हिमाचल सरकार को गिराने के लिए षड़यंत्र रचने से संबंधित केस में शिमला पुलिस ने आज उत्तराखंड में भारतीय जनता पार्टी के एक बड़े नेता को बालूगंज थाने बुलाया है। बीजेपी नेता के साथ साथ पूर्व विधायक आशीष शर्मा और रिटायर IAS राकेश शर्मा, इन दोनों के एसोसिएट दो व्यक्तियों को भी शिमला पुलिस ने पूछताछ के लिए तलब किया है। इस हाई प्रोफाइल केस में शिमला पुलिस उन लोगों के नाम बताते से कतरा रही है, जिन्हें जांच में शामिल किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि उत्तराखंड भाजपा के बड़े नेता ने हिमाचल में राज्यसभा प्रकरण के बाद बागी विधायकों के ठहरने व खाने-पीने का इंतजाम ऋषिकेष में कराया था। इनके बिलों का भुगतान भाजपा नेता के कहने पर किया गया। इसी वजह से भाजपा नेता को आज पुलिस ने बुलाया है। आशीष शर्मा और राकेश शर्मा के दो सहयोगियों को भी बागी विधायकों के ठहरने के लिए इंतजामों की वजह से थाने तलब किया है। इसी मामले में पिछले कल हरियाणा के पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर के प्रचार सलाहाकार तरुण भंडारी भी शिमला पुलिस के सामने पेश हो चुके हैं। पुलिस ने उनसे करीब पौने घंटे तक पूछताछ की है। वहीं हमीरपुर के पूर्व विधायक आशीष शर्मा और गगरेट के पूर्व एमएलए चैतन्य शर्मा को भी पिछले कल इसी केस में बुलाया गया था। मगर दोनों हाजिर नहीं हुए। इन्हें बीते 13 जून को भी पुलिस के सामने हाजिर होने को कहा गया था। तब भी नहीं आए। पुलिस अब इन्हें एक बार फिर से तलब करेंगी और पूछताछ करेगी। जाने क्या है पूरा मामला.. दरअसल, कांग्रेस के विधायक संजय अवस्थी और भुवनेश्वर गौड़ की शिकायत पर बालूगंज थाना में बीते 10 मार्च FIR की गई। यह मामला आशीष शर्मा और आईएएस राकेश शर्मा के खिलाफ दर्ज किया गया। शिकायत में आरोप है कि इन दोनों ने सरकार को गिराने के लिए षड़यंत्र रचा है। पुलिस इसकी जांच में जुटी हुई है और साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। जांच में कई लोगों के नाम सामने आ रहे हैं। इनमें उत्तराखंड का भाजपा नेता, तरुण भंडारी सहित चार-पांच अन्य नाम शामिल है। इसलिए पुलिस इनसे एक-एक कर पूछताछ कर रही है। एक महीने तक प्रदेश से बाहर रहे थे बागी विधायक बता दें कि बीते 27 फरवरी को राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोट के बाद कांग्रेस के छह बागी सहित तीन निर्दलीय विधायक भी करीब दो हफ्ते तक पंचकूला के एक होटल में ठहरे। इसके बाद ऋषिकेष गए। ऋषिकेष से गुड़गांव पहुंचे। इस दौरान इनके ठहरने व खाने-पीने के बिलों का भुगतान जिन्होंने किया, पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है। फाइव- सेवन स्टार होटलों में ठहराया, हेलिकॉप्टर से बागियों को ले गए आशीष शर्मा और चैतन्य शर्मा के पिता राकेश शर्मा पर आरोप है कि इन्होंने सरकार को गिराने के लिए विधायकों के फाइव से सेवन स्टार होटलों में ठहराने की व्यवस्था की और हेलीकाप्टर से बागी विधायकों को ले जाने में मदद की। अब चैतन्य को भी इस केस में जांच के लिए तलब किया गया है। हिमाचल सरकार को गिराने के लिए षड़यंत्र रचने से संबंधित केस में शिमला पुलिस ने आज उत्तराखंड में भारतीय जनता पार्टी के एक बड़े नेता को बालूगंज थाने बुलाया है। बीजेपी नेता के साथ साथ पूर्व विधायक आशीष शर्मा और रिटायर IAS राकेश शर्मा, इन दोनों के एसोसिएट दो व्यक्तियों को भी शिमला पुलिस ने पूछताछ के लिए तलब किया है। इस हाई प्रोफाइल केस में शिमला पुलिस