लुधियाना| जिला उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग के अध्यक्ष संजीव बत्रा की विशेष अदालत ने यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड को शिकायतकर्ता से दस्तावेज प्राप्त होने की तिथि से 30 दिनों के भीतर दावे का निपटारा करने और भुगतान करने का आदेश दिया। इसके अलावा यदि शिकायतकर्ता के पास शेष दस्तावेज नहीं हैं, तो उक्त बीमा कंपनी आदेश की तिथि से 45 दिनों के भीतर पहले से प्रस्तुत दस्तावेजों के आधार पर शिकायतकर्ता को दावे का निपटारा और भुगतान करेगी। शिकायतकर्ता ने बीमा कंपनी के खिलाफ 8,59,368/- रुपये का क्लेम और 2 लाख रुपये का मुआवजा देने की मांग की थी। शिकायतकर्ता हरजीत कौर संधू निवासी जगराओं, जिला लुधियाना ने 18 अक्तूबर, 2021 को उपभोक्ता फोरम में शिकायत दर्ज कराई। शिकायतकर्ता ने बताया कि वह टिपर की मालिक है, जिसका बीमा उपरोक्त बीमा कंपनी से कराया हुआ है। 06 फरवरी, 2021 को उक्त टिपर को चालक गुरमेज सिंह मुलनपुर से लुधियाना होते हुए गढ़शंकर जा रहा था। उक्त वाहन मुल्लांपुर और लुधियाना के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग पर था, घने कोहरे के कारण दुर्घटना हुई, जब यह सड़क पर गलत तरीके से पार्क किए गए एक अन्य टिपर से टकरा गया। उक्त दुर्घटना में टिपर का अगला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। उपरोक्त बीमा कंपनी को दुर्घटना के बारे में सूचित किया था। बीमा कंपनी के सर्वेयर द्वारा क्षतिग्रस्त टिपर का निरीक्षण करवाया। सर्वेयर ने 8,59,368/- रुपये का अनुमान तैयार किया और अनुमानित राशि से कुछ हिस्सा मांगा, जिसे देने से शिकायतकर्ता ने इनकार कर दिया। शिकायतकर्ता ने आगे कहा कि उसने उपरोक्त बीमा कंपनी को उसकी मांग के अनुसार सभी दस्तावेज उपलब्ध करा दिए थे। इसके अलावा वह व्यक्तिगत रूप से बीमा कंपनी के अधिकारियों से मिलीं, जिन्होंने शिकायतकर्ता को 2-3 दिनों के भीतर आवश्यक कार्रवाई करने का आश्वासन दिया, लेकिन बाद में बीमा कंपनी की ओर से कोई जवाब नहीं मिला। शिकायतकर्ता ने 24 जून, 2021 को बीमा कंपनी को कानूनी नोटिस भेजा थाा। लुधियाना| जिला उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग के अध्यक्ष संजीव बत्रा की विशेष अदालत ने यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड को शिकायतकर्ता से दस्तावेज प्राप्त होने की तिथि से 30 दिनों के भीतर दावे का निपटारा करने और भुगतान करने का आदेश दिया। इसके अलावा यदि शिकायतकर्ता के पास शेष दस्तावेज नहीं हैं, तो उक्त बीमा कंपनी आदेश की तिथि से 45 दिनों के भीतर पहले से प्रस्तुत दस्तावेजों के आधार पर शिकायतकर्ता को दावे का निपटारा और भुगतान करेगी। शिकायतकर्ता ने बीमा कंपनी के खिलाफ 8,59,368/- रुपये का क्लेम और 2 लाख रुपये का मुआवजा देने की मांग की थी। शिकायतकर्ता हरजीत कौर संधू निवासी जगराओं, जिला लुधियाना ने 18 अक्तूबर, 2021 को उपभोक्ता फोरम में शिकायत दर्ज कराई। शिकायतकर्ता ने बताया कि वह टिपर की मालिक है, जिसका बीमा उपरोक्त बीमा कंपनी से कराया हुआ है। 06 फरवरी, 2021 को उक्त टिपर को चालक गुरमेज सिंह मुलनपुर से लुधियाना होते हुए गढ़शंकर जा रहा था। उक्त वाहन मुल्लांपुर और लुधियाना के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग पर था, घने कोहरे के कारण दुर्घटना हुई, जब यह सड़क पर गलत तरीके से पार्क किए गए एक अन्य टिपर से टकरा गया। उक्त दुर्घटना में टिपर का अगला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। उपरोक्त बीमा कंपनी को दुर्घटना के बारे में सूचित किया था। बीमा कंपनी के सर्वेयर द्वारा क्षतिग्रस्त टिपर का निरीक्षण करवाया। सर्वेयर ने 8,59,368/- रुपये का अनुमान तैयार किया और अनुमानित राशि से कुछ हिस्सा मांगा, जिसे देने से शिकायतकर्ता ने इनकार कर दिया। शिकायतकर्ता ने आगे कहा कि उसने उपरोक्त बीमा कंपनी को उसकी मांग के अनुसार सभी दस्तावेज उपलब्ध करा दिए थे। इसके अलावा वह व्यक्तिगत रूप से बीमा कंपनी के अधिकारियों से मिलीं, जिन्होंने शिकायतकर्ता को 2-3 दिनों के भीतर आवश्यक कार्रवाई करने का आश्वासन दिया, लेकिन बाद में बीमा कंपनी की ओर से कोई जवाब नहीं मिला। शिकायतकर्ता ने 24 जून, 2021 को बीमा कंपनी को कानूनी नोटिस भेजा थाा। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts

लुधियाना में आज पेट्रोल पंप बंद:कमीशन न बढ़ाने के विरोध में PPDA का फैसला, सिर्फ इमरजेंसी सेवा ही चालू
लुधियाना में आज पेट्रोल पंप बंद:कमीशन न बढ़ाने के विरोध में PPDA का फैसला, सिर्फ इमरजेंसी सेवा ही चालू पंजाब के लुधियाना में आज रविवार को सभी पेट्रोल पंप पूरी तरह से बंद हैं। सिर्फ इमरजेंसी सेवाएं ही चल रही हैं। पेट्रोल पंप डीलर्स एसोसिएशन (पीपीडीए) ने केंद्र सरकार द्वारा कमीशन न बढ़ाए जाने के विरोध में आज पंप बंद रखकर विरोध जताया है। उन्होंने फैसला किया है कि अपने खर्चों को कम करने के लिए वे हर रविवार को पेट्रोल पंप बंद रखेंगे। पंप मालिकों का कहना है कि पिछले 7 सालों में उनका कमीशन नहीं बढ़ाया गया है। वे 2 प्रतिशत कमीशन पर काम चला रहे हैं जबकि उनकी मांग है कि 5 प्रतिशत कमीशन दिया जाए। एसोसिएशन 25 अगस्त से पूरे पंजाब में हर रविवार को पेट्रोल पंप बंद रखने के लिए जिला स्तर पर भी चर्चा कर रही है। पिछले 7 सालों से कमीशन नहीं बढ़ाया गया प्रधान रणजीत सिंह गांधी ने कहा कि सभी व्यापारियों का कमीशन बढ़ता है, लेकिन पेट्रोल पंप मालिकों का कमीशन पिछले 7 सालों से नहीं बढ़ाया गया। आज 80 रुपए का सामान 120 रुपए पर पहुंच गया है, लेकिन सरकार तेल विक्रेताओं का कमीशन बढ़ाने पर चुप है। फिलहाल खन्ना से लेकर फिल्लौर तक के पेट्रोल पंप आज बंद रहेंगे। कई शहरों से पेट्रोल पंप बंद रखने के समर्थन में पत्र भी आ रहे हैं। पेट्रोल पंपों पर बैनर लगाए गए हैं, ताकि लोगों को भी पता चल सके कि पेट्रोल पंप मालिक कितने बुरे हालात से गुजर रहे हैं। 5 महीने पहले भी पेट्रोल पंप मालिकों ने तेल न खरीदकर हड़ताल की थी। उस समय केंद्र सरकार ने आश्वासन दिया था कि चुनाव के बाद उनका कमीशन बढ़ा दिया जाएगा, लेकिन अब सरकार फिर से उनकी अनदेखी कर रही है। आपातकालीन सेवा चालू रहेगी गांधी ने कहा कि साप्ताहिक अवकाश के दिन आपातकालीन सेवा चालू रहेगी। एंबुलेंस और सरकारी वाहनों को पेट्रोल या डीजल दिया जाएगा। फिलहाल आज जिला स्तर पर बैठक हुई है। जल्द ही पंजाब स्तर और राज्य स्तर पर बैठकें होंगी ताकि पेट्रोल पंप मालिकों का कमीशन बढ़ाया जा सके।

मोगा में बस और पिकअप की भिड़ंत:बेकाबू होकर बस खाई में गिरी, फोन पर बात करते हुए गाड़ी चला रहा था ड्राइवर
मोगा में बस और पिकअप की भिड़ंत:बेकाबू होकर बस खाई में गिरी, फोन पर बात करते हुए गाड़ी चला रहा था ड्राइवर मोगा के कस्बा धर्मकोट क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गांव कमांलके के पास तेज रफ्तार रोडवेज बस ने पिकअप को टक्कर मार दी। जिससे बस बेकाबू होने के बाद गहरी खाई में गिर गई। वहीं बस में बैठे कई यात्री घायल हो गए। घटना के बाद बस के ड्राइवर और कंडक्टर मौके से फरार हो गए। इस हादसे में घायल दो लोगों की हालत नाजुक बनी हुई है। चश्मदीद गुरप्रीत सिंह ने बताया कि बस जालंधर से मोगा आ रही थी। बस का ड्राइवर मोबाइल पर बात करते हुए गाड़ी चला रहा था। वहीं दूसरी साइड से आ रही पिकअप जीप को उसने टक्कर मार दी। जिससे बस बेकाबू हो गई और गहरी खाई में गिर गई। वहीं पिकअप चालक को इस घटना में मामूली चोटें आई है। वहीं जानकारी देते हुए जांच अधिकारी जतिंदर कुमार ने कहा के हमें सूचना मिली थी के बस और पिकअप जीप में टक्कर हुई है। हम मौके पर पहुंचे और यहां पर बस के यात्रियों से पूछताछ कर रहे हैं। जांच अधिकारी ने बताया कि मामले में दोषी के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।

