अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्याजय (AMU) में पढ़ने वाले ईराक, ईरान और अफगानिस्तान के छात्रों पर अब एएमयू प्रशासन की सीधी नजर रहेगी। इंतजामिया उनकी उनकी हर एक गतिविधि को नोटिस करेगा और उनके आने जाने पर भी पाबंदी रखी जाएगी। इन देशों के छात्र अगर अलीगढ़ से बाहर जाते हैं, तो उन्हें इसकी जानकारी इंतजामिया को पहले से देनी होगी। इसके लिए यूनिवर्सिटी ने निर्देश जारी कर दिए हैं और इन सभी देशों के छात्रों के साथ बैठक करके उन्हें विभिन्न दिशा निर्देश भी दिए गए हैं। यूनिवर्सिटी में इन देशों के कई छात्र पढ़ाई कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर नहीं करेंगे टिप्पणी यूनिवर्सिटी ने इन छात्रों पर जिले के बाहर जाने की पाबंदी के साथ ही इनके सोशल मीडिया के इस्तेमाल पर भी कई पाबंदियां लगाई हैं। यह छात्र देश विदेश में होने वाली किसी भी घटना पर अपनी कोई प्रतिक्रिया नहीं देंगे। वह किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर किसी जाति, धर्म, समुदाय सा राजनैतिक गतिविधि पर अपने विचाद प्रकट नहीं करेंगे। ऐसा इसलिए क्योंकि बीते दिनों यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले 3 बांग्लादेशी छात्रों ने भारत देश और सनातन धर्म के खिलाफ अशोभनीय टिप्पणी की थी। जिसके बाद एएमयू में हिंदू छात्रों ने इसका विरोध शुरू कर दिया था। एएमयू ने कार्रवाई करते हुए आरोपी छात्रों को नोटिस दिया था और दो छात्रों को डिबार करते हुए उनके ऊपर आजीवन प्रतिबंध भी लगा दिया था। अब सभी छात्रों को चेतावनी दी गई है। अधिकारियों ने छात्रों संग की बैठक छात्रों को इन नियमों की जानकारी देने के लिए कैंपस में इन छात्रों के साथ यूनिवर्सिटी के अधिकारियों और प्रोफेसर्स ने बैठक की। इसमें अफगानिस्तान के 14 छात्र, इरान के 6 छात्र और इराक के 6 छात्र शामिल हुए। इन छात्रों को बताया गया कि अगर वह अलीगढ़ से बाहर जाते हैं, तो इसकी जानकारी सबसे पहले उन्हें इंतजामिया को देनी होगी। वहीं सोशल मीडिया प्लेटफार्म वह इस्तेमाल करें, लेकिन इसमें किसी तरह की विवादित पोस्ट नहीं करेंगे और न ही इस तरह की पोस्ट को शेयर करेंगे। सोशल मीडिया के इस्तेमाल की दी जानकारी एएमयू के डिप्टी प्रॉक्टर एस अली नवाज जैदी ने बताया कि सभी छात्रों को सोशल मीडिया के इस्तेमाल और साइबर के बारे जागरुक किया गया है। इसके साथ ही उन्हें चेतावनी के साथ निर्देश दिए गए हैं कि वह ऐसी कोई भी गतिविधि नहीं करेंगे, जिससे किसी अन्य व्यक्ति की भावनाएं आहत हो। अगर वह ऐसा करेंगे तो उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्याजय (AMU) में पढ़ने वाले ईराक, ईरान और अफगानिस्तान के छात्रों पर अब एएमयू प्रशासन की सीधी नजर रहेगी। इंतजामिया उनकी उनकी हर एक गतिविधि को नोटिस करेगा और उनके आने जाने पर भी पाबंदी रखी जाएगी। इन देशों के छात्र अगर अलीगढ़ से बाहर जाते हैं, तो उन्हें इसकी जानकारी इंतजामिया को पहले से देनी होगी। इसके लिए यूनिवर्सिटी ने निर्देश जारी कर दिए हैं और इन सभी देशों के छात्रों के साथ बैठक करके उन्हें विभिन्न दिशा निर्देश भी दिए गए हैं। यूनिवर्सिटी में इन देशों के कई छात्र पढ़ाई कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर नहीं करेंगे टिप्पणी यूनिवर्सिटी ने इन छात्रों पर जिले के बाहर जाने की पाबंदी के साथ ही इनके सोशल मीडिया के इस्तेमाल पर भी कई पाबंदियां लगाई हैं। यह छात्र देश विदेश में होने वाली किसी भी घटना पर अपनी कोई प्रतिक्रिया नहीं देंगे। वह किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर किसी जाति, धर्म, समुदाय सा राजनैतिक गतिविधि पर अपने विचाद प्रकट नहीं