उन लोगों के नाम बताते से कतरा रही है, जिन्हें जांच में शामिल किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि उत्तराखंड भाजपा के बड़े नेता ने हिमाचल में राज्यसभा प्रकरण के बाद बागी विधायकों के ठहरने व खाने-पीने का इंतजाम ऋषिकेष में कराया था। इनके बिलों का भुगतान भाजपा नेता के कहने पर किया गया। इसी वजह से भाजपा नेता को आज पुलिस ने बुलाया है। आशीष शर्मा और राकेश शर्मा के दो सहयोगियों को भी बागी विधायकों के ठहरने के लिए इंतजामों की वजह से थाने तलब किया है। इसी मामले में पिछले कल हरियाणा के पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर के प्रचार सलाहाकार तरुण भंडारी भी शिमला पुलिस के सामने पेश हो चुके हैं। पुलिस ने उनसे करीब पौने घंटे तक पूछताछ की है। वहीं हमीरपुर के पूर्व विधायक आशीष शर्मा और गगरेट के पूर्व एमएलए चैतन्य शर्मा को भी पिछले कल इसी केस में बुलाया गया था। मगर दोनों हाजिर नहीं हुए। इन्हें बीते 13 जून को भी पुलिस के सामने हाजिर होने को कहा गया था। तब भी नहीं आए। पुलिस अब इन्हें एक बार फिर से तलब करेंगी और पूछताछ करेगी। जाने क्या है पूरा मामला.. दरअसल, कांग्रेस के विधायक संजय अवस्थी और भुवनेश्वर गौड़ की शिकायत पर बालूगंज थाना में बीते 10 मार्च FIR की गई। यह मामला आशीष शर्मा और आईएएस राकेश शर्मा के खिलाफ दर्ज किया गया। शिकायत में आरोप है कि इन दोनों ने सरकार को गिराने के लिए षड़यंत्र रचा है। पुलिस इसकी जांच में जुटी हुई है और साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। जांच में कई लोगों के नाम सामने आ रहे हैं। इनमें उत्तराखंड का भाजपा नेता, तरुण भंडारी सहित चार-पांच अन्य नाम शामिल है। इसलिए पुलिस इनसे एक-एक कर पूछताछ कर रही है। एक महीने तक प्रदेश से बाहर रहे थे बागी विधायक बता दें कि बीते 27 फरवरी को राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोट के बाद कांग्रेस के छह बागी सहित तीन निर्दलीय विधायक भी करीब दो हफ्ते तक पंचकूला के एक होटल में ठहरे। इसके बाद ऋषिकेष गए। ऋषिकेष से गुड़गांव पहुंचे। इस दौरान इनके ठहरने व खाने-पीने के बिलों का भुगतान जिन्होंने किया, पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है। फाइव- सेवन स्टार होटलों में ठहराया, हेलिकॉप्टर से बागियों को ले गए आशीष शर्मा और चैतन्य शर्मा के पिता राकेश शर्मा पर आरोप है कि इन्होंने सरकार को गिराने के लिए विधायकों के फाइव से सेवन स्टार होटलों में ठहराने की व्यवस्था की और हेलीकाप्टर से बागी विधायकों को ले जाने में मदद की। अब चैतन्य को भी इस केस में जांच के लिए तलब किया गया है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में नशे के खिलाफ चलेगा विशेष अभियान:राज्यपाल बोले- पंचायती राज, शिक्षा विभाग और पुलिस का लेंगे सहयोग; मीटिंग में बनी रणनीति हिमाचल प्रदेश में नशे के खात्मे के लिए पंचायतों के सहयोग से विशेष अभियान चलाया जाएगा। राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल और पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास मंत्री अनिरुद्ध सिंह के बीच शनिवार को राजभवन में आयोजित मीटिंग में यह निर्णय लिया गया। इस अभियान में पंचायती राज संस्थानों, पंचायत समिति सदस्य (BDC), शिक्षा, पुलिस विभाग सहित और अन्य विभागों को भी शामिल किया जाएगा। राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने कहा, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज महत्वपूर्ण विभाग है, जो न केवल ग्रामीण स्तर पर विकासात्मक कार्यों बल्कि जागरूकता के लिए प्रभावी कार्य कर सकता है। उन्होंने कहा कि नशे को रोकना है तो पंचायती राज और शिक्षा विभाग दोनों ऐसे सेक्टर हैं, जिन पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है। राज्यपाल ने कहा, ऊना जिले में भी इस तरह के अभियान की कुछ समय पहले शुरुआत की गई थी। जो एक वर्ष तक चला और इसके अच्छे परिणाम सामने आए हैं। राज्यपाल ने प्रसन्नता व्यक्त की कि सरकार भी नशे के खिलाफ गंभीरता से प्रयास कर रही है और इस विषय पर हो रही चर्चा से वह अवगत हैं। उन्होंने कहा, नशे के खिलाफ सामूहिक प्रयासों से बड़ा आंदोलन चलाया जा सकता है। जिससे आम आदमी भी खुलकर नशा करने वालों और नशा बेचने वालों के विरोध में आगे आएंगे। उन्होंने विभाग को वीडियो संदेश तथा जागरूकता सामग्री से ग्रामीण स्तर पर लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता पर बल दिया। सिंथेटिक ड्रग्स चिंता का विषय- अनिरुद्ध अनिरुद्ध सिंह ने राज्यपाल की इस पहल पर विभाग द्वारा हर संभव सहयोग करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य को नशा मुक्त करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। नशे पर अंकुश लगाने के लिए हर एक जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने नशे के मामले में कानून में बदलाव की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि आज सबसे बड़ी चिंता सिंथेटिक ड्रग्स की है। प्रदेश की जेलों मे चिट्टे के मामले क्षमता से अधिक हैं। ये अधिकारी भी मौजूद रहे इस दौरान ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज के सचिव राजेश शर्मा, राज्यपाल के सचिव सीपी वर्मा, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग के निदेशक राघव शर्मा, अतिरिक्त निदेशक नीरज चांदला एवं केवल शर्मा तथा अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।
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मंडी में CM ने किया शानन पावर प्रोजेक्ट का निरीक्षण:बोले- इस पर हिमाचल का हक, अंग्रेजों के जमाने में बना था बिजलीघर हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला के जोगिंदरनगर विधानसभा दौरे पर गए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू शुक्रवार सुबह कुल्लू जाने से पहले अचानक शानन पावर प्रोजेक्ट का निरीक्षण करने पहुंचे। सीएम सुक्खू ने पूरे प्रोजेक्ट का निरीक्षण किया और कहा कि इस प्रोजेक्ट पर हिमाचल प्रदेश का हक है। सीएम सुक्खू ने कहा कि आज शानन जल विद्युत परियोजना का निरीक्षण किया है। उन्होंने कहा की इस परियोजना पर हिमाचल प्रदेश का हक है और इसे वापस लेने के लिए देश की सर्वोच्च अदालत में हमारी सरकार मजबूती से लड़ाई लड़ रही है। सीएम सुक्खू ने कहा कि हिमाचल की संपदा को लूटने नही देंगे। क्योंकि हिमाचल प्रदेश की प्रगति व आत्मनिर्भरता की नींव प्रदेश के संसाधनों में है। क्या है शानन परियोजना का मामला
बता दें कि देश पर ब्रिटिश शासन के दौरान मंडी रियासत के राजा जोगेंद्र सेन ने शानन बिजलीघर के लिए जोगिंदरनगर में जमीन उपलब्ध करवाई थी। उस दौरान जो समझौता हुआ था। उसके अनुसार इसकी लीज अवधि 99 साल रखी गई थी, यानी 99 साल पूरे होने पर ये बिजलीघर उस धरती (मंडी रियासत के तहत जमीन) की सरकार को मिलना था, जहां पर ये स्थापित किया गया था। भारत की आजादी के बाद हिमाचल प्रदेश पंजाब का ही हिस्सा था। 2024 में समाप्त हुई लीज अवधि
