हैं की उनका बेटा हॉस्टल से बाहर खाना खाने के लिए निकला इस दौरान उसके हॉस्टल पर मिसाइल गिर गई. मोहम्मद अली के मुताबिक उनके बेटे का फोन कागजात सब हॉस्टल में ही थे. अब महज कुछ सेकंडों के लिए रिजवान किसी और के फोन से सिर्फ इतना बता पता है कि वह जिंदा है. मोहम्मद अली ने प्रधानमंत्री मोदी से अपील की है कि जिस तरीके से उन्होंने यूक्रेन से छात्रों को निकाला इस तरीके से ईरान में मौजूद भारतीय छात्रों को सरकार वापस बुलाए.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>नवम्बर 2024 में तेहरान गया था </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>परिवार के मुताबिक रिजवान नवम्बर 2024 में तेहरान गया था. रिजवान की तीन बहने हैं और एक छोटा भाई है. छोटा भाई अभी 12वीं में है. वहीँ तीन बहनों में से एक बहन की शादी हो चुकी है. पिता मोहम्मद अली किराना की दुकान चलाते हैं मूल रूप से अमरोहा के रहने वाले हैं. परिवार चिंता में डूबा हुआ है. साथ ही रिजवान के पास फोन न होने के चलते उनकी चिंता और बड़ी हुई है. परिवार के मुताबिक अब सरकार ही उनकी आखिरी उम्मीद है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>यहां बता दें कि देश के कई और शहरों के भी स्टूडेंट पढाई के लिए ईरान गए हुए हैं.फिलहाल अब सब केंद्र सरकार से अपने बच्चों की सकुशल वापसी की मांग कर रहे हैं.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Israel Iran War</strong><strong>:</strong> मिडिल ईस्ट में इजरायल और ईरान की जंग अब तेज होती जा रही है. दोनों देशों के तरफ से लगातार मिसाइल और ड्रोन अटैक जारी है. इसके बीच गाजियाबाद के एक परिवार ने प्रधानमन्त्री <a title=”नरेंद्र मोदी” href=”https://www.abplive.com/topic/narendra-modi” data-type=”interlinkingkeywords”>नरेंद्र मोदी</a> से गुहार लगाईं है. जिसमें ईरान में मेडिकल की पढ़ाई करने गए उनके बेटे को सकुशल देश वापस लाया जाया. परिवार ने बताया कि उनका बेटा जैसे ही खाना खाने हॉस्टल से निकला तभी वहां मिसाइल अटैक हो गया. तभी से परिवार दहशत में है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>जानकारी के मुताबिक गाजियाबाद के बेहटा हाजीपुर में मोहम्मद अली अपने परिवार के साथ रहते हैं. मोहम्मद अली का बेटा रिजवान एमबीबीएस करने के लिए ईरान के तेहरान में है. मोहम्मद अली बताते हैं की उनका बेटा हॉस्टल से बाहर खाना खाने के लिए निकला इस दौरान उसके हॉस्टल पर मिसाइल गिर गई. मोहम्मद अली के मुताबिक उनके बेटे का फोन कागजात सब हॉस्टल में ही थे. अब महज कुछ सेकंडों के लिए रिजवान किसी और के फोन से सिर्फ इतना बता पता है कि वह जिंदा है. मोहम्मद अली ने प्रधानमंत्री मोदी से अपील की है कि जिस तरीके से उन्होंने यूक्रेन से छात्रों को निकाला इस तरीके से ईरान में मौजूद भारतीय छात्रों को सरकार वापस बुलाए.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>नवम्बर 2024 में तेहरान गया था </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>परिवार के मुताबिक रिजवान नवम्बर 2024 में तेहरान गया था. रिजवान की तीन बहने हैं और एक छोटा भाई है. छोटा भाई अभी 12वीं में है. वहीँ तीन बहनों में से एक बहन की शादी हो चुकी है. पिता मोहम्मद अली किराना की दुकान चलाते हैं मूल रूप से अमरोहा के रहने वाले हैं. परिवार चिंता में डूबा हुआ है. साथ ही रिजवान के पास फोन न होने के चलते उनकी चिंता और बड़ी हुई है. परिवार के मुताबिक अब सरकार ही उनकी आखिरी उम्मीद है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>यहां बता दें कि देश के कई और शहरों के भी स्टूडेंट पढाई के लिए ईरान गए हुए हैं.फिलहाल अब सब केंद्र सरकार से अपने बच्चों की सकुशल वापसी की मांग कर रहे हैं.</p>  उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड सोनम रघुवंशी की ये तस्वीरें नहीं देखी होंगी! बैग में मिले मंगलसूत्र ने कैसे पुलिस की मदद की?