करेंगे। ऐसा इसलिए क्योंकि बीते दिनों यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले 3 बांग्लादेशी छात्रों ने भारत देश और सनातन धर्म के खिलाफ अशोभनीय टिप्पणी की थी। जिसके बाद एएमयू में हिंदू छात्रों ने इसका विरोध शुरू कर दिया था। एएमयू ने कार्रवाई करते हुए आरोपी छात्रों को नोटिस दिया था और दो छात्रों को डिबार करते हुए उनके ऊपर आजीवन प्रतिबंध भी लगा दिया था। अब सभी छात्रों को चेतावनी दी गई है। अधिकारियों ने छात्रों संग की बैठक छात्रों को इन नियमों की जानकारी देने के लिए कैंपस में इन छात्रों के साथ यूनिवर्सिटी के अधिकारियों और प्रोफेसर्स ने बैठक की। इसमें अफगानिस्तान के 14 छात्र, इरान के 6 छात्र और इराक के 6 छात्र शामिल हुए। इन छात्रों को बताया गया कि अगर वह अलीगढ़ से बाहर जाते हैं, तो इसकी जानकारी सबसे पहले उन्हें इंतजामिया को देनी होगी। वहीं सोशल मीडिया प्लेटफार्म वह इस्तेमाल करें, लेकिन इसमें किसी तरह की विवादित पोस्ट नहीं करेंगे और न ही इस तरह की पोस्ट को शेयर करेंगे। सोशल मीडिया के इस्तेमाल की दी जानकारी एएमयू के डिप्टी प्रॉक्टर एस अली नवाज जैदी ने बताया कि सभी छात्रों को सोशल मीडिया के इस्तेमाल और साइबर के बारे जागरुक किया गया है। इसके साथ ही उन्हें चेतावनी के साथ निर्देश दिए गए हैं कि वह ऐसी कोई भी गतिविधि नहीं करेंगे, जिससे किसी अन्य व्यक्ति की भावनाएं आहत हो। अगर वह ऐसा करेंगे तो उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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क्या उद्धव ठाकरे MVA के CM फेस होंगे? संजय राउत बोले, ‘लोकसभा चुनाव में सिर्फ…’
क्या उद्धव ठाकरे MVA के CM फेस होंगे? संजय राउत बोले, ‘लोकसभा चुनाव में सिर्फ…’ <p style=”text-align: justify;”><strong>Maharashtra News: </strong>संजय राउत (Sanjay Raut) ने विधानसभा चुनाव में एमवीए द्वारा सीएम का चेहरा पेश करने की जरूरत पर एकबार फिर जोर दिया है. राउत ने यह बात तब कही है जब उद्धव ठाकरे ने दिल्ली में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की है. हालांकि एमवी ने सामूहिक रूप से सीएम फेस पेश करने से परहेज करती दिख रही है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>पीटीआई के मुताबिक जब संजय राउत से पूछा गया कि क्या वह उद्धव ठाकरे की उम्मीदवारी पर जोर दे रहे हैं तो उन्होंने सीधा जवाब देने से इनकार कर दिया. हालांकि यह जरूर कहा कि उनकी पार्टी के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे और कांग्रेस नेता राहुल गांधी केंद्र में बीजेपी के नेतृत्व वाली सरकार की नीतियों के खिलाफ आवाज उठाने में सबसे आगे रहे हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>राहुल गांधी को चेहरा बना बीजेपी को हरा सकते थे- राउत</strong><br />मीडिया से बातचीत में संजय राउत ने कहा कि महाराष्ट्र चुनाव के लिए एक चेहरा होना चाहिए. अगर लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी विपक्ष का चेहरा होते तो हम बीजेपी को हरा सकते थे. राहुल गांधी द्वारा नेता प्रतिपक्ष का पद स्वीकार करने के बाद देश में आत्मविश्वास की भावना दिखी है इसलिए महाराष्ट्र में भी विपक्ष के एक चेहरे की जरूरत है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>उद्धव ठाकरे की उम्मीदवारी पर यह बोले राउत</strong><br />क्या उद्धव ठाकरे एमवीए के सीएम उम्मीदवार होंगे? इस सवाल पर संजय राउत ने कहा कि <a title=”लोकसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/lok-sabha-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>लोकसभा चुनाव</a> में विपक्ष में केवल राहुल गांधी और