वैसे हिमाचल का गठन 15 अप्रैल 1948 को हुआ था, लेकिन पूर्ण राज्य का दर्जा 1971 में मिला था। उस समय पंजाब पुनर्गठन एक्ट के दौरान शानन बिजलीघर पंजाब सरकार के स्वामित्व में ही रहा। पंजाब पुनर्गठन एक्ट-1966 की शर्तों के अनुसार इस बिजली प्रोजेक्ट को प्रबंधन के लिए पंजाब सरकार को हस्तांतरित किया गया था। लेकिन 2024 में इसकी लीज अवधि समाप्त हो गई है। ऐसे में लीज समझौते के अनुसार यह प्रोजेक्ट हिमाचल प्रदेश को वापस मिलना चाहिए लेकिन यह कुमाऊँ पूत है, इससे 200 करोड़ की आय होती है।इसलिए पंजाब इसको छोड़ने के लिए आसानी से तैयार नही है और कानूनी लड़ाई लड़ रहा है। आज होती है 200 करोड़ की कमाई
मंडी में जोगेंद्रनगर की ऊहल नदी पर स्थापित शानन बिजलीघर अंग्रेजों के शासन के दौरान साल 1932 में केवल 48 मेगावाट बिजली उत्पादन की क्षमता वाला प्रोजेक्ट था। बाद में पंजाब बिजली बोर्ड ने इसकी उत्पादन क्षमता को बढ़ाया, बिजलीघर शुरू होने के पचास साल बाद वर्ष 1982 में शानन प्रोजेक्ट 60 मेगावाट ऊर्जा उत्पादन वाला हो गया। अब इसकी क्षमता पचास मेगावाट और बढ़ाई गई है, जिससे ये अब कुल 110 मेगावाट का प्रोजेक्ट है। कुल 200 करोड़ सालाना इनकम वाले इस कमाऊ पूत को पंजाब अपने हाथ से नहीं जाने देना चाहता है।
धर्मशाला में ब्रिटिश टूरिस्ट से अश्लील हरकतें:मैक्लोडगंज में दवा लेकर लौटते वक्त पीछा किया; चिल्लाने पर हुआ फरार, आरोपी गिरफ्तार
धर्मशाला में ब्रिटिश टूरिस्ट से अश्लील हरकतें:मैक्लोडगंज में दवा लेकर लौटते वक्त पीछा किया; चिल्लाने पर हुआ फरार, आरोपी गिरफ्तार हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में ब्रिटेन की एक महिला से अश्लील हरकतें करने का मामला सामने आया है। धर्मशाला के मैक्लोडगंज थाना में पुलिस ने महिला की शिकायत पर मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। महिला से अश्लील हरकतें और उसका पीछा करने वाला युवक स्थानीय बताया जा रहा है। छेड़छाड़ का आरोपी अनु कुमार धर्मशाला के नड्डी का रहने वाला है। उसकी उम्र 27 साल और शिकायतकर्ता महिला की 54 साल बताई जा रही है। बताया जा रहा है कि घटना को अंजाम देते वक्त आरोपी शराब के नशे में धुत था। पुलिस के अनुसार, भारतीय मूल की ब्रिटेन की नागरिक महिला बीते 8 जून को धर्मशाला में अपने बेटे से मिलने आईं। उसका बेटा मैक्लोडगंज में संगीत की शिक्षा ले रहा है। बीते 11 जून की रात नौ बजे वह नड्डी बाजार में अर्पणा मेडिकल स्टोर से दवाई लेकर घर लौट रही थीं, इस दौरान एक युवक ने उसका पीछा किया और मारने की कोशिश की। महिला के चिल्लाने पर भागा युवक
महिला के अनुसार, उससे हरकतें करने वाले लड़के ने संतरी रंग की कमीज व सफेद रंग का पायजामा पहन रखा था। महिला ने जब उसे वहां से जाने को कहा तो लड़का एकदम उनके मुंह की तरफ आया तथा अश्लील हरकतें करने लगा। युवक ने उसे खींचने की कोशिश की और कंधे पर भी जोर से हाथ मारा। महिला के हाथ में छतरी थी उन्होंने छतरी से अपने आप को बचने की कोशिश की और सहायता के लिए चिल्लाने लगी। इसके बाद लड़का कच्चे रास्ते से नड्डी बाजार की तरफ भाग गया। पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार: ASP
ASP कांगड़ा बीर बहादुर ने बताया कि पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने मैक्लोडगंज में मामला दर्ज कर दिया है। महिला से छेड़छाड़ के आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर है।