जालंधर उपचुनाव में कांग्रेस का दलबदलू नेताओं पर हमला:बोली- ये सबसे बड़ा मुद्दा, अंगुराल-महिंदर पर निशाना; CM भी क्षेत्र में डटे
जालंधर उपचुनाव में कांग्रेस का दलबदलू नेताओं पर हमला:बोली- ये सबसे बड़ा मुद्दा, अंगुराल-महिंदर पर निशाना; CM भी क्षेत्र में डटे पंजाब के जालंधर में उपचुनाव को लेकर वोटिंग के लिए सिर्फ 5 दिन बाकी है। सभी पार्टियों द्वारा एक दूसरे पर आरोप लगाए जा रहे हैं। आम आदमी पार्टी के पास जहां एक तरफ राज्य सरकार की पावर है। वहीं, बीजेपी आम आदमी पार्टी के नेताओं को पोल खोलने की बात कर रही है। ऐसे में कांग्रेस के पास इस वक्त का सबसे बड़ा मुद्दा दल बदल कर आप और बीजेपी में शामिल हुए नेताओं और लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली बढ़त का है। बता दें कि बीजेपी और आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार दल बदल कर आए हैं। अंगुराल और महिंदर भगत पर निशाना शीतल अंगुराल आम आदमी पार्टी के विधायक थे और मोहिंदर भगत भाजपा के पूर्व मंत्री भगत चुन्नी लाल के बेटे हैं। भगत खुद भाजपा की टिकट पर वेस्ट हलके से विधानसभा चुनाव लड़ते थे। लेकिन आज तक उन्हें जीत नहीं मिली है। ऐसे में दोनों नेताओं के दलबदलू रवैये से कांग्रेस हमलावर है और लोगों के बीच यही मुद्दा उठ रहा है कि अगर उक्त नेता अपनी पार्टी के साथ नहीं हैं तो आपकी पार्टी के साथ क्या करेंगे। इस संबंध में कांग्रेस के सोशल मीडिया अकाउंट से पोस्टर भी शेयर किए गए हैं, जिसमें भाजपा और आप प्रत्याशियों को दलबदलू बताया गया है। वहीं, कांग्रेस प्रत्याशी पिछले तीन दशक से कांग्रेस के साथ हैं और उन्हें जालंधर की बेटी बताया गया है। उपचुनाव को लेकर परिवार सहित फिल्ड में CM मान जालंधर वेस्ट में हो रहे उप-चुनाव को लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान परिवार समेत डटे हुए हैं। उन्होंने यहां किराए पर घर लिया है। पत्नी-बेटी समेत शिफ्ट हो चुके हैं। रोज सीएम भगवंत मान और उनकी पत्नी डॉ. गुरप्रीत कौर तक प्रचार कर रही हैं। डॉ. गुरप्रीत कौर पहले किराए पर लिए घर में जनता दरबार लगाती हैं। फिर वहां से फ्री होने के बाद डोर टू डोर प्रचार करने पहुंच जाती हैं। स्थिति यह है कि यहां से AAP के कैंडिडेट मोहिंदर भगत से ज्यादा प्रचार CM फैमिली ही कर रही है। इस सीट पर 10 जुलाई को वोटिंग होनी है। एक विधानसभा मुख्यमंत्री पूरे परिवार समेत क्यों डटे हुए है? यह सवाल पूरे राज्य की ज़ुबान पर है। पॉलिटिकल एक्सपर्ट इसकी बड़ी वजह लोकसभा चुनाव में हार को मानते हैं। उनका मानना है कि अगर यह सीट भी हार गए तो फिर यह कहा जाएगा कि राज्य सरकार से लोगों का मोह भंग हो गया है। CM भगवंत मान नहीं चाहते कि लोकसभा चुनाव में हार के बाद यह सीट हारने से उनकी सरकार के कामकाज का आकलन हो। जालंधर वेस्ट सीट पर उप-चुनाव क्यों हो रहा? 2022 के विधानसभा चुनाव में जालंधर वेस्ट सीट AAP के उम्मीदवार शीतल अंगुराल ने जीती थी, लेकिन लोकसभा चुनाव से पहले अंगुराल BJP में शामिल हो गए। उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया। हालांकि, लोकसभा चुनाव की 1 जून की वोटिंग से पहले अंगुराल ने 29 मई को स्पीकर से इस्तीफा वापस लेने की बात कही, लेकिन तब तक इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया। इस चुनाव में अंगुराल को BJP ने टिकट दी है। AAP ने अकाली-भाजपा सरकार में मंत्री रहे भगत चुन्नीलाल के बेटे मोहिंदर भगत को उम्मीदवार बनाया है। कांग्रेस ने पूर्व डिप्टी मेयर सुरिंदर कौर को टिकट दी है।