उद्धव ठाकरे चेहरा बने थे. बता दें कि उद्धव ठाकरे ने दिल्ली दौरे पर इस बात के संकेत दिए हैं कि वह <a title=”महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव” href=”https://www.abplive.com/topic/maharashtra-assembly-election-2024″ data-type=”interlinkingkeywords”>महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव</a> में सीएम फेस बनने के लिए तैयार हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”>उद्धव ने दिल्ली दौरे पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी और केसी वेणुगोपाल से मुलाकात की थी. उद्धव ने दिल्ली में कहा था, ”अगर मेरे सहयोगियों को लगता है कि मैंने अच्छा काम किया है, तो उनसे पूछें कि क्या वे मुझे मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं.”</p>
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बिट्टू एहसान फरामोश है, कुछ नहीं आता उसे:केंद्रीय मंत्री द्वारा राहुल गांधी को लेकर दिए बयान पर पंजाब कांग्रेस का पलटवार केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू द्वारा राहुल गांधी को लेकर दिए बयान पर पंजाब की राजनीति गर्माई गई है। कांग्रेस के सीनियर नेताओं ने इस पर पलटवार किया है। उन्होंने बिट्टू को एहसान फरामोश कहा है। साथ ही केंद्र सरकार को सलाह दी है कि उनके दिमाग का इलाज करवाया जाए । कांग्रेस नेताओं का कहना है कि यदि राहुल गांधी को आतंकी बोलकर बिट्टू का कद बढ़ता है तो उन्हें इस चीज से कोई ऐतराज नहीं है। वहीं, बिट्टू का कहना है कि वह अपने बयान पर कायम है। वह संसद के अंदर भी उनके सामने यह बात बोल सकते हैं। राहुल गांधी विदेशों में बैठे आतंकियों की भाषा राहुल गांधी बोल रहे हैं। गांधी ने तीन बार बनाया मेंबर पार्लियामेंट कांग्रेस प्रधान व लुधियाना के सांसद अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने कहा कि बिट्टू ने राहुल गांधी को आतंकवादी कहा है, उसे शर्म आनी चाहिए। उसे राहुल गांधी ने ही तीन बार मेंबर पॉर्लियामेंट बनाया है। बिट्टू बच्चा था, इसे कुछ नहीं आता था। गुरकीरत काबिल था। बिट्टू के कहने से राहुल गांधी आतंकी नहीं बनेगा। बिट्टू के बयान से उनकी मानसिकता, बुद्धि का ज्ञान लोगों को हो गया है। यह कितना एहसान फरामोश आदमी है। अपने आकाओं को खुश करने के लिए बयान दिया है। राहुल गांधी के पिता ने देश के लिए शहादत दी है। और एक यह व्यक्ति है, जिसने अपने पिता के कातिलों को माफ कर दिया। राहुल गांधी को आतंकी बोलकर आपका बीजेपी में कद बढ़ रहा तो आप बोलिए। हमें इससे एतराज नहीं है। इससे बेबकूफी कहते है। वहीं, उन्होंने बीजेपी को कहा कि आपने हारे लड़के को मंत्री बनाया है। इस मदुबुद्वि को अकल दीजिए। बिट्टू ने मेंटल बैलेंस खोया कांग्रेस के दिग्गज नेता प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि रवनीत बिट्टू के बयान से लगता है कि उन्होंने अपना मेंटल बैलेंस खो दिया है। मुझे बहुत अफसोस है । जिस आदमी का अस्तित्व जिस लीडर, परिवार व पार्टी के कारण हुआ है। उन्हें इसने आतंकवादी बताया है। जिस आदमी को लोगों ने रिजेक्ट कर दिया है। उसे केंद्र सरकार ने मंत्री बना दिया है। उसे अपने संवैधानिक पद का पता नहीं है। मैं भारत सरकार से आग्रह करता हूं कि इस कठिन समय में अपने मंत्री की सहायता करें, क्योंकि ऐसा लगता है कि उन्होंने अपने भाषण और तर्क के बीच आवश्यक संबंध खो दिया है। ऐसे शुरू हुआ था विवाद दरअसल राहुल गांधी कुछ दिन पहले विदेश दौरे पर गए थे। इस दौरान उन्होंने वहां एक प्रोग्राम को संबोधित किया था। दर्शकों में से एक सिख सदस्य से उनका नाम पूछते हुए राहुल गांधी ने कहा था कि भारत में लड़ाई इस बात को लेकर है कि क्या एक सिख के रूप में उन्हें पगड़ी पहनने की अनुमति दी जाएगी या नहीं। भारत में कड़ा पहनने की अनुमति है या नहीं, एक सिख के रूप में उसे गुरुद्वारे में जाने की अनुमति है या नहीं। इसी को लेकर बवाल हुआ था। बीजेपी ने विरोध किया था। इसके बाद बयानबाजी चल रही थी। इसके बाद बिट्टू ने बयान दिया था कि राहुल गांधी हिंदुस्तानी नहीं हैं। उनको भारत से प्यार भी नहीं है। राहुल ने पहले मुसलमानों का इस्तेमाल करने की कोशिश की, लेकिन ऐसा नहीं हुआ तो वे अब सिखों को बांटने की कोशिश कर रहे हैं। राहुल गांधी देश के नंबर वन टेरेरिस्ट हैं। उनको पकड़ने वाले को इनाम दिया जाना चाहिए, क्योंकि वे देश के सबसे बड़े दुश्मन हैं। देश की एजेंसियों को उन पर नजर रखनी चाहिए।
सागर में मंदिर को निशाना बनाए जाने के खिलाफ फूटा गुस्सा, हिंदू संगठनों ने किया थाने का घेराव
सागर में मंदिर को निशाना बनाए जाने के खिलाफ फूटा गुस्सा, हिंदू संगठनों ने किया थाने का घेराव <p style=”text-align: justify;”><strong>MP News: </strong>सागर के कोतवाली थाना क्षेत्र में मुंह पर कपड़ा बांधकर कुछ युवकों ने हिंदू मंदिर को निशाना बनाया. मंदिर में घुसे नकाबपोशों को देखकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे. उन्होंने मंदिर में तोड़फोड़ करने वालों को रोकने का प्रयास किया. रोके जाने से नाराज युवकों ने मारपीट शुरू कर दी. मारपीट में तीन लोग घायल हो गए. घायलों की पहचान अनुज जड़िया, बाबू जड़िया और चीकू के तौर पर हुई. इलाज के लिए घायलों को अस्पताल ले जाया गया. धार्मिक स्थल में तोड़फोड़ की खबर से तनाव फैल गया. विरोध में लोगों ने कोतवाली थाने का घेराव कर दिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं की भीड़ भी इकट्ठा हो गई. उन्होंने जमकर पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की. प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि जैन समाज के युवकों ने घटना को अंजाम दिया. हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने दोषियों पर नामजद एफआईआर कोतवाली थाना प्रभारी नवीन जैन को हटाने की मांग की. प्रदर्शनकारियों ने सागर विधायक शैलेंद्र जैन के खिलाफ भी नारे लगाये. शनिवार को घटना के विरोध में सर्राफा बाजार बंद रहा. प्रदर्शन की सूचना पाकर पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कार्रवाई के आश्वासन पर माने प्रदर्शनकारी</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने नाराज लोगों को समझाइश देकर शांत कराने की कोशिश की. प्रदर्शनकारी कार्रवाई की मांग पर अड़े रहे. काफी देर तक मान मनौव्वल के बाद प्रदर्शनकारी मान गए. कार्रवाई का आश्वासन मिलने के बाद लोगों ने धरना समाप्त कर दिया. एडीशनल एसपी लोकेश सिन्हा ने कहा कि अब पूरा मामला शांत हो गया है. अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए पुलिस का पहरा बढ़ा दिया गया है. पुलिस ने मंदिर में तोड़फोड़ करने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. लापरवाही बरतने पर दो पुलिस कर्मियों को लाइन अटैच किया गया है. घटना की जांच की जा रही है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>विनोद आर्य की रिपोर्ट</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”इंदौर: ऑनलाइन गेम्स ने ली जान, आई आई टी बीटेक के छात्र ने फांसी लगाकर की आत्महत्या” href=”https://www.abplive.com/city/indore/indore-news-online-games-victim-iit-student-committed-suicide-mp-news-ann-2856131″ target=”_self”>इंदौर: ऑनलाइन गेम्स ने ली जान, आई आई टी बीटेक के छात्र ने फांसी लगाकर की आत्महत्या</a></